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राष्ट्रपति ने मिजोरम के राज्यपाल का इस्तीफा किया स्वीकार
Posted Date : 08-Mar-2019 1:02:00 pm

राष्ट्रपति ने मिजोरम के राज्यपाल का इस्तीफा किया स्वीकार

नईदिल्ली ,08 मार्च । राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मिजोरम के राज्यपाल के. राजशेखरन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि असम के राज्यपाल जगदीश मुखी राज्य का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे। उन्होंने बताया कि स्थायी प्रबंध होने तक मुखी मिजोरम के राज्यपाल की अतिरिक्त जिम्मेदारी निभाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने रखी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की आधारशिला
Posted Date : 08-Mar-2019 1:00:35 pm

प्रधानमंत्री मोदी ने रखी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की आधारशिला

वाराणसी,08 मार्च । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। इस दौरान वह अलग-अलग तीन शहरों में करीब दर्जन भर से अधिक परियोजनाओंका लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। सरकार द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक, प्रधानमंत्री आज (शुक्रवार) अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के साथ कानपुर व गाजियाबाद का दौरा करेंगे। 
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले वाराणसी पहुंचे और वहां काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद वहां पर 39,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले विश्वनाथ कॉरिडोर की आधारशिला रखी।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुदाल चला काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की नींव रखी। ये कॉरिडोर बाबा विश्वनाथ मंदिर से शुरू होकर गंगा किनारे घाट तक जाएगा. इस कॉरिडोर को लेकर काफी विवाद रहा है, लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री ने इस कॉरिडोर को आगे बढ़ाया। 
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैं राजनीति में नहीं था, तब भी सोचता था कि यहां कुछ करना चाहिए, लेकिन ये मेरे नसीब में ही लिखा था मेरे हाथ से ही इसका काम हुआ. उन्होंने कहा कि बाबा भोलेनाथ काफी वर्षों से बंधे हुए थे, लेकिन आज इस काम से उन्हें भी मुक्ति मिलेगी. इसके साथ ही उन्हें भक्तों को भी इससे खुशी मिलेगी। इस कॉरिडोर को बनाने में काफी मुश्किलें आई थीं, कुछ लोगों ने झूठ भी फैलाया. लेकिन अफसरों के शानदार काम की बदौलत अब ये सच्चाई बन रही है। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने भोले बाबा की सेवा में अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भी कहा था कि ये स्थान ऐसा क्यों है, इसका उद्धार होना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि ये स्थान हमेशा दुश्मनों के निशाने पर रहा है। 
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी इसके बाद आगरा के साथ कानपुर में मेट्रो परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद वे गाजियाबाद के हिंडन में यात्री सुविधाओं की शुरुआत करेंगे। इसी कड़ी में मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लखनऊ के नवनिर्मित दूसरे मेट्रो कॉरिडोर का लोकार्पण करने के साथ ही अमौसी हवाईअड्डे से मुंशी पुलिया तक मेट्रो रेल के संचालन को हरी झंडी दिखाएंगे। 

प्रधानमंत्री मोदी ने रखी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की आधारशिला के लिए इमेज परिणाम

आर्मी हेडचर्टर से जंग के मैदान में भेजे जाएंगे कर्नल रैंक के अधिकारी
Posted Date : 08-Mar-2019 12:59:44 pm

आर्मी हेडचर्टर से जंग के मैदान में भेजे जाएंगे कर्नल रैंक के अधिकारी

0-सेना का बड़ा फैसला
नईदिल्ली,08 मार्च । भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच खबर है कि पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर अपने जवानों और हथियारों की संख्या बढ़ा दी है. पाकिस्तान की ओर से हलचल तेज होती देख अब भारतीय सेना ने भी अहम फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि बॉर्डर पर तैनात अधिकारियों की संख्या को बहुत जल्द बढ़ाया जाने वाला है. सूत्रों के मुताबिक कर्नल रैंक के अधिकारी जो अभी तक आर्मी हेडचर्टर में तैनात थे, उन्हें जल्द ही जंगी मोर्चे पर भेजा जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक जंग के मैदान में शामिल करने के लिए अधिकारियों की कमी है. कई पद भी खाली हैं. आर्मी के इस फैसले से तकरीबन 230 अधिकारी मोर्चे पर दुश्मनों से लोहा ले सकते हैं. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव को देखते हुए आर्मी हेडचर्टर में तैनात अधिकारियों को जंग के मैदान में भेजा जा सकता है.
गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफीले पर हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारतीय वायुसेना ने हमले के कुछ दिन बाद ही पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया था. इस हमले में काफी आतंकियों के मारे जाने की खबर थी. इस हमले के बाद से पाकिस्तान एलओसी पर बिना उकसावे के गोलीबारी कर रहा है.
पहले से चल रही थी तैयारी
बताया जाता है कि आर्मी अफसरों को जंग के मोर्चे पर भेजने का फैसला तुरंत का नहीं है. आर्मी पिछले काफी समय से इस पर स्टडी कर रही है. सीमा पर जवानों को और अधिक जुझारू बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट में आज अहम सुनवाई, मध्यस्थता पर हो सकता है फैसला!
Posted Date : 08-Mar-2019 12:57:31 pm

सुप्रीम कोर्ट में आज अहम सुनवाई, मध्यस्थता पर हो सकता है फैसला!

