खेल-खिलाड़ी

ऑरेंज और पर्पल कैप की रेस में शिखर धवन-कुलदीप यादव की टॉप-4 में हुई धांसू एंट्री
Posted Date : 18-May-2022 4:33:11 am

ऑरेंज और पर्पल कैप की रेस में शिखर धवन-कुलदीप यादव की टॉप-4 में हुई धांसू एंट्री

नई दिल्ली  ।  दिल्ली कैपिटल्स के चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव और पंजाब किंग्स के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने सीजन के 64वें मैच के बाद आईपीएल 2022 की ऑरेंज और पर्पल कैप की रेस में टॉप-4 में धमाकेदार एंट्री कर ली है। इस सीजन का 64वां मैच दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के बीच खेला गया, जिसमें दिल्ली ने 17 रन से जीत दर्ज करके टॉप चार में अपनी जगह बना ली। इस मुकाबले में कुलदीप ने 3 ओवर में 14 रन देकर दो विकेट अपने नाम किए जबकि शिखर ने 19 रन बनाए। शिखर और कुलदीप अब क्रमश: ऑरेंज और पर्पल कैप की रेस में टॉप-4 में पहुंच गए हैं। शिखर के इस सीजन में 13 मैचों से अब 421 रन हो गए हैं जबकि कुलदीप ने भी इतने ही मैचों में 20 विकेट चटकाए दिए हैं और वो भी चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑरेंज कैप की रेस में राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर का दबदबा बरकरार है। वहीं पर्पल कैप पर भी आरआर के ही लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का कब्जा कायम है। बटलर के बटलर 13 मैचों में 627 रनों के साथ टॉप पर बने हुए हैं। उनके अलावा केएल राहुल 13 मैचों के बाद 469 रनों के साथ दूसरे नंबर पर है। दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज डेविड वॉर्नर 11 मैचों में 427 रनों के साथ तीसरे नंबर है। पर्पल कैप की रेस में अभी भी सबसे ज्यादा विकेट हैं और पर्पल कैप उन्हीं के पास है। चहल ने यह कैप हसरंगा से वापस ली थी। चहल के 13 मैचों से 24 विकेट है। जबकि हसरंगा के 23 विकेट हैं। पंजाब किंग्स के कगिसो रबाडा 12 मैचों में 22 विकेट के साथ तीसरे नंबर पर है। उनके अलावा आसीबी के हर्षल पटेल 12 मैचों में 18 विकेट के बाद टॉप पांच से बाहर हो गए हैं। मोहम्मद शमी 13 मैचों में 18 विकेट के साथ पांचवें नंबर पर है।

थॉमस कप विजेता भारतीय बैडमिंटन टीम को एक करोड़ देगा बैडमिंटन संघ
Posted Date : 16-May-2022 2:06:43 pm

थॉमस कप विजेता भारतीय बैडमिंटन टीम को एक करोड़ देगा बैडमिंटन संघ

नयी दिल्ली  । भारतीय बैडमिंटन संघ ने थॉमस कप पहली बार जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम को एक करोड़ रुपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है। संघ के अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा ने रविवार को यह घोषणा करते हुए कहा कि सपोर्ट स्टाफ को 20 लाख रुपये दिए जाएंगे। भारत ने बैंकाक में गत चैंपियन इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर थॉमस कप जीता।
सरमा ने कहा,यह भारतीय बैडमिंटन के लिए गौरव का क्षण है। हमने कई व्यक्तिगत जीत हासिल की हैं लेकिन थॉमस कप जीतना बहुत विशेष है। यह पुरुषों के बीच हमारी प्रतिभा की गहराई को दर्शाता है। साथ ही साथ यह हमारे खिलाडिय़ों और कोचिंग स्टाफ की उस क्षमता का भी प्रतीक है, जिसके बूते वे दिग्गज देशों को हराकर बड़ा से बड़ा खिताब जीतने की काबिलियत रखते हैं जिसे इस सप्ताह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और खिताब जीतने के रास्ते में कुछ सबसे बड़े बैडमिंटन पावरहाउस को हराने का पूरा श्रेय है।

निकहत, परवीन और अनामिका प्रभावशाली जीत के साथ क्वार्टरफाइनल में
Posted Date : 16-May-2022 2:06:13 pm

