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पीएम मोदी ने दी गैस परियोजना की सौगात
Posted Date : 23-Nov-2018 7:13:48 am

पीएम मोदी ने दी गैस परियोजना की सौगात

0-देश के 129 जिलों को मिलेगा लाभ
नई दिल्ली ,22 नवंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीरवार को स्वच्छ ईंधन की उपलब्धता के लिए शहरी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजनाओं को हरी झंडी दिखा दी है। उन्होंने दिल्ली के विज्ञान भवन से ही बुलंदशहर में भी सीएनजी व पीएनजी परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना से 129 जिलों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मुख्य फोकस लोगों तक गैस की आपूर्ति करना है। इससे 2 करोड़ परिवारों को लाभ मिलेगा। हमें दुनिया को यह दिखाना है कि बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए भी विकास हो सकता है। उन्होंने कहा कि 2014 तक देश में 13 करोड़ स्च्ळ कनेक्शन दिए गए थे, यानि 60 साल में 13 करोड़ कनेक्शन। देश में सारे संसाधन वही हैं, लोग वही हैं लेकिन पिछले 4 साल में लगभग 12 करोड़ कनेक्शन दिए जा चुके हैं। मोदी ने कहा कि घरेलू गैस कवरेज का जो दायरा 2014 के पहले सिर्फ 55 प्रतिशत था, अब बढक़र लगभग 90 प्रतिशत: हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं कहूं कि साल 2014 में देश के लोगों ने सिर्फ सरकार ही नहीं बदली, बल्कि सरकार की कार्यशैली, कार्यसंस्कृति और योजनाओं को लागू करने का तरीका भी बदल दिया है तो गलत नहीं होगा। 
क्या होगा परियोजना से लाभ 
बता दें कि यह परियोजना 300 करोड़ की लागत से शुरू होगी जिसके तहत पीएनजी गैस पाइपलाइन बिछाने का काम शहर-शहर किया जाएगा। इस परियोजना की जिम्मेदारी इंडियन ऑयल और अदाणी ग्रुप को मिली है। कंपनी को बुलंदशहर के अलावा अलीगढ़ और हाथरस को भी कमान मिली है। परियोजना के अंतर्गत 129 जिलों में 65 भौगोलिक क्षेत्रों में काम की शुरुआत होगी। इसमें अगले 8 वर्षों में करीब 1.43 लाख घरेलू पीएनजी कनेक्शन, 46 सीएनजी पंपों की स्थापना और 1662 इंच-किलोमीटर पाइप लाइन शामिल है। 

मुंबई में सडक़ों पर हजारों अन्नदाता, ट्रैफिक अलर्ट
Posted Date : 23-Nov-2018 7:06:28 am

मुंबई में सडक़ों पर हजारों अन्नदाता, ट्रैफिक अलर्ट

0-सीएम फडणवीस बोले-खुद करूंगा किसानों से मुलाकात
मुंबई ,22 नवंबर । सूखे के लिए मुआवजा और आदिवासियों को वन अधिकार सौंपे जाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के हजारों किसान और आदिवासी सडक़ों पर उतर आए हैं। किसानों का मार्च सडक़ पर चल रहा है और कई जगहों पर ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। किसानों की तादाद और उनके गुस्से को देखते हुए ट्रैफिक अलर्ट जारी किया गया है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने खुद किसानों से बात करने की बात कही है।
गुरुवार की सुबह पांच बजे किसानों ने चुन्नाभाटी से सुबह पांच बजे यात्रा शुरू की। वह यहां से विधानसभा कूच करेंगे और आजाद मैदान पहुंचेंगे। ऐसे में प्रशासन सतर्क हो गया है और भारी तादाद में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। मुंबई पुलिस ने ट्रैफिक अलर्ट भी जारी किया है। 
दादर की तरफ बढ़े किसान 
साउथ मुंबई से शुरू हुई किसानों की यात्रा जेजे फ्लाइओवर, लालबाग फ्लाइओवर और परेल फ्लाइओवर होते हुए दादर की तरफ बढ़ रही है। ट्रैफिक पुलिस ने इन इलाकों की ओर जा रहे और वहां से आ रहे ट्रैफिक के लिए अलर्ट जारी किया है।
बुधवार को शुरू हुई थी यात्रा 
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार दोपहर से पैदल यात्रा शुरू की थी। पैदल यात्रा करते हुए वह सायन के सोमैया मैदान पहुंचे और रात में यहीं डेरा डाल दिया। कार्यक्रम के मुताबिक, किसानों की योजना विधानभवन का घेराव करने की भी है। उन्हें विधानभवन की तरफ जाने से रोकने के लिए पुलिस ने पुख्ता प्रबंध किए हैं।
ये हैं किसानों की मुख्य मांगें 
किसान स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की मांग कर रहे हैं। स्वामीनाथन रिपोर्ट में यह सुझाव दिया गया है कि जमीन और पानी जैसे संसाधनों तक किसानों की निश्चित रूप से पहुंच और नियंत्रण होना चाहिए। वे न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने और इसे लागू करने के वास्ते न्यायिक तंत्र की भी मांग कर रहे हैं। 
किसान कृषि संकट से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और राज्य में बीजेपी की सरकार द्वारा पिछले साल घोषित कर्ज माफी पैकेज को उचित तरीके से लागू करने, किसानों के लिए भूमि अधिकार और खेतिहर मजदूरों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

