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जनरल कोटा मामले को संविधान पीठ में भेजने पर 28 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
Posted Date : 11-Mar-2019 10:50:16 am

जनरल कोटा मामले को संविधान पीठ में भेजने पर 28 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

नई दिल्ली ,11 मार्च । उच्चतम न्यायालय ने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़ों को 10 फीसदी आरक्षण दिये जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर अंतरिम रोक लगाने से सोमवार को इन्कार कर दिया। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि वह इस संबंध में कोई अंतरिम आदेश जारी नहीं करेगी।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता तहसीन पुनावाला की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने पीठ के समक्ष दलील दी कि इस मामले को संविधान पीठ के समक्ष भेजा जाना चाहिए, क्योंकि इसमें संविधान के मूल ढांचे का प्रश्न उठता है। इस पर न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा कि वह इस मामले के संविधान पीठ के सुपुर्द किये या नहीं किये जाने से जुड़े बिन्दुओं पर अगली सुनवाई को विचार करेंगे। अगली सुनवाई 28 मार्च को होगी। 
न्यायालय सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने के केन्द्र के निर्णय को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा है। शीर्ष अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया था। 
याचिकाकर्ता का कहना है कि इस फैसले से इंदिरा साहनी मामले में शीर्ष अदालत की संविधान पीठ के 50 फीसदी आरक्षण की अधिकतम सीमा का उल्लंघन होता है। इससे पहले इसी मामले में पुनावाला, यूथ फ़ॉर इच्ेलिटी, जीवन कुमार, विपिन कुमार और पवन कुमार आदि की याचिकाओं पर न्यायालय नोटिस जारी कर चुका है। अब सभी याचिकाओं पर न्यायालय एक साथ सुनवाई करेगा।

राष्ट्रपति कोविंद ने 56 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से किया सम्मानित
Posted Date : 11-Mar-2019 10:49:29 am

राष्ट्रपति कोविंद ने 56 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से किया सम्मानित

नई दिल्ली ,11 मार्च । राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्ष पद्म पुरस्कार 2019 के लिए चुने गए 112 में से 56 हस्तियों को आज पुरस्कृति किया। राष्ट्रपति कोविंद ने नई दिल्ली में पूर्व विदेश सचिव सुब्रह्मण्यम जयशंकर, टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल तथा शतरंज ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया। इनके अलावा महाराष्ट्र से रंगमंच से जुड़े बाबासाहेब पुरंदरे उर्फ बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे (पद्म विभूषण), बिहार से बीजेपी नेता हुकुमदेव नारायण यादव (पद्म भूषण), सिस्को सिस्टम्स के पूर्व सीईओ जॉन चैंबर्स, जानेमाने डांसर एवं फिल्म निर्माता प्रभु देवा (पद्म श्री) को भी सम्मानित किया गया।
गायक-संगीतकार शंकर महादेवन, पहलवान बजरंग पूनिया तथा परकशनिस्ट आनंदन शिवमणि को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया। इसके साथ ही सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा तथा हुक्मदेव नारायण यादव को देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। इसके आलावा खान (मरणोपरांत) को पद्मश्री और ढींढसा एवं नैयर (मरणोपरांत) को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
महाराष्ट्र से रंगमंच से जुड़े बाबासाहेब पुरंदरे उर्फ बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे (पद्म विभूषण), बिहार के नेता हुकुमदेव नारायण यादव (पद्म भूषण), सिस्को सिस्टम्स के पूर्व सीईओ जॉन चैंबर्स, जानेमाने डांसर एवं फिल्म निर्माता प्रभु देवा (पद्म श्री) को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहीं। बता दें, पद्म पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर की गई थी और बाकी को ये सम्मान 16 मार्च को आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदान किए जाने की उम्मीद है।

चार्जशीट में जल्दबाजी क्यों? मागीं घटना की वीडियो
Posted Date : 11-Mar-2019 10:48:48 am

