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नीट विवाद को लेकर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के छात्रों ने की एनटीए को भंग करने की मांग
Posted Date : 24-Jun-2024 9:21:45 am

नीट विवाद को लेकर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के छात्रों ने की एनटीए को भंग करने की मांग

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर छात्र संगठन एनएसयूआई ने नीट परीक्षा में धांधली को लेकर सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के प्रेसिडेंट वरुण चौधरी के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन किया गया।
छात्र जंतर-मंतर पर तख्तियां लेकर पहुंचे और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की भी मांग की। छात्रों ने अपना रोष प्रकट करने के लिए धर्मेंद्र प्रधान से जुड़े कई पोस्टर भी लगाए। 
एक प्रदर्शनकारी छात्र मान्य शर्मा ने कहा, हम एजुकेशन लोन लेकर दिन रात पढ़ाई करते हैं और सरकार आसानी से कह देती है कि पेपर लीक हो गया। इस मामले में संलिप्त किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं करती है। नीट का पेपर लीक होने से 24 लाख छात्रों पर असर पड़ा है। उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। यूजीसी नेट का पेपर हुए 24 घंटे भी नहीं हुए और उसे रद्द कर दिया गया। मोदी सरकार छात्रों को इंसाफ दिलाने में पूरी तरह असमर्थ है। इसे देखते हुए एनएसयूआई यहां प्रदर्शन कर रही है। हमारी सरकार से मांग है कि परीक्षा लीक करने के मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और एनटीए को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया जाए। अब यह एजेंसी परीक्षा का सफल आयोजन कराने में असमर्थ है।
वहीं प्रदर्शन में शामिल एक अन्य छात्र ने कहा, जिस तरह से नीट का पेपर लीक कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है, उसकी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की जाए। इसके अलावा, दोबारा से एंट्रेंस टेस्ट कराया जाए। छात्रों को न्याय मिले।
प्रदर्शन में शामिल एक छात्र ने कहा, इस शिक्षा व्यवस्था में एक बहुत बड़ा घोटाला चल रहा है और यह सब कुछ सरकार के संरक्षण में हो रहा है। यह पेपर लीक का घोटाला है। शिक्षा व्यवस्था में गोरखधंधा चल रहा है और हम इसी तरह से विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे, जब तक कि इसमें शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो जाती। आज लोकसभा का पहला सत्र है। इस नई सत्र में हम लोग इस लोकसभा को बताना चाहते हैं कि जनता, छात्र अपनी बात रखेंगे, अपनी बात संसद तक पहुंचाएंगे, हम लोग अब एनटीए के भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं। आज की तारीख में एनटीए पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुकी है। संसद से प्रस्ताव पारित कर एनटीए को भंग किया जाए।

 

सुप्रीम कोर्ट का केजरीवाल को तत्काल राहत देने से इनकार, अगली सुनवाई 26 जून को
Posted Date : 24-Jun-2024 9:21:05 am

सुप्रीम कोर्ट का केजरीवाल को तत्काल राहत देने से इनकार, अगली सुनवाई 26 जून को

नईदिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तत्काल राहत देने से इनकार कर दिया है। केजरीवाल ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में निचली अदालत की ओर से उन्हें दी गई जमानत पर रोक लगाने वाले दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी की अवकाश पीठ ने कहा कि हाईकोर्ट को अपना आदेश देने दीजिए। हम आपको 26 जून को सुनेंगे।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल की ओर से पेश हुए अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कथित आबकारी घोटाले से जुड़े ईडी के मामले में जमानत आदेश पर उच्च न्यायालय की रोक हटाने का अनुरोध किया। ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने केजरीवाल की याचिका का विरोध किया और कहा कि हाईकोर्ट उनकी रोक याचिका पर फैसला सुनाने वाला है। 
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अभिषेक सिंघवी से कहा कि अगर वह हाईकोर्ट के स्थगन आदेश के खिलाफ सीएम केजरीवाल की याचिका पर कोई आदेश पारित करता है, तो यह मामले को लेकर पूर्वाग्रह होगा। बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। वे पिछले शुक्रवार को तिहाड़ जेल से बाहर आ सकते थे, लेकिन हाईकोर्ट ने संघीय जांच एजेंसी की याचिका पर सुनवाई करते हुए उनकी जमानत पर स्टे दे दिया।
दरअसल, निचली अदालत ने 20 जून को केजरीवाल को जमानत दे दी थी, लेकिन हाईकोर्ट ने बीते शुक्रवार को इस पर अंतरिम रोक लगा दी। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। हाईकोर्ट की एक अवकाशकालीन पीठ ने कहा था कि अगले आदेश तक जिस फैसले को चुनौती दी गई है, उसे अमल में नहीं लाया जा सकेगा। हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों को 24 जून तक लिखित दलील दाखिल करने को कहा था। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के लिए 10 जुलाई की तारीख तय की है।