पति के साथ जैसलमेर आ सकती हैं डॉनल्ड ट्रंप की बेटी इवांका
Posted Date : 23-Nov-2018 7:05:12 am

पति के साथ जैसलमेर आ सकती हैं डॉनल्ड ट्रंप की बेटी इवांका

0-शादी समारोह में लेंगी हिस्सा
जैसलमेर ,22 नवंबर । अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के दामाद जैरेड कुशनर इस हफ्ते एक शादी में हिस्सा लेने राजस्थान के जैसलमेर आ सकते हैं, जिसे लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा इंतजाम दुरुस्त किए जा रहे हैं। कुशनर की पत्नी और ट्रंप की बेटी इवांका भी उनके साथ भारत आ सकती हैं, हालांकि इसे लेकर फिलहाल कोई कंफर्मेशन नहीं दिया गया है।
22 से 25 नवंबर के बीच होने वाली इस शादी में हिस्सा लेने के अलावा जैरेड और इवांका पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर से जुड़े रेतीले हिस्से सैंड ड्यून्स भी घूमने जा सकते हैं। अमेरिकी दूतावास की ओर से इस ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। एक प्रतिनिधि ने कहा कि वाइट हाउस से जुड़े किसी भी व्यक्ति से जुड़े प्रश्नों पर हाउस ही जवाब दे सकता है।
अमेरिकी दूतावास से 50 लोगों की टीम जैसलमेर पहुंची 
इवांका और उनके पति के यहां आने से पहले अमेरिकी दूतावास से 50 लोगों की एक टीम जैसलमेर पहुंची और सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित किए। अडिशनल एसपी राजीव दत्ता ने बताया कि जैरेड और इवांका के एक स्पेशल चार्टर्ड प्लेन से 22 नवंबर को यहां आ सकते हैं। 
जिलाधिकारी ओम कसेरा ने बताया कि दूतावास की ओर से आधिकारिक सूचना का अभी इंतजार है, लेकिन बाकी सूत्र बताते हैं कि कपल एक बड़े उद्योगपति परिवार के शादी समारोह में हिस्सा लेगा और रेत में एक रात भी बिता सकता है। वे 25 नवंबर को जैसलमेर से वापस होंगे। 
बता दें, इवांका इससे पहले हैदराबाद में हुए ग्लोबल आंत्रपेन्योरशिप समिट का हिस्सा बनने पिछले साल नवंबर में भारत आई थीं।

आदिवासियों के बीच ईसाई धर्म के प्रचार के लिए गया था अमेरिकी नागरिक
Posted Date : 23-Nov-2018 7:01:36 am