निकहत, परवीन और अनामिका प्रभावशाली जीत के साथ क्वार्टरफाइनल में

नई दिल्ली   । भारत की निकहत जरीन, परवीन और अनामिका ने एकतरफा जीत के साथ तुर्की के शहर इस्तांबुल में जारी 12वीं आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने-अपने भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया । इन तीनों ने अपनी-अपनी विपक्षी खिलाडिय़ों पर 5-0 के अंतर से जीत हासिल की।
इन तीन को लगाकर भारत की सात मुक्केबाज अब क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी हैं। चार ने पहले ही चलीफाई किया था। क्वार्टर फाइनल मैच सोमवार को होंगे। रविवार को शिक्षा को हालांकि कड़े मुकाबले मे हार मिली। इस दिन अभी दो और भारतीय मुक्केबाजों को अंतिम-16 दौर में हिस्सा लेना है।
दिन का पहले मुकाबले में 52 किग्रा भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में निकहत का सामना मंगोलिया की लुत्सैखान अल्तांतसेटसेग से हुआ, जिसे उन्होंने 5-0 से एकतरफा अंदाज में जीता फिर 63 किग्रा भार वर्ग के अंतिम-16 दौर के मुकाबले में परवीन ने पूर्व युवा ओलंपिक चैंपियन अमेरिका की जजैरा गोंजालेज को 5-0 से हराया। फिर अनामिका (50 किग्रा) ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया की क्रिस्टी ली हैरिस को भी 5-0 से हरा दिया।
छोटे कद की अनामिका जानती थीं कि लम्बे कद की हैरिस के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए शुरुआत से ही बेहतर फुटवर्क के साथ आक्रामकता और सटीक मुक्कों का मेल लेकर चलना होगा। इसी कारण वह चढक़र खेलीं। पहले राउंड में बढ़त लेने के बाद दूसरे राउंड में उन्होंने दो बार हैरिस को घुटनों पर ला दिया।तीसरा राउंड कुछ अलग नहीं रहा। हैरिस ने हालांकि इसमें वापसी की कोशिश की लेकिन अनामिका ने कोई मौका नहीं दिया और विजेता बनकर उभरीं। अब अनामिका सोमवार को क्वार्टर फाइनल में रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली कोलंबिया की इंगरिट वेलेंसिया से भिड़ेंगी, जिन्होंने एकतरफा अंदाज में ताजिकिस्तान की रुहाफ्जो हकनाजारोवा को 5-0 से हराया।
उधर, अपने लम्बे कद का फायदा उठाकर परवीन ने जजैरा के खिलाफ पहले राउंड में बेहतर प्रदर्शन किया और सभी जजों को प्रभावित करने में सफल रहीं। जजैरा काफी आक्रामक दिख रही थीं लेकिन परवीन ने उन्हें सफलतापूर्वक डाज किया और लम्बे हाथों से सही समय पर सटीक मुक्के लगाए। दूसरे राउंड में भी लगभग यही नजारा रहा। जजैरा वापसी की फिराक में इस राउंड में और अधिक आक्रामक हुईं लेकिन परवीन ने अपना संयम बनाए रखा। तीसरे और अंतिम राउंड में जजैरा पहले से अधिक आक्रामक हुईं लेकिन परवीन ने अपने लम्बे हाथों का प्रयोग कर उनके खिलाफ एकतरफा जीत दर्ज की। अगले दौर में परवीन का सामना ताजिकिस्तान की शोइरा जुल्कानारोवा से होगा, जिन्होंने दक्षिण कोरिया की हेइदियोन जियोंग को 3-2 से हराया।
बहरहाल, पहले राउंड में निकहत और लुत्सैखान ने बेहद आक्रामक खेल दिखाया लेकिन निकहत दो कदम आगे रहीं। लुत्सैखान ने कई मौकों पर निकहत पर हावी होने की कोशिश की लेकिन भारतीय मुक्केबाज ने अपना पूरा दमखम लगाते हुए उनके सारे प्रयासों को नाकाम करते हुए पांच में से चार जजों को प्रभावित किया। दूसरे राउंड में निकहत ने लुत्सैखान पर कोई रहम नहीं दिखाया और कई जोरदार मुक्के मारे। यह राउंड पूरी तरह निकहत के नाम रहा और वह सभी जजों से पूरे अंक बटोरने में सफल रहीं। तीसरे राउंड में भी निकहत पूरे आत्मविश्वास से लुत्सैखान पर मुक्के बरसातीं रहीं और अंतत: विजेता बनकर उभरीं। क्वार्टर फाइनल में निकहत का सामना इंग्लैंड के चार्ली डेविसन से होगा, जिन्होंने टोगो की हैनाइट कायला को हराया।
दिन की एकमात्र हार शिक्षा (54 किग्रा) को मिली। शिक्षा को युवा एशियाई कांस्य पदक विजेता येसुगेन ओयुंटसेटसेग के हाथों 2-3 से करीबी हार मिली।
रविवार को दो अन्य भारतीय मुक्केबाज अंतिम-16 दौर के मुकाबलों में एक्शन में होंगी। जैस्मीन (60 किग्रा) का सामना ऑस्ट्रेलिया की एंजेला हैरिस से होगा। इसी तरह, 2017 यूथ वर्ल्ड चैंपियन अंकुशिता (66 किग्रा) पोलैंड की अनीता रायगिल्स्का के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण करेंगी।
चार भारतीय मुक्केबाज पहले ही क्वार्टर फाइनल मुकाबलों के लिए चलीफाई कर चुकी हैं। 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू (48 किग्रा) अपने क्वार्टर फाइनल मैच में कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा से भिड़ेंगी।
इसके बाद मनीषा (57 किग्रा) को क्वार्टर फाइनल में युवा विश्व कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की नामुन मोनखोर की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। इसी तरह, टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा चुकीं दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी (75 किग्रा) अपने अंतिम-8 मैच में ऑस्ट्रेलिया की जेसिका बागले से भिड़ेंगी। नंदिनी (81+ किग्रा) का क्वार्टर फाइनल मुकाबला मोरक्को की खदीजा मार्डी के खिलाफ होगा। नंदिनी सीधे क्वार्टर फाइनल से ही अपने अभियान की शुरुआत करेंगी।