 

एक परिवार के पांच सदस्यो की हादसे में मौत
Posted Date : 24-Jun-2024 9:20:35 am

एक परिवार के पांच सदस्यो की हादसे में मौत

जौनपुर। जनपद प्रयागराज के थाना सराय ममरेज क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक हादसे में जौनपुर  के  एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना में मौत की खबर  मृतको के परिवार में पहुंचते ही कोहराम मच गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बताते है कि , हादसा सरायममरेज थाना इलाके के सोरो पेट्रोल पंप के पास हुआ। एक टैंकर ने बाइक को रौंद डाला। हादसे में बाइक सवार पांच लोगों की मौत हो गई। हादसा सोमवार सुबह करीब छह बजे हुआ। हादसे में जान गंवाने वाले सभी मृतक एक ही परिवार के हैं। जिसमें दो बेटों समेत मां भी शामिल है। सरायममरेज थाना इलाके के सोरो पेट्रोल पंप के पास सुबह करीब छह बजे टैंकर ने बाइक में जोरदार टक्कर मारी। बाइक पर आठ माह की बच्ची समेत पांच लोग सवार थे। टक्कर इतनी जोरदार थी की छिटककर सभी दूर जा गिरे और मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में विकास (25) पुत्र बल्ली, सुम्मरी (60) पत्नी देवकी, जनता (34) पत्नी नमकीन, दीवाना (7) पुत्र नमकीन, लक्ष्मी (8 माह) पुत्री नमकीन की मौत हो गई। यह सभी जौनपुर जनपद के थाना मीरगंज क्षेत्र के चैकी खुर्द इलाके के रहने वाले थे। किसी शादी में शिरकत करने के बाद घर लौट रहे थे। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने टैंकर को कब्जे में लेने के बाद चालक को पकड़ लिया। घटना की सूचना पाकर मृतकों के परिजन भी पहुंच गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

 

1300 के पार पहुंची हज यात्रा में मरने वालों की संख्या
Posted Date : 24-Jun-2024 9:19:48 am

1300 के पार पहुंची हज यात्रा में मरने वालों की संख्या

रियाद । सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच हज यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या 1300 के पार पहुंच गई है। सऊदी अरब सरकार ने कहा कि गर्मी के कारण बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ी है। कई का इलाज चल रहा है। अफसोस की बात ये है कि इस साल हज यात्रा में मरने वालों की संख्या 1301 तक पहुंच गई है। बयान में कहा गया है कि मरने वालों में से 83 प्रतिशत लोग हज यात्रा करने के लिए अनधिकृत थे। ये लोग बिना किसी आराम के तेज धूप में लंबी दूरी तक पैदल चले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मरने वालों में कई बुजुर्ग और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति भी शामिल थे। 
रिपोर्ट के अनुसार, सभी मृतकों के परिवारों की पहचान कर ली गई है।
इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत और घायल होने के पीछे मुख्य कारण अत्यधिक गर्मी को बताया गया है। सोमवार को मक्का में तापमान रिकॉर्ड 125 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच गया। सरकार के कई अधिकारियों ने कहा कि अनधिकृत तीर्थयात्रियों की संख्या के कारण समस्याएं बढ़ गई हैं।
कुछ तीर्थयात्रियों ने इस साल की हज यात्रा के खराब बुनियादी ढांचे और संगठन पर ही सवाल किए हैं। तीर्थयात्रियों ने अपना अधिकांश दिन चिलचिलाती गर्मी में बाहर घूमते हुए बिताया। कुछ तीर्थयात्रियों ने बताया कि लोगों को अपनी आंखों के सामने बेहोश होते और सफेद कपड़े से ढके शवों के पास से गुजरते देखा है। 
सऊदी अरब की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब मिस्र सरकार ने मक्का में अवैध तीर्थयात्रा करने में शामिल 16 हज पर्यटन फर्मों के लाइसेंस रद्द कर दिए। मिश्र सरकार की शनिवार को कैबिनेट बैठक हुई। समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ फर्मों ने सही वीजा जारी नहीं किए थे, इसलिए मिश्र के लोग सीधे तौर पर मक्का में प्रवेश नहीं कर सके। उन्हें पैदल रेगिस्तानी रास्तों से प्रवेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे लोगों के पास रुकने उचित साधन नहीं थे, जिससे लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा। तपचती गर्मी के बीच जान चली गई।

 

इसरो ने फिर किया कमाल, रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल ‘पुष्पक’ की लगातार तीसरी सफल लैंडिंग
Posted Date : 23-Jun-2024 8:23:56 pm

इसरो ने फिर किया कमाल, रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल ‘पुष्पक’ की लगातार तीसरी सफल लैंडिंग

