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दोस्त की हत्या कर शव को 6 फीट गहरे गड्ढे में दफनाया, फिर पिता को फोन कर मांगी फिरौती, ऐसे हुआ खुलासा
Posted Date : 29-Feb-2024 3:33:46 pm

दोस्त की हत्या कर शव को 6 फीट गहरे गड्ढे में दफनाया, फिर पिता को फोन कर मांगी फिरौती, ऐसे हुआ खुलासा

ग्रेटर नोएडा । ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र में स्थित बेनेट यूनिवर्सिटी के बीबीए प्रथम वर्ष के छात्र यश मित्तल की हत्या करने वाले तीन आरोपियों की पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पुलिस की गोली सेे तीनों घायल हो गए। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने 26 फरवरी की रात यश मित्तल की हत्या कर शव को खेत में बने गहरे गड्ढे में गाड़ दिया था। पुलिस ने 28 फरवरी की शाम को शव बरामद किया। उसके बाद से आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी प्रदीप मित्तल के बेटे यश मित्तल का शव बुधवार की शाम गजरौला में तेवा फैक्ट्री के सामने 200 मीटर दूर खेतों के बीच बने गड्ढे में मिला था।
27 फरवरी को प्रदीप ने थाना दादरी में अपने पुत्र यश के हॉस्टल मे न मिलने के सम्बन्ध मे शिकायत दर्ज कराई थी। यश की बरामदगी व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमों का गठन किया गया था। यूनिवर्सिटी के आस-पास के सभी सीसीटीवी कैमरे चेक किये गये, तो यश मित्तल मोबाइल पर बात करते यूनिवर्सिटी से निकलते हुए दिखायी दिया और अपनी मर्जी से एक कार में बैठकर जाते नजर आया।
यश मित्तल की सीडीआर का अवलोकन करने पर कुछ संदिग्ध नम्बर पाये गये। इनमें से एक नम्बर रचित नागर पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी मोहल्ला तिगरिया, वार्ड -10, थाना गजरौला, जनपद अमरोहा का पाया गया।
यश की बरामदगी के लिए सम्भावित स्थानों व जनपद गजरौला में ऑपरेशन चलाकर सर्विलांस टीम की मदद से रचित नागर को हिरासत मे लेकर कड़ाई से पूछताछ की गयी, तो उसने बताया गया कि 26 फरवरी को यश मित्तल को फोन कर पार्टी करने के लिए यूनिवर्सिटी के बाहर बुलाया गया था। इसके बाद हम लोग यश को लेकर तिगरिया अमरोहा के जंगल मेंं चले गये। वहां पर हम सब ने पार्टी की। पार्टी के दौरान किसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। इसी दौरान मैंने व मेरे साथियों ने गला दबाकर यश की हत्या कर दी और शव को करीब 5-6 फीट का गड्ढा खोदकर उसमें गाड़ दिया।
रचित नागर की निशानदेही पर थाना दादरी व गजरौला पुलिस ने यश मित्तल के शव को तिगरिया अमरोहा के जंगल से गड्ढे से बरामद किया। रचित ने घटना में शामिल अपने साथियों सुमित, सुशांत, शिवम व शुभम चौधरी का नाम बताया।
पुलिस व परिजनो को गुमराह करने के लिए 27 फरवरी को यश मित्तल के मोबाइल से मैसेज कर उसके परिजनों से फिरौती की भी मांग की गयी थी।
28 फरवरी को थाना दादरी पुलिस ने यश की हत्या में शामिल सुमित, सुशांत व शिवम को मुठभेड़ में ज्यू-1 से डाढा गोल चक्कर जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पुलिस पर फायर किया था। इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, तो पैर में लगी गोली से तीनों घायल हो गए। पुलिस फरार शुभम चौधरी की तलाश कर रही है।

 

देश में तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या 3907 मध्यप्रदेश में
Posted Date : 29-Feb-2024 3:33:08 pm

