नईदिल्ली। कोरोना वायरस की अधिक से अधिक जांच कर वायरस प्रभावितों का जल्दी पता लगाकर इसे नियंत्रित करने की मुहिम में पांच नवंबर को देश में कुल जांच का आंकड़ा साढ़े ग्यारह करोड़ को पार कर गया। देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 का पहला मामला इस वर्ष 30 जनवरी को आया था और इसके बाद सरकार ने लगातार जांच का दायरा बढ़ाकर संक्रमितों का पता लगाने और वायरस की रोकथाम पर जोर दिया। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया गया कि पांच नवंबर तक कुल जांच का आंकड़ा 11 करोड़ 54 लाख 29 हजार 95 पर पहुंच गया है। गुरुवार कोरोना के 12 लाख 20 हजार 711 नमूनों की जांच की गई।
कोरोना वायरस के बड़े स्तर पर फैलाव की रोकथाम के लिये देश में दिन प्रतिदिन इसकी अधिक से अधिक जांच की मुहिम में 24 सिंतबर को एक रोज में 14 लाख 92 हजार 409 नमूनों की जांच का रिकार्ड है।
चारा घोटाला
रांची। झारखंड हाईकोर्ट ने चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई को 27 नवंबर तक के लिए टाल दिया है। झारखंड हाईकोर्ट में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ दुमका कोषागार से गबन के मामले में जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए इसे 27 नवंबर तक के लिए टाल दिया। बता दें कि दुमका ट्रेजरी मामले में लालू आधी सजा काट चुके हैं। लालू प्रसाद दुमका ट्रेजरी मामले में 42 माह से जेल में रह रहे हैं।
दरअसल दुमका ट्रेजरी मामले में लालू प्रसाद यादव को 7 साल की सजा हुई थी। लालू प्रसाद यादव के वकील ने सजा की आधी अवधि गुजर जाने को आधार बनाते हुए लालू प्रसाद यादव के लिए जमानत अर्जी दाखिल की है जिस मामले में आज सुनवाई टल गई। लालू के वकील देवर्षि मंडल ने बताया कि इस मामले में अदालत ने शुक्रवार को सुनवाई निर्धारित की थी। लालू का मामला रांची हाइकोर्ट में जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की पीठ के सामने सूचीबद्ध किया गया। दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में आधी सजा काटने के आधार पर जमानत देने की गुहार लगाई गयी थी।
16 तरह की बीमारियों का भी किया है दावा
बता दें कि दुमका ट्रेजरी मामले में लालू प्रसाद 42 माह जेल में रह चुके हैं। ऐसे में आधी सजा काटने के आधार पर उन्हें जमानत मिल जाने की संभावना थी। जिसे लेकर झारखंड हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका लगाई गई थी। इसके साथ ही लालू की ओर से उन्हें किडनी, हृदय रोग और शुगर सहित 16 तरह की बीमारियां होने का भी दावा किया गया था। दुमका कोषगार से गबन के मामले में जमानत नहीं मिलने के बाद अब आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को जेल में ही रहना होगा। चारा घोटाले के चार मामलों में लालू यादव को सजा मिली है, जिनमें से चाईबासा के दो मामले और देवघर के मामले में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी है।
लंदन। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने लंदन में लॉकडाउन के खिलाफ रैली निकाल रहे 104 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों पर कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े प्रतिबंधों के उल्लंघन करने का आरोप है। ब्रिटेन में लागू किए गए सख्त प्रतिबंधों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सैकड़ों लोग गुरुवार को मध्य लंदन में एकत्र हुए थे। कमांडर जेन कॉनर्स ने प्रदर्शनकारियों द्वारा कोरोनोवायरस प्रतिबंध के उल्लंघन की निंदा की है।
पुलिस ने गुरुवार को जारी अपने बयान में कहा, जैसे ही मध्य लंदन में लोगों की भीड़ इक्ठ्ठा होने लगी, अधिकारियों ने लोगों को घर जाने की अपील की। अधिकारियों के निर्देशों को नहीं मानने वाले लोगों पर तत्काल कार्रवाई की गई। कॉनर्स ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता लंदन को सुरक्षित रखना था। कोरोना महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का उल्लंघन करना उचित नहीं है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के अबतक 11 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं वहीं 48,000 लोगों की मौत हो चुकी है।
