छत्तीसगढ़

एलआईसी दफ्तर में लगी भीषण आग, जरूरी दस्तावेज जलकर खाक
Posted Date : 02-Jul-2022 4:29:19 am

एलआईसी दफ्तर में लगी भीषण आग, जरूरी दस्तावेज जलकर खाक

कोरबा। आईटीआई क्षेत्र में स्थित एलआईसी दफ्तर में आज तडक़े भीषण आग लग गई। जिससे यहां रखे लाखों रुपए के कम्प्यूटर फर्नीचर सहित जरूरी दस्तावेज जलकर खाक हो गए। आग इतनी भयानक थी कि उसकी लपटें बाहर तक दिखाई दे रही थीं। मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने खिडक़ी से लपटें निकलती देखी और इसकी सूचना एलआईसी के अधिकारियों, पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। सूचना मिलने पर दमकल विभाग के कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे और इस पर काबू पाने का प्रयास किया।
जानकारी के अनुसार फायरकर्मी दफ्तर का गेट तोडक़र अंदर घुसे और करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग से दफ्तर में रखे लाखों रुपए के कम्प्यूटर सिस्टम, फर्नीचर सहित कई जरूरी दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं। आग की लपटें खिडक़ी से ही दिखाई दे रही थीं। ऊपर दिख रही आग थोड़ी कम हुई तो फायरकर्मी दफ्तर का गेट तोडक़र अंदर दाखिल हुए। करीब 3 घंटे की जद्दोजहद के बाद 3 दमकलों ने आग पर काबू पाया। आग कैसे लगी यह अभी पता नहीं चल सका है। आशंका जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट के चलते हादसा हुआ है। माना जा रहा है कि इससे तमाम लोगों की पॉलिसी से जुड़े दस्तावेज नष्ट हो गए हैं। फिलहाल इंश्योरेंस कंपनी के अफसर इस संबंध में किसी से बात करने को तैयार नहीं हैं।

रेत के अवैध उत्खनन तथा परिवहन करते ट्रैक्टर जब्त, तहसीलदार की कार्रवाई
Posted Date : 02-Jul-2022 4:29:02 am

रेत के अवैध उत्खनन तथा परिवहन करते ट्रैक्टर जब्त, तहसीलदार की कार्रवाई

कोरबा। प्रशासन निर्देशों के बावजूद जिले में रेत का अवैध उत्खनन रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां बड़े पैमाने पर रेत के उत्खनन व चोरी हो रही है। देर रात कलेक्टर के निर्देश पर नायब तहसीलदार ने गेरवाघाट में छापामार कार्रवाई की और अवैध उत्खनन तथा परिवहन में लगे ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है।
कोतवाली थाना क्षेत्र के सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र अंतर्गत गेरवाघाट के रेत घाट से अवैधानिक तरीके से रेत का खनन कर परिवहन का मामला पकड़ा गया है। कलेक्टर रानू साहू के निर्देश पर नायब तहसीलदार सिदार ने देर रात यह छापामार कार्रवाई की है। उनके द्वारा गेरवाघाट, भैंस खटाल और तुलसी नगर पुल के पास तीन ट्रैक्टर पकड़े गए जिनमें अवैध खनन की गई रेत भरी हुई पाई गई। आखिर रात भर यह सभी ट्रैक्टर किसी न किसी थाना अथवा चौकी क्षेत्र से होकर ही गुजरते हैं लेकिन रात गए आखिर कौन से निर्माण कार्य के लिए ट्रैक्टरों से रेत का परिवहन कराया जा रहा है, इस पर कोई जांच.पड़ताल और धरपकड़ नहीं होती। इसका पूरा फायदा रेत चोर उठा रहे हैं, वह भी तब जब 15 जून से रेत खनन प्रतिबंधित किए जाने की जानकारी प्रशासन से लेकर पुलिस महकमे को भी है लेकिन प्रभारी उदासीनता बरत रहे हैं। गेरवाघाट के रेत घाट में रात के वक्त गाडिय़ां लगाई जाती हैं। यहां से कई ट्रेक्टर रेत पार कराए जा रहे हैं। चकमा देने के लिए और रेत की चोरी नहीं हो रही है, यह साबित करने के लिए बड़े शातिराना अंदाज में दिन छोड़-छोड़ कर चोरी का काम कराया जा रहा है और आज की रात रेत निकालना तय हुआ था। इसी तरह मोतीसागर पारा स्थित घाट में लगे बैरियर को बीच.बीच में खोलकर छोटे मालवाहक आटो को भीतर ले जाकर रेत निकलवाई जा रही है। यहां भी चोरी का खेल रात के वक्त रुक-रुक कर हो रहा है। बहरहाल गेरवाघाट से पकड़े गए सभी तीनों ट्रैक्टरों को पुलिस अभिरक्षा में सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र के सुपुर्द किया गया है।

