मॉस्को। रुस के साखा गणराज्य में सेनेटाइजर पीने से मरने वालों का आंकड़ा सात पहुंच गया है। यह हादसा तातिस्की जिले के पूर्वी क्षेत्र में घटित हुआ। स्थानीय प्रशासन ने शुक्रवार को बताया था कि सेनेटाइजर पीने से तीन लोगों की मौत हुई है और छह लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जहरीले सेनेटाइजर पीने के नौ मामले सामने आए थे जिसमें से सात लोगों की मौत हुई है।रासायनिक विश्लेषण में पता चला है कि इस सेनेटाइजर में 69 फीसदी मेथानॉल मिला हुआ था।
विस्कॉन्सिन मॉल में गोलीबारी
वाशिंगटन। अमेरिका में रूसी दूतावास ने जानकारी मांगी है कि विस्कॉन्सिन के एक मॉल में हुई गोलीबारी में रूस का कोई नागरिक शामिल है या नहीं।
रूसी दूतावास ने अमेरिकी विदेश विभाग से यह जानकारी मांगी है।
इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि विस्कॉन्सिन के माइफेयर मॉल में गोलीबारी हुई है जिसमें आठ लोग घायल हुए हैं। घायलों में एक किशोर भी शामिल है। पुलिस के घटना स्थल पर पहुंचने तक हमलावर मौके से फरार हो गया।
रुसी दूतावास ने शुक्रवार को अपने ट्विटर पेज पर कहा, अमेरिका में रुसी दूतावास ने अमेरिकी विदेश विभाग से जानकारी मांगी है कि कि माइफेयर मॉल में हुई गोलीबारी में घायल हुये लोगों में क्या कोई रुसी नागरिक भी शामिल है। पुलिस के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर हमला करने के बाद फरार हो गया और उसकी उम्र 20 से 39 वर्ष के बीच लग रही थी।
वाशिंगटन। अमेरिका के विस्कॉन्सिन में एक मॉल में हुई गोलीबारी में आठ लोग घायल हो गए। पुलिस विभाग ने इसकी जानकारी दी।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि वाओवातोसा पुलिस को माइफेयर मॉल में गोलीबारी की सूचना मिली। पुलिस के घटना स्थल पर पहुंचने के दौरान हमलावर मौके पर मौजूद नहीं था। इस हमले में आठ लोग घायल हुए हैं जिसमें एक किशोर भी शामिल है। विज्ञप्ति के अनुसार पीडि़तों को चोट कैसी है इस बार में फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावर अंग्रेज व्यक्ति था जिसकी उम्र 20 से 39 वर्ष के बीच थी।
नईदिल्ली। आयकर विभाग ने उत्तरी भारत के एक प्रमुख पशुपालक के मामले में 18 नवंबर 2020 को तलाशी और सर्वेक्षण की कार्रवाई शुरू की। कानपुर, गोरखपुर, नोएडा, दिल्ली और लुधियाना में 16 स्थानों पर तलाशी और सर्वेक्षण की कार्रवाई की जा रही है।
समूह के खिलाफ मुख्य आरोप यह है कि इसने दिल्ली स्थित कुछ शेल कंपनियों से गैर-प्रमाणिक असुरक्षित ऋण के रूप में 100 करोड़ से अधिक की आवास प्रविष्टियां ली हैं। असामान्य रूप से उच्च विविध लेनदार, शुद्ध लाभ को छुपाना और यह भी कि संबंधित समूह चिट फंड कंपनी को अज्ञात स्रोतों से कई करोड़ के असुरक्षित ऋण मिले थे।
तलाशी कार्रवाई के दौरान यह पाया गया है कि जिन शेल कंपनियों से ऋण लिया गया था, वे केवल कागज पर मौजूद हैं और उनका कोई वास्तविक व्यवसाय और साख नहीं है। इन शेल कंपनियों के निदेशक डमी, गैर-फाइलर और बिना किसी साधन के व्यक्ति हैं। इन कंपनियों के निदेशकों में से एक टैक्सी चालक के रूप में मिला है जिसके 11 बैंक खाते हैं, जिसमें धन बड़ी संख्या में है। इसलिए, यह माना गया है कि इन शेल कंपनियों से असुरक्षित ऋण के रूप में 121 करोड़ रुपये से अधिक की आवास प्रविष्टियां फर्जी हैं और वास्तव में समूह की बेहिसाब आय का प्रतिनिधित्व करती हैं।
