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पीएम आवास के तहत मिलेंगे 2 करोड़ घर, आयुष्मान योजना का भी बढ़ाया दायरा
Posted Date : 02-Feb-2024 4:40:19 am

पीएम आवास के तहत मिलेंगे 2 करोड़ घर, आयुष्मान योजना का भी बढ़ाया दायरा

नई दिल्ली । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में वित्तीय वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश कर रही हैं। उन्होंने बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार का दृष्टिकोण सबका साथ, सबका वश्विास है और इसके अनुरूप सरकार काम कर रही है। सीतारमण का वित्त मंत्री के रूप में यह छठा बजट है। वित्त मंत्री ने कहा कि सामाजिक कल्याण के लिए सरकार ने सर्वांगीण, सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी नीति और कार्यक्रम लागू किए। उन्होंने कहा कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत जनधन खातों के जरिये 34 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इससे 2.7 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई, जिससे कल्याणकारी योजनाओं के लिए पैसे की व्यवस्था हो पाई। वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के तहत तीन करोड़ घर मुहैया कराए गए, दो करोड़ नए घर भी परिवारों को दिए जाएंगे।
मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट में आयुष्मान योजना का दायरा बढ़ाने का ऐलान किया है। लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आयुष्मान योजना में अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और ्रस्॥्र कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा जाएगा। उन्हें भी मुफ्त इलाज की इस सुविधा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश के मेडिकल कॉलेजों में भी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। बता दें कि आयुष्मान योजना के तहत परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है।

 

2024-25 के अंतरिम बजट में 4.7 प्रतिशत बढ़कर 6.21 लाख करोड़ रुपए हुआ रक्षा बजट
Posted Date : 02-Feb-2024 4:39:46 am

2024-25 के अंतरिम बजट में 4.7 प्रतिशत बढ़कर 6.21 लाख करोड़ रुपए हुआ रक्षा बजट

नई दिल्ली  | सरकार ने गुरुवार को 2024-25 के अंतरिम बजट में रक्षा बजट बढ़ाकर 6.21 लाख करोड़ रुपये कर दिया, जो पिछले वित्त वर्ष के 5.94 लाख करोड़ रुपये के आवंटन से 4.72 प्रतिशत अधिक है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गुरुवार को संसद में पेश बजट में 13 प्रतिशत से अधिक का आवंटन रक्षा मंत्रालय को किया गया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, बढ़े हुए बजटीय आवंटन से सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक, विशिष्ट प्रौद्योगिकी वाले घातक हथियारों, लड़ाकू विमानों, जहाजों, प्लेटफार्मों, मानव रहित हवाई वाहनों, ड्रोन और विशेषज्ञ वाहनों सहित अन्य से लैस करने में सुविधा होगी।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि मौजूदा सुखोई-30 बेड़े के नियोजित आधुनिकीकरण के साथ-साथ विमानों की अतिरिक्त खरीद, मौजूदा मिग-29 के लिए उन्नत इंजनों का अधिग्रहण, परिवहन विमान सी-295 और मिसाइल प्रणालियों के अधिग्रहण को आवंटित बजट से वित्त पोषित किया जाएगा।
इसके अलावा, मेक इन इंडिया की पहल को आगे बढ़ाने के लिए, घरेलू उत्पादन में अत्याधुनिक तकनीक सुनिश्चित करने के लिए एलसीए एमके-1 आईओसी/एफओसी कॉन्फिग़रेशन को अतिरिक्त रूप से वित्त पोषित किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा, भारतीय नौसेना की परियोजनाएं जैसे जहाज पर उतरने वाले लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों, अगली पीढ़ी के सर्वेक्षण जहाजों आदि की खरीद इस आवंटन के माध्यम से पूरी की जाएगी।
मंत्रालय ने कहा कि आवंटन का बड़ा हिस्सा देश को घरेलू स्तर पर निर्मित अगली पीढ़ी की हथियार प्रणाली प्रदान करने के लिए घरेलू स्रोतों के माध्यम से खरीद के लिए उपयोग किया जाएगा, जिसका जीडीपी पर कई गुना प्रभाव पड़ेगा, रोजगार पैदा होंगे, पूंजी निर्माण सुनिश्चित होगा और घरेलू अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए रक्षा के लिए बजटीय आवंटन वित्त वर्ष 2022-23 के आवंटन से लगभग एक लाख करोड़ (18.35 प्रतिशत) अधिक है और वित्त वर्ष 23-24 के आवंटन से 4.72 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय के कुल आवंटन में से, 27.67 प्रतिशत का एक बड़ा हिस्सा पूंजीगत व्यय के लिए इस्तेमाल होता है, 14.82 प्रतिशत नियमित कार्यों और परिचालन तैयारियों पर राजस्व व्यय के लिए, 30.68 प्रतिशत वेतन और भत्ते के लिए, 22.72 प्रतिशत पेंशन के लिए और 4.11 प्रतिशत नागरिक संगठनों के लिए जाता है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए रक्षा में पूंजीगत व्यय के लिए बजटीय आवंटन 1.72 लाख करोड़ रुपये है जो वित्त वर्ष 22-23 के वास्तविक व्यय से 20.33 प्रतिशत अधिक है और वित्त वर्ष 23-24 के संशोधित आवंटन से 9.40 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय ने कहा कि यह आवंटन तीनों सेनाओं की दीर्घकालिक एकीकृत परिप्रेक्ष्य योजना (एलटीआईपीपी) के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य वित्त वर्ष 2024-25 में कुछ बड़े अधिग्रहणों को मूर्त रूप देकर सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के माध्यम से महत्वपूर्ण क्षमता अंतराल को भरना है।