खुद को शोरूम डीलर बताकर किसान से ठगा ट्रैक्टर, एसपी से शिकायत के बाद शुरू हुई जांच
Posted Date : 02-Jul-2022 4:28:35 am

खुद को शोरूम डीलर बताकर किसान से ठगा ट्रैक्टर, एसपी से शिकायत के बाद शुरू हुई जांच

कोरबा। शोरूम में खुद को पुराने गाडिय़ों का डीलर बताते हुए ऊंचे और अच्छे दाम दिलवाने के नाम पर पुराने ट्रेक्टर को ले जाकर लापता कर देने वाले के खिलाफ  एक कृषक ने एसपी को लिखित शिकायत देते हुए उक्त ट्रेक्टर या रुपया दिलाये जाने की गुहार लगाई है। पीडि़त ने स्थानीय पुलिस पर भी गंभीर आरोप मढ़ते हुए शिकायत में कहा है कि मामले की कार्यवाही के लिए कोतबा चौकी प्रभारी टेकराम सारथी से निवेदन किया गया लेकिन उन्होंने मामले को हस्तक्षेप से बाहर होने की बात कहते हुए न्यायालय में शरण लेने की बात कही।
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक जशपुर को दिए आवेदन में पीडि़त रोशन चौहान पिता अजित राम चौहान निवासी नगर पंचायत कोतबा वार्ड क्रमांक 14 ने बताया है कि रायगढ़ जिले के लैलूंगा निवासी अप्रांस सिन्हा नामक व्यक्ति के द्वारा 18 अप्रैल 2021 को उनके निवास में आकर कहा कि आपकी सोनालिका ट्रैक्टर क्रमांक सीजी 14 एमएच 3935 को यह कहते हुए बरगलाया गया कि ये बहुत पुरानी हो गई है, वो अपने आप को लैलूंगा के ट्रेक्टर शोरूम में डीलर और पुराने गाडिय़ों के खरीदी बिक्री करने की बात कहते हुए अच्छे दाम पर बेच देने की बात कहकर अपने साथ ले गया। पीडि़त ने आरोप लगाया है कि उक्त ट्रेक्टर उनके स्व पिताजी अजित चौहान के नाम पर है।
पीडि़त रोशन चौहान के मुताबिक कुछ दिनों तक उक्त ट्रैक्टर को लैलूंगा स्थित शोरूम में रखा गया था, जब पीडि़तों ने कहा कि उन्हें पैसों की जरूरत है, तब आरोपित अप्रांस सिन्हा ने कहा कि जल्दबाजी में अधिक दाम नहीं जाएंगे, ट्रेक्टर बेचते ही आपसे तय किया गया रुपया बुलाकर दे दिया जाएगा। लेकिन कुछ दिनों बाद ही शोरूम से ट्रेक्टर नहीं होने की जानकारी मिली तो पीडि़तों ने उनसे गुहार लगाते हुए कहा कि उनके तय रुपये देकर नाम ट्रांसफर करा लो, इतनी सी बात सुनकर अप्रांस सिन्हा नाराज आग बबूला होकर तिलमिला उठा और कहने लगा कि तुम लोगों का ट्रैक्टर को मैं बेच दिया हूं और इसका फूटी कौड़ी नहीं दूंगा तुम लोगों को जिससे भी शिकायत करना है कर लो। अब पीडि़त परिवार यहां वहां भटकने को मजबूर है। उन्होंने लापता ट्रेक्टर को दिलाए जाने की गुहार लगाते हुए आरोपित अप्रांस सिन्हा के खिलाफ  कड़ी कार्यवाही करने की पुलिस से मांग की है।

कोयला मंत्रालय द्वारा 124 कोल ब्लाक की नीलामी प्रक्रिया शुरू
Posted Date : 02-Jul-2022 4:28:14 am