देश में तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या 3907 मध्यप्रदेश में

भोपाल । देश में तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या 3907 मध्यप्रदेश में है। वर्ष 2018 में 3421 थी। इसके बाद महाराष्ट्र में 1985, कर्नाटक में 1,879 और तमिलनाडु में 1,070 हैं। वन मंत्री नागर सिंह चौहान ने वन्य जीव संरक्षण और प्रबंधन से जुड़े वन विभाग के अमले को बधाई दी है।
टाइगर रिजर्व या सबसे अधिक तेंदुए की आबादी वाले स्थल- आंध्रप्रदेश के श्रीशैलम में नागार्जुन सागर और इसके बाद मध्यप्रदेश में पन्ना और सतपुड़ा हैं। यह तथ्य आज नई दिल्ली में भारत में तेंदुओं की स्थिति पर जारी रिपोर्ट में रेखांकित हुआ है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने रिपोर्ट जारी की। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि वन्य जीव हमारे जंगल की शान है।
भारत में तेंदुओं की आबादी 13,874 (रेंज: 12,616 - 15,132) व्यक्ति होने का अनुमान है। यह 2018 में 12852 (12,172-13,535) व्यक्तियों के समान क्षेत्र की तुलना में स्थिर आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। यह अनुमान तेंदुए के निवास स्थान की 70 प्रतिशत आबादी को दर्शाता है। इसमें हिमालय और देश के अर्धशुष्क हिस्सों का नमूना नहीं लिया गया है, क्योंकि यह बाघों का निवास स्थान नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि पांचवें चक्र में तेंदुओं की आबादी का अनुमान राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और भारतीय वन्य जीव संस्थान द्वारा, राज्य वन विभागों के सहयोग से किया जा रहा है। चतुर्वर्षीय “बाघों की निगरानी, शिकारियों, शिकार और उनके आवास की निगरानी” अभ्यास के एक भाग के रूप में यह प्रयास किया गया था। इससे बाघ संरक्षण प्रयासों को गति मिली है।
मध्य भारत में तेंदुओं की आबादी की स्थिर या थोड़ी बढ़ती दिखाई देती है (2018: 8071, 2022: 8820), शिवालिक पहाडिय़ों और गंगा के मैदानी इलाकों में गिरावट देखी गई (2018: 1253, 2022: 1109)। यदि हम उस क्षेत्र को देखें जिसका पूरे भारत में 2018 और 2022 दोनों में नमूना लिया गया था, तो प्रतिवर्ष 1.08 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शिवालिक पहाडिय़ों और गंगा के मैदानों में, प्रतिवर्ष -3.4 प्रतिशत की गिरावट हो रही है, जबकि सबसे बड़ी वृद्धि दर मध्य भारत और पूर्वी घाट में 1.5 प्रतिशत थी।
भारत में तेंदुए की आबादी के आकलन का पांचवां चक्र (2022) 18 बाघ राज्यों के भीतर वन आवासों पर केंद्रित है, जिसमें चार प्रमुख बाघ संरक्षण परिदृश्य शामिल हैं। 2000 एमएसएल (30 प्रतिशत क्षेत्र) से ऊपर गैर-वन निवास, शुष्क और उच्च हिमालय में तेंदुए के लिए नमूना नहीं लिया गया था। इस चक्र के दौरान शिकार के अवशेषों और शिकार की बहुतायत का अनुमान लगाने के लिए 6,41,449 किमी तक पैदल सर्वेक्षण किया। कैमरा ट्रैप को रणनीतिक रूप से 32,803 स्थानों पर रखा गया था, जिससे कुल 4,70,81,881 तस्वीरें आईं और इनमें से तेंदुए की 85,488 तस्वीरें प्राप्त हुईं।
ये निष्कर्ष तेंदुए की आबादी के संरक्षण में संरक्षित क्षेत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हैं। जबकि बाघ अभयारण्य महत्वपूर्ण गढ़ों के रूप में काम करते हैं, संरक्षित क्षेत्रों के बाहर संरक्षण अंतराल को संबोधित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। संघर्ष की बढ़ती घटनाएं तेंदुओं और समुदायों दोनों के लिए चुनौतियां पैदा करती हैं। चूँकि संरक्षित क्षेत्रों के बाहर तेंदुओं का जीवित रहना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, आवास संरक्षण को बढ़ाने और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए सरकारी एजेंसियों, संरक्षण संगठनों और स्थानीय समुदायों को शामिल करनेवाले सहयोगात्मक प्रयास आवश्यक हैं।
तेंदुआ एक रहस्यमय प्राणी है, जो गरिमा का अनुभव प्रदान करता है और भारत में अपने क्षेत्र में बढ़ते खतरों का सामना कर रहा है। उनके प्राकृतिक आवास को नुकसान, मानव-वन्यजीव संघर्ष और अवैध शिकार के बीच, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने तेंदुए की आबादी के आकलन के पांचवें चक्र का आयोजन किया, जिससे इन मायावी बड़ी बिल्लियों की स्थिति और प्रवृत्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई।
बाघ रेंजवाले राज्यों और विविध परिदृश्यों को शामिल करते हुए, व्यापक सर्वेक्षण में तेंदुए की बहुतायत का आकलन करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करके मजबूत वैज्ञानिक पद्धतियों का इस्तेमाल किया गया। इस दौरान कैमरा ट्रैपिंग, आवास विश्लेषण और जनसंख्या के संयोजन की एक सावधानीपूर्वक प्रक्रिया के माध्यम से, तेंदुओं के वर्गीकरण और संरक्षण चुनौतियों में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि का पता चला।

