राजनीति

मोदी आंध्र प्रदेश पहुंचे, राज्यभर में विरोध प्रदर्शन
Posted Date : 10-Feb-2019 11:57:48 am

मोदी आंध्र प्रदेश पहुंचे, राज्यभर में विरोध प्रदर्शन

अमरावती ,10 फरवरी । आंध्र प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर रविवार को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राज्यभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रधानमंत्री यहां कई विकास परियोजनाओं का अनावरण करेंगे और एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे। राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने विजयवाड़ा के गन्नवरम हवाईअड्डे पर मोदी की अगवानी की। बाद में उन्होंने रैली को संबोधित करने के लिए गुंटूर के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी, जहां वे परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
काले कपड़े पहने और काले झंडे लेकर प्रदर्शनकारी रविवार सुबह से ही सडक़ों पर उतर आए।मोदी वापस जाओ जैसे नारे लगाते हुए, विभिन्न राजनीतिक दलों, छात्र समूहों और जन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और रैलियां निकालीं।सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), कांग्रेस और वाम दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी सभी 13 जिलों में विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया और राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा (एसीएस) देने की मांग की। भाजपा, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और अभिनेता पवन कल्याण की जन सेना को छोडक़र सभी दलों ने विरोध का समर्थन किया। वाम दलों के नेताओं ने गुंटूर में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य के साथ विश्वासघात करने पर मोदी की रैली को बाधित करने की धमकी दी।
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मोदी को राज्य का दौरा करने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने 2014 में राज्य के विभाजन के दौरान एससीएस और विभिन्न अन्य प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के अपने वादे को पूरा नहीं किया है। तेदेपा द्वारा पिछले साल भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ लिए जाने के बाद मोदी की आंध्र प्रदेश की यह पहली यात्रा है।

बीजेपी के लिए रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे वीरेंद्र सहवाग?
Posted Date : 07-Feb-2019 10:11:30 am

बीजेपी के लिए रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे वीरेंद्र सहवाग?

चंडीगढ़ ,07 फरवरी । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अब राजनीति की पिच पर नई पारी जल्द शुरू कर सकते हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में वह हरियाणा से बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं। बीजेपी यहां रोहतक सीट पर उनकी उम्मीदवारी की संभावनाएं देख रही है।
2019 लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को बीजेपी कोर कमिटी की बैठक में शामिल पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि रोहतक सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा को मात देने के लिए सहवाग के नाम पर भी चर्चा हुई है। हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने सहवाग की उम्मीदवारी की चर्चा से साफ इनकार करते हुए कहा कि अभी तो वह (वीरेंद्र सहवाग) बीजेपी में शामिल भी नहीं हुए हैं।
उधर, बीजेपी के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने एक वरिष्ठ नेता को पूर्व क्रिकेटर तक यह ऑफर पहुंचाने की जिम्मेदारी भी दे दी है। नाम का जिक्र ना करने की शर्त पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, सहवाग पर पार्टी ने निर्णय कर लिया है। अब यह सहवाग पर निर्भर है कि वह सहमति देते हैं या नहीं। जिस पार्टी नेता को सहवाग से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है, वह दिल्ली और एनसीआर की राजनीति में काफी सक्रिय हैं। 
हंसराज हंस का नाम भी संभावित लिस्ट में 
वीरेंद्र सहवाग के अलावा सूफी गायक हंसराज हंस का नाम भी बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों की सूची में सामने आ रहा है, जो हाल ही में कांग्रेस से अलग होकर बीजेपी में शामिल हुए हैं। सिरसा लोकसभा सीट से वह बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी इस सीट को गंवा दी थी। सूत्रों के मुताबिक, हंसराज हंस को अब क्षेत्र में काम शुरू कर देने के लिए कहा गया है। हालांकि बराला ने इससे भी इनकार किया।
ये चर्चे सिर्फ सोशल मीडिया पर 
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, अभी तो हमने 2019 चुनाव के लिए प्रक्रिया ही शुरू नहीं की है। हंसराज हंस जरूर एक राजनेता हैं लेकिन सहवाग तो अभी पार्टी तक में शामिल नहीं हुए हैं। ये सभी चर्चे सिर्फ सोशल मीडिया पर ही हैं। हमने किसी भी सीट पर अभी ऐसी कोई चर्चा नहीं की है। बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी 10 लोकसभा सीटों में से 7 पर जीत दर्ज की थी। हिसार और सिरसा की सीट पर आईएनएलडी और रोहतक की सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी।

