मेलबर्न। प्रियंका राधाकृष्णन न्यूजीलैंड में मंत्री पद पर आसीन होने वाली भारतीय मूल की पहली सदस्य बन गई हैं। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने सोमवार को अपने मंत्रिमंडल में पांच नए मंत्रियों को शामिल किया, जिसमें प्रियंका भी शामिल है। भारत में जन्मी प्रियंका (41) ने स्कूल तक सिंगापुर में पढ़ाई की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए वह न्यूजीलैंड गईं। उन्होंने लगातार घरेलू हिंसा की पीडि़त महिलाओं और शोषण का शिकार हुए प्रवासी मजूदरों जैसे लोगों के लिए आवाज उठाई, जिनकी आवाजें अक्सर अनसुनी कर दी जाती थीं। लेबर पार्टी की ओर से पहली बार सितम्बर 2017 में वह संसद की सदस्य चुनी गई थीं। 2019 में, उन्हें जातीय समुदायों के लिए संसदीय निजी सचिव नियुक्त किया गया था। इसके अतिरिक्त, वह सामुदायिक एवं स्वैच्छिक क्षेत्र और सामाजिक विकास एवं रोजगार मंत्रालय की भी मंत्री बनी। 'न्यूजीलैंड हेराल्ड' समाचार पत्र ने 'इंडियन विकेंडर' के हवाले से कहा कि प्रियंका भारतीय-न्यूजीलैंड मूल की पहली मंत्री हैं। वह अपने पति के साथ ऑकलैंड में रहती हैं। प्रधानमंत्री अर्डर्न ने नए मंत्रियों की घोषणा करते हुए कहा, 'मैं कुछ नई प्रतिभाओं , जमीनी स्तर का अनुभव रखने वाले लोगों को शामिल करने को लेकर उत्साहित हूं।'
तुर्की भूकंप
इजमिर (तुर्की)। तुर्की और यूनान के बीच इजियन सागर में शक्तिशाली भूकंप आने के 3 दिन बाद सोमवार को बचाव दलों ने इजमिर शहर में एक अपार्टमेंट के मलबे से 2 लड़कियों को जीवित निकाला। तुर्की के तीसरे सबसे बड़े शहर इजमिर में ध्वस्त भवनों से रातभर बचाव दलों द्वारा शव निकाले जाने के साथ शुक्रवार के इस जबर्दस्त भूकंप में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 81 हो गयी है। इस भूकंप में एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। यूनान के सामोस द्वीप के उत्तरपूर्व में इजियन सागर में इस भूकंप का केंद्र था। इससे सामोस में 2 किशोरों की जान चली गयी और 19 अन्य घायल हुए। एनटीवी टेलीविजन के अनुसार करीब 58 घंटे तक मलबे में फंसे रहने के बाद सोमवार को जब 14 वर्षीय इदिल सिरीन को निकाला गया तब बचावकर्मियों ने खुशी से तालियां बजायीं। हालांकि उसकी आठ वर्षीय बहन इपेक नहीं बच पायीं। सात घंटे बाद बचावकर्मियों ने 3 साल की एलीफ पेरिनसेक को मलबे से निकाला। दो दिन पहले उसकी मां और दो बहनों को निकाला गया था। सरकारी अनादोलू समाचार एजेंसी के मुताबिक 3 वर्षीय बच्ची अपने अपार्टमेंट के मलबे में 65 घंटे तक रही। वह राहतकर्मियों द्वारा मलबे से जिंदा बचाई गई 106वीं जिंदगी थी।
फ्रांस सरकार की बड़ी कार्रवाई
पेरिस। फ्रांस सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देश में अवैध रुप से रह रहे 183 पाकिस्तानियों के वीजे रद्द कर दिए है। इन लोगों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख शुजा पाशा की बहन भी शामिल हैं। 183 लोगों में से 118 लोगों को फ्रांस ने वापस पाकिस्तान भी भेज दिया है। पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। फ्रांस ने हाल ही में नीस शहर में हुए हमले के बाद यह फैसला लिया है।
हालांकि पाकिस्तान ने फ्रांस की सरकार से पाशा की बहन को अस्थायी तौर पर देश में रहने की अपील की है, ऐसा इसलिए क्योंकि वो वहां अपनी सास की सेवा कर रही हैं। इसके अलावा दूतावास ने जानकारी दी कि फ्रांस ने जबरन जिन लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है, उसमें से सभी के पास वैध कागजात थे।
बता दें कि फ्रांस में अभी शिक्षक की हत्या के बाद हालात सही नहीं है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस्लामिक आतंकवाद को खत्म करने का एलान कर दिया है, तो वहीं दुनिया के कई मुस्लिम देश फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान से नाखुश हैं। शिक्षक ने मोहम्मद पैगंबर का कार्टून अपनी कक्षा में दिखाया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी।
मैक्रों की आलोचना करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनपर आरोप लगाते हुए कहा कि वह मुसलमानों को भड़काने का काम कर रहे हैं, इस कथन के बाद फ्रांसीसी अधिकारियों ने 183 आगुंतकों का वीजा रद्द कर दिया। पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। दूतावास ने कहा कि जिन 118 लोगों के पास उचित और वैध कागजात थे, उन्हें भी निकाल दिया। दूतावास ने कहा कि हम वर्तमान में अपने नागरिकों को अस्थायी रुप से रहने देने के लिए फ्रांस प्राधिकरण के संपर्क में हैं।
अब जनता का आया समय
भोपा। मध्यप्रदेश में अब वह समय आ गया है जब चुनाव होने हैं. आज प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव होना तय है. शाम 6:00 बजे के बाद सभी 28 सीटों की सीमाएं सील हो गई हैं. अब बचे हुए 48 घंटे जनता के हैं. अब जनता यह तय करेगी कि मध्यप्रदेश की कुर्सी पर किसे बैठाना है.
