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लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी को तगड़ा झटका, छह बार के विधायक तापस रॉय ने टीएमसी से दिया इस्तीफा
Posted Date : 04-Mar-2024 8:00:07 pm

लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी को तगड़ा झटका, छह बार के विधायक तापस रॉय ने टीएमसी से दिया इस्तीफा

कोलकाता । तृणमूल कांग्रेस में दरारें तब और बढ़ गईं जब छह बार के पार्टी विधायक तापस रॉय ने सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय के कमरे से बाहर आने के बाद अपने इस्तीफे की पुष्टि की, जिन्हें उन्होंने प्रोटोकॉल के अनुसार अपना इस्तीफा सौंपा।
तापस रॉय ने पुष्टि की कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित तृणमूल कांग्रेस के सभी संगठनात्मक पदों से भी इस्तीफा दे दिया है। हालाँकि, उन्होंने अपने भविष्य के कदम के बारे में कुछ नहीं कहा। इससे पहले रॉय के पार्टी छोडऩे की आशंका को भाँपते हुये राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु और एक अन्य बागी तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष सोमवार सुबह उत्तरी कोलकाता में उनके आवास पर पहुंचे और उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की।
हालाँकि, दोपहर 12.15 बजे के आसपास उनके सभी प्रयास बेकार साबित हुए। रॉय अपने आवास से बाहर निकले और विधानसभा के लिए रवाना हुए। वह दोपहर करीब 12.35 बजे विधानसभा पहुंचे और अपना इस्तीफा दे दिया।
विधानसभा के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुरू में ईडी पर हमले के मामले में सदन के पटल पर शेख शाहजहाँ का बचाव किया था, लेकिन वह पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के नगरपालिका भर्ती घोटाले के सिलसिले में उत्तरी कोलकाता में उनके आवास पर केंद्रीय एजेंसी की छापेमारी के बारे में चुप रहीं। रॉय ने कहा, इससे मुझे बेहद दु:ख हुआ है।
रॉय ने सोमवार सुबह आरोप लगाया कि उनकी ही पार्टी का एक वर्ग उनके आवास पर हाल ही में छापेमारी के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने कहा, मैं 1996 से विधायक हूं। मैंने विधायक के रूप में इलाज खर्च का बिल आज तक नहीं लिया है। इसके बाद भी मेरे आवास पर ईडी की छापेमारी हुई। यह देखना होगा कि इसकी साजिश किसने रची।
यह पहली बार नहीं है कि रॉय ने अपनी ही पार्टी के नेतृत्व के एक वर्ग पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। जब 2 मार्च को उन्होंने ईडी पर इसी तरह के आरोप लगाए तो उन्होंने कोलकाता (उत्तर) निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय पर सीधे निशाना साधा।

 

कैंसर के बावजूद आदित्य मिशन में जुटे रहे इसरो चीफ, पूरा देश कर रहा सलाम
Posted Date : 04-Mar-2024 7:59:44 pm

कैंसर के बावजूद आदित्य मिशन में जुटे रहे इसरो चीफ, पूरा देश कर रहा सलाम

नई दिल्ली । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख एस सोमनाथ को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। खबर यह है कि जब आदित्य मिशन लांचिंग की तैयारी चल रही थी तब सोमनाथ को कैंसर होने का पता चला था। यह तथ्य एक एस सोमनाथ के साक्षात्कार में सामने आया। तब सोमनाथ को स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं सामने आ रही थीं तब स्कैनिंग करवाई तो पता चला कि उन्हें कैंसर है।
उन्होंने कहा कि आदित्य मिशन के दिन ही उन्हें इस बीमारी का पता चला था। इससे वो और उनका परिवार दोनों परेशान हो गए थे। यह उनके परिवार और सहकर्मियों के लिए बड़ा झटका था। 2 सितंबर, 2023 को आदित्य-एल 1 लॉन्च किया गया था। जांच में पता चला कि उनके पेट में कैंसर है।

 

महुआ मोइत्रा को बड़ा झटका, निशिकांत दुबे के खिलाफ दायर याचिका कोर्ट ने की खारिज
Posted Date : 04-Mar-2024 7:59:32 pm