कांग्रेस संग गठबंधन के लिए आप की कोशिश जारी
Posted Date : 07-Feb-2019 10:10:20 am

कांग्रेस संग गठबंधन के लिए आप की कोशिश जारी

0-हाथ नहीं थमा रहे राहुल!
नई दिल्ली ,07 फरवरी । दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के गठबंधन के लिए ना सिर्फ आप कोशिश कर रही है बल्कि ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू और शरद पवार भी इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बात कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, जहां कांग्रेस के कई सीनियर नेता व्यक्तिगत तौर पर दिल्ली में गठबंधन के लिए तैयार हैं, वहीं राहुल गांधी कांग्रेस की दिल्ली यूनिट के नाम पर गठबंधन के लिए अब तक मना कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में लोकसभा के लिए गठबंधन को लेकर आप नेता संजय सिंह की कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल से कई बार मुलाकात और बातचीत हुई है। सूत्रों का कहना है कि आजाद और अहमद पटेल व्यक्तिगत तौर पर आप-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में हैं। आम आदमी पार्टी सूत्रों का कहना है कि आप भी बीजेपी को हराने के लिए दिल्ली की सीटों पर गठबंधन करना चाहती है और इसे लेकर वह काफी जोर भी लगा रही है लेकिन मामला राहुल गांधी के पास अटका है।
ममता, नायडू और शरद पवार ने राहुल से की बात 
सूत्रों का कहना है कि फिलहाल राहुल गांधी इस गठबंधन के लिए तैयार नहीं हुए हैं। राहुल को लगता है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की 49 दिनों की सरकार बनाने में कांग्रेस का समर्थन देना गलत कदम था और उस एक कदम की वजह से आप ने दिल्ली में अपनी जड़ें जमा लीं और कांग्रेस ने दिल्ली में अपना ग्राउंड खो दिया। सूत्रों के मुताबिक टीएमसी लीडर और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और एनसीपी नेता शरद पवार भी इस कोशिश में लगे हैं कि दिल्ली में आप-कांग्रेस का गठबंधन हो जाए।
कहा जा रहा है कि जब इन नेताओं ने राहुल गांधी से इस बारे में बात की तो राहुल ने साफ इनकार तो नहीं किया लेकिन कहा कि कांग्रेस की दिल्ली यूनिट इसके लिए तैयार नहीं है और वह अपनी तरफ से कोशिश करेंगे। हालांकि, इन नेताओं ने राहुल के सामने ही यह बहाना गले न उतरने की बात भी कह दी। सूत्रों का कहना है कि आप अभी भी गठबंधन की कोशिश में है। आप सूत्रों के मुताबिक, पार्टी देशहित में यह समझौता करने को तैयार है। हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि यह गठबंधन उस तरह नहीं होगा जैसा यूपी में एसपी और बीएसपी का हुआ है। अगर यह गठबंधन हुआ भी तो यह दूसरी पार्टी के लिए सीटें छोडऩे जैसी शक्ल में होगा।

एआईसीसी और पीसीसी के साथ राहुल ने शुरू की तैयारी
Posted Date : 06-Feb-2019 12:12:14 pm

एआईसीसी और पीसीसी के साथ राहुल ने शुरू की तैयारी

0-नेताओं को देंगे टिप्स
नई दिल्ली ,06 फरवरी । गुजरात, गोवा और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में चुनाव संबंधी पार्टी की समीतियां बनाने के साथ ही कांग्रेस नेतृत्व ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) के साथ चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेता इस बात को ध्यान में रखकर दिन-रात काम में लगे हैं कि चुनाव आयोग मार्च के पहले हफ्ते में आने वाले लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। एआईसीसी ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमिटियों को निर्देश दिया है कि वे पार्टी की तरफ से चुनाव लडऩे वाले संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट फरवरी के तीसरे हफ्ते तक तैयार कर लें और जमीन पर लोगों को चुनाव ऐलान से पहले पार्टी के पक्ष में तैयार करें। इसी दौरान मोहन कुमारमंगलम जूनियर को तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमिटी का वर्किंग प्रेजिडेंट बनाया गया है। 
एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया, गुरुवार को पार्टी के महासचिवों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बैठक कर चुनाव तैयारियों के बारे में टिप्स देंगे। राहुल गांधी प्रदेश कमिटी के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे। 
वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी ने जमीनी स्तर पर पहले ही तैयारियां शुरू कर दी है। कार्यकर्ताओं से उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा की जा रही है, कार्यकर्ताओं को लोगों से मिलकर उनके बीच के मुद्दों पर बात करने के लिए कहा जा रहा है। चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ओडिशा में दो रैलियों को संबोधित करेंगे।