 

मौसम विभाग की चेतावनी : उत्तर पश्चिम भारत में अगले 24 घंटों तक बारिश का दौर जारी रहेगा
Posted Date : 02-Feb-2024 4:38:51 am

मौसम विभाग की चेतावनी : उत्तर पश्चिम भारत में अगले 24 घंटों तक बारिश का दौर जारी रहेगा

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। उसके बाद शनिवार और 5 फरवरी को यह क्षेत्र बारिश से प्रभावित हो सकता है।
आईएमडी के अनुसार, मध्य क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ लगभग 72 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में उत्तर पश्चिम राजस्थान और निचले क्षोभमंडल स्तर में एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के साथ चल रहा है।
आईएमडी ने अपने दैनिक बुलेटिन में कहा, शनिवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है।
5 फरवरी तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की/मध्यम से लेकर व्यापक वर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश/बर्फबारी होने की संभावना है। पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली में हल्की/मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा हो सकती है और गुरुवार को उत्तर प्रदेश तथा पूर्वी राजस्थान में छिटपुट से लेकर हल्की वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा, शनिवार और रविवार को उपरोक्त क्षेत्रों में हल्की/मध्यम छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और शनिवार को पश्चिमी राजस्थान तथा रविवार को पूर्वी राजस्थान में छिटपुट ओलावृष्टि होने की भी संभावना है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, शनिवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज और ठंडी हवाएं चलने की संभावना है।
अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की/मध्यम बारिश/बर्फबारी होने की संभावना है। शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में छिटपुट बारिश होने की संभावना है।

 

बेटी बनी आईएएस तो हेलीकॉप्टर से की आईपीएस दामाद के साथ विदाई, दोनों यूपी में हैं तैनात
Posted Date : 02-Feb-2024 4:38:38 am

बेटी बनी आईएएस तो हेलीकॉप्टर से की आईपीएस दामाद के साथ विदाई, दोनों यूपी में हैं तैनात

