आज के मुख्य समाचार

37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला-2024 का हुआ आगाज, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया उद्घाटन
Posted Date : 03-Feb-2024 3:11:04 am

37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला-2024 का हुआ आगाज, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया उद्घाटन

चंडीगढ़ । हरियाणा के सूरजकुंड में आज 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला-2024 का भव्य आगाज हुआ, जो 18 फरवरी तक चलेगा। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा 37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्मयंत्री मनोहर लाल सहित कई गणमान्य अतिथियों की गरीमामयी उपस्थिति रही।
मेले के शुभारंभ अवसर पर राष्ट्रपति ने मेला परिसर में हरियाणा की अपना घर पवेलियन का दौरा किया और हरियाणवी संस्कृति की झलक बिखेर रहे यंत्रों की बारीकी से जानकारी भी ली। राष्ट्रपति ने मेला के थीम स्टेट गुजरात राज्य के स्टॉलों का अवलोकन करते हुए शिल्पकारों से भी संवाद किया। साथ ही मेले के सहभागी देशों व प्रदेशों की सांस्कृतिक विधा को भी देखते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। परिसर की मुख्य चौपाल के मंच से राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उद्घाटन करने उपरांत राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 1987 से हर वर्ष आयोजित किए जा रहे इस मेले के सफल आयोजन के लिए सभी टीमें बधाई की पात्र हैं। उन्होंने इस वर्ष के मेले के आयोजन के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व उनकी टीम की प्रशंसा की।
द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि तंजानिया इस वर्ष के मेले का भागीदार देश है। पिछले साल अक्टूबर में तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन से चर्चा के दौरान दोनों देशों की सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और अधिक विस्तारित करने के महत्व पर सहमति बनी थी। इस मेले में आने वाले आगंतुकों को लकड़ी की नक्काशी, मिट्टी के बर्तन और बुनाई सहित जीवंत और रंगीन तंजानिया कला और शिल्प का अनुभव करने का मौका मिलेगा। यह तंजानियाई नृत्य, संगीत और व्यंजनों को प्रदर्शित करने का एक अद्भुत मंच है, जिसमें हम भारत और पूर्वी अफ्रीकी तट के बीच सदियों से लोगों के बीच संपर्क के कारण कुछ भारतीय प्रभाव की झलक भी देख सकते हैं। इस मेले में भागीदार राष्ट्र के रूप में तंजानिया की भागीदारी अफ्रीकी संघ के साथ भारत की मजबूत भागीदारी को उजागर करती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष के मेले के साझेदार राज्य गुजरात की कला, परंपरा देखते ही बनती है। गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों से आए शिल्पकरों व कलाकारों के माध्यम से राज्य की जीवंत कला देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्वी हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम लिमिटेड इस वर्ष के मेले के सांस्कृतिक भागीदार हैं। हमारे शिल्पकारों ने देश की कला विरासत को संजो कर रखा है। इसके लिए सभी शिल्पकार सराहना के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि यह मेला हमारी सांस्कृतिक विविधता का उत्सव है। यह मेला हमारी परंपरा का उत्सव भी है और नवीनता का भी। यह मेला हमारे शिल्पकारों को कला प्रेमियों से जोडऩे का प्रभावी मंच है। यह मेला कला प्रदर्शनी भी है और व्यापार केंद्र भी है। उन्होंने कहा कि इस मेले के दौरान 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होने की उम्मीद है, जो शिल्पकारों व हथकरघा व्यापारियों के लिए आर्थिक दृष्टि से एक बहुत बड़ा मंच है।
इस अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज के दिन को हरियाणा राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिवस बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की उपस्थिति से इस मेले की भव्यता में एक नया आयाम जुड़ा है। उनके आगमन से हरियाणा राज्य के लिए भी आज का दिन ऐतिहासिक बन गया है। उन्होंने बताया की इस बार मेले का थीम स्टेट गुजरात है, जो सांस्कृतिक विविधता और सभ्यता के लिए प्रसिद्ध है और मेले का सहयोगी राष्ट्र तंज़ानिया है, जिसका भारतवर्ष के साथ गहरा रिश्ता है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि उम्मीद है इस प्रकार के आयोजनों से हमारे द्विपक्षीय संबंध और मज़बूत होंगे।
राज्यपाल ने कहा की सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेला ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटक कैलेंडर में अपनी अलग पहचान बना ली है। अब यह हर साल एक बहू प्रतीक्षित कार्यक्रम है जो निरंतर सफलता की ओर अग्रसर है। गत वर्ष देश विदेश से लगभग 14 लाख पर्यटकों का मेले में आगमन हुआ था।
बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस वर्ष हमारे आठ उत्तर पूर्वी राज्य- अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम व त्रिपुरा- हमारी अस्टलक्ष्मी सांस्कृतिक भागीदार के रूप में भाग ले रहे हैं। यह सभी आठ राज्य मेले में आगंतुकों व कला प्रेमियों के लिए कला, शिल्प, व्यंजन और प्रदर्शन कला की पहले कभी न देखी गई माला प्रस्तुत करने के लिए एक छतरी के नीचे एकत्रित होकर अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करके मेले को आकर्षक बनाएगें।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु काप्रदेशवासियों की ओर से हरियाणा की धरा पर पधारने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अरावली की पहाडिय़ों की तलहटी में तोमर वंश के राजा सूरजपाल द्वारा बनवाया गया ऐतिहासिक सूरजकुंड रोमन शैली में बना है और उगते सूरज की आकृति का है। उगता सूरज प्रगति का प्रतीक माना जाता है। इस धरा पर पिछले 36 सालों से लगाये जा रहे अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले का इस बार विशेष महत्व है, इसका उद्घाटन राष्ट्रपति के कर कमलों से हुआ है। आज सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला हरियाणा की पहचान बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से मेले में भागीदार देश संयुक्त गणराज्य तंजानिया के कारीगरों और शिल्पकारों का स्वागत करते हुए कहा कि पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया की कला और शिल्प निश्चित रूप से इस मेले में आकर्षण का केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि इस बार मेले का सहभागी राज्य गुजरात है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश आत्मनिर्भरता के साथ विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में अपना दायित्व निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि पहली बार इस वर्ष इस मेले में 40 से अधिक देश भाग ले रहे हैं, जो एक रिकॉर्ड है। यहां देश-विदेश के कलाकारों व शिल्पकारों की कल्पनाओं से सराबोर कलाकृतियों से सुसज्जित इस हस्तशिल्प मेले की छटा देखते ही बनती है। उन्होंने कहा कि इस मेले में लगभग 1000 से अधिक स्टॉल शिल्पकारों व हस्तशिल्पियों को उपलब्ध करवाए जाते हैं। मेले में हरियाणा की चौपाल, अपना घर के माध्यम से यहां की संस्कृति भी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि 16 दिनों तक चलने वाले इस मेले में 15 लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।
मनोहर लाल ने कहा कि हस्तशिल्पियों द्वारा बनाई गई कलाकृति और हस्तशिल्प आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना को निरूपित करती हैं। उनके इस महत्व को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस दिशा में विशेष प्रयास किए गए हैं। सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला पिछले 36 वर्षों से शिल्पकारों और हथकरघा कारीगरों को अपना हुनर प्रदर्शित करने का बेहतरीन मंच रहा है। यह मेला विभिन्न अंचलों की लोक-कलाओं, लोक-व्यंजनों, लोक-संगीत, लोक नृत्यों और वेशभूषा से रू-ब-रू करवाता है। यह मेला परंपरा, विरासत और संस्कृति की त्रिवेणी है, जो भारत के ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिल्पकला को बढ़ावा देने के लिए हम इस प्रकार के मंच प्रदान करते रहते हैं। इस अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले के अलावा जिला स्तर पर सरस मेले लगाए जाते हैं, जिनमें शिल्पकारों और बुनकरों को अपनी हस्तशिल्पों का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है।
इस अवसर पर हरियाणा के पर्यटन एवं विरासत मंत्री कंवर पाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि 36 वर्षों से सूरजकुंड शिल्प मेला का आयोजन किया जा रहा है और हर साल इसका आकार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दूरदर्शी नेतृत्व में यह मेला तेजी से लोकप्रियता के मामले में आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री के पर्यटन को बढ़ावा देने तथा वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के प्रयासों का ही परिणाम है कि विभिन्न देशों की भागीदारी इस मेले में हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिल्पकला को बढ़ावा देने के लिए सरकार शिल्पकारों को विशेष मंच प्रदान कर रही है। इस अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले के अलावा जिला स्तर पर सरस मेले लगाए जाते हैं, जिनमें शिल्पकारों और बुनकरों को अपनी हस्तशिल्पों का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है।
इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल, हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, राजेश नागर, नरेंद्र गुप्ता, मुख्य सचिव संजीव कौशल, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण अध्यक्ष वी. विद्यावती, सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक मंदीप सिंह बराड़ सहित अन्य सांसदगण और विधायकगण मौजूद रहे।