महुआ मोइत्रा को बड़ा झटका, निशिकांत दुबे के खिलाफ दायर याचिका कोर्ट ने की खारिज

नई दिल्ली ।   दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को मानहानि के एक मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया। मोइत्रा ने प्रश्न के बदले नकदी मामले में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई द्वारा सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कथित अपमानजनक पोस्ट पर रोक लगाने की माँग की थी।
न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने अंतरिम निषेधाज्ञा के लिए मोइत्रा का आवेदन खारिज कर दिया, और दुबे तथा देहाद्राई को इस स्तर पर विवादित सामग्री पोस्ट करने से रोकने से इनकार कर दिया। मोइत्रा की अर्जी पर कोर्ट ने 20 दिसंबर 2023 को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। अदालत ने कहा, मैंने निषेधाज्ञा आवेदन खारिज कर दिया है।
न्यायमूर्ति दत्ता ने पहले स्पष्टीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच किसी भी प्रकार के प्रत्युपकार के बारे में पूछा था। मोइत्रा पर, जिन्हें पिछले साल 8 दिसंबर को संसद की आचार समिति द्वारा लोकसभा सांसद के रूप में निष्कासित कर दिया गया था, हीरानंदानी की ओर से सदन में प्रश्न पूछने के बदले नकद प्राप्त करने का आरोप था।
दुबे और देहाद्राई का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ताओं ने पहले एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के पैरा 68 का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि मोइत्रा और हीरानंदानी के बीच एक समझौता था, जिसके कारण मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। अदालत ने तब मोइत्रा के अंतरिम निषेधाज्ञा आवेदन पर आदेश सुरक्षित रख लिया था।
दुबे ने ही लोकसभा अध्यक्ष के पास शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि मोइत्रा ने संसद में सवाल उठाने के लिए रिश्वत ली थी। दुबे के अनुसार, ये आरोप देहाद्राई द्वारा उन्हें संबोधित एक पत्र से उपजे हैं।

 

1,000 अमृत भारत ट्रेनों का होगा निर्माण, वंदे भारत ट्रेनें होंगी एक्सपोर्ट; रेल मंत्री ने बताया सरकार का प्लान
Posted Date : 04-Mar-2024 3:02:42 am

1,000 अमृत भारत ट्रेनों का होगा निर्माण, वंदे भारत ट्रेनें होंगी एक्सपोर्ट; रेल मंत्री ने बताया सरकार का प्लान

नई दिल्ली ।  रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि भारत आने वाले वर्षों में नयी पीढ़ी की कम से कम 1,000 अमृत भारत ट्रेन का निर्माण करेगा। वहीं, 250 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन बनाने का काम जारी है। वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने वंदे भारत ट्रेनों के निर्यात पर काम पहले ही करना शुरू कर दिया है और देश द्वारा पहला निर्यात अगले पांच वर्षों में किये जाने की उम्मीद है।
वैष्णव ने बुलेट ट्रेन परियोजना के हिस्से के रूप में मुंबई और ठाणे के बीच भारत की पहली समुद्र के नीचे सुरंग के निर्माण की शुरुआत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि दुनिया में केवल पांच देश हैं, जिनके पास ऐसी तकनीक है। मुंबई और ठाणे के बीच 21 किलोमीटर लंबी प्रस्तावित सुरंग में 9.7 किलोमीटर की दूरी समुद्र से होकर गुजरेगी, जो इसकी सतह से 54 मीटर नीचे होगी। वैष्णव ने रेलवे के किराया संरचना और उसकी सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हर साल लगभग 700 करोड़ लोग रेलवे से सफर करते हैं। व्यावहारिक रूप से प्रतिदिन ढाई करोड़ लोग रेलवे से सफर करते हैं। किराया संरचना ऐसी है कि यदि एक व्यक्ति को ले जाने की लागत 100 रुपये है, तो हम 45 रुपये लेते हैं। इसलिए हम रेलवे से यात्रा करने वाले हर व्यक्ति को औसतन 55 प्रतिशत की छूट देते हैं।’’
मंत्री ने कहा, हमने अमृत भारत ट्रेन डिजाइन की है, जो एक विश्व स्तरीय ट्रेन है। इसके जरिये केवल 454 रुपये के खर्च पर 1,000 किलोमीटर की यात्रा की जा सकती है।’’ वैष्णव ने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में कम से कम 1,000 नयी पीढ़ी की अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण करेगा और 250 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन बनाने का काम जारी है। वैष्णव ने रेलवे के कुल वार्षिक व्यय का ब्यौरा दिया और कहा कि पेंशन, वेतन, ऊर्जा खर्च और पट्टा-ब्याज भुगतान पर व्यय क्रमश: 55,000 करोड़ रुपये, 97,000 करोड़ रुपये, 40,000 करोड़ रुपये और 32,000 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि अन्य 12,000 करोड़ रुपये रखरखाव पर खर्च होते हैं और सभी मिलकर लगभग 2.40 लाख करोड़ रुपये होते हैं।
वैष्णव ने कहा, हम इन सभी खर्चों को पूरा करने में सक्षम हैं, क्योंकि टीम प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में बहुत कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा, आज, रेलवे स्टेशन 10 साल पहले की तुलना में बहुत अलग हैं। स्टेशन और ट्रेनें साफ-सुथरी हैं और हर ट्रेन में जैव-टॉयलेट है। रेल मंत्री के मुताबिक, नयी तकनीक के आने से वंदे भारत जैसी ट्रेनें युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हो गई हैं। वैष्णव ने कहा, ‘‘व्यावहारिक रूप से, हर हफ्ते एक वंदे भारत ट्रेन बेड़े में शामिल हो रही है। हम आने वाले कुछ वर्षों में ही कम से कम 400 से 500 ट्रेन का निर्माण करेंगे। पटरी क्षमता विस्तार पर उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल, हमने 5,200 किलोमीटर का नयी पटरी जोड़ी थी। इस साल, हम 5500 किलोमीटर की नयी पटरी जोड़ेंगे। यह हर साल देश में स्विट्जरलैंड को जोडऩे जैसा है। इसी गति से काम चल रहा है।’’
यात्रियों की सुरक्षा पहलों को रेखांकित करते हुए, वैष्णव ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में, यात्रियों की सुरक्षा पर 1.27 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है और हर साल लगभग 7000 किलोमीटर लंबी खराब पटरियों को बदला गया है। उन्होंने भारत में रेल नेटवर्क पर लागू की जा रही स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली ‘कवच’ की विशेषताओं पर प्रकाश डाला और कहा कि सभी देशों ने 1980 के दशक के आसपास एटीपी को लागू करना शुरू कर दिया था लेकिन उस समय की हमारी सरकारों ने इस महत्वपूर्ण यात्री सुरक्षा सुविधा पर ध्यान केंद्रित नहीं किया।
वैष्णव ने बुलेट ट्रेन परियोजना के कार्यान्वयन में देरी के लिए महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘वापी से अहमदाबाद तक गुजरात खंड पर निर्माण बहुत तेज गति से चल रहा था, लेकिन हम मुंबई से वापी तक खंड पर शुरू नहीं कर सके क्योंकि श्री ठाकरे की सरकार ने हमें इसकी कभी अनुमति नहीं दी। सरकार बदलने के बाद हमें सभी मंजूरी मिल गई।’’ उन्होंने इससे इनकार किया कि रेलवे समृद्ध वर्ग को अधिक सुविधाएं देने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान गैर-वातानुकूलित कोच पर है क्योंकि हमारे प्रमुख ग्राहक कम आय वाले परिवार हैं। हमारे पास मौजूद 67,000 कोच में से दो-तिहाई गैर-वातानुकूलित हैं।