भरतपुर। भरतपुर के रहने वाले एक पिता का सपना था की, जब मेरी बेटी आईएएस बन जाएगी तो, वह उसकी शादी कर विदाई हेलीकॉप्टर से करेंगे। गुरुवार को पिता का सपना पूरा हुआ। पिता ने धूमधाम से अपनी बेटी की शादी आईपीएस दामाद के साथ की, जिसके बाद शहर के कॉलेज ग्राउंड से बेटी और दामाद को हेलीकॉप्टर से विदा किया।आज पूरा हुआ पिता का सपना धौरमुई के रहने वाले अमर सिंह ने बताया की, उन्होंने सपना देखा था की, जब उनकी बेटी ढ्ढ्रस् बन जाएगी तो, वह उसकी विदाई हेलीकॉप्टर से करेंगे। आज वह अपना सपना पूरा कर रहे हैं। अमर सिंह की बेटी अप्रजिता भरतपुर के एक निजी होटल में की, और विदाई हेलीकॉप्टर से की, अमर सिंह और उनकी पत्नी नीतन सिनसिनवार पेशे से डॉक्टर हैं।माता पिता भी डॉक्टरधौरमुई की रहने वाली अप्रजिता के पिता डॉ. अमर सिंह और माता डॉ नीतन सिंह दोनों ही सरकारी अस्पताल में डॉक्टर थे, लेकिन सेवानिवृत्ति लेकर दोनों ने अपना खुद का अस्पताल शुरू किया। उनकी बेटी डॉ. अप्रजिता ने साल 2011 में नीट की परीक्षा पास की, और साल 2017 में हरियाणा के रोहतक से एमबीबीएस पूरी कर ली, लेकिन अप्रजिता आईएएस बनना चाहती थी। इसलिए उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी की और वर्ष 2019 में वह आईएएस बन गई।हेलीकॉप्टर से हुई ढ्ढ्रस् और ढ्ढक्कस् की विदाईवह तीन साल आंध्र प्रदेश कैडर में रहने बाद उत्तर प्रदेश कैडर में आ गई। फिलहाल वह उत्तर प्रदेश के चंदौली में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं। अप्रजिता की शादी देवेंद्र कुमार के साथ हुई है। जो चूरू जिले के खसौली गांव के रहने वाले हैं। देवेंद्र कुमार का सिविल सेवा परीक्षा 2021 में चयन हुआ। वह आईपीएस बने जो फिलहाल उत्तर प्रदेश के बनारस में अंडर ट्रेनी आईपीएस लगे हैं। दोनों की शादी विगत रात भरतपुर की एक निजी होटल में संपन्न हुई और उसके बाद आज कॉलेज ग्राउंड से नवदम्पत्ति हेलीकॉप्टर से रवाना हुआ।

 

ज्ञानवापी के तहखाने में 31 साल बाद जले दीप, देर रात 2 बजे हुई पूजा-अर्चना
Posted Date : 02-Feb-2024 4:37:28 am

ज्ञानवापी के तहखाने में 31 साल बाद जले दीप, देर रात 2 बजे हुई पूजा-अर्चना

वाराणसी । वाराणसी कोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका पर ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा-पाठ करने का अधिकार दे दिया है। जिसके बाद आज ज्ञानवापी परिसर में आखिरकार 31 साल बाद पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। जिला अदालत के फैसले के बाद ज्ञानवापी के उस व्यास तहखाने में आधी रात को 2 बजे पूजा हुई। विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा और अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ ने व्यास जी के तहखाने में पूजा कराई। वहीं आज सुबह काफी संख्या में लोग पूजा के लिए ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पहुंचे हैं। इस मामले में डीएम ने कहा कि जिला कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया गया है।
बता दें कि कोर्ट का आदेश आने के बाद रातोरात तहखाने से बैरिकेडिंग हटा दी गई थीं। इसके बाद तडक़े ही पूजा के लिए लोग जुटने लगे। पूजा की शुरुआत कड़े प्रशासनिक सुरक्षा घेरे में शुरू हुई है। भारी फोर्स की मौजूदगी में श्रद्धालु व्यास तहखाने की ओर जा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड की तरफ से पूजा करवाई जा रही। दरअसल, वाराणसी कोर्ट के जज अजय कृष्ण विश्वेश ने बुधवार को ज्ञानवापी परिसर में मौजूद तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने का फैसला सुनाया था। उन्होंने जिला प्रशासन को 7 दिन के अंदर व्यवस्था कराने का आदेश दिया था। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और महज कुछ ही घंटे में बैरिकेडिंग आदि खोलकर व्यास तहखाने में पूजा की व्यवस्था करा दी गई।
कोर्ट के फैसले के 9 घंटे बाद ही लोहे के बाड़ हटा दिए गए और देर रात पूजा की शुरुआत भी कर दी गई। गुरुवार रात 12:00 बजे भारी प्रशासन की मौजूदगी में विश्वनाथ मंदिर की तरफ से, जहां बड़े नंदी विराजमान हैं उनके ठीक सामने बैरिकेडिंग को खोलकर तहखाना पर जाने का रास्ता बनाया गया। सर्वे के दौरान जो मूर्तियां वहां मिली थीं उसे रखकर देर रात तक पूजा-पाठ कराया गया। आरती की गई और भोग और प्रसाद भी वितरित किए गए। आज से व्यास जी के तहखाना में शयन आरती, मंगल आरती सहित पूजा-पाठ की सभी विधियां वहां मौजूद देवी-देवताओं के विग्रह के सामने पूरी की जाएंगी। प्रशासन ने देर रात तहखाना के भीतर के पूजा आदि की व्यवस्था को काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंप दिया।
गौरतलब है कि महज 9 से 10 घंटे के भीतर ही ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास तहखाने को खोलकर उसमें पूजा-पाठ करने के जिला जज के आदेश का अनुपालन स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मिलकर करा दिया। कोर्ट के इस आदेश का कंप्लायंस आधी रात को करने के बाद इसकी जानकारी खुद वाराणसी के जिला अधिकारी जो कोर्ट के आदेश पर ही ज्ञानवापी के व्यास तहखाने के रिसीवर बनाए गए हैं के द्वारा साझा की गई।

