नईदिल्ली,14 मार्च । सेना को बड़े रूप में प्रोत्साहित करते हुए रक्षा अनुसंधान तथा विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आज राजस्थान के रेगिस्तान रेंज में दूसरी बार देश में विकसित कम वजन का फायर एंड फॉरगेट मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपीएटीजीएम) का सफल परीक्षण किया। एमपीएटीजीएम में एकीकृत वैमानिकी व्यवस्था के साथ अत्याधुनिक इमेजिंग इंफ्रारेड रडार (आईआईआर) साधक है। पहला परीक्षण 13 मार्च, 2019 को किया गया था। दोनों मिशनों में मिसाइलों ने विभिन्न रेंजों पर निर्धारित लक्ष्यों पर निशाना साधा। मिशन के सारे उद्देश्य पूरे कर लिए गए हैं।
नईदिल्ली,14 मार्च । मीडिया के एक वर्ग में यह खबर आई है कि केरल के मालापुरम के एक सात वर्ष का बच्चा वेस्ट नील वायरस (डब्ल्यूएनवी) से पीडि़त है। वेस्ट नील वायरस मच्छर जनित बीमारी है और यह बीमारी अधिकतर द्विपीय संयुक्त राज्य अमेरिका में पाई जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव सुप्रीति सूदन के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इस बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन में केरल को सभी तरह का समर्थन देने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव ने केरल के अपर मुख्य सचिव राजीव सदानंदन के साथ स्थिति की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय बीमारी नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) से एक बहुविषयी केंद्रीय दल रवाना किया है। इस दल में आर.एच.ओ.त्रिवेन्द्रम, डॉ. रुचि जैन, एनसीडीसी के सहायक निदेशक डॉ. सुनित कौर,एनसीडीसी कालीकट के एन्टोमोलॉजिस्ट डॉ. ई.राजेन्द्रन तथा एनसीडीसी के ईआईएस अधिकारी डॉ. विनय बसु शामिल हैं। केंद्रीय दल बीमारी प्रबंधन में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों को समर्थन देगा।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को भी सतर्क किया गया है और केंद्र तथा राज्य स्तर पर निगरानी रखी जा रही है। देश के अन्य भागों में इस वायरस के फैलने के बारे में की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
नईदिल्ली,14 मार्च । राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर श्री राम नाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में अद्भुत वीरता, अदम्य साहस और कर्तव्य परायणता का प्रदर्शन करने के वाले सशस्त्र बलों के कर्मियों को 3 कीर्ति चक्र, 15 शौर्य चक्र प्रदान किए। इनमें 2 कीर्ति चक्र और एक शौर्य चक्र मरणोपरांत प्रदान किए गए हैं।
राष्ट्रपति ने विशिष्ट सेवाओं के लिए सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारियों को 15 परम विशिष्ट सेवा पदक, एक उत्तम युद्ध सेवा पदक और 25 अति विशिष्ट सेवा पदक भी प्रदान किए।
नई दिल्ली,14 मार्च । पुलवामा आतंकी हमले के ठीक एक महीने बाद भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों ने करतारपुर साहिब गलियारे के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए गुरुवार को यहां मुलाकात की। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद दोनों पक्षों के बीच बढ़े तनाव के बाद दोनों पक्षों के बीच पहली बार मुलाकात हो रही है। गुरुवार को हो रही ये अहम बैठक अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारतीय क्षेत्र में हो रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में दोनों देश एक समझौते का मसौदा तैयार कर सकते हैं। भारत सितंबर तक डेरा बाबा नानक में 190 करोड़ की लागत से यात्री टर्मिनल का निर्माण करेगा, जो 15 हजार तीर्थयात्रियों के लिए होगा।
बता दें कि भारत ने बैठक इस बैठक से ठीक पहले पाकिस्तान को साफ कह दिया है कि इसमें दोनों देशों के रिश्तों को लेकर कोई बातचीतन नहीं होगी। बैठक केवल करतारपुर कॉरिडोर को लेकर होगी। इससे पहले भारत ने पाकिस्तानी पत्रकारों को वीजा देने से इनकार कर दिया। इसको लेकर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने ट्वीटर पर कहा, अफसोस है कि भारत ने करतारपुर बैठक के लिए पाकिस्तानी पत्रकारों को वीजा नहीं दिया है। भारत सरकार के सूत्रों ने इस पर कहा कि यह कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं है, जिसे प्रचार की जरूरत हो।