0-अयोध्या विवाद
नईदिल्ली,08 मार्च । अयोध्या विवाद में मध्यस्थता के मुद्दे पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना सकता है. इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय बेंच ने सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद मध्यस्थता के लिए नाम सुझाने को कहा था. सुनवाई के दौरान जस्टिस बोबडे ने कहा है कि इस मामले में मध्यस्थता के लिए एक पैनल का गठन होना चाहिए.
हिंदू महासभा मध्यस्थता के खिलाफ है. वहीं निर्मोही अखाड़ा और मुस्लिम पक्ष मध्यस्थता के लिए राजी है. मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ही तय करे कि बातचीत कैसे हो?
अभी तक अयोध्या मामले में 90,000 पन्नों की गवाही इक_ी की गई है. ये 90,000 पन्नें अलग-अलग भाषाओं में है जिसमें अरबी, संस्कृत, फ़ारसी जैसी भाषाओं में ये गवाही है. इसे इंग्लिश में ट्रांसलेट करके सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया है.
इससे पहले 26 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह अगली सुनवाई में यह फैसला करेंगे कि इस मामले को मध्यस्थता के लिए भेजा जाए या नहीं. सरकार ने रिट पिटीशन दायर कर विवादित जमीन को छोडक़र बाकी जमीन यथास्थिति हटाने की मांग की है. उन्होंने इसे रामजन्म भूमि न्यास को लौटाने को कहा है. सरकार ने कोर्ट से कहा है कि विवाद सिर्फ 0.313 एकड़ जमीन पर ही है. बाकी जमीन पर कोई विवाद नहीं है, लिहाजा इस पर यथास्थिति बरकरार रखने की जरूरत नहीं है.
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जमीन सहित 67 एकड़ जमीन पर यथास्थिति बनाने को कहा था. लेकिन, केंद्र के इस स्टैंड के बाद अयोध्या में विवादित स्थल का मामला सिर्फ 0.313 एकड़ भूमि तक ही अटक कर रह गया है.
दरअसल, 1993 में केंद्र सरकार ने अयोध्या अधिग्रहण एक्ट के तहत विवादित स्थल समेत आस-पास की करीब 67 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था. सुप्रीम कोर्ट ने इसी पर यथास्थिति बनाए रखने की बात कही थी. इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट की नई बेंच मंगलवार को सुनवाई करने वाली थी, लेकिन जस्टिस एसए बोबडे के छुट्टी पर जाने के कारण सुनवाई टल गई थी.

ट्रंप के चुनाव प्रचार के प्रमुख रहे मैनफोर्ट को 47 महीने की जेल
Posted Date : 08-Mar-2019 12:55:36 pm

ट्रंप के चुनाव प्रचार के प्रमुख रहे मैनफोर्ट को 47 महीने की जेल

अलेक्जेंड्रिया,08 मार्च । अमेरिका की एक अदालत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रचार अभियान के पूर्व अध्यक्ष पॉल मैनफोर्ट को बैंक और कर धोखाधड़ी के लिए करीब चार साल की सजा सुनायी है। न्यायाधीश टी एस एलिस ने गुरुवार को वर्जिनिया के अलेक्जेड्रिया में मामले की सुनवाई के दौरान मैनफोर्ट(69)को 47 महीने की सजा सुनाई।
समाचार पत्र गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार न्यायाधीश एलिस ने मैनफोर्ट को 5०० डॉलर जुर्माना भरने का भी आदेश दिया। मैनफोर्ट को व्हीलचेयर पर अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने गत अगस्त में मैनफोर्ट को कर धोखाधड़ी के पांच मामलों, बैंक धोखाधड़ी के दो मामलों और विदेशी बैंक खातों का खुलासा करने में विफल रहने के एक मामले में दोषी पाया था।

पत्नी की बात न सुनने के लिए पति ने 62 साल तक किया गुंगे-बहरे होने का नाटक
Posted Date : 08-Mar-2019 12:54:18 pm

पत्नी की बात न सुनने के लिए पति ने 62 साल तक किया गुंगे-बहरे होने का नाटक

न्यूयॉर्क ,08 मार्च । संयुक्त राज्य अमेरिका में 62 साल की शादी में एक पत्नी ने पाया कि उसका पति गूंगा और बहरा नहीं है। तलाक के कागजात के अनुसार, 84 वर्षीय बैरी डॉसन ने अपनी 80 वर्षीय पत्नी डोरोथी के सामने कभी भी एक भी शब्द नहीं बोला, दशकों तक वे साथ रहते थे। यह मामला कनेक्टिकट में वाटरबरी का है। पत्नी डेरोथी के अनुसार उन्होंने अपने पति के साथ संवाद करने में सक्षम होने के लिए सांकेतिक भाषा सीखी लेकिन वह भी उनके काम नहीं आई। वह बताती है कि मुझे सांकेतिक भाषा सीखने में पूरे दो साल लगे। डेरोशी ने बताया पति के गूंगे-बहरे होने का खुलासा तब हुआ जब मैंने अपने पति का यूटयूब पर एक वीडियो देखा जिसमें वह एक बार में गाना गा रहे थे। उन्होंने बताया, यह उसी रात का वीडियो था जब वह घर पर यह बता कर गया था कि वह एक चैरिटी की मीटिंग में जा रहा है। 
बैरी डॉसन के वकील राबर्ट सैनचिज का कहना है कि वह मानते है कि उनके क्लाइंट ने बहरे होने का नाटक किया लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी की परेशान करनी वाली बातों से बचने के लिए ऐसा किया। उन्होंने कहा कि बैरी डॉसन का मकसद अपनी पत्नी को धोखा देना नहीं था और शायद यही वजह थी कि उनकी शादी 62 साल तक चल पाई। वकील ने कहा कि मेरा क्लाइंट बेहद शात स्वभाव का है। जबकि दूसरी ओर उसकी पत्नी बहुत ज्यादा बातचीत करने वाली महिला है। अगर वह बेहरा होने का नाटक नहीं करता तो उनकी शादी 60 साल पहले ही टूट चुकी होती। दोनो पक्ष गत दिवस अदालत में पेश हुए जिसमें पत्नी ने अपने पति से मुआवजे की मांग की है।