 

ज्ञानवापी व्यास तहखाना केस में मुस्लिम पक्ष को झटका, जारी रहेगी पूजा
Posted Date : 03-Feb-2024 3:09:43 am

ज्ञानवापी व्यास तहखाना केस में मुस्लिम पक्ष को झटका, जारी रहेगी पूजा

वाराणसी । ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा के खिलाफ मस्जिद कमेटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका तो दायर कर दी लेकिन उसे कोर्ट से राहत नहीं मिली है। व्यास तहखाने में पूजा होती रहेगी और मामले की अगली सुनवाई छह फरवरी को होगी, तब तक के लिए पूजा पर रोक नहीं है। कोर्ट ने मस्जिद समिति से 6 फरवरी तक अपनी अपील में संशोधन करने को कहा। इलाहाबाद हाईकोर्ट का एडवोकेट जनरल को आदेश कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने का आदेश दिया। उल्लेखनीय है कि यहां 30 साल से पूजा पर रोक थी। आधी रात को ही भक्त पूजा करने के लिए पहुंच गए। इधर मुस्लिम पक्ष रात 3 बजे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने ज्ञानवापी मस्जिद की कानूनी टीम के जरिए रात 3 बजे सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से संपर्क किया।

 

चंपई सोरेन ने झारखंड के सीएम पद की ली शपथ
Posted Date : 03-Feb-2024 3:09:22 am

चंपई सोरेन ने झारखंड के सीएम पद की ली शपथ

रांची । चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार दोपहर 12.20 बजे उन्हें शपथ दिलाई। उनके साथ दो मंत्रियों कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में सीएम और तीन मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए दस दिनों का समय दिया है। आलमगीर आलम झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं, सत्यानंद भोक्ता राजद के इकलौते विधायक हैं। दोनों इसके पहले की हेमंत सोरेन सरकार में भी मंत्री थे। चंपई सोरेन झारखंड के 12वें सीएम हैं।
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद करीब 30 घंटे तक चले हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामे के बाद गुरुवार की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे राजभवन बुलाकर राज्यपाल ने उन्हें सीएम के रूप में नियुक्त करने की सूचना दी और मनोनयन पत्र सौंपा।
हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सीएम पद से इस्तीफा दिया था। इसके तुरंत बाद चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
उन्होंने कहा था कि हमें कुल 47 विधायकों का समर्थन हासिल है। राज्यपाल की ओर से इसपर फैसले में विलंब होने पर गुरुवार को चंपई सोरेन ने शाम साढ़े पांच बजे राज्यपाल से मुलाकात कर एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश किया था और उनसे आग्रह किया कि उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई जाए।
इससे पहले चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन से मुलाकात की। इसके बाद चंपई ने कहा कि गुरुजी हमारे आदर्श हैं, शपथ लेने से पहले हम गुरुजी और माताजी (रूपी सोरेन) से आशीर्वाद लेने आए थे। मैं झारखंड आंदोलन से जुड़ा था और मैं उनका शिष्य हूं। झारखंड में 23 साल में 11 बार सीएम बदले हैं। इनमें अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने। रघुवर दास एकमात्र ऐसे सीएम रहे, जिन्होंने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया।

 

हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से झटका, सुनवाई से किया इनकार; कहा-पहले हाईकोर्ट जाएं
Posted Date : 03-Feb-2024 3:09:10 am

हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से झटका, सुनवाई से किया इनकार; कहा-पहले हाईकोर्ट जाएं