 

दर्दनाक सडक़ हादसा :  त्यूणी अटाल मोटर मार्ग पर खाई में गिरी कार, 6 की मौत, एक गंभीर रूप से घायल
Posted Date : 29-Feb-2024 2:51:59 am

दर्दनाक सडक़ हादसा : त्यूणी अटाल मोटर मार्ग पर खाई में गिरी कार, 6 की मौत, एक गंभीर रूप से घायल

विकासनगर।  उत्तराखंड में एक बार फिर दर्दनाक सडक़ हादसा हुआ है। कार के गहरी खाई में गिरने से 5 साल के बच्चे समेत 6 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि एक आदमी गंभीर रूप से घायल है।  यह दर्दनाक सडक़ हादसा देहरादून जिले के चकराता में त्यूणी अटाल मोटर मार्ग से गुजरते वक्त हुआ है।  जानकारी के मुताबिक, दो महिलाओं और दो बच्चों सहित ये 7 लोग सुबह हिमाचल प्रदेश के पंद्राणु से त्यूणी के लिए आल्टो कार में सवार होकर निकले थे।  हादसे की खबर मिलते ही त्यूणी थाना पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
रेस्क्यू टीम ने कई घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद 2 महिलाओं और 2 बच्चों सहित 6 लोगों के शव को बामुश्किल गहरी खाई से बाहर निकाल लिया गया। घटना में गंभीर रूप से घायल एक अन्य व्यक्ति को रेस्क्यू टीम ने गहरी खाई से बाहर निकालते हुए उपचार के लिए देहरादून हायर सेंटर रवाना कर दिया।
सभी मृतक और घायल ग्राम सेंज, पोस्ट ऑफिस पंद्राणु, तहसील जुब्बल, शिमला, हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे।
मृतकों का विवरण
1: संजू उम्र 35 वर्ष।
2: सूरज उम्र 35 वर्ष  निवासी: उपरोक्त
3: शीतल पत्नी सूरज उम्र 25 वर्ष निवासी: उपरोक्त
4: सजंना पुत्री सविता देवी उम्र 21 वर्ष निवासी: उपरोक्त
5: दिव्यांश पुत्र जीत बहादुर उम्र 10 वर्ष निवासी: उपरोक्त
6: यश पुत्र सूरज उम्र 5 वर्ष निवासी: उपरोक्त
विवरण घायल:
जीत बहादुर पुत्र सुख बहादुर उम्र 36 वर्ष निवासी: उपरोक्त