आदिवासियों के बीच ईसाई धर्म के प्रचार के लिए गया था अमेरिकी नागरिक

पोर्ट ब्लेयर ,22 नवंबर । अंडमान के सेंटिनल द्वीप में मारे गए 27 साल के अमेरिकी नागरिक जॉन ऐलन चाऊ का मकसद इन अनजान आदिवासियों के बीच ईसाई धर्म का प्रचार करना था। चाऊ ने दो बार इस द्वीप पर पहुंचने की कोशिश की थी। 14 नवंबर को उनकी पहली कोशिश नाकाम रही थी। इसके बाद 16 नवंबर को वह पूरी तैयारी के साथ पहुंचे लेकिन कहा जा रहा है कि गुस्साए आदिवासियों ने उनको तीरों से मार डाला। चाऊ इससे पहले पांच बार अंडमान आ चुके थे।
27 साल के चाऊ का शव अभी तक बरामद नहीं हो सका है। अमेरिका के 27 वर्षीय जॉन ऐलन चाऊ सात मछुआरों के साथ बिना इजाजत एडवेंचर ट्रिप पर नॉर्थ सेंटिनल द्वीप गए थे। चाऊ सेंटिनेलीज जनजाति के लोगों के साथ मित्रता की कोशिश कर रहे थे। कहा जा रहा है कि उनके शव को रेत में ही गाड़ दिया गया है। पुलिस ने 6 मछुआरों और अंडमान निवासी के एस ऐलेक्जेंडर को चाऊ की मदद करने और नियम तोडऩे के लिए गिरफ्तार किया है।
अंडमान व निकोबार डीजीपी दीपेंद्र पाठक ने बताया, चाऊ छठी बार पोर्ट ब्लेयर की यात्रा कर रहे थे। उन्होंने मछुआरों को उत्तरी सेंटिनल आइलैंड भेजने में मदद के लिए 25 हजार रुपये दिए थे। मछुआरे 15 नवंबर की रात उन्हें आइलैंड के पश्चिमी सीमा तक एक छोटी नाव से ले गए। वहां से अगले दिन चाऊ एक नाव लेकर अकेले ही आइलैंड तक गए। पुलिस ने 13 पन्नों का नोट अपने कब्जे में ले लिया है जिसे चाऊ ने लिखा था और द्वीप पर जाने से पहले मछुआरों को सौंप दिया था।
शव के पास आदिवासी कर रहे थे अनुष्ठान 
सूत्रों ने बताया, चाऊ अपने दोस्त ऐलेक्जेंडर के यहां पोर्ट ब्लेयर में रह रहे थे और 16 नवंबर को उत्तरी सेंटिनल द्वीप गए थे। आइलैंड में चाऊ ने सेंटिनेलीज के साथ मित्रता करने की कोशिश की। उन्हें फुटबॉल, फिशिंग लाइन और मेडिकल किट भी गिफ्ट किए। 17 नवंबर को करीब सुबह साढ़े छह बजे किनारों से लौटकर आए मछुआरों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने आदिवासियों को किसी लाश के पास अनुष्ठान करते हुए देखा, जो संभवतया चाऊ की हो सकती है।
हवाई सर्वेक्षण के बाद भी शव को कब्जे में नहीं लिया जा सका 
मछुआरे पोर्ट ब्लेयर लौटकर आए और ऐलेक्जेंडर को सारी बताई। इसके बाद ऐलेक्जेंडर ने चाऊ की मां को उसकी हत्या के बारे में बताया। उन्होंने चेन्नै में यूएस वाणिज्य दूतावास में अमेरिकी नागरिक सेवाओं के वाइस कंसुलेट जनरल डेविड एन रॉबर्ट्स को ईमेल लिखा। पाठक ने बताया कि भारतीय तटरक्षक द्वीप के नजदीक पहुंचे और एसपी जतिन नारीवाल ने हवाई सर्वेक्षण भी किया, लेकिन शव को नहीं ढूंढ सके। पुलिस वन और आदिवासी कल्याण विभाग से मदद लेकर प्रयास कर रही है। 
पुलिस ने मामले में मछुआरे सॉ जंपो, सॉ टैरे, सॉ वाटसन, सॉ मोलियन, एम भूमि, सॉ रेमिस और ऐलेक्जेंडर को आदिवासी जनजातियों (विनियमन) अधिनियम की सुरक्षा का उल्लंघन करने और चाऊ की मौत का कारण बनने के लिए गिरफ्तार किया है। 
धर्म प्रचार के इरादे से गए थे सेंटिनल! 
बताया जा रहा है कि आदिवासी इतने गुस्से में थे कि उन्होंने शव लेने पहुंचे हेलिकॉप्टर को भी नहीं उतरने दिया। आदिवासी अपने यहां किसी भी घुसपैठ को हमले की तरह देखते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चाऊ का मकसद उस द्वीपीय इलाके के लोगों में ईसाई धर्म का प्रचार करना था। नवंबर की 14 तारीख को इनकी पहली कोशिश नाकाम रही, फिर वह 16 नवंबर को पूरी तैयारी के साथ पहुंचे। 
60 हजार पुराना आदिवासियों का कबीला 
अंडमान के सेंटिनेल द्वीप में घुसने की मनाही के बावजूद चाऊ मछुआरों की मदद से वहां गए थे। बता दें कि अंडमान निकोबार के सुदूर सेंटिनल द्वीप पर आदिवासियों का यह बेहद विलुप्तप्राय समुदाय रहता है। इस समूह से मिलने की इजाजत किसी को नहीं है। अंडमान निकोबार के नॉर्थ सेंटिनल द्वीप में 60 हजार साल पुराना आदिवासियों का कबीला है। पोर्ट ब्लेयर से 50 किमी दूर इस द्वीप पर दुनिया से कटे आदिवासियों की तादाद बेहद कम है। ये करंसी इस्तेमाल नहीं करते, इन पर मुकदमा भी नहीं चल सकता। सेंटिनेलीस एशिया की आखिरी अछूती जनजातियों में से एक हैं। जनजाति कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं रखना चाहते हैं। 
चाऊ के परिवार ने इंस्टाग्राम पर बयान जारी किया 
चाऊ के परिवार ने इंस्टाग्राम पर बयान जारी कर उनके निधन पर दुख जताया है। परिवार ने अपने बयान में कहा कि वह ईसाई मिशनरी थे। लेकिन वह एक फुटबॉल कोच और पर्वतारोही भी थे। वह दूसरों की मदद करने वाले थे। वह एक प्यारा पुत्र, भाई, अंकल थे।