चार्जशीट में जल्दबाजी क्यों? मागीं घटना की वीडियो

0-जेएनयू देशद्रोह मामले पर कोर्ट ने पूछा
नईदिल्ली ,11 मार्च । जेएनयू देशद्रोह मामले में दिल्ली की पटियाल कोर्ट से एक बार फिर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई गई है. कोर्ट ने पुलिस से सवाल किया है कि अगर चार्जशीट दायर करने के लिए दिल्ली सरकार से इजाज़त ही नहीं ली गई थी तो इसके लिए इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई गई ? उधर दिल्ली सरकार ने कहा है कि चार्जशीट वाली फ़ाइल प्रोसेस में है और अभी इस पर निर्णय लेने में 2 महीने लग जाएंगे. कोर्ट ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि जिस वीडियो के आधार पर दोषी बनाया गया है पहले उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाए. इस मामले में अगली सुनवाई 29 मार्च को होगी.
कोर्ट भी देखेगी वीडियो
बता दें कि पिछली सुनवाई में भी कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को केजरीवाल सरकार की अनुमित लिए बिना चार्जशीट पेश करने के लिए फटकार लगाई थी और 6 फरवरी तक सरकार की अनुमति लेकर आने को कहा था. इस बार कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि पहले हम वीडियो देखेंगे उसके बाद फैसला करेंगे. जज ने साफ़ कहा कि पहले वीडियो सबूत मैं देखूंगा फिर कोई फैसला होगा. बता दें कि केस के जांच अधिकारी तबियत खराब होने की वजह से कोर्ट में मौजूद नही थे.
क्या है मामला ?
बता दें कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 9 फरवरी 2016 को भारत विरोधी नारे लगाने के मामले में स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमीत आनंद की कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी. इस चार्जशीट में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान के अलावा सात कश्मीरियों को भी देशद्रोह का आरोपी बनाया गया है.
इन सभी कश्मीरी छात्रों से भी पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन इन्हें बिना गिरफ्तारी के चार्जशीट किया गया है. इनके खिलाफ चार्जशीट में 124ए (देशद्रोह), 323, 465, 471, 143, 149, 147, 120क्च जैसी धाराएं लगाई गई हैं. स्पेशल सेल ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अभियोजन से भी बातचीत की है. मामले में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं और जेएनयू के सुरक्षाकर्मियों को गवाह बनाया गया है.
मिल रही जानकारी के मुताबिक उमर खालिद के खिलाफ धोखाधड़ी का भी मामला दर्ज किया गया है. इनके अलावा 36 लोग ऐसे थे, जिन्हें जांच के दायरे में रखा गया था. इनमें यूनिवर्सिटी के छात्र और सुरक्षाकर्मी शामिल थे, हालांकि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. चार्जशीट में कश्मीरी छात्रों को भी आरोपी बनाया गया है जिनके नाम आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईस रसूल, बशरत अली, और खलिद बशीर भट हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक अध्यादेश को चुनौती देने वाली याचिका की खारिज
Posted Date : 11-Mar-2019 10:47:27 am

सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक अध्यादेश को चुनौती देने वाली याचिका की खारिज

नईदिल्ली ,11 मार्च । सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक अध्यादेश को चुनौती देने वाले याचिका को खारिज किया. एडवोकेट दीपक कंसल ने इसे चुनौती दी थी. बता दें कि अगस्त 2017 में सुप्रीम कोर्ट के तीन तलाक़ को अवैध करार देने के बाद से ही ये मुद्दा गरम रहा है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए मुस्लिम महिलाएं (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) विधेयक, 2017 लेकर आई थी. ये विधेयक लोकसभा में तो पारित हो गया लेकिन राज्यसभा में अटक गया. विपक्ष ने तीन तलाक पर कुछ संशोधनों की मांग की थी जिसे लेकर दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई.
इसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि इस विधेयक को दिसंबर में आने वाले शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना था लेकिन उससे पहले ही सरकार इस मामले में अध्यादेश लेकर आ गई. इसी अध्यादेश को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया.
प्रस्तावित कानून के दुरुपयोग के डर को कम करने के लिए सरकार ने इसमें कुछ निश्चित सुरक्षा उपायों के लिए मुकदमे से पहले आरोपी की जमानत के प्रावधान को इसमें जोड़ा गया.

टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने मीरवाइज और गिलानी को किया तलब
Posted Date : 11-Mar-2019 10:46:49 am

टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने मीरवाइज और गिलानी को किया तलब

0-आज हो रही है पूछताछ
नईदिल्ली ,11 मार्च । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग मामले में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक और पाकिस्तानी समर्थक अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी को पूछताछ के लिए आज तलब किया है. इन दोनों से आज दिल्ली में एनआईए के हेडच्ॉर्टर में पूछताछ हो रही है.
एनआईए ने 26 फरवरी को आतंकियों की फंडिंग से जुड़े मामले में मीरवाइज समेत कई अलगाववादी नेताओं के यहां छापेमारी की थी. एनआईए की टीम ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मीरवाइज, नसीम गिलानी और तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष अशरफ सहराई समेत कुछ अलगाववादी नेताओं के घरों पर तलाशी ली थी. तलाशी के दौरान कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद किए गए थे.
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेता यासीन मलिक, शबीर शाह, जफर भट और मसरत आलम के घरों पर भी तलाशी ली गयी. मीरवाइज और सहराई को छोडक़र बाकी सभी नेताओं को कुछ समय के लिए जेल भेज दिया गया था.

त्राल मुठभेड़ में मारा गया पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड मुदस्सिर?
Posted Date : 11-Mar-2019 10:45:20 am

त्राल मुठभेड़ में मारा गया पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड मुदस्सिर?

0-सेना को मिली बड़ी कामयाबी
श्रीनगर ,11 मार्च । दक्षिण कश्मीर में स्थित पुलवामा जिले के त्राल में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया है. खबर है कि इन मृतकों में जैश कमांडर मुदस्सिर भी शामिल है. बताया जा रहा है कि मुदस्सिर पुलवामा हमले की साजिश रचने वाले आतंकियों में से एक था. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के लिए मुदस्सिर ने ही आईडी प्लांट किया था.
24 साल का मुदस्सिर एक साल पहले ही जैश में शामिल हुआ था. इससे पहले वह जैश का ओवरग्राउंड वर्कर था. जांच एजेंसियों की मानें तो मुदस्सिर ने आतंकी कामरान के साथ मिलकर पुलवामा हमले के लिए एक आईडी किट बनाई थी. ये किट खास तरह से गाड़ी के ज़रिए आत्मघाती हमला करने के लिए बनाई गई थी. सुरक्षाबलों ने कामरान को पुलवामा हमले के तुरंत बाद ही मार गिराया था.
इसके अलावा सुरक्षाबलों ने रविवार रात से चल रही मुठभेड़ में जैश के एक अन्य आतंकी सज्जाद को मार गिराया है. आरोप है कि सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के लिए सज्जाद ने गाड़ी खरीदने में मदद की थी और फिर वही गाड़ी को हमले की जगह लेकर आया था. इसके अलावा इस मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकी को भी मार गिराया गया है. जम्मू-कश्मीर में आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा और सबसे सफल ऑपरेशन है.
बता दें कि इलाके में आतंकियों के छिपे होने की खुफिया सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने रविवार देर शाम सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद मिला है.
बता दें मुदस्सिर पुलवामा से ग्रेजुएशन और इलेक्ट्रीशियन का डिप्लोमा कर चुका है. वह 2017 में अजहर मसूद के आतंकी संगठन जैश से जुड़ा था. 14 फरवरी को हमले से पहले वह लगातार फिदायीन आदिल अहमद डार के संपर्क में था. माना जाता है कि फरवरी 2018 में आर्मी कैंप पर हुए हमले में भी मुद्दसिर शामिल था.