नईदिल्ली,14 मार्च । राजधानी के पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में एक प्रेस में छापी जा रही, एनसीआईटी की 25,000 से अधिक नकली किताबें जब्त की गई हैं । अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार को सूचना के आधार पर एनसीईआरटी की टीम के साथ पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में एक प्रेस में छापा मारा। उन्होंने बताया कि छापे के दौरान एनसीईआरटी की 25,000 से अधिक नकली किताबें, एनसीईआरटी के वाटर मार्क वाले रील पेपर, सादे पेपर बड़ी संख्या में पाए गए। हिंदी, गणित, अंग्रेजी, रसायन विज्ञान और अर्थशास्त्र विषयों की ये किताबें बड़ी कक्षाओं की थीं और करीब एक साल से यहां छापी जा रही थीं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 30 से 35 व्यक्ति ‘नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग’ की किताबें छाप रहे थे। आरोपियों के खिलाफ कॉपीराइट अधिनियम का उल्लंघन करने और एनसी
0-मसूद की ढाल बने चीन को संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों की चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र,14 मार्च । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के फ्रांस तथा अमेरिका के प्रयासों और भारत के कूटनीतिक पहलों पर चीन ने बुधवार को एक बार फिर से अड़ंगा लगा दिया है। यह चौथी बार है जब चीन ने पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद(जेईएम) के सरगना मसूद अजहर के मामले में यह रूख अपनाया है। मसूद ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी।
चीन के इस कदम के बाद सुरक्षा परिषद के जिम्मेदार सदस्यों ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि वह अपनी इस नीति पर ही कायम रहता है तो भी अन्य कार्रवाइयों पर विचार किया जा सकता है। सुरक्षा परिषद के एक डिप्लोमैट ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा, यदि चीन इस प्रस्ताव को रोकने की नीति जारी रखता है तो अन्य जिम्मेदार सदस्य सुरक्षा परिषद में अन्य ऐक्शन लेने पर मजबूर हो सकते हैं। ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि समय सीमा से ठीक पहले चीन ने प्रस्ताव पर तकनीकी अड़ंगा लगा दिया। सूत्रों के अनुसार चीन पर विश्व स्तर पर और विशेष रूप से अमेरिका की ओर से काफी दबाव बनाया गया। चीन की ओर से प्रस्ताव पर कहा गया कि प्रस्ताव की जांच करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता है। चीन की ओर से अंतिम समय में उठाया गया यह कदम चौंकाने वाला नहीं था क्योंकि बुधवार अपराह्न चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने एक अस्पष्ट बयान दिया था जिसमें मसूद अजहर पर प्रतिबंध से फिर से बाहर करने की ओर इशारा किया गया था।
बता दें जेईएम सरगना मसूद अजहर के खिलाफ प्रस्ताव फ्रांस द्वारा लाया गया था और अमेरिका तथा ब्रिटेन की ओर से इसका समर्थन किया गया था। इसके अलावा इस कदम को कई अन्य देशों द्वारा प्रोत्साहित किया गया था। भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, हम इस कदम से निराश हैं। इससे 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमला करने वाले आतंकी संगठन के सरगना को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित नहीं किया जा सका।
विदेश मंत्रालय ने कहा, हम सदस्य राष्ट्रों की ओर से किये गये प्रयासों के लिए आभारी हैं जो मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा। हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी रास्ते अपनाएंगे कि आतंकवादी सरगना जो जघन्य हमलों में शामिल है उसे न्याय के दायरे में लाया जाए।