कोयला मंत्रालय द्वारा 124 कोल ब्लाक की नीलामी प्रक्रिया शुरू

कोरबा। कोयला मंत्रालय द्वारा 124 कोल ब्लाक की नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई है। इसमें 24 कोल ब्लाक के लिए 31 कंपनियों ने रूचि दिखाई है। इस दौड़ में वेदांताए बाल्को व जिंदल जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। बाल्को ने रायगढ़ जिले के खरसिया तहसील में स्थित बर्रा कोल ब्लाक के लिए बोली जमा की है। 
देश में कोयले की बढ़ती मांग को देखते हुए कोयला मंत्रालय ने कमर्शियल माइनिंग के तीसरे चरण में कोयला ब्लाकों की नीलामी की प्रक्रिया 20 जून से शुरू की है। 22 जून को दस्तावेजों की बिक्री की गई और 27 जून को निविदा जमा करने की अंतिम तिथि तय थी। 28 जून को तकनीकी बोली लगाने वाली कंपनियों की उपस्थिति में बोलियां खोली गई। 24 कोल ब्लाक के लिए 31 कंपनियों से 38 बोलियां मिली हैं। बाल्को प्रबंधन की रूचि फिर से कोल ब्लाक की ओर नजर आ रही। 5ण्75 लाख टन क्षमता वाली स्मेल्टर के संचालन के लिए कंपनी को विद्युतकी आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए 540 व 1200 मेगावाट की दो संयंत्र बाल्को परिसर में ही संचालित किया जा रहा। 1740 मेगावाट विद्युत संयंत्र के लिए साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड ;एसईसीएलद्ध से कोयला आपूर्ति का अनुबंध है पर पर्याप्त कोयला नहीं मिलने से प्रबंधन लंबे समय से कोयले की समस्या से जूझ रही। इसे दूर करने बर्रा कोल ब्लाक के लिए प्रबंधन ने बोली जमा की है। 124 कोल ब्लाकों की नीलामी की प्रक्रिया की है पर केवल 24 ब्लाक में ही कंपनियों ने रूचि दिखाई। यहां बताना होगा कि देश में अचानक 20 फीसद बिजली की मांग बढऩे से कोल इंडिया पर कोयला आपूर्ति का दबाव है। नौबत यह आ गई है कि देश की बड़ी बिजली कंपनियों को 10 फीसद कोयला आयात करने कहा गया है। कोयला की आपूर्ति में संतुलन बनाए रखने कमर्शियल माइनिंग योजना कारगर साबित होगी।
रायगढ़ जिले के अंतर्गत बर्रा कोल ब्लाक खरसिया तहसील में आता है। यह 31.50 वर्ग किलोमीटर में फैला है। करीब 9000 लाख टन कोयला भंडारण का अनुमान है। इसके लिए केवल बाल्को ने ही बोली प्रस्तुत की है। इसलिए प्रतिस्पर्धा की स्थिति नहीं रहेगी। यहां बता दें कि पहले से बाल्को संयंत्र में कोयला आपूर्ति के लिए कोरबी. चोटिया कोल ब्लाक प्रबंधन के पास है। खदान में कोयले का भंडारण कम होने की वजह से उत्पादन वर्तमान में नहीं हो रहा। 

छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा : मुख्यमंत्री
Posted Date : 02-Jul-2022 4:27:34 am

छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा : मुख्यमंत्री

० राज्य सरकार ने अपनी योजनाओं के जरिए जनता की जेब में पैसा डाला 
० रोजगार के साथ लोगों को आजीविकामूलक गतिविधियों से जोड़ा गया
० गांवों के स्वावलंबन के लिए हो रहे हैं लगातार कार्य
० हमारी सरकार ने जनहित में नवाचार किए
० उड़ान-डेयर टू ड्रीम’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की शिरकत