 

महिला को चलती ट्रेन से टीटीई ने दिया धक्का, रेलगाड़ी-प्लेटफार्म के बीच फंसी; जनरल टिकट लेकर एसी कोच में चढऩे से था नाराज
Posted Date : 04-Mar-2024 3:00:05 am

महिला को चलती ट्रेन से टीटीई ने दिया धक्का, रेलगाड़ी-प्लेटफार्म के बीच फंसी; जनरल टिकट लेकर एसी कोच में चढऩे से था नाराज

फरीदाबाद । हरियाणा के फरीदाबाद में झेलम एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में चढ़ी महिला को टीटीई ने चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। महिला ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच में फंसकर घायल हो गई। मौके पर मौजूद आरपीएफ के जवानों ने चेन पुलिंग करा ट्रेन रुकवाई और बड़ी मुश्किल से महिला को ट्रेन के नीचे से निकाल कर अस्पताल भिजवाया। महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। ॉमहिला की शिकायत पर टीटीई के खिलाफ हत्या करने का प्रयास की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
एसजीएम नगर निवासी भावना (40) 29 फरवरी को झांसी में अपनी रिश्तेदारी में शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी। बेटी शिल्पा उसे फरीदाबाद स्टेशन पर छोडऩे आई। वह जनरल टिकट लेकर झेलम एक्सप्रेस का इंतजार करने लगी। दोपहर करीब सवा 12 बजे ट्रेन प्लेटफार्म पर आकर रुक गई। भावना सामने आए एसी कोच-1 में चढ़ गई। इसी दौरान ट्रेन चल पड़ी।
भावना ने जीआरपी को शिकायत में कहा कि एसी कोच में चढ़ते ही डयूटी पर तैनात टीटीई ने कहा कि एसी कोच में क्यों चढ़ गई?। डिब्बे से नीचे उतरो। महिला ने कहा कि मेरे पास जरनल टिकट है। मैं जुर्माना देने को भी तैयार हूं। बावजूद टीटीई नहीं माना। महिला ने बताया कि टीटीई ने चलती ट्रेन से पहले उनका सामान बाहर फेंक दिया फिर उसे भी धक्का दे दिया। महिला प्लेटफार्म पर गिरते ही ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच फंस गई। ऑन ड्यूटी आरपीएफ कर्मी ने चेन पुलिंग कराई।
इसके बाद लोगों की मदद से उसे ट्रेन के नीचे से निकाला गया। घटना के चलते करीब 10 मिनट तक ट्रेन स्टेशन पर ही रुकी रही। उसके दाएं हाथ के अंगूठे, सिर, कूल्हा व पैर में गंभीर चोटें आई हैं। उसका एनआईटी स्थित ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है।  सूत्रों का कहना है कि यदि 2 मिनट और लेट होता तो महिला की जान जा सकती थी। क्योंकि वह ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच में बुरी तरह से फंस चुकी थी। ट्रेन के रफ्तार पकड़ते ही वह रेलवे लाइन पर आ जाती, उसका बचना मुश्किल था। महिला का कहना है कि जान से मारने की नीयत से टीटीई ने चलती ट्रेन से फेंका।
महिला की शिकायत पर जीआरपी ने हत्या के प्रयास की धारा के तहत टीटीई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जीआरपी थाना प्रभारी राजपाल का कहना है कि रेलवे से टीटीई के बारे में रिकॉर्ड तलब किए जा रहे हैं। अभी आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।