जांच के दौरान आगे पाया गया है कि इन शेल कंपनियों में से एक समूह की चिट फंड व्यवसाय में एक चिट सब्सक्राइबर है जो चिट फंड अधिनियम, 1982 के प्रावधानों का उल्लंघन है। तलाशी में समूह के मुख्य व्यक्तियों के आवासों के निर्माण में भारी बेहिसाब निवेश का खुलासा हुआ है। उसी का सत्यापन किया जा रहा है और मूल्यांकन के लिए भेजा जाएगा। अब तक 52 लाख रुपए के सोने और हीरे के आभूषण जब्त किए गए हैं। शेष आभूषणों के अधिग्रहण के स्रोतों का सत्यापन किया जा रहा है। कुल नकदी 1.30 करोड़ रुपए के स्रोत की जांच की जा रही है। कुल 7 लॉकर मिले हैं, जिनकी जांच होना बाकी है। आगे की जांच चल रही है।
नईदिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से आयोजित एक कार्यक्रम में चार देशों-हंगरी, मालदीव, चाडऔर ताजिकिस्तान के राजदूतों और उच्चायुक्तों के परिचय पत्रों को स्वीकार किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने राजदूतों की नियुक्ति पर उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत के इन चारों देशों के साथ मैत्री संबंध हैं और हमारे रिश्ते शांति तथा समृद्धि के समान दृष्टिकोण पर आधारित और बहुत गहरे हैं। उन्होंने इन सरकारों का इस बात के लिए शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 2021-22 की अवधि के लिए अस्थायी उम्मीदवारी का समर्थन किया।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने इस बात को अनिवार्य बना दिया है कि हम सामूहिक स्वास्थ्य और मानवतामात्र के आर्थिक कल्याण के लिए वैश्विक सहयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस महामारी का समाधान तलाशने के बहुत करीब पहुंच चुका है और वह इस संकट से अधिक शक्तिशाली होकर उबरेगा।
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 नवम्बर को 11.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में ग्रामीण पेयजल सप्लाई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री गांव की जल तथा स्वच्छता समिति/पानी समिति के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित होंगे।
इस परियोजना से 2,995 गांव के सभी परिवारों में नल के पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। इससे इन जिलों की 42 लाख की आबादी लाभान्वित होगी। इन सभी गांवों में ग्राम जल तथा स्वच्छता समितियां और पानी समिति बनाई गईं हैं जिनके कंधों पर संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी है। परियोजना की कुल अनुमानित लागत 5,555.38 करोड़ रुपये है। परियोजनाओं को चौबीस महीनों में पूरा करना है।
प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2019 को लालकिले के प्राचीर से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य 2024 तक देश के सभी ग्रामीण घरों में नल से पानी का कनेक्शन प्रदान करना है। अगस्त, 2019 में मिशन की घोषणा के समय 18.93 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ परिवारों में (17 प्रतिशत) नल के पानी का कनेक्शन था। अगले चार वर्षों में नल के पानी का कनेक्शन देने के लिए 15.70 करोड़ प्रदान किए जाएंगे। पिछले 15 महीनों में कोविड-19 महामारी के बावजूद 2.63 करोड़ परिवारों में नल से पानी कनेक्शन दिया गया है और वर्तमान में 5.86 करोड़ (30.67 प्रतिशत) परिवारों में नल से पानी का कनेक्शन दिया गया है।