नई दिल्ली । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अपने रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल-एलईएक्स-03  ‘पुष्पक’ की लगातर तीसरी बार सफल लैंडिंग कराकर बड़ी सफलता हासिल की है। रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल को लैंड कराने में सफलता हासिल करने के बाद अब इसरो के लिए ‘पुष्पक’ का ऑर्बिटल री-एंट्री टेस्ट करने का रास्ता साफ हो गया है। इसरो ने रविवार को एक बयान में कहा कि ‘पुष्पक’ ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उन्नत स्वायत्त क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए एक सटीक होरिजेंटल लैंडिंग को अंजाम दिया।
यह परीक्षण बेंगलुरु से लगभग 220 किमी दूर चित्रदुर्ग जिले के चल्लकेरे में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में आयोजित किया गया था। पुष्पक को इंडियन एयरफोर्स के चिनूक हेलिकॉप्टर से 4.5 किमी की ऊंचाई तक ले जाया गया और रनवे पर ऑटोनॉमस लैंडिंग के लिए छोड़ा गया। दूसरे एक्सपेरिमेंट के दौरान पुष्पक को 150 मीटर की क्रॉस रेंज से छोड़ा गया था। इस बार क्रॉस रेंज बढ़ाकर 500 मीटर कर दिया गया था। जब पुष्पक को हेलिकॉप्टर से छोड़ा गया था, उस वक्त उसकी लैंडिंग वेलोसिटी 320 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा थी। ब्रेक पैराशूट की मदद से टचडाउन के लिए इसकी विलोसिटी को घटाकर 100 किमी प्रतिघंटा तक लाया गया।
आरएलवी प्रोजेक्ट इसरो का एक महत्वपूर्ण प्रोग्राम है, जो अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति की भारत की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक तकनीक उपलब्ध कराता है। रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल से इसरो को स्पेस में लो-कॉस्ट एक्सेस मिलेगा यानी स्पेस में ट्रैवल करना सस्ता हो जाएगा। इस सैटेलाइट से प्रोजेक्ट लॉन्चिंग सस्ती होगी, क्योंकि इसे दोबारा प्रयोग में लाया जा सकेगा।
पृथ्वी की कक्षा में घूम रही किसी सैटेलाइट में अगर खराबी आती है तो इस लॉन्च व्हीकल की मदद से उसको नष्ट करने की बजाय रिपेयर किया जा सकेगा। इसके अलावा जीरो ग्रैविटी में बायोलॉजी और फार्मा से जुड़े रिसर्च करना आसान हो जाएगा। पहला लैंडिंग एक्सपेरिमेंट 2 अप्रैल 2023 और दूसरा 22 मार्च 2024 को किया गया था। यह अंतिम लैंडिंग एक्सपेरिमेंट था, जो सफल रहा। अब इसरो इस लॉन्च व्हीकल का ऑर्बिटल री-एंट्री टेस्ट करेगा। इस टेक्नोलॉजी से रॉकेट लॉन्चिंग सस्ती होगी और अंतरिक्ष में उपकरण पहुंचाने में कम लागत आएगी।

 

सीबीआई करेगी नीट परीक्षा में गड़बड़ी की जांच, केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला
Posted Date : 23-Jun-2024 8:22:59 pm

सीबीआई करेगी नीट परीक्षा में गड़बड़ी की जांच, केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला

नई दिल्ली । शिक्षा मंत्रालय ने नीट परीक्षा 2024 में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 5 मई 2024 को ओएमआर मोड में एनईईटी (यूजी) परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें अनियमितताओं के कुछ मामले सामने आए हैं। वहीं परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने समीक्षा के बाद इस मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है।
केंद्र सरकार ने सार्वजनिक परीक्षाओं में पेपर लीक रोकने के लिए सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 भी लागू किया है। सरकार का कहना है कि वह परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। पेपर लीक में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
दरअसल केंद्र सरकार ने शनिवार को स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा के आयोजन में अनियमितताओं और पेपर लीक के आरोपों की सीबीआई जांच का आदेश दिया। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एनईईटी परीक्षा के संबंध में कथित अनियमितताओं के कुछ मामले सामने आए हैं। वहीं परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने समीक्षा के बाद जांच के लिए मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।
नीट परीक्षा 5 मई को देश के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने इसमें भाग लिया था। परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे। परिणाम के तुरंत बाद प्रश्न पत्र लीक के आरोप लगाए गए, क्योंकि 67 से अधिक छात्रों ने अधिकतम अंक हासिल किए, जिनमें से कुछ एक ही परीक्षा केंद्रों से आए थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच में बिहार में अनियमितताएं और पेपर लीक का पता चला, और कुछ उम्मीदवार भी सार्वजनिक रूप से आगे आए और दावा किया कि उन्हें परीक्षा की पूर्व संध्या पर प्रश्न पत्र मिले थे। आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए और कई हाई कोर्टों के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिकाएं दायर की गईं।