 

मुंबई में रोका गया चीनी जहाज, परमाणु हथियार बनाने का सामान लेकर जा रहा था पाकिस्तान
Posted Date : 04-Mar-2024 2:59:33 am

मुंबई में रोका गया चीनी जहाज, परमाणु हथियार बनाने का सामान लेकर जा रहा था पाकिस्तान

नई दिल्ली । चीन से पाकिस्तान जा रहे एक जहाज को मुंबई में रोक लिया गया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इस जहाज में कुछ ऐसा है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए किया जा सकता था। कस्टम अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर माल्टा के झंडे वाले व्यापारिक जहाज सीएमए सीजीएम अत्तिला को 23 जनवरी को बंदरगाह पर रोका। जांच के दौरान इसमें कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन भी मिली, जिसे एक इटैलियन कंपनी ने बनाया था।
सीएनसी मशीनों को कंप्यूटर से कंट्रोल किया जाता है, ऐसा मैनुअली करना पॉसिबल नहीं है। डीआरडीओ की एक टीम ने भी जहाज में लदी खेप का निरीक्षण किया। जांच में सामने आया कि जहाज में लदी चीजों का इस्तेमाल पड़ोसी देश अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह इक्विपमेंट पाकिस्तान के मिसाइल विकास कार्यक्रम में महत्वपूर्ण हो सकता है। गौरतलब है कि 1996 के बाद से, सीएनसी मशीनों को वासेनार अरेंजमेंट में शामिल किया गया है। यह एक इंटरनेशनल आर्म्स कंट्रोल है, जिसका उद्देश्य नागरिक और सैन्य उपयोग दोनों के साथ उपकरणों के प्रसार को रोकना है।
सीएनसी मशीनों का इस्तेमाल उत्तरी कोरिया में न्यूक्लियर प्रोग्राम्स के लिए किया गया था। मुंबई पोर्ट के अधिकारियों ने भारतीय सुरक्षा अधिकारियों को इस बारे में अलर्ट किया था। इसके बाद निरीक्षण किया गया और कंसाइनमेंट को सीज कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की जांच में संकेत मिले हैं कि 22,180 किलोग्राम वजन की खेप ताइयुआन माइनिंग इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी लिमिटेड द्वारा भेजी गई थी। इसे कॉसमॉस इंजीनियरिंग के लिए पाकिस्तान ले जाया गया था। यह पहली बार नहीं है ब भारतीय बंदरगाह अधिकारियों ने चीन से पाकिस्तान भेजे जाने वाले इस तरह के दोहरे उपयोग वाले सैन्य-ग्रेड आइटम जब्त किए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि चिंता यह है कि पाकिस्तान चीन से उन चीजों को हासिल कर सकता है, जिस पर यूरोप और अमेरिका ने बैन लगा रखा है। पाकिस्तान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों के लिए चीनी समर्थन भी परेशान करने वाली बात है। गौरतलब है कि 2020 में मिसाइल बनाने के लिए खास ऑटोक्लेव को पाकिस्तान जाने वाले चीनी जहाज पर औद्योगिक उपकरण के रूप में छुपाया गया था। जांच का मकसद यह पता लगाना है कि क्या इन संदिग्ध पाकिस्तानी संस्थाओं ने दोहरे इस्तेमाल वाली इन सामग्रियों की आपूर्ति डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी ऑर्गनाइजेशन (डीईएसटीओ) को की है।