इंदौर। सप्ताहांत खाद्य तेलों में खरीदी से भाव तेजी लिए रहे। कारोबार में मूंगफली तेलए सोयाबीन रिफाइंड महंगा बिका। तिलहनों में लिवाली सुधार लिए बताई गई।
कारोबार की शुरूआत में मूंगफली तेल 1320 से 1340 रुपये प्रति किलोग्राम खुला जो शनिवार को 1350 से 1370 रुपये बोला गया। इसी तरह सोयाबीन रिफाइंड 970 से 975 रुपये पर खुलकर अंतिम दिन 1000 से 1005 रुपये प्रति 10 किलोग्राम बोला गया। पाम तेल 940 से 945 रुपये खुलकर 990 से 995 रुपये बिका।
तिलहन जिन्स मजबूती लिए रहे। सरसों के साथ सोयाबीन में तेजी दर्ज की गई। पशुआहार कपास्या खली में भाव ऊंचे बने रहे।
नईदिल्ली। देशभर में प्रौद्योगिकी समर्थित पीडीएस सुधार लाने के लक्षित अभियान के तहत एनएफएसए को लागू करने की तैयारी के दौरान सार्वजनिक वितरण व्यवस्था (टीपीडीएस) को आधुनिक बनाने और इसके परिचालन में पादर्शिता तथा कुशलता लाने, राशन कार्डों और लाभार्थियों के डाटाबेस का डिजिटाइजेशन करने, उसे आधार से जोडऩे, अपात्र/फर्जी राशन कार्डों की पहचान करने, डिजिटाइज किये गए डाटा के दोहराव को रोकने तथा लाभार्थियों के अन्यत्र चले जाने/मौत हो जाने के मामलों की पहचान करने के बाद राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों ने 2013 से 2020 तक की अवधि में देश में कुल करीब 4.39 करोड़ अपात्र/फर्जी राशन कार्डों को रद्द किया है।
इसके अलावा, एनएफएसए कवरेज का जारी किया गया संबंधित कोटा, संबंधित राज्य / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा नियमित रूप से एनएफएसए के तहत लाभार्थियों की सही पहचान के लिए उपयोग किया जा रहा है। इसके तहत पात्र लाभार्थियों/परिवारों को शामिल करने / उन्हें नए राशन कार्ड जारी करने का काम जारी है। यह कार्य अधिनियम के तहत प्रत्येक राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश के लिए परिभाषित कवरेज की संबंधित सीमा के भीतर किया जा रहा है।
एनएफएसए के तहत टीपीडीएस के जरिए 81.35 करोड़ लोगों को बेहद कम कीमत में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है, जो कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुरूप देश की जनसंख्या का दो तिहाई लोग हैं। वर्तमान में देश के 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को केन्द्र द्वारा जारी बेहद रियायती दरों- तीन रुपये, दो रुपये और एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से हर महीने एनएफएसए के तहत खाद्यान्न (चावल, गेहूं और अन्य मोटे अनाज) उपलब्ध कराया जा रहा है।
6 महीने से लेकर दो साल तक के 13 कोर्स अनाउंस किए गए
नईदिल्ली। युवाओं में प्रासंगिक आधुनिक कौशल को बढ़ावा देने के प्रयास में, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने (एमएसडीई) ने भारतीय राज्यों से उनके प्रशिक्षण केंद्र में आधुनिक कोर्सों को विस्तार देने का आग्रह किया है। इसका उद्देश्य राज्य में कुशल कार्यबल की स्थानीय मांग को पूरा करके 'आत्मनिर्भर भारतÓ के निर्माण के लिए बदलती डिजीटल टेक्नॉलजी के साथ तालमेल बिठाना है। इसका एक अन्य उद्देश्य राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय श्रमिकों की संख्या को बढ़ाना भी है।
देश में व्यवसायिक प्रशिक्षण के विकास और समन्वय के लिए एमएसडीई का शीर्ष संगठन प्रशिक्षण निदेशालय (डीजीटी) इन आधुनिक कोर्सों के लिए नए प्रस्तावों के निर्माण और अनुदेशकों व प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए सभी राज्यों को सभी संभव तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा। इस संबंध में, डीजीटी पहले ही आधुनिक कोर्सों के अनुकूल 13 राष्ट्रीय कौशल अर्हता रूपरेखा (एनएसक्यूएफ) जारी कर चुका है जिसमें डेटा विश्लेषण और वैज्ञानिक, तकनीकी मेक्ट्रोनिक्स, स्मार्ट कृषि, क्लाउड कंप्यूटिंग, प्रोसेस ऑटोमेशन एक्सपर्ट्स, यूजर एक्सपीरियंस एंड ह्यूमन मशीन इंटरैक्शन डिजाइनर्स, ब्लॉकचेन विशेषज्ञ, सॉफ्टवेयर और ऐप्लिकेशन डेवलपर्स, जियोइंफॉर्मेटिक्स असिस्टेंट, एआई और मशीन लर्निंग स्पेशलिस्ट, बिग डेटा विशेषज्ञ, सूचना सुरक्षा विश्लेषक, रोबोटिक्स इंजीनियर्स और ईकॉमर्स, और सोशल मीडिया विशेषज्ञ शामिल हैं। इन प्रशिक्षण कोर्सों की अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक है।
विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में तकनीकी तेजी से बदल रही है और मशीनी व मैनुअल हस्तक्षेप अब डिजिटल और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में आवश्यक हो जाता है कि आईटीआई ऐसे नए कॉलर श्रमिकों को प्रशिक्षित करने के योग्य हों जो इन तकनीकों में निपुण हों। इन कोर्सों का निर्माण बढ़ती मांग और मजबूत पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए उद्योग के विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर और उनकी सक्रिय भागीदारी में हुआ है। इस संबंध में, डीजीटी ने 12 जून 2020 को तकनीकी कौशल शिक्षा के अतिरिक्त मुख्य/प्रधान सचिवों को पत्र लिखकर आईटीआई में आधुनिक कोर्सों को लॉन्च करने का आग्रह किया है।
