आज के मुख्य समाचार

वैज्ञानिकों ने की कमाल की खोज : अब खून की जांच से पता चलेगा, नींद पूरी हुई या नहीं
Posted Date : 11-Mar-2024 5:02:19 am

वैज्ञानिकों ने की कमाल की खोज : अब खून की जांच से पता चलेगा, नींद पूरी हुई या नहीं

नई दिल्ली । वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक ब्लड टेस्ट डेवलप किया है जो यह पता लगा सकता है कि कोई व्यक्ति 24 घंटों से सोया नहीं है। ऑस्ट्रेलिया में मोनाश विश्वविद्यालय और ब्रिटेन में बर्मिंघम विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के अनुसार, नींद की कमी से गंभीर बीमारी या मृत्यु का खतरा भी बढ़ सकता है। साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, बायोमार्कर टेस्ट से पता लग सकता है कि कोई व्यक्ति 24 घंटे तक जाग रहा था या नहीं।
ब्रिटेन में बर्मिंघम विश्वविद्यालय में नींद और सर्केडियन विज्ञान के प्रोफेसर क्लेयर एंडरसन ने कहा, वैज्ञानिकों के लिए यह वास्तव में एक रोमांचक खोज है, और अपर्याप्त नींद से संबंधित स्वास्थ्य प्रबंधन में परिवर्तनकारी हो सकती है। दुनिया भर में लगभग 20 प्रतिशत सडक़ दुर्घटनाएं नींद की कमी के कारण होती है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि यह खोज नींद से वंचित ड्राइवरों की आसानी से पहचान कर सकती है जिससे भविष्य में इस मामले का आसानी से उपचार हो।
एंडरसन ने कहा, इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि पांच घंटे से कम नींद असुरक्षित ड्राइविंग से जुड़ी है, लेकिन 24 घंटे जागने के बाद गाड़ी चलाना, शराब पीकर गाड़ी चलाने से कहीं ज्यादा खतरनाक है। यह टेस्ट भविष्य में फोरेंसिक उपयोग के लिए भी हो सकता है लेकिन आगे सत्यापन की आवश्यकता है। यह नींद की कमी का बायोमार्कर टेस्ट 24 घंटे या उससे अधिक जागने पर आधारित है, लेकिन 18 घंटे तक जागने का पता भी लगा सकता है।

 

कांग्रेस को बड़ा झटका : अशोक गहलोत के करीबी सहयोगी, दो पूर्व मंत्रियों सहित 25 दिग्गज नेता बीजेपी में शामिल
Posted Date : 11-Mar-2024 5:01:47 am

कांग्रेस को बड़ा झटका : अशोक गहलोत के करीबी सहयोगी, दो पूर्व मंत्रियों सहित 25 दिग्गज नेता बीजेपी में शामिल

जयपुर । राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी सहयोगी व पूर्व कृषि मंत्री लालचंद कटारिया सहित 25 कांग्रेस नेता यहां मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सी.पी. जोशी की उपस्थिति में भगवा पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने वालों में पूर्व विधायक रिछपाल सिंह मिर्धा और विजयपाल सिंह मिर्धा नागौर के प्रमुख जाट नेता हैं। तीन पूर्व मंत्रियों सहित आधा दर्जन से अधिक वरिष्ठ नेता भाजपा में शामिल हुए। सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने इसकी पुष्टि की।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के करीबी माने जाने वाले पूर्व मंत्री खिलाड़ी लाल बैरवा और पूर्व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव भी पार्टी में शामिल हुए। बैरवा ने कहा कि वह पीएम मोदी के विजन को देखते हुए भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, मैं एससी आयोग का अध्यक्ष था। फिर मैं डेढ़ साल तक सीएम गहलोत से कहता रहा कि आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि एससी की आबादी सिर्फ 18 फीसदी है। लेकिन कांग्रेस एससी-एसटी को अपनी कठपुतली मानती है। भाजपा ने उदाहरण पेश करते हुए दलित कानून मंत्री बनाया।
इन नेताओं के भाजपा में शामिल होने के दौरान मंच पर केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, डिप्टी सीएम दीया कुमारी, राजेंद्र राठौड़, अलका गुर्जर और विजया रहाटकर समेत कई भाजपा नेता मौजूद रहे।
भाजपा में शामिल होने वाले तीन पूर्व मंत्रियों और दो जाट नेताओं के अलावा आलोक बेनीवाल, रामपाल शर्मा, रामनारायण किसान, अनिल व्यास, ओंकार सिंह चौधरी, गोपाल राम कुकना, अशोक जांगिड़, प्रिया मेघवाल, सुरेश चौधरी, राजेंद्र पारसवाल, शैतान सिंह मेहरड़ा, रामनारायण झाझड़ा, जगन्नाथ बुरडक, करमवीर चौधरी, कुलदीप ढेवा, बच्चू सिंह चौधरी, रामलाल मीणा, महेश शर्मा, रणजीत सिंह और मधुसूदन शर्मा शामिल हैं।