विश्वनाथन आनंद फिडे के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे
Posted Date : 15-May-2022 4:13:16 am

विश्वनाथन आनंद फिडे के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे

चेन्नई  । पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद को अंतरराष्ट्रीय शतरंज संघ (फिडे) के उपाध्यक्ष के पद के लिये उम्मीदवार घोषित किया गया है।
आनंद का नाम फिडे के अध्यक्ष आरकेडी वारकोविच की अध्यक्ष टीम के हिस्से के रूप में घोषित किया गया है। आनंद ने इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, शतरंज के उज्जवल और बेहतर भविष्य का हिस्सा बनने की आशा करता हूं।
ट्वीट में कहा गया कि यदि वोरकोविच अगस्त 2022 में (विश्व चेस ऑलंपियाड के दौरान) चेन्नई में होने वाले फिडे चुनाव जीत जाते हैं तो विश्वनाथन आनंद फिडे के उपाध्यक्ष बन जाएंगे।
इस बारे में वोरकोविच ने कहा, प्रिय साथियों और शतरंज खेलने वाले मित्रों, फाइड अध्यक्ष चुनावों के लिये मैं खुशी के साथ अपनी मौजूदा टीम प्रस्तुत करना चाहूंगा। आरकेडी वोरकोविच- अध्यक्ष, विश्वनाथन आनंद- उपाध्यक्ष (डिप्टी प्रेसिडेंट), ज्हू चेन-कोषाध्यक्ष, जोरियान ऑलिन जैनसन- उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट), माहिर मामेदोव- उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट)। उल्लेखनीय है कि आनंद ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह चुनाव में वोरकोविच का पूर्ण समर्थन करेंगे।

बीकेटी ने लालिगा के साथ अपनी साझेदारी को बरकरार रखा
Posted Date : 15-May-2022 4:12:47 am