इस पहल के बारे में बात करते हुए, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ. नरेंद्र नाथ पांडे ने कहा, तकनीकी क्रांति की नई लहर नौकरियों की प्रकृति बदलने के लिए तैयार है और इस बदलती प्रकृति से तालमेल बिठाने के लिए, हमें उद्योंगों की भविष्य में पैदा होने वाली मांगों को पूरा करने के लिए कार्यबल को संबंधित प्रोद्योगिकी में कुशल बनाना होगा। वक्त की मांग है कि औद्योगिक क्रांति 4.0 के नए तकनीकी क्षेत्रों जैसे कि डेटा एनालिटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन आदि में मजबूत तकनीकी कार्यक्रमों को पेश करने के लिए आईटीआई के वर्तमान अकादमिक ढांचे का पुनर्गठन किया जाए।
नवीनतम तकनीकी में उद्योग और प्रशिक्षण को साथ लाने के प्रयास में, डीजीटी ने कई तकनीकी कंपनियों के साथ विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए ताकि औद्योगिक क्रांति 4.0 के अनुसार, 21वीं सदी के डिजीटल स्किल सेट ट्रेनिंग प्रोग्राम को बढ़ावा मिले। डीजीटी ने जिन प्रमुख कंपनियों से हाथ मिलाया है उनमें शामिल हैं, आईबीएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसएपी इंडिया, माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन (इंडिया) लिमिटेड, नासकॉम, च्ेस्ट अलायंस, एक्सेंचर एंड सिस्को आदि। इन समझौता ज्ञापनों ने देशभर में कई तकनीकी प्रशिक्षण पहलों को शुरू किया है।
नईदिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने स्वतंत्रता सेनानी बिपिन चंद्र पाल की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि राष्ट्र उनका सदैव ऋणी रहेगा। नायडू ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने भारत में क्रांतिकारी विचारों को जन्म दिया। उपराष्ट्रपति ने कहा, महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत में क्रांतिकारी विचारों के जनक बिपिन चंद्र पाल की जन्म जयंती पर उनको सादर नमन! उन्होंने स्वदेशी और स्वराज के माध्यम से भारतीय जनमानस में देशभक्ति की ज्वाला प्रज्ज्वलित की। कृतज्ञ राष्ट्र उनके बलिदान को सदैव याद रखेगा।
कई जगह ईवीएम खराब होने की शिकायत
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत शनिवार को सुबह सात बजे से 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। वहीं सीतामढ़ी जि़ले के रीगा में मतदान केंद्र संख्या-271 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी आने की वजह से मतदान केंद्र के बाहर लोगों की लंबी लाइन लगी।
अंतिम चरण में राज्य के 78 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में 2.35 करोड से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसके लिए 33,782 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, इस चरण में 1,204 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है, इनमें से 1094 पुरूष तथा 110 महिला शामिल है। सबसे अधिक 31 प्रत्याशी गायघाट से हैं जबकि सबसे कम नौ प्रत्याशी ढाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट तथा बहादुरगंज से हैं।
इस चरण में सामान्य विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक जबकि चार विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। सीमांचल क्षेत्रों में सुरक्षा के और पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। इसके तहत प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर तथा 3 नवंबर को 94 सीटों पर मतदान हो चुका है। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव
नईदिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार विधानसभा के अंतिम चरण के मतदान में सभी मतदाताओं से मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आपका हर वोट लोकतंत्र को मजबूत करने का काम करेगा। आज शनिवार को विधानसभा को 78 सीटों पर मतदान हो रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के मतदान को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट कर लोगों को ज्यादा से ज्यादा मतदान को कहा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, आज बिहार में अंतिम चरण की वोटिंग है। सभी वोटरों से अपील है कि इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने वोट के माध्यम से लोकतंत्र को मज़बूत करें। उन्होंने कहा कि सभी मतदाताओं को अनिवार्य रूप से वोट देकर अपनी पसंद की सरकार चुनने और लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए।
वहीं, नीतीश कुमार ने भी बिहार के लोगों से विकास के लिए जरूरी तौर पर मतदान करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में आज 78 सीटों पर मतदान है। इन क्षेत्रों के मतदाताओं से मेरी अपील है कि अपनी जि़म्मेदारी का निर्वहन करते हुए मताधिकार का अवश्य प्रयोग करें। वोट करें। आपका एक वोट बिहार में विकास की गति को जारी रखते हुए इसे एक विकसित प्रदेश बनाएगा। उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा के लिए आज तीसरे एवं अंतिम चरण का मतदान हो रहा है और 10 नवंबर को मतगणना की जाएगी।