वाशिंगटन। अमेरिका में एक चुनाव पर्यवेक्षक की वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से मौत हो गई है। इससे जिस मतदान केन्द्र में उन्होंने मतदान किया था उनकी चिंता बढ़ गयी हैं। पर्यवेक्षक ने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद चुनाव के दिन मतदान केन्द्र में अपनी सेवा दी थी। स्थानीय टीवी ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि पर्यवेक्षक सेंट लुइस शहर के उत्तर-पश्चिम में सेंट चार्ल्स में ब्लैंचेट पार्क मेमोरियल हॉल में अपनी ड्यूटी पर तैनात था, जहां चुनाव के दिन 2000 लोगों ने मतदान किया था। पर्यवेक्षक के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद 14 दिन के चरंटीन की सलाह दी गयी थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और अपनी ड्यटी करता रहा। रिपोर्ट के हवाले से प्रवक्ता मैरी एंगर ने कहा अधिकारियों ने सेंट चार्लस काउंटी को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है कि पर्यवेक्षक की मृत्यु हो गयी है उस समय पीडि़त की मौत का कारण नहीं बताया गया।
ग्वाटेमाला सिटी। ग्वाटेमाला में एटा तूफान से मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 तक पहुंच गयी है। राष्ट्रपति एलेजांद्रो जियामाटेई ने कहा कि अधिकारी आपदा प्रभावित इलाकों के निवासियों को बाहर निकाल रहे हैं। जियामाटेई ने गुरुवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दुर्भाग्यवश तूफान से चार लोगों की मौत हो गयी थी जो आज बढ़कर 50 तक पहुंच गयी है। राष्ट्रपति ने कहा कि तूफान प्रभावित इलाकों में फंसे हुए लोगों को तत्काल बाहर निकलने के लिए 1500 से अधिक लोग इंतजार कर रहे है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों तक ग्वाटेमाला में भारी बारिश जारी रहेगी। देश के नौ विभागों ने पहले ही आपातकाल की स्थिति जारी की है। एटा तूफान वर्तमान में होंडुरास में है और यह कैरेबियन सागर की ओर बढ़ रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप को झटका
वॉशिंगटन। अमेरिका की अदालतों ने चुनाव में कथित गड़बड़ी के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान की ओर से मिशिगन और जॉर्जिया में दर्ज कराए गए मुकद्दमों को खारिज कर दिया है। ट्रंप प्रचार अभियान ने मिशिगन में अनुपस्थित मतपत्रों की गिनती रोकने का अनुरोध किया था, वहीं जॉर्जिया में प्रचार अभियान ने आरोप लगाया कि वहां अनुचित मतों की भी गणना की जा रही है। वहीं ट्रंप के इन मुकद्दमों को कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
इसी के साथ डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन जीत के करीब पहुंच गए हैं। जो बाइडेन ने कहा है कि उन्हें कोई संदेह नहीं है। वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को हराएंगे और अमेरिकी चुनाव के विजेता घोषित किए जाएंगे, उन्होंने कहा कि मतदाता धैर्य रखें और परिणाम बहुत जल्द सामने आएगा।
जानकारी के अनुसार अमेरिकी अदालतों ने कथित चुनावी कदाचार से संबंधित मिशिगन और जॉर्जिया में ट्रम्प के मुकदमों को खारिज कर दिया है। हालांकि ट्रंप ने डेमोक्रेट पार्टी पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। मिशिगन में, अभियान ने पोस्टल मतपत्रों की गिनती को रोकने की मांग की थी जबकि जॉर्जिया में यह आरोप लगाया था कि अनुचित मतपत्र भी गिने जा रहे थे। मिशिगन कोर्ट ऑफ क्लेम के न्यायाधीश सिंथिया स्टीफेंस ने मुकद्दमा खारिज कर दिया।
जॉर्जिया में, न्यायाधीश जेम्स एफ बास ने मुकदमा खारिज कर दिया। मैंने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है और याचिका को खारिज कर दिया है। ट्रम्प अभियान ने पेन्सिलवेनिया और नेवादा में मुकदमे भी दायर किए हैं। इसने विस्कॉन्सिन में वोटों की दोबारा गिनती की मांग की है।
इससे पहले ट्रंप ने डेमोक्रेट पार्टी पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा था कि डेमोक्रेट चुनाव के नतीजे चुराना चाहते हैं। हमारा मकसद चुनाव की निष्पक्षता को बचाना है। हम प्रभावित नहीं होने देंगे जैसा कि इस चुनाव में होता दिख रहा है। डेमोक्रेट्स को पता था कि वो ईमानदारी से चुनाव नहीं जीत सकते। इसलिए उन्होंने पोस्टल बैलेट का फर्जीवाड़ा किया है।