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सुरक्षा बलों को आतंकियों से निपटने खुली छूट दी गई: प्रधानमंत्री
Posted Date : 17-Feb-2019 11:55:22 am

सुरक्षा बलों को आतंकियों से निपटने खुली छूट दी गई: प्रधानमंत्री

0-यवतमाल में 500 करोड़ रुपए मूल्य की सडक़ परियोजना का शिलान्यास
0-हमसफर अजनी (नागपुर)-पुणे ट्रेन को हरी झंडी दिखाई
0-सहस्त्रकुण्ड एकलव्य मॉडल रिहायशी स्कूल का उद्घाटन किया 

यवतमाल ,16 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के यवतमाल का दौरा किया। उन्होंने राज्य में कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस भी वहां उपस्थित थे। 
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के चुनिंदा लाभार्थियों को चाबियां सौंपी। उन्होंने बताया कि पीएमएवाई के तहत यवतमाल में लगभग 14500 नए मकान बनाए गए हैं। हम 2022 तक सबके लिए आवास के अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। कंक्रीट से बने मकान मजबूत सपनों का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
उन्होंने महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला स्व सहायता समूहों को प्रमाण पत्र/चेक वितरित किए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यवतमाल में कार्यक्रम सभी को विकास की पंचधारा- बच्चों के लिए शिक्षा, युवाओं के लिए आजीविका, वरिष्ठ नागरिकों के लिए चिकित्सा, किसानों के लिए सिंचाई और सार्वजनिक शिकायतों का समाधान उपलब्ध कराने के हमारे प्रयास का विस्तार है। 
प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर 500 करोड़ रुपये मूल्य की एक सडक़ परियोजना की आधारशिला रखी। उन्होंने वीडियो लिंक के जरिए हमसफर अजनी (नागपुर)-पुणे ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि संपर्क विकास की कुंजी है तथा सडक़ और रेलवे परियोजनाओं से यवतमाल और आसपास के क्षेत्रों के समग्र विकास में मदद मिलेगी। 
एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, हम पुलवामा हमले पर गहरे दुख और पीड़ा से गुजर रहे हैं। महाराष्ट्र के दो बहादुर बेटों ने भी राष्ट्र के लिए अपना बलिदान दिया है। हमारी भावनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमने सुरक्षा बलों को भविष्य की कार्रवाई का समय, स्थान और तरीके तय करने के लिए पूरी आजादी दी है। अगर हम अपने संजोए सपनों को पूरा करने में सक्षम हैं या राष्ट्र का विकास कर पा रहे हैं, तो यह हमारे बहादुर सैनिकों के बलिदानों के कारण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिकल सेल बीमारी पर शोध करने के लिए चंद्रपुर में एक रिसर्च सेंटर बनाया जा रहा है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सहस्त्रकुंड एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का उद्घाटन किया। स्कूल परिसर 15 एकड़ में फैला है और इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि स्कूल जनजातीय बच्चों की आकांक्षाओं  को पूरा करेगा। जनजातीय क्षेत्रों में 1000 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्थापित करना उनके मिशन का एक हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हम जनधन से लेकर वनधन तक जनजातियों के समग्र विकास के लिए विशेष रूप से प्रतिबद्ध हैं। जहां एक ओर जनधन ने गरीबों के वित्तीय समावेशन में मदद की है, वहीं वनधन सूक्ष्म वन उपज के जरिए गरीबों को अतिरिक्त आय दिलाने में मदद कर रहा है। हम सूक्ष्म वन उपज के मूल्य वर्धन के लिए वनधन केंद्र स्थापित कर रहे हैं, ताकि जनजातियों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके। हमने बांस को पेड़ के रूप को भी विमुक्त किया है, ताकि जनजाति के लोग बांस और उसकी उपज से अपनी आय में विविधता ला सकें ।
हमारे स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों द्वारा किए गए बलिदानों को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि हम देश भर के संग्रहालयों और स्मारकों में उनकी यादों को संरक्षित रख रहे हैं। (साभार-पीआईबी)