बताते चलें कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए 274 जनसभाएं, रैली और रोड शो किए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता का वोट बटोरने के लिए हर सीट पर औसतन 3 बार गए. वहीं कांग्रेस ने कुल 170 सभाएं रैलियां की. पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के पीसीसी चीफ कमलनाथ हर सीट पर औसतन 2 बार गए..
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता का वोट बटोरने के लिए एड़ी चोटी का दम लगा दिया था. उन्होंने 78 बार जनसभाएं की.. वही विपक्ष के दिग्गज नेता कमलनाथ ने 50 से अधिक जनसभाएं की... शिवराज सिंह चौहान के बाद सबसे ज्यादा सभाएं कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की सिंधिया ने कुल 71 जनसभाएं की. वीडी शर्मा ने 45, नरेंद्र सिंह तोमर ने 48, उमा भारती ने 20 सभाएं की.
सभाओं का दौर अब समाप्त हो चुका है.. 3 तारीख को मतदान है और 10 तारीख को गणना. जिसके बाद यह तय हो जाएगा कि मध्य प्रदेश की जनता ने किसे अपना मालिक चुना है..। हालाकि टक्कर दोनों ही पार्टियों की जोरदार है..
कालेज के गलियारे में खिड़की की ग्रिल से लटका मिला शव
त्रिशूर । कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज ने यहां एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि 57 वर्षीय मरीज श्रीनिवासन जिले के पुझायकाल का रहने वाला था। उसे सोमवार सुबह अस्पताल के शौचालय की ओर जाने वाले गलियारे में खिड़की की ग्रिल से लटका पाया गया। उसे गुरुवार को अस्पताल के 'कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था। उसे अग्न्याशय से संबंधी अन्य गंभीर बीमारी भी थी। श्रीनिवासन को आखिरी बार साथी मरीजों ने रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे देखा था और आज सुबह साढ़े पांच बजे वह मृत मिला। अस्पताल के पृथक वार्ड के एक कर्मचारी ने बताया कि मरीज को अग्न्याशय जुड़ी बीमारी के कारण बेहद दर्द हो रहा था और दर्द निवारक दवाएं देने के बावजूद उसे आराम नहीं मिला था। उसने इसी के चलते शायद यह कदम उठाया हो। पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है।
मुम्बई। रेल अधिकारियों ने मुम्बई की लोकल ट्रेनों में भीड़-भाड़ कम करने के लिए सोमवार को 753 और विशेष सेवाएं शुरू कर दी। इसके साथ ही उपनगर नेटवर्क पर अब 2,773 ट्रेनें चलेंगी। अधिकारियों ने बताया कि रेल अधिकारियों ने उपनगर की 3,141 सेवाओं में से 88 प्रतिशत सेवाएं बहाल कर दी हैं। कोविड-19 महामारी के फैलने से पहले यहां उपनगर नेटवर्क पर 3,141 ट्रेनें चलती थीं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से पहले मध्य रेलवे (सीआर) 1,772 ट्रेनें और पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) पर 1,367 ट्रेनें चलती थीं। मुम्बई में आपात एवं आवश्यक सेवाओं में शामिल लोगों के लिए जून में लोकल ट्रेन सेवाओं को शुरू किया गया था। सीआर और डब्ल्यूआर ने रविवार को जारी किए गए संयुक्त बयान में कहा कि उपनगर ट्रेनों में बढ़ती भीड़ से निपटने के लिए मध्य रेलवे ने अपने मार्गों पर और 552 तथा पश्चिमी रेलवे ने अपने मार्गों पर 201 और ट्रेनें बढ़ाई हैं। प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'रेलवे, सामाजिक दूरी बनाए रखने और लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धीरे-धीरे अपनी उपनगरीय सेवाएं बढ़ा रहा है।Ó