नौ मासूमों की हत्या की बात आरोपी ने कबूली
Posted Date : 22-Nov-2018 6:19:14 am

नौ मासूमों की हत्या की बात आरोपी ने कबूली

0-रेप से पहले तोड़ देता था टांग
गुडग़ांव ,21 नवंबर। गुडग़ांव के सेक्टर-66 में 3 साल की बच्ची से रेप के बाद दरिंदगी और हत्या के मामले में पकड़े गए युवक के खुलासे ने पुलिस के होश भी उड़ा दिए हैं। पूछताछ में युवक ने अब तक 9 मासूम बच्चियों से रेप और हत्या की बात कबूली है। इन बच्चियों की उम्र 3 से 8 साल के बीच थी। इनमें 3 मामले गुडग़ांव के, 1 ग्वालियर, 1 झांसी और 4 दिल्ली की बच्चियां शामिल हैं। गुडग़ांव पुलिस अब दिल्ली, ग्वालियर व झांसी पुलिस से संपर्क कर केस की जानकारी जुटा रही है।
बता दें कि 12 नवंबर की सुबह सेक्टर-66 एरिया में तीन साल की मासूम का शव सडक़ किनारे मिला था। वह 11 नवंबर की दोपहर से गायब थी। रेप के बाद बर्बरता कर उसकी हत्या की गई थी। वारदात का आरोप पास की ही झुग्गी में रहने वाले युवक सुनील पर लगा था। पुलिस ने उसके जीजा और बहन और मां से पूछताछ की। इसके बाद शनिवार देर रात उसे झांसी के मगरपुर गांव से अरेस्ट किया गया।
रेप से पहले टांग तोड़ता था 
9 बच्चियों से रेप के बाद हत्या करने वाले दरिंदे सुनील का वारदात करने का तरीका भी रोंगटे खड़े कर देने वाला है। भंडारे या अन्य सुनसान स्थान से वह बच्ची को कुरकुरे या चॉकलेट दिलाने के बहाने साथ ले जाता था और सुनसान स्थान पर ले जाकर वह सबसे पहले बच्ची की टांग तोड़ देता था, ताकि वह भागने न पाए। इसके बाद दरिंदगी से रेप करता और फिर सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर देता। शव को कभी मौके पर तो कभी अगल बगल फेंक देता था। वारदात के बाद वह शराब पीकर एंजॉय करता था।
8 साल पहले हुई पिता की मौत के कुछ दिन बाद ही वह घर से चला गया था। बीते 7 साल से वह घर से अलग रह रहा था और इसी तरह सडक़ों पर घूमता रहता था। कहीं भी लगे भंडारे में फ्री का खाना खाता और जब शराब के लिए रुपये की जरूरत होती तो एक-दो दिन मजदूरी कर लेता था। इन सभी बच्चियों की हत्या और रेप की वारदात को उसने बीते दो साल में अंजाम दिया।
वारदात के बाद दिल्ली और झांसी गया 
मंगलवार को पत्रकारों से डीसीपी क्राइम सुमित कुमार ने बताया कि पूछताछ में युवक ने खुलासा किया कि वारदात के बाद वह ओल्ड गुडग़ांव गया। गुरुद्वारा में भंडारा खाकर वह कमला नेहरू पार्क में सो गया। अगली सुबह ट्रेन पकड़ दिल्ली गया। 13 नवंबर को दिनभर वह दिल्ली में घूमता रहा और रात में निजामुद्दीन स्टेशन के पास पुल के नीचे सो गया। अगली सुबह ट्रेन से झांसी गया। तब से वहीं घूमता रहा। उन्होंने बताया, गुडग़ांव में 3, दिल्ली में 4 और ग्वालियर व झांसी के 2 मामलों का खुलासा हुआ है। सभी में उसने रेप के बाद बच्चियों की हत्या कर दी। उससे पूछताछ कर सबूत जुटाए जा रहे हैं। सेक्टर-39 क्राइम ब्रांच की टीम को 2 लाख रुपये का इनाम व प्रशंसापत्र दिया जाएगा। 
पुलिस ने लगाए भंडारे, 2 हजार लोगों से पूछताछ 
जांच में पुलिस को पता चला कि युवक सडक़ किनारे कहीं भी सो जाता है तो कभी मजदूरी करने लगता है। उसे भंडारे में खाना खाने का शौक है। अकसर वह ऐसा करता है। उसे फंसाने के लिए पुलिस ने मंगलवार को गुडग़ांव के एक हनुमान मंदिर में, गुरुवार को सांई मंदिर में और शनिवार को शनि मंदिर में भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने करीब 2 हजार लोगों को चेक किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
सिटी में तीन बच्चियों को बनाया शिकार 
पूछताछ में पता चला कि नवंबर 2016 और जनवरी 2017 में उसने गुडग़ांव में दो बच्चियों से रेप कर उनकी हत्या की थी। नवंबर 2016 में उसने सिविल लाइंस स्थित पीर बाबा मजार पर भंडारा खाने पहुंची बच्ची का अपहरण कर रेप किया और फिर मार डाला। कुछ दिन बाद बच्ची का शव राजीव चौक के पास सीवर लाइन से बरामद किया गया था। इसके साथ ही जनवरी 2017 में उसने सोहना रोड शनि मंदिर पर आयोजित भंडारे से इसी तरह एक बच्ची को अपने साथ लिया और रेप के बाद मार डाला। बच्ची के शव को उसने ओमेक्स मॉल के पीछे खाली जमीन में डाल दिया था। इसके अलावा दिल्ली के 4, ग्वालियर व झांसी के 2 मामलों का खुलासा हुआ है। सभी में उसने रेप के बाद बच्चियों की हत्या कर दी थी।