 

कूनो नेशनल पार्क से आई खुशखबरी, मादा चीता गामिनी ने दिया 5 शावकों को जन्म
Posted Date : 11-Mar-2024 5:00:51 am

कूनो नेशनल पार्क से आई खुशखबरी, मादा चीता गामिनी ने दिया 5 शावकों को जन्म

भोपाल । कूनो नेशनल पार्क से बड़ी खुशखबरी सामने आई है। इस बार दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया है। इन शावकों के जन्म के बाद कूनो में चीतों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। अब कूनो में 13 शावकों सहित चीतों की संख्या 26 हो गई है। केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट शेयर करके देश वासियों के साथ यह जानकारी साझा की है।
केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ङ्ग पर फोटो साझा कर लिखा है कि ‘हाई फाइव, कूनो, दक्षिण अफ्रीका के त्वालु कालाहारी रिजर्व से लाई गई मादा चीता गामिनी (5) ने आज 5 शावकों को जन्म दिया है। इससे भारत में जन्मे शावकों की संख्या 13 हो गई है। यह भारतीय धरती पर चौथा चीता वंश है और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया चीता का पहला वंश है। सभी को बधाई, विशेषकर वन अधिकारियों, पशु चिकित्सकों और फील्ड स्टाफ की टीम को। जिन्होंने चीतों के लिए तनाव मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया है। जिससे सफल संभोग और शावकों का जन्म हुआ है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शावकों समेत चीतों की कुल संख्या 26 है।
बता दें कि नए साल के तीसरे दिन तीन जनवरी 2024 को कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता आशा ने चार शावकों को जन्म दिया था। कूनो प्रबंधन शावकों के वीडियो और फोटो जारी किए थे। इससे पहले 24 मार्च 2023 को मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया, लेकिन उनमें से तीन की मौत हो गई थी। अभी एक जीवित है। अब कूनो में कुल 26 चीते (13 वयस्क और 13 शावक) हो गए हैं।

 

पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सेला सुरंग का किया उद्घाटन
Posted Date : 10-Mar-2024 3:41:27 am

पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सेला सुरंग का किया उद्घाटन

ईटानगर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सेला सुरंग राष्ट्र को समर्पित की। यह 13 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सुरंग है।
यह सुरंग भारत की सुरक्षा को मजबूत करेगी और जरूरत पडऩे पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सशस्त्र बलों की पहुंच को आसान बनाएगी।
सुरंग को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद, पीएम ने लोगों से इसे देखने और क्षेत्र में व्यापार व पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद का आग्रह किया।
पीएम ने कहा, सेला सुरंग पहले ही बन जानी चाहिए थी, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। इस मौके पर पीएम ने तवांग से दो बसों को हरी झंडी भी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने सीमा क्षेत्र को अंतिम मील तक कनेक्टिविटी प्रदान करने और अत्यंत कठिन परिस्थितियों में ऐसे दुर्गम इलाके में इंजीनियरिंग के चमत्कार के लिए सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) के प्रयासों की सराहना की।
सेला सुरंग के अलावा, पीएम ने ईटानगर से 123 प्रमुख विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में 55 हजार 600 करोड़ रुपये की 95 परियोजनाओं की नींव रखी।
एक अधिकारी ने कहा कि सुरंग के खुलने से असम के तेजपुर को तवांग से जोडऩे वाली सडक़ पर हर मौसम में आवागमन संभव हो सकेगा।
सेला-चारबेला रिज से होकर गुजरने वाली और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) से निर्मित यह सुरंग 13 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी दे लेन की सुरंग है।
गौरतलब हैै कि एनएटीएम का उपयोग विशेष रूप से हिमालय क्षेत्र में सुरंगों के निर्माण में किया जाता है।
यह सुरंग बालीपारा-चारद्वार-तवांग रोड पर तवांग क्षेत्र को जोडऩे वाली एक महत्वपूर्ण धुरी है। यह तेजपुर तक भीतरी इलाकों को कनेक्टिविटी प्रदान करती है।
सडक़ पर नेचिपु, बोमडिला टाउन और सेला दर्रा जैसी कई बाधाएं थीं, जिन्हें बीआरओ ने सेला और नेचिपु सुरंगों और बोमडिला बाईपास का निर्माण कर हल किया।
सेला सुरंग की आधारशिला 9 फरवरी, 2019 को पीएम ने ही रखी थी और इसका निर्माण दो महीने के भीतर शुरू हो गया था।
दुर्गम इलाके और प्रतिकूल मौसम की चुनौतियों को पार करते हुए सुरंग का निर्माण केवल पांच वर्षों में पूरा कर लिया गया।
इस सुरंग में क्रमश: 1,003 मीटर और 1,595 मीटर लंबी दो सुरंगें हैं। इनमें 8.6 किमी की पहुंच और लिंक सडक़ें हैं, जिनका निर्माण 825 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि दूसरी सुरंग में अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार मुख्य सुरंग से सटी एक एस्केप ट्यूब भी है।
मुख्य ट्यूब के समानांतर बनी एस्केप ट्यूब हर 500 मीटर के बाद क्रॉस पैसेज से जुड़ी है और आपातकालीन स्थिति में इस एस्केप ट्यूब का उपयोग बचाव वाहनों की आवाजाही और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए किया जा सकता है।
सुरंग को 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ प्रति दिन तीन हजार कारों और दो हजार ट्रकों के आने-जाने के लिए डिजाइन किया गया है।
यह सुरंग न केवल सैनिकों और आपूर्ति की सुचारू आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी और क्षेत्र में रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगी, बल्कि यह तवांग क्षेत्र के लिए आर्थिक समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत भी करेगी। इससे व्यापार, पर्यटन, रोजगार, शिक्षा और समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा।
अधिकारियों ने कहा कि पहले सेला दर्रे के मार्ग में केवल सिंगल लेन कनेक्टिविटी और खतरनाक मोड़ थे। इसके कारण भारी वाहन, कंटेनर ट्रक और ट्रेलर तवांग नहीं जा पाते थे।
अधिकारियों के अनुसार, प्रतिकूल मौसम, विशेष रूप से सर्दियों में, मौजूदा सेला दर्रे से मरीजों को आने-जाने में कठिनाई होती थी। इस सुरंग के खुलने से यह अब अतीत की बात हो जाएगी।
सुरंग के खुलने से आठ किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी और यात्रा का समय भी एक घंटे कम हो जाएगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने में पांच वर्षों तक प्रतिदिन औसतन लगभग 650 कर्मियों और मजदूरों ने काम किया।
इसके निर्माण में 71 हजार मीट्रिक टन सीमेंट, 5 हजार मीट्रिक टन स्टील और 800 मीट्रिक टन विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।
सुरंग के निर्माण के दौरान बीआरओ को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ठंड व बर्फ के कारण कंक्रीटिंग प्रक्रिया में देरी हुई। निर्माण के दौरान सुरंग में पानी भी प्रवेश कर जाता था।
लेकिन इन चुनौतियों के बावजूद, टेक्नोलॉजी के कुशल उपयोग, अधिकारियों के अनुभव और श्रमिकों की कड़ी मेहनत के कारण पांच साल से भी कम समय में बीआरओ सुरंग का निर्माण पूरा कर सका।
सुरंग में अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था हैं। इसमें हवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए वेंटिलेशन सिस्टम और विश्व स्तरीय इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम है। इसमेें जेट फैन वेंटिलेशन सिस्टम, अग्निशमन उपकरण, सीआईई मानदंड-आधारित रोशनी प्रणाली और एससीएडीए नियंत्रित निगरानी प्रणाली शामिल हैं।