नई दिल्ली । धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। उनकी अर्जी पर शुक्रवार को अदालत में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट जाने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एमएम सुंदरेश और बेला एम त्रिवेदी की स्पेशल बेंच ने मामले की सुनवाई की। दरअसल हेमंत सोरेन ने श्वष्ठ की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सोरेन ने अपनी याचिका में केंद्र सरकार को भी पार्टी बनाया।
इससे पहले झारखंड हाईकोर्ट ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गुरुवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। ईडी ने सोरेन का 10 दिन का रिमांड मांगा था। अदालत ने अपना आदेश शुक्रवार के लिए सुरक्षित रख लिया। वकीलों ने बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन की ओर से पेश हुए महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत के बाहर बताया कि झामुमो नेता को आदेश पारित होने तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि पूरा मामला गलत मंशा से प्रेरित है। यह सरकार गिराने की साजिश है। पूरी कार्यवाही में पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उनकी गिरफ्तारी तब की गयी जब उनका बयान दर्ज करने की कार्रवाई जारी थी, जो गैरकानूनी है।

 

जमीन के बंटवारे पर खून हुआ सवार, मां, बेटे और चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या
Posted Date : 03-Feb-2024 3:08:36 am

जमीन के बंटवारे पर खून हुआ सवार, मां, बेटे और चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या

लखनऊ  । भूमि विवाद में तीन लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। मृतकों में एक महिला शामिल है। हत्या का आरोप मृतक महिला के सगे चाचा पर लगा है। एक परिवार में जमीन बंटवारे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। शुक्रवार शाम परिवार के कुछ लोग असलहे लेकर पहुंच गए और जमीन बंटवारे को लेकर परिवार के ही सदस्यों से झगड़ा करने लगे। दोनों ओर से बातचीत इतनी बढ़ गई कि मारपीट शुरू हो गई। देखते ही देखते एक पक्ष ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद बांका से भी प्रहार किए गए। गोलियों की तबड़तड़ाहट से इलाका दहल उठा। फरहीन (35) का सगे चाचा लल्लन से जमीन को लेकर विवाद था। उक्त मामले में शुक्रवार को दोनों पक्ष जमीन की पैमाइश के लिए जुटे थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि लल्लन पक्ष के लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान गोली मुनीर (55), उनके बेटे हंजाल (16), फरहीन और उनके पति फरीद को लगी। लल्लन खां पैमाइश का वाद वापस लेने को कहता है। जिसपर मुनीर ऐतराज जताता है। इसपर दोनों में करीब 15-20 मिनट तक विवाद होता है, धक्का मुक्की होती है। शोर शराबा सुनकर मेरी पत्नी फरहीन फर्रो (40), और बेटा अंजला (15) घर से बाहर आ जाते हैं और बीच बचाव करने लगते हैं।

 

उत्तर पश्चिम भारत में अगले 24 घंटों तक जारी रहेगा बारिश का दौर, पंजाब में चलेंगी तेज हवाएं; बारिश के साथ गिरेंगे ओले
Posted Date : 03-Feb-2024 3:08:05 am

उत्तर पश्चिम भारत में अगले 24 घंटों तक जारी रहेगा बारिश का दौर, पंजाब में चलेंगी तेज हवाएं; बारिश के साथ गिरेंगे ओले

नई दिल्ली । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। उसके बाद शनिवार और 5 फरवरी को यह क्षेत्र बारिश से प्रभावित हो सकता है।
आईएमडी के अनुसार, मध्य क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ लगभग 72 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में उत्तर पश्चिम राजस्थान और निचले क्षोभमंडल स्तर में एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के साथ चल रहा है। आईएमडी ने अपने दैनिक बुलेटिन में कहा, शनिवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है।
5 फरवरी तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की/मध्यम से लेकर व्यापक वर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश/बर्फबारी होने की संभावना है। पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली में हल्की/मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा हो सकती है और गुरुवार को उत्तर प्रदेश तथा पूर्वी राजस्थान में छिटपुट से लेकर हल्की वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा, शनिवार और रविवार को उपरोक्त क्षेत्रों में हल्की/मध्यम छिटपुट बारिश होने की संभावना है। गुरुवार को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और शनिवार को पश्चिमी राजस्थान तथा रविवार को पूर्वी राजस्थान में छिटपुट ओलावृष्टि होने की भी संभावना है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, शनिवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने की भी चेतावनी है। अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की/मध्यम बारिश/बर्फबारी होने की संभावना है। शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में छिटपुट बारिश होने की संभावना है।