छत्तीसगढ़

चुनाव के लिए बसों का अधिग्रहण, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
Posted Date : 16-Nov-2018 8:42:00 am

चुनाव के लिए बसों का अधिग्रहण, यात्रियों की बढ़ी परेशानी

० 17 से स्कूल बसों का भी होगा अधिग्रहण 
महासमुंद, 16 नवंबर ।  दूसरे चरण के मतदान के लिए अब जिले के बसों का अधिग्रहण आज से शुरू हो जाएगा। इसके चलते आने वाले चार दिनों तक यात्रियों को अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। चुनाव के मद्देनजर जिले के सभी बसों और अन्य वाहनों को अधिग्रहित किया जा रहा है। एक्का-दुक्का बस ही कुछ ही मार्गों में चलेगी। इस बसों में खचा-खच भीड़ रहेगी। 
  जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए प्रशासन को २५५ बसें की आवश्यकता है, लेकिन यहां पर केवल १६६ बसें ही है। बसों की कमी के चलते प्रशासन ने स्कूल बसों को भी अधिग्रहित कर रही है।  इसके बावजूद और बसों की आवश्यकता है। २३६ रूट है, इसके लिए २५५ बसों की जरुरत है। १५० बसों के लिए प्रशासन ने मांग पत्र भेजा है। आज से सभी बसें अधिग्रहित हो जाएगी, वहीं स्कूल बसों को १७ नवंबर से अधिग्रहित किया जाएगा। चुनाव कार्य के लिए प्रशासन द्वारा बसों के साथ ही जिले में चलने वाली छोटी गाडिय़ों को भी अधिग्रहित कर लिया गया है। १७ से २१ नवंबर तक ये वाहनें भी लोगों को नहीं मिल पाएगी। जानकारी के मुताबिक प्रशासन द्वारा चुनावी कार्य के लिए करीब २०० छोटी वाहनों की मांग की गई, जिसमें टाटा सूमो, टवेरा, जायलो व स्कार्पियों वाहनें शामिल है। १६ से २० तारीख तक सडक़ों में बसें व छोटी वाहनें भी नहीं चलेगी। ज्ञात हो कि दूसरे चरण का मतदान २० तारीख को होगा। इन अधिग्रहित बसों में मतदान दल व सुरक्षा बलों को मतदान केंद्र भेजा जाएगा। 
यात्री कर ले रहे ट्रेनों व निजी साधनों का उपयोग
चार दिनों तक लोगों को निजी साधन का उपयोग करना होगा या फिर ट्रेन की सुविधा लेनी पड़ेगी। बसों व छोटी वाहनों के अधिग्रहण होने के बाद ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी। वहीं सरायपाली की ओर ट्रेन रूट नहीं होने के कारण इस ओर जाने वाले यात्रियों की चार दिनों तक परेशानी झेलनी पड़ेगी। जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने चुनाव वाहनों की सूची बना ली है। इसमें २३६ बसें मतदान दलों के लिए, २०० छोटी चार पहिया वाहन अधिकारियों के दौरे के लिए और २०० मालवाहन चुनावी सामग्री को लाने के लिए है। इसके अलावा १४४ गाडियां सुरक्षा बलों के लिए है। 
वर्जन
१६ नवंबर से सभी बसों का अधिग्रहण किया जाएगा। १७ नवंबर को स्कूल बसों और छोटी वाहनों का अधिग्रहण होगा। २३६ रूटों के लिए २५५ बसों की आवश्यकता है। कम पडऩे पर बसों की मांग की जाएगी। 
शिवकुमार तिवारी, संयुक्त कलक्टर महासमुंद 

 

भरे बाजार से दुपहिया वाहन पार
Posted Date : 16-Nov-2018 8:03:13 am

भरे बाजार से दुपहिया वाहन पार

जगदलपुर, 16 नवंबर । संजय मार्केट स्थित एक दुकान सामने खड़ी एक्टीवा वाहन को अज्ञात चोरों ने पार कर दिया है। पंडित दीनदयाल उपध्याय निवासी कमल जैन ने चोरी की शिकायत बोधघाट थाने में दर्ज कराई है। कमल जैन संजय मार्केट स्थित वीके ट्रेडर्स में व्यापार के सिलसिले में गए थे। उन्होंने अपनी एक्टिवा वाहन क्रमांक सीजी 17 केएन 4743 को दुकान के सामने खड़ा किया था। उन्होंने वापस आकर देखा तो एक्टीवा वहां नहीं था।

नक्सली स्पाईक होल में फंसकर दो ग्रामीण घायल
Posted Date : 16-Nov-2018 8:02:43 am

नक्सली स्पाईक होल में फंसकर दो ग्रामीण घायल

० पुलिस को क्षति पहुंचाने लगाया गया था स्पाईक होल
जगदलपुर, 16 नवंबर । अरनपुर के जंगलों में नक्सलियों के बनाए गए स्पाइक होल की चपेट में एक महिला और पुरूष आ गये। पोटाली गांव की एक महिला और अरनपुर का ग्रामीण भीमा स्पाइक की चपेट में आकर जख्मी हो गया, जिसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। नक्सलियों द्वारा बनाए गए स्पाइक होल से कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है। इन स्पाइक होल में ग्रामीण फंसकर चोटिल हो रहे हैं। इससे पहले भी अरबे गांव की एक महिला स्पाइक की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गई  थी।

चुनाव कार्य में लापरवाही से, 19 कर्मचारियों और अधिकारियों को कलेक्टर ने किया निलंबित
Posted Date : 16-Nov-2018 8:01:39 am

चुनाव कार्य में लापरवाही से, 19 कर्मचारियों और अधिकारियों को कलेक्टर ने किया निलंबित