 

पीएम मोदी ने असम में 17,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का अनावरण किया
Posted Date : 10-Mar-2024 3:41:08 am

पीएम मोदी ने असम में 17,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का अनावरण किया

गुवाहाटी ।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम में 17,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का अनावरण किया।
पीएम मोदी ने जोरहाट में एक पब्लिक मीटिंग को संबोधित करते हुए आवास, तेल-गैस, स्वास्थ्य और रेलवे सेक्टरों को बढ़ावा देने वाली पहलों की जानकारी दी।
उत्तर पूर्वी क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री विकास पहल (पीएम-डिवाइन) कार्यक्रम के तहत, पीएम मोदी ने गुवाहाटी में हेमाटो-लिम्फोइड सेंटर और शिवसागर में एक मेडिकल कॉलेज व अस्पताल सहित कई सरकारी परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
इसके अलावा पीएम मोदी ने डिगबोई और गुवाहाटी में रिफाइनरियों के लिए क्षमता विस्तार कार्यों की आधारशिला भी रखी।
पीएम मोदी ने 718 किलोमीटर लंबी बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन के साथ-साथ तिनसुकिया में एक नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का उद्घाटन किया। इनकी लागत लगभग 3,992 करोड़ रुपये है।
पीएम मोदी ने पीएम आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत लगभग 8,450 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लगभग 5.5 लाख घरों का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने असम में धूपधारा-छायगांव सेक्शन (न्यू बोंगाईगांव-गुवाहाटी वाया गोलपारा दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा) और न्यू बोंगाईगांव-सोरभोग सेक्शन (न्यू बोंगाईगांव-अगथोरी दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा) समेत 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का अनावरण किया।

 

पीएम मोदी ने असम में लचित बरफुकन की 125 फीट ऊंची प्रतिमा का किया अनावरण
Posted Date : 10-Mar-2024 3:40:30 am

पीएम मोदी ने असम में लचित बरफुकन की 125 फीट ऊंची प्रतिमा का किया अनावरण

गुवाहाटी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम के जोरहाट जिले में 16वीं सदी के अहोम साम्राज्य के सेनापति लचित बरफुकन की 125 फीट ऊँची प्रतिमा का अनावरण किया। पीएम मोदी ने होल्लोंगापार में लचित बरफुकन मैदम विकास परियोजना में ‘स्टैच्यू ऑफ वैलर’ का अनावरण किया, जो जिले के टेओक क्षेत्र के करीब है।
प्रधानमंत्री अरुणाचल प्रदेश से हेलीकॉप्टर से जोरहाट पहुँचे। वह पारंपरिक पोशाक और टोपी पहने हुए थे। अहोम रीति-रिवाज से मूर्ति अनावरण का अनुष्ठान हुआ। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे।
इस 84 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण राम वनजी सुतार ने किया है। इसके बेस की ऊँचाई 41 फीट है। इस तरह पूरी संरचना की ऊंचाई 125 फीट है। फरवरी 2022 में तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने प्रतिमा की नींव रखी।