बीकेटी ने लालिगा के साथ अपनी साझेदारी को बरकरार रखा

नयी दिल्ली  । यह फुटबॉल नहीं, यह लालिगा है। - एक ऐसी प्रतियोगिता जहाँ दुनिया के प्रमुख क्लब एक-दूसरे को ललकारते हैं, जहां फुटबॉल के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी - सभी समर्पित दीवानों द्वारा प्रशंसित और उनकी प्रेरणा के स्रोत सितारे खेलते हैं। लेकिन यह जबरदस्त भावनाओं का भी स्रोत है क्योंकि लालिगा दुनिया में सबसे अधिक देखी जाने वाली चैंपियनशिप है। यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जिसकी पहुंच पूरी दुनिया में है और जो प्रतिभा तथा प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है।
इन्ही कारणों से बीकेटी ने ला लिगा दे फुतबॉल प्रोफेशनल (लालिगा) के साथ साझेदारी को बिना किसी संकोच के जारी रखने का फैसला किया है। यह 2024/2025 सीजन के अंत तक लालिगा का आधिकारिक सहयोगी बना रहेगा। यह एक जबरदस्त गठबंधन है जिसके सहारे बीकेटी फुटबॉल के प्रदर्शन के साथ दुनिया के कोने-कोने में हर घर तक पहुंचता है।
बीकेटी ऑफ-हाईवे टायरों की विशेषज्ञ एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है। यह अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में अलग-अलग खेलों के अनेक चैंपियनशिप के प्रायोजक के रूप में अनेक वर्षों से विख्यात है। फुटबॉल (सॉकर) के अलावा बास्केटबॉल, क्रिकेट और रग्बी में भी यह सहयोग करती रही है। इस कंपनी का मानना है कि खेल अनेक प्रकार की संभावनाओं का अत्यंत प्रभावशाली साधन है। बीकेटी अपने ब्रैंड के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए न केवल खेल में सहयोग करता है, बल्कि यह मुख्यत: टीम और सहयोगात्मक भावना तथा समावेशन के साथ भावनाओं और सकात्रत्मक मूल्यों को भी जाग्रत करता है। इन थीमों में बीकेटी की गहरी आस्था है और कंपनी इन्हें पूरे विश्व में संचारित, प्रसारित और संरक्षित करना चाहती है।
लेकिन, स्पेनिश फुटबॉल के साथ यह गठबंधन एक ऐसा सहयोग है जो असाधारण और जोशीले उत्साह के चिन्ह पर केन्द्रित है। वर्ष 2019 से प्रारम्भ यह साझेदारी साझा मूल्यों पर आधारित है, जहाँ स्टेडियमों के भीतर और बाहर, दोनों जगह निष्पक्षता को सम्मानित और महसूस किया जाता है। बीकेटी और लालिगा असल में लोगों और प्रतिद्वंदियों के लिए सम्मान; प्रतिबद्धता और संकल्प, चुनौतियाँ स्वीकार करने के साहस, धैर्य और निरंतरता, तथा सबसे बढक़र टीम वर्क पर आधारित खेल संस्कृति के प्रसार की इच्छा-शक्ति के सहारे संयुक्त हैं।
बीकेटी यूरोप की सीईओ लूसिया सैल्मासो ने कहा कि, हम लालिगा के साथ-साथ चलने पर रोमांच और गर्व का अनुभव कर रहे हैं। मुझे यह आइडिया पसंद है कि हम दोनों अपने-अपने मार्केट में महत्वपूर्ण संगठन हैं जो साधारण मार्केटिंग क्रियाकलापों से अलग हटकर चीजों को देखते हैं और संयुक्त एवं पारस्परिक प्रेरणा प्रदान करते हैं। अब देश का मतलब पूरा विश्व है। वैश्विक रूप से कार्य करने के उद्देश्य से अधिकाधिक व्यापक समुदायों तक पहुँचने के लिए एक साझा भाषा की ज़रुरत है। इसे देखते हुए, खेल से ज्यादा वायरल और क्या हो सकता है
लालिगा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ऑस्कर मेयो ने कहा कि, लालिगा और बीकेटी के बीच पिछले तीन वर्षों की साझेदारी से हमें अपने प्रशंसकों और दर्शकों के माध्यम से उनका ग्लोबल एक्सपोजऱ बढ़ाने में मदद मिली है। हम दोनों अपने हर कार्य में उत्कृष्टता की कोशिश करते हैं और इस महत्वपूर्ण संबंध को एक नई अवधि के लिए नवीकृत करके हमें बहुत प्रसन्नता हो रही है।

उमरान को अभी और परिपक्व होने की ज़रूरत है : शमी
Posted Date : 15-May-2022 4:12:11 am