गृहमंत्री की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक पर 3 सूत्रीय प्रस्ताव पारित
Posted Date : 16-Feb-2019 10:58:36 am

गृहमंत्री की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक पर 3 सूत्रीय प्रस्ताव पारित

0-शहीदों को दी मौन श्रद्धांजलि
नई दिल्ली ,16 फरवरी । केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक में नेताओं को पुलवामा हमले के बारे में जानकारी दी गई। बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पूरा विपक्ष इस मामले में अपनी सेना और सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। वहीं, बैठक की जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि कश्मीर की आम जनता राज्य में अमन चाहती है, वह देश के साथ खड़ी है। राज्य में कुछ ऐसे तत्व हैं, जो सीमा पार से समर्थित आतंकियों की मदद करते हैं, ऐसे लोग कश्मीर के दुश्मन हैं। वे कश्मीर में अमन चैन नहीं चाहते हैं। देश आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम सब एकजुट होकर आतंकवाद को उखाड़ फेंकेंगे। जम्मू-कश्मीर में अमन चैन पूरी तरह से बहाल होगा। अल्प सूचना पर दलों के नेता आए, इसका गृह मंत्री ने आभार जताया। सभी दलों के नेताओं ने मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
कांग्रेस समेत विपक्ष सरकार के साथ 
वहीं, कांग्रेस के नेता आजाद ने कहा, हम देश की एकता, अखंडता के लिए सरकार और सुरक्षा बलों के साथ हैं। कश्मीर हो या देश का कोई दूसरा हिस्सा, कांग्रेस पार्टी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार को पूरा समर्थन देती है। उन्होंने आगे कहा, मैंने गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि वह पीएम से हमारी तरफ से निवेदन करें कि वह सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों की मीटिंग बुलाकर विचार-विमर्श करें। इस बात का दूसरे दलों ने भी समर्थन दिया है।
बैठक में प्रस्ताव पास 
एक सरकारी बयान के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव भी पास किया।
बैठक में गृह सचिव राजीव गौबा और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। संसद परिसर में हुई इस बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी के नेता शरद पवार, लेफ्ट के नेता डी. राजा, शिवसेना के संजय राउत समेत कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा भी मौजूद थे।

भाजपा सांसदों ने दिलाई सर्जिकल स्ट्राइक की याद, दबाव में सरकार
Posted Date : 16-Feb-2019 10:56:42 am