बिलासपुर, 16 नवंबर ।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों पर कलेक्टर पी दयानंद ने बड़ी कार्रवाई की है। चुनाव कार्य में लापरवाही बरतने वाले 19 कर्मचारियों और अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक कलेक्टर ने यह कार्रवाई निर्वाचन प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने पर किया है। बता दें कि दूसरे चरण के लिए 72 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होना है। जिसके लिए अभी से पूरी तैयारी कर ली गई है। जबकि प्रथम चरण का चुनाव 18 सीटों पर शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हो चुका है।
निलंबित अधिकारियों और कर्मचारियों में 
विजय कुमार वर्मा- प्राचार्य वर्ग 2, राम सिंह आर्मो- प्रधान पाठक, चंद्र कुमार आगरे- लोक निर्माण विभाग, राय सिंह पैकरा- ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी , तरुण तिवारी- सहायक प्राध्यापक, मुकेश प्रसाद राय- सहायक प्राध्यापक, विवेक सिंह पोर्ते- शिक्षक पंचायत, ललित कुमार भास्कर- शिक्षक पंचायत, मनीष गुप्ता- शिक्षक पंचायत, पुन्नूलाल राठौर- शिक्षक पंचायत, अशोक कुमार शर्मा – सहायक शिक्षक, बृजेश कुमार पैकरा- सहायक शिक्षक पंचायत, दिनेश कुमार यादव- सहायक शिक्षक पंचायत, कली सिंह मरावी- सहायक शिक्षक पंचायत,एपी विश्वकर्मा- सहायक ग्रेड 2, बलराम- फील्डमेन, कृष्ण कुमार पांडे- करारोपण अधिकारी, दीप कुमार साहा-  सहायक विकास विस्तार अधिकारी, माया वासनिक- सहायक शिक्षक पंचायत शामिल है।

एक और जवान ने की आत्म हत्या, कारणों का खुलासा नहीं
Posted Date : 16-Nov-2018 8:00:42 am

एक और जवान ने की आत्म हत्या, कारणों का खुलासा नहीं

बीजापुर , 16 नवंबर । जिला मुख्यालय में स्थित सीआरपीएफ 168 बटालियन के जवान ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली है, जवान ने किस कारण यह कदम उठाने के लिए मजबूर हुआ इस बात का खुलासा अभी होना बाकी है ।
बस्तर में तैनात सुरक्षा बलों के जवान लगातार आत्म हत्या करते आ रहे है, क्यों जवान मौत को गले लगाने पर उतारू हैं इस बात को कोई जानना नही चाह रहा है या जानना नही चाहते । बीजापुर जिला मुख्यालय के जेल बाड़ा में स्थित सीआरपीएफ 168 बटालियन के हेड क्वार्टर में पदस्थ जवान सुरजीत चन्द्र राय ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली है, इस बात की पुष्टि बटालियन के कमांडेंट विनय चौधरी ने कर दी है किंतु जवान ने किन कारणों से यह कदम उठाया है इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नही है । बस्तर में तैनात सुरक्षा बलों के जवान हमेशा मानसिक रूप से परेशान रहते है या अपने उच्च अधिकारी के प्रताडऩा से भी परेशान रहने के लिए मजबूर होते हैं । इन परिस्थितियों के कारण ही बस्तर में लगातार जवानों द्वारा इस तरह का कदम उठाया जा रहा है । अब भी यदि जवानों की मन: स्थिति को समझने की जरूरत है अन्यथा इस तरह की घटनाओं को रोक पाना सम्भव नही होगा ।

कृषि कॉलेज के सैकड़ों छात्रों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता ही नहीं
Posted Date : 16-Nov-2018 7:58:15 am

कृषि कॉलेज के सैकड़ों छात्रों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता ही नहीं

० स्वीकृति 25 पदों की, पढ़ा रहे 4 विशेषज्ञ
जगदलपुर, 16 नवंबर । कृषि का महत्व निरंतर बढ़ता जा रहा है और भारतवर्ष के अन्य किसानों के समान बस्तर की बड़ी आबादी कृषि पर ही निर्भर है। ऐसे में कृषि से संबंधित पढ़ाई की तीव्र आवश्यकता है, लेकिन कृषि का विकास करने के उद्देश्य से और अनकों कृषि विशेषज्ञों का निर्माण करने के लिए यहां स्थापित हुआ कृषि महाविद्यालय विषयों के विशेषज्ञों के अभाव से गुजर रहा है और महाविद्यालय में पढऩे वाले सैकड़ों छात्रों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता या विशेषज्ञ ही नहीं है। महाविद्यालय में 25 पदों की स्वीकृति है और मात्र 4 विशेषज्ञ ही समूचे महाविद्यालय को पढ़ा रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि यहां पर वर्तमान में बीएससी (कृषि) के 303 और एमएसी के 25 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अभाव में विद्यार्थी अपने ही साधनों से पढ़ाई करने के लिए विवश हैं। स्थिति यह है कि विषयों की बारीकी समझे बिना ही वे उन विषयों की परीक्षा देकर जैस-तैसे उत्तीर्ण अवश्य होते हैं लेकिन यह उनके लिए उपयुक्त नहीं होता। यह भी इस संबंध में विशेष तथ्य है कि इस महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2002 में की गई थी और पीएटी के माध्यम से छात्र-छात्रओं की भर्ती होती है। इसके अलावा इस महाविद्यालय में जो वर्तमान में विशेषज्ञ अपनी सेवायें दे रहे हैं। उनमें भी कार्य की रूची का अभाव है। जिसके कारण यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।