 

द इको फैक्ट्री फाउंडेशन के शाश्वत भारत सेतु केंद्र का उद्घाटन  नितिन गडक़री ने किया
Posted Date : 29-Feb-2024 2:51:37 am

द इको फैक्ट्री फाउंडेशन के शाश्वत भारत सेतु केंद्र का उद्घाटन नितिन गडक़री ने किया

नई  दिल्ली । भारत के  सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में भारत के पहले शाश्वत भारत सेतु - विनिंग नेट जीरो एग्जिबिट का उद्घाटन किया। इसका निर्माण द इको फैक्ट्री फाउंडेशन (टीईएफएफ) द्वारा किया गया है। यह सेंटर लोगों से लेकर ग्रह तक पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली, समाधान और पद्धतियों का प्रदर्शन करके अत्याधुनिक अनुभव प्रदान किया जाता है, जो नेट जीरो इंडिया का लक्ष्य हासिल करने के अभियान का नेतृत्व कर सकते हैं।द इको फैक्ट्री फाउंडेशन पुणे के फाउंडर, आनंद चोरडिया ने ‘अपशिष्ट से धन, जल प्रबंधन, ऊर्जा, संरक्षण’ जैसी विभिन्न अवधारणाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कार्बन फुटप्रिंट कम करने के तरीकों, चक्रीय अर्थव्यवस्था के महत्व, ग्रामीण, शहरी, औद्योगिक और व्यक्तिगत क्षेत्रों में संवहनीयता हासिल करने और व्यापक रूप से नेट जीरो बनने की विधियों की भी जानकारी दी।उपस्थित जन-समूह को संबोधित करते हुए, गडकरी जी ने इस अनूठी पहल पर बधाई दी और इसकी प्रशंसा करते हुए कहा कि, इस प्रकार का असाधारण एग्जिबिट प्रस्तुत करने के लिए द इको फैक्ट्री फाउंडेशन को बहुत-बहुत बधाई!  शाश्वत भारत सेतु ने अत्यंत महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर ध्यान आकर्षित किया है जिससे हमारे पर्यावरण में और आगे हमारी पृथ्वी में नई जान आयेगी। शाश्वत भारत सेतु ‘अपशिष्ट से धन’ की अवधारणा का उदाहरण है। यह स्थायी समाधान प्रदान करता है जिससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि समुदायों के लिए कमाई के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह केंद्र भारत को एक नेट जीरो देश बनाने में योगदान के लिए पूरे राष्ट्र को प्रेरित करेगा। टीईएफएफ के संस्थापक, आनंद चोरडिया ने इस ऐतिहासिक पल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शाश्वत भारत सेतु - विनिंग नेट जीरो एग्जि़बिट हमारे जागरूकता पैदा करने और हर किसी को आसानी से नेट जीरो तथा पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के इरादे से संचालित था। मेरा दृढ़ विश्वास है कि शाश्वत भारत सेतु सच्चा सेतु है जो भारत को नेट जीरो हासिल करने के लिए मार्गदर्शन करेगा। हमें आशा है कि यह केंद्र पर्यावरण के अनुकूल भविष्य की दिशा में इस अभियान में हमसे जुडऩे के लिए अनेक लोगों तक पहुँच कर उन्हें प्रोतसाहित करेगा।

 

संदेशखाली मामले में हाईकोर्ट ने किया स्पष्ट, किसी भी राज्य या केंद्रीय एजेंसी को शाहजहां को गिरफ्तार करने का अधिकार
Posted Date : 29-Feb-2024 2:50:53 am

संदेशखाली मामले में हाईकोर्ट ने किया स्पष्ट, किसी भी राज्य या केंद्रीय एजेंसी को शाहजहां को गिरफ्तार करने का अधिकार