भाजपा सांसदों ने दिलाई सर्जिकल स्ट्राइक की याद, दबाव में सरकार

नई दिल्ली ,16 फरवरी । पुलवामा आतंकी हमले को लेकर नाराजगी से जूझ रही भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर अपनी ही पार्टी के सांसद पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने पर दबाव डाल रहे हैं। 
लोकसभा चुनाव से पहले हमले हुए हैं इसलिए उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाई है जिससे पूरी दुनिया को यह संकेत मिला था कि भारत अब पठानकोट और उरी जैसे हमलों पर चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने मोदी सरकार से सितंबर 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक की तरह सीमापार आतंकियों पर हमले कर पाकिस्तान को सबक सिखाने की उम्मीद कर रहे हैं। 
भारत में पिछली बार 18 सितंबर 2016 को बड़ा आतंकी हमला हुआ था जबकि आतंकियों ने उरी में भारतीय सेना के शिविर पर धावा बोलकर 20 सैनिकों की हत्या कर दी थी। भारत ने इस घटना के 10 दिन बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सीमा के पास स्थित संदिग्ध आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके उसका जवाब दिया था। 
उत्तर प्रदेश से आने वाले कई भाजपा सांसदों ने सर्जिकल स्ट्राइक को याद करते हुए कहा कि सरकार को उचित कार्रवाइ करनी चाहिए। 
बरेली से सांसद केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि एक बार फिर पाकिस्तान का चरित्र उजाकर हो गया है। उन्होंने कहा, हम आने वाले दिनों में निश्चित रूप से कुछ बड़ा कदम उठाएंगे। सीआरपीएफ के शहीद जवानों के परिवारों के लिए मेरी सहानुभूति। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान समझने को तैयार नहीं है। हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। हम क्षति की भरपाई नहीं कर सकते हैं, लेकिन जरूरी कार्रवाई अवश्य करेंगे।
मेरठ से सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार सभी विकल्पों पर विचार करेगी। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगता है कि सुरक्षा की चूक हुई जैसा कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल (सत्यपाल मलिक) ने भी कहा है। सुरक्षा मामले की मंत्रिमंडलीय समिति की आज बैठक हुई है और मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए सभी विकल्पों पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, सरकार द्वारा की जाने वाली सैन्य कार्रवाई का खुलासा नहीं किया जा सकता है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उरी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक एक विकल्प के रूप में सामने आया।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारक और भाजपा के राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने मसले को अति संवेदनशील बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री घटना को लेकर उतने ही गुस्से में हैं जितने आमलोग और उन्होंने कहा कि मुजरिमों ने भारी भूल की है और इसके लिए उनको बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। 
उन्होंने कहा, हमें प्रधानमंत्री ने जो कहा है उसके पीछे उनकी भावना को समझने की जरूरत है। इससे जनता की भावनाएं जाहिर होती हैं। सरकार लोगों की भावनाएं जानती है। रणनीति बनाना सरकार का काम है, लेकिन यह तय है कि देश के भीतर और बाहर आतंकवाद को समर्थन देने वालों को निर्दयता से पराजित करने के लिए वे पूरी कोशिश करेंगे।
भाजपा के एक अन्य सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि सरकार अपनी पूरी कोशिश करेगी।  उन्होंने कहा, सरकार से लोगों की बड़ी अपेक्षाएं हैं और सरकार निश्चित रूप से मुंहतोड़ जवाब देगी।
पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों में उत्तर प्रदेश के 12 जवान शामिल हैं, जहां से लोकसभा में 80 सांसद चुनकर जाते हैं और प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लिए आपस में गठबंधन किया है। 

जम्मू में भडक़ी हिंसा, सांप्रदायिक दंगे की आशंका के चलते लगा कर्फ्यू
Posted Date : 16-Feb-2019 10:55:50 am

जम्मू में भडक़ी हिंसा, सांप्रदायिक दंगे की आशंका के चलते लगा कर्फ्यू

0-पुलवामा हमला
श्रीनगर,16 फरवरी । पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू में भडक़ी हिंसा के कारण कर्फ्यू लगा दिया गया है. हिंसा में 12 लोग घायल हो गए और दर्जनों से ज्यादा वाहनों पर हमला करते हुए भीड़ ने बंद का ऐलान कर दिया. ये हिंसा पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद हुई, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे.
जम्मू में इस स्थिति को काबू में करने के लिए और लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए सेना की मदद ली गई है. अधिकारियों ने बताया कि सेना ने लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनाए रखने में प्रशासन की मदद करने का अनुरोध किया. साथ ही फ्लैग मार्च किया.
अधिकारियों का कहना है कि साम्प्रदायिक हिंसा की आशंका के चलते कर्फ्यू लगाया गया है. लाउडस्पीकर के जरिए कर्फ्यू लागू होने की घोषणा के बाद भी प्रदर्शनकारी लौटे नहीं, वहीं पुराने शहर में भी भीड़ देखी गई. जम्मू के पुलिस उपायुक्त रमेश कुमार ने कहा, हमने एहतियाती कदम के तौर पर जम्मू शहर में कर्फ्यू लागू कर दिया है.
अधिकारियों के मुताबिक जम्मू शहर पूरी तरह बंद है और सडक़ों पर कोई वाहन नहीं है. सभी दुकानें और बाजार बंद हैं. जम्मू शहर में ज्यूल चौक, पुरानी मंडी, रेहारी, शक्तिनगर, पक्का डंगा, जानीपुर, गांधीनगर और बक्शीनगर समेत दर्जनों स्थानों पर लोगों ने पाकिस्तान के विरोध में सडक़ों पर उतरकर प्रदर्शन किए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक गुज्जर नगर इलाके में झड़पें हुई और पथराव के कारण कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हुए. हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बड़ी झड़प होने से रोक दी. पाकिस्तान विरोधी आतंकवादी विरोधी नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने कई सडक़ों पर टायर फूंके. प्रदर्शनकारियों ने बदले की मांग करते हुए सडक़ों को जाम कर दिया.