 

रामभक्तों के लिए गुड न्यूज , अयोध्या के लिए इन आठ शहरों से शुरू हुई सीधी उड़ान सेवा
Posted Date : 02-Feb-2024 4:37:08 am

रामभक्तों के लिए गुड न्यूज , अयोध्या के लिए इन आठ शहरों से शुरू हुई सीधी उड़ान सेवा

लखनऊ । अयोध्या के नव्य-दिव्य-भव्य मंदिर में विराजित श्रीरामलला के दर्शन की चाह रखने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए अयोध्या पहुंचना और आसान हो गया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्य मंत्री वीके. सिंह ने आठ शहरों से अयोध्या आने-जाने के लिए स्पाइसजेट की सीधी उड़ान सेवा का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा, अहमदाबाद, चेन्नई, जयपुर, पटना, दिल्ली, मुंबई, और बेंगलुरु से अयोध्या के लिए स्पाइसजेट की नॉन-स्टॉप उड़ान सेवाएं शुरू होने से अयोध्या की कनेक्टिविटी और बेहतर हो गई है, इससे पर्यटन में भी वृद्धि होगी। इससे पहले दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु के लिए अयोध्या से वायु सेवा प्रारंभ हो चुकी है, जो सफलतापूर्वक संचालित हो रही है।
उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री ने अयोध्या धाम के नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। अभी एक माह ही हुआ है, लेकिन, इस अल्प अवधि में ही अयोध्या की कनेक्टिविटी देश के इतने महत्वपूर्ण नगरों के साथ होना, अयोध्या के बेहतर भविष्य का संकेत देती है। लोग नई वायु सेवा का समुचित उपयोग करें और अयोध्या की सुंदरता और परंपरा को दुनिया के साथ साझा करें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या देश की आस्था का प्रतीक है। जनभावनाएं अयोध्या के साथ जुड़ी हैं, प्रभु श्रीरामलला के साथ जुड़ी हैं। हर अयोध्यावासी की एक अभिलाषा थी कि अयोध्या का भी विकास होना चाहिए। आज वह सपना साकार हो रहा है। वास्तव में अयोध्या इसकी हकदार थी। लेकिन, किन्हीं कारणों से अयोध्या की उपेक्षा हुई। आज से 10 वर्ष पहले कोई सोचता भी नहीं था कि अयोध्या में भी कोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। कोई सोचता भी नहीं था कि अयोध्या की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। पांच सदी पूर्व जो एक कलंक अयोध्या पर लगाने का प्रयास हुआ था, उससे मुक्त होकर भव्य मंदिर में रामलला फिर से विराजमान हो गए, इस सपने को साकार होते देखकर आज पूरी दुनिया प्रफुल्लित है।
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का कार्यक्रम केवल एक कार्यक्रम मात्र नहीं है। प्रभु तो सर्वव्यापी हैं। लेकिन, यह वास्तव में भारत के गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा हुई है। जबसे श्रीरामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ है, भारत के हर नागरिक के चेहरे पर जो तेज है, जो उत्साह है, जो उमंग है, वह एक नए भारत की तस्वीर को प्रस्तुत करती है। यही ऊर्जा 2047 तक भारत को दुनिया के एक विकसित देश के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दस दिनों के अंदर अयोध्या में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रभु रामलला के दर्शन किए हैं। उन्होंने अयोध्या के लिए नई उड़ान सेवाएं शुरू करने के लिए स्पाइस जेट के सीएमडी अजय सिंह को भी धन्यवाद दिया।