कोलकाता । कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने बुधवार को यह स्पष्ट कर दिया कि कोई भी जांच एजेंसी, चाहे वह राज्य या केंद्र सरकार के अधीन हो, फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार करने का अधिकार रखती है। शाहजहां 5 जनवरी को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ अधिकारियों पर हुए हमले का आरोपी मास्टरमाइंड है।
मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने सत्तारूढ़ दल के नेता की गिरफ्तारी से संबंधित मामले पर सुनवाई के दौरान यह बात कही।मुख्य न्यायाधीश ने स्पष्ट किया कि हालांकि ईडी और सीएपीएफ अधिकारियों पर हमले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस और सीबीआई की संयुक्त जांच टीम के गठन पर रोक है, लेकिन शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश ने किसी का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधियों और मंत्रियों के एक वर्ग द्वारा हाल ही में की गई सार्वजनिक टिप्पणी का भी उल्लेख किया कि कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा रोक के कारण राज्य पुलिस शाहजहां को गिरफ्तार करने में असमर्थ है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि अदालत आरोपियों को बचा रही है। राज्य पुलिस जिम्मेदारी से बच नहीं सकती, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में उसके खिलाफ इतनी सारी एफआईआर दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।
सुनवाई के दौरान ईडी के वकील धीरज त्रिवेदी ने तर्क दिया कि यदि राज्य पुलिस शाहजहां को गिरफ्तार करती है, तो ईडी के लिए बाद के चरण में उसकी रिमांड हासिल करना मुश्किल होगा और इसलिए वह मामले की स्वतंत्र सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने फिर से कहा कि राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों, दोनों को शाहजहां को गिरफ्तार करने का अधिकार है।

 

शादी समारोह में कढ़ी-चावल खाकर 50 लोगों की हालत बिगड़ी, दुल्हन की चाची की मौत
Posted Date : 29-Feb-2024 2:50:18 am

शादी समारोह में कढ़ी-चावल खाकर 50 लोगों की हालत बिगड़ी, दुल्हन की चाची की मौत

भोजपुर ।  बिहार में शादी में हल्दी की रस्म के दौरान कढ़ी-चावल खाने से दुल्हन समेत 50 लोगों की तबीयत खराब हो गई। इलाज के दौरान दुल्हन की दूर की चाची बसंती कुंवर (70) ने दम तोड़ दिया। 40 से ज्यादा लोगों का शहर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। दुल्हन की चाची शाहपुर थाना क्षेत्र इटवा गांव की रहने वाली थीं।
जानकारी के अनुसार, रविवार को हल्दी की रस्म पूरी होने के बाद सभी ने खाना खाया, जिसके बाद देखते-देखते दुल्हन समेत 50 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगडऩे लगी। दुल्हन के माता-पिता का भी इलाज चल रहा। बीमार हालत में ही मंगलवार को लडक़ी की शादी और विदाई हुई। मामला शाहपुर थाना क्षेत्र के इटवा गांव का है।
दुल्हन भी बीमार थी। इसी हालत में उसकी शादी करा दी गई। दुल्हन के पिता-माता और अन्य परिवार सदर अस्पताल में भर्ती हैं। शाहपुर रेफरल अस्पताल में 18 लोग और बाकी का निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। कार्यक्रम में रविवार को खाना खाने के बाद सभी की तबीयत बिगडऩे लगी थी। देखते-देखते बीमार लोगों की संख्या लगातार बढ़ती चली गई।
सभी को इलाज के लिए शाहपुर रेफरल अस्पताल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद इटवा गांव निवासी खुशबू सिंह, अंकुश कुमार, पूजा देवी, बसंती कुंवर, शेखर कुमार, अजीत सिंह, साक्षी सिंह, खुशी कुमारी, शकुंतला सिंह और भगमणि को इलाज के लिए शाहपुर रेफर अस्पताल से आरा सदर अस्पताल लाया गया था।