उमरान को अभी और परिपक्व होने की ज़रूरत है : शमी

मुम्बई  । गुजरात टाइटंस के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने कहा है कि वह सनराइज़र्स हैदराबाद के युवा तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक की तेज़ी से प्रभावित तो ज़रूर हैं, लेकिन उन्हें अभी और मेहनत करने की ज़रूरत है।
शमी ने एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से पेस का बहुत बड़ा फ़ैन नहीं हूं। पेस होना सही है लेकिन अगर आप 140 (किमी प्रति घंटा) की गति से भी दोनों तरफ़ गेंद को स्विंग करा सकते हैं, तो वह किभी भी बल्लेबाज़ को परेशान करने के लिए काफ़ी होता है। इसलिए मैं कहूंगा कि अभी उमरान मलिक को परिपक्व होने में थोड़ा सा समय है। उसके पास गति ज़रूर है, लेकिन जैसे-जैसे वह मैच खेलता जाएगा, वह गति के साथ गेंदबाज़ी के लिए ज़रूरी अन्य चीज़ों को भी सीखता जाएगा।
शमी इस आईपीएल से निकल रही भारतीय युवा तेज़ गेंदबाज़ों की पीढ़ी से भी प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा, यह बहुत अच्छी बात है कि इस सीजऩ में कई युवा भारतीय तेज़ गेंदबाज़ पूरे आत्मविश्वास के साथ गेंदबाज़ी कर रहे हैं और कमाल का प्रदर्शन दे रहे हैं। एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में लगातार बेहतर होने के लिए आपको प्रतिभा के साथ-साथ मैच प्रैक्टिस भी चाहिए होती है। इस आईपीएल से इन युवा तेज़ गेंदबाज़ों को वह मैच प्रैक्टिस मिल रही है। वे सीनियर्स के साथ समय बिता रहे हैं और उनके अनुभवों से भी सीख रहे हैं।इस दौरान उन्होंने गुजरात के यश दयाल और साथ में अभ्यास कर चुके लखनऊ सुपर जायंट्स के मोहसिन ख़ान की भी तारीफ़ की।
ख़ुद के प्रदर्शन और सफ़ेद गेंद क्रिकेट में अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए शमी ने कहा, जब-जब मुझे सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में मौक़ा मिला है मैंने अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश की है और मैं सफल भी हुआ हूं। पिछले तीन-चार आईपीएल सीजऩ से मैं सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में से हूं।
शमी पर हमेशा यह सवाल उठते हैं कि वह टी20 मैचों में विकेट तो लेते हैं लेकिन काफ़ी रन भी ख़र्च कर देते हैं। पिछले साल हुए टी20 विश्व कप के दौरान उन्होंने पांच मैचों में 23.33 की औसत और 15.8 के स्ट्राइक रेट से छह विकेट लिए थे, लेकिन इस दौरान उनकी इकॉनमी 8.84 की रही थी। इसके बाद से उन्हें भारत की तरफ़ से सीमित ओवर क्रिकेट में नहीं देखा गया है। अगर शमी के टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की बात की जाए तो वह 9.54 की इकॉनमी से रन देते हैं, वहीं आईपीएल में भी उनकी करियर इकॉनमी 8.52 की रही है। हालांकि पिछले दो सीजऩ से उन्होंने इसे सुधारते हुए क्रमश: 7.50 (2021) और 7.87 (2022) किया है।
इस पर शमी ने कहा, मैं टी20 क्रिकेट में इकॉनमी को अधिक तवज्जो नहीं देता हूं। जब आप इकॉनमी की बात करते हैं, तो आपको यह भी देखना चाहिए कि कोई गेंदबाज़ कब आकर गेंदबाज़ी कर रहा है। अगर कोई गेंदबाज़ पावरप्ले या अंतिम ओवरों में गेंदबाज़ी करता है, तो निश्चित रुप से उसकी इकॉनमी अधिक होगी। लेकिन इसके साथ वह आपको विकेट भी दिलाता है, जो टीम के लिए बहुत ज़रूरी है। हां, आप बहुत महंगे नहीं हो सकते हैं और आपको हमेशा नियंत्रण में ही गेंदबाज़ी करनी चाहिए।
गुजरात के प्लेऑफ़ में पहुंचने वाली पहली टीम बनने पर शमी ने कहा कि कोच आशीष नेहरा और कप्तान हार्दिक पंड्या ने इस नई टीम को बख़ूबी संभाला है और हर एक खिलाड़ी से जाकर व्यक्तिगत रूप से बात करते हुए उनसे उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाहर निकालते हैं।