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शाम यहां राजधानी स्थित एक निजी होटल में जी मीडिया समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम ’उड़ान-डेयर टू ड्रीम’ में पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परिचर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सवालों के जवाब में कहा कि छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। यहां हर वर्ग और लोगों के हित में योजनाओं का बखूबी क्रियान्वयन हो रहा है। जिसके फलस्वरूप आज लोगों के जेब में पैसा आने लगा है और उनमें समृद्धि और खुशहाली दिखाई देने लगी है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जनहित में नवाचार का प्रयोग करते हुए चलाए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की चर्चा अन्य राज्यों और देश में भी हो रही है। हमारा मुख्य ध्येय लोगों की आय में वृद्धि करना है। इसे ध्यान में रखकर योजनाओं का बेहतर ढंग से संचालन किया जा रहा है। इसके जरिए प्रदेश में किसान, मजदूर, युवा वर्ग और महिलाओं तथा आदिवासी आदि हर वर्ग के लोगों को आगे बढऩे के लिए भरपूर अवसर मिलने लगा है। मुख्यमंत्री बघेल ने इस दौरान छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा, बारी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना आदि कार्यक्रमों के बारे में भी अवगत कराया।
प्रदेश में लोगों को रोजगार के साथ-साथ आजीविकामूलक गतिविधियों से भी जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वनांचल में लघुवनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी तो हम कर ही रहे हैं साथ ही उनके वेल्यू एडिशन का कार्य भी किया जा रहा है। वहीं सी-मार्ट की चैन तैयार की जा रही है, जहां विभिन्न ग्रामीण उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। बस्तर में 30 से 40 रूपए में बिकने वाले महुआ अब इंग्लैण्ड जा रहा है और वहां वही महुआ 116 रूपए में बिक रहा है। जिससे संग्राहकों को अधिक आर्थिक लाभ मिल रहा है। अब तक भेंट मुलाकात के दौरान मैंने देखा है कि महिलाओं के अंदर आत्मविश्वास आया है।
 अलग-अलग सम्बोधनों को लेकर सवाल पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि लोग मुझसे व्यक्तिगत तौर पर जुड़ाव महसूस करते हैं इसलिए मुझे अलग-अलग संबोधन से मुझे पुकारते हैं। परिचर्चा में भेंट-मुलाकात अभियान की सफलता को लेकर सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा भेंट-मुलाकात अभियान के जरिए आम जनता से सीधा संवाद हो रहा है। शासकीय योजनाओं का लाभ उन तक पहुंच रहा है या नहीं यह जानने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों को संतुष्टि है कि वे अपने मुखिया से सीधे बात कर रहे हैं और अपनी समस्या और जरूरतों को रख पा रहे हैं। भेंट-मुलाकात के दौरान मैं ग्रामीणों के घरों पर ही भोजन कर रहा हूं। इस दौरान मैंने देखा कि उनके भोजन में ही औषधि है।
राज्य सरकार की योजनाओं के केंद्र में महात्मा गांधी के ग्राम सुराज को लेकर सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, गांधी जी ने कहा था कि भारत गांवों में बसता है। सबसे ज्यादा नुकसान गांव से बौद्धिक पलायन का होना है। गांवों के स्वावलंबन के लिए हमने काम किया। किसानों को आर्थिक समृद्धि दी। मजदूर और वनवासियों को भी आर्थिक रूप से लाभ दिलाया। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर कम होने के पीछे के कारण पर उन्होंने कहा हमारी सरकार आने के बाद हमने कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने का काम किया। लोगों में कृषि को लेकर रुझान बढ़ा। हमने समर्थन मूल्य के साथ सर्वाधिक इनपुट सब्सिडी दी। दूसरी ओर मनरेगा के कार्य जारी रखे। हमने अनेक क्षेत्रों में नौकरी भी दी। वहीं बदलते बस्तर को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सलियों ने ग्रामीणों को भ्रमित कर शोषण करने का काम किया। हमारी सरकार ने लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन लौटाई। अपनी योजनाओं से बस्तर के ग्रामीणों में सरकार के प्रति विश्वास जगाया। हमने बस्तर में स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के लिए काम किया है। हमने बस्तर के ग्रामीणों के विश्वास दिलाया कि विकास कार्य उनके लिए हैं। हमने बहुत सारे ऐसे काम किए जो घोषणा पत्र में शामिल नहीं थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को सम्मानित भी किया।

राज्य में कोरोना का एक्टिव केस एक हज़ार पार, एक कि हुई मौत
Posted Date : 02-Jul-2022 4:27:13 am

राज्य में कोरोना का एक्टिव केस एक हज़ार पार, एक कि हुई मौत

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में चौथी लहर का खतरा मंडरा रहा है. हर दिन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. गुरुवार को 13 हजार 384 सैंपल की जांच की गई।
 जिसमें 167 लोग संक्रमित मिले हैं. पॉजिटिविटी दर 1.25 प्रतिशत है. प्रदेश में टोटल एक्टिव मरीजों की संख्या 933 हो गई है. गुरुवार को एक की मौत कोरोना से हुई है. सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज रायपुर में है यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 255 हो गई है. दुर्ग में 182 और बिलासपुर में 89 एक्टिव मरीज है. गुरुवार को सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज रायपुर में 55 मिले. इसके अलावा बिलासपुर में 12 और दुर्ग में 33 एक्टिव मरीज मिले।
30 जून को 19 जिले दंतेवाड़ा, बीजापुर, गौरेला पेंड्र मरवाही, महासमुंद, बलरामपुर में 1-1, धमतरी, मुंगेली, जशपुर में 2-2, कोरबा में 3, जांजगीर में 5, कबीरधाम, सूरजपुर में 6-6, सरगुजा, राजनांदगांव, बलौदाबाजार में 8-8, बेमेतरा, बिलासपुर में 12-12, दुर्ग में 33, रायपुर में 55 कोरोना संक्रमित मरीज मिले।