बड़ा हमला करने के लिए घूसे 2 संदिग्ध आतंकवादी,  राजधानी दिल्ली में हाई अलर्ट
Posted Date : 22-Nov-2018 6:10:33 am

बड़ा हमला करने के लिए घूसे 2 संदिग्ध आतंकवादी, राजधानी दिल्ली में हाई अलर्ट

नई दिल्ली , 21 नवम्बर।  देश की राजधानी दिल्ली इस समय आतंक के साय में हैं। राजधानी में दिल्ली पुलिस ने उस समय हाई अलर्ट कर रखा है। जारी अलर्ट में कहा गया है की दिल्ली में दो संदिग्ध आतंकवादियों घूसे है और वो किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। दिल्ली के ज्यादा आबादी वाले इलाको में इन आतंकवादियों के छुपे होने का संदेह है इस लिए पहाडग़ंज इलाके सर्विलांस पर है। दिल्ली पुलिस ने कई संदिग्ध आतंकियों के पोस्टर लगाए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि दोनों की तलाशी के लिए गेस्ट हाउस, होटल्स और उन पेइंग गेस्ट को खंगाला जा रहा है जहां पर विदेशी छात्र रहते हैं। साथ ही, दिल्ली के सभी प्रवेश द्वार कड़ी नजर रखी जा रही है। दोनों संदिग्ध आतंकियों की तस्वीरें शहर के कई जगहों पर लगा दी गई है और सोशल मीडिया पर भी उसे शेयर कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने जो पोस्टर जारी किए हैं उसमें दोनों आतंकियों की दाढ़ी है और ये एक माइलस्टोन का सहारा लेकर खड़े हैं। इस पर लिखा है कि दिल्ली 360 किलोमीटर, फिरोजपुर 9 किलोमीटर। दोनों आतंकवादियों की उम्र लगभग 25 से 30 साल के बीच है। सूत्रों के मुताबिक ये तस्वीर पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ ली गयी है। दिल्ली पुलिस के पोस्टर में इन दोनों के बारे में सूचना देने की अपील की गई है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि आम जन सतर्क रहें और यदि उन्हें संदेह हो तो वह पुलिस को जानकारी दें। पिछले दिनों ही खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था कि छह- सात आतंकी पंजाब के फिरोजपुर से दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं। इसके बाद अमृतसर में निरंकारी भवन में हमला हो गया। अब दिल्ली में दो आतंकियों के पोस्टर जारी होने से पुलिस की नींद उड़ी हुई है। पुलिस को शक है की ये आतंकी पहाडग़ंज जैसे भीड़ भाड़ वाले इलाके में छुपे हो सकते हैं जहां बड़ी संख्या में होटल भी हैं।