हरी झंडी दिखाए जाने के एक दिन बाद वंदे भारत एक्सप्रेस में आई दिक्कत
Posted Date : 16-Feb-2019 10:55:14 am

हरी झंडी दिखाए जाने के एक दिन बाद वंदे भारत एक्सप्रेस में आई दिक्कत

नयी दिल्ली,16 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने के एक दिन बाद भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में शनिवार तडक़े कुछ परेशानी आ गई। अधिकारियों ने बताया कि यह ‘‘पहियों के फिसलने’’ का मामला है जिसे इंजीनियर ठीक कर रहे हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश में टूंडला जंक्शन से करीब 15 किलोमीटर दूर हुई। ट्रेन 17 फरवरी को पहले व्यावसायिक फेरे के लिए तैयार होने के वास्ते वाराणसी से लौट रही थी। उत्तरी रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने कहा, ‘‘यह मवेशी सामने आने का मामला है जिसकी वजह से पहिए फिसलने की दिक्कत आई। इंजीनियर इसे ठीक कर रहे हैं।’’ अधिकारियों ने बताया कि अवरोध हटाने के बाद ट्रेन ने सुबह करीब सवा आठ बजे फिर से दिल्ली की यात्रा शुरू की। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में ट्रेन 18 को वंदे भारत एक्सप्रेस का नाम दिया है। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने इसका निर्माण किया है।

दिल्ली पहुंचे पुलवामा हमले के शहीदों के पार्थिव शरीर
Posted Date : 16-Feb-2019 10:54:41 am

दिल्ली पहुंचे पुलवामा हमले के शहीदों के पार्थिव शरीर

0-पीएम मोदी और राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली,15 फरवरी । पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के पार्थिव शरीर श्रीनगर से दिल्ली लाए गए हैं। इस दौरान पालम एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे। पीएम ने इस दौरान हाथ जोडक़र शहीदों के शवों की परिक्रमा भी की।
इसके अलावा खबर है कि पीएम मोदी ने सभी केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी शासित राज्यों मंत्रियों को निर्देश दिया है वे अपने राज्यों के शहीदों के अंतिम संस्कार में हिस्सा लें और उनके परिवारों की हर संभव मदद करें। इससे पहले शहीद जवानों को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बडगाम में श्रद्धांजलि दी थी। गृह मंत्री ने शहीद के शव को कंधा देकर श्रद्धांजलि दी। 
पीएम के साथ गृह मंत्री और रक्षा मंत्री ने भी दर श्रद्धांजलि राजनेताओं ने दी श्रद्धांजलि
बता दें कि केंद्र सरकार ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह अध्यक्षता में सुबह 11 बजे संसद की लाइब्रेरी में होगी। माना जा रहा है कि सरकार सभी राजनीतिक दलों को हमले के बारे में पूरी जानकारी देगी और आगे की रणनीति पर भी चर्चा की जा सकती है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी की बैठक में सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला लिया गया था। 
सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार इस हमले के बाद उठाए जाने वाले किसी भी कदम से पहले विपक्षी दलों को भी विश्वास में लेना चाहती है। इसके अलावा यह संदेश देने की भी कोशिश की जाएगी कि संकट की इस घड़ी में सभी पार्टियां साथ हैं। सरकार की कोशिश है कि विपक्ष को विश्वास में लेने के बाद कोई भी कदम उठाना आसान होगा। हालांकि केंद्र में सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना इस मुद्दे पर संसद का संयुक्त सत्र बुलाने की मांग कर चुकी है।

दिल्ली पहुंचे पुलवामा हमले के शहीदों के पार्थिव शरीर के लिए इमेज परिणाम

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