सालों बाद संसद के बाहर प्रदर्शन में नजर आए मुलायम
Posted Date : 06-Feb-2019 12:10:58 pm

सालों बाद संसद के बाहर प्रदर्शन में नजर आए मुलायम

नई दिल्ली ,06 फरवरी । बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों ने गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी अरसे बाद नजर आए। वह रोस्टर नियुक्ति में बदलाव को लेकर हो रहे प्रदर्शन में विपक्षी सांसदों के साथ थे। बता दें कि बुधवार को हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
बुधवार की सुबह 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले गांधी स्टैचू के पास एसपी, बीएसपी और आरजेडी के सांसद जुटे। यूनिवर्सिटी में रोस्टर नियुक्ति में बदलाव के विरोध में एसपी के सांसदों के विरोध प्रदर्शन में बीएसपी और आरजेडी के सांसदों ने भी सुर मिलाया। 
इस दौरान एक दूसरा गुट भी संसद के बाहर प्रदर्शन करते नजर आया। यह समूह नॉर्थ ईस्ट के सांसदों का था जो नागरिकता बिल कानून का विरोध कर रहे थे। नागरिकता कानून और यूनिवर्सिटी रोस्टर नियुक्ति में बदलाव को लेकर राज्यसभा में हंगामे के बाद कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
यह है यूनिवर्सिटी रोस्टर नियुक्ति मामला 
इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के बाद यूनिवर्सिटी में आरक्षण का ताजा मामला शुरू हुआ है, जिसमें 200 पॉइंट रोस्टर नियुक्ति सिस्टम को समाप्त कर दिया गया था। इस सिस्टम के तहत तमाम नियुक्तियां एक साथ होती थीं। कोर्ट के फैसले के बाद यूनिवर्सिटी में विभागवार नियुक्ति करने का आदेश जारी हुआ। आरोप लगा कि विभागवार कम नियुक्तियां निकलती हैं। इस कारण आरक्षण का पालन करना कठिन होता है। बाद में केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की, लेकिन वहां भी राहत नहीं मिली। इसके बाद आंदोलन जोर पकडऩे लगा।
यह है नागरिकता बिल 
संसद में यह बिल नागरिकता अधिनियम 1955 में बदलाव के लिए लाया गया है। केंद्र सरकार ने इस विधेयक के जरिए अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैन, पारसियों और ईसाइयों को बिना वैध दस्तावेज के भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए उनके निवास काल को 11 वर्ष से घटाकर छह वर्ष कर दिया गया है। यानी अब ये शरणार्थी 6 साल बाद ही भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस बिल के तहत सरकार अवैध प्रवासियों की परिभाषा बदलने के प्रयास में है।

प्रियंका में इंदिरा की छवि तो राहुल में फिरोज की छवि दिखती होगी
Posted Date : 31-Jan-2019 10:49:38 am

प्रियंका में इंदिरा की छवि तो राहुल में फिरोज की छवि दिखती होगी

0-बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भोपाल ,31 जनवरी । प्रियंका गांधी को कांग्रेस का महासचिव बनाने के बाद से ही उन पर बयानबाजी जारी है। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि उनमें पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी दादी इंदिरा गांधी की छवि दिखती है। अब बीजेपी ने कांग्रेस पर इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी के बहाने निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस उनका नाम लेने से बचती है।
मध्यप्रदेश से बीजेपी नेता लोकेंद्र  पाराशर ने कहा कि जब लोग प्रियंका में उनकी दादी की छवि देखते हैं तो राहुल में उनके दादा की छवि भी दिखती है। लोकेंद्र ने कहा, जब लोग प्रियंका जी में उनकी दादी की छवि देख रहे हैं, तो जाहिर है कि राहुल गांधी में उनके दादा की छवि भी वे देखते होंगे।
उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस उनसे (फिरोज गांधी) क्यों बचती है? अगर वे इंदिरा जी का नाम लेते हैं, तो उनके पति उन्हें क्यों पसंद नहीं हैं? बता दें कि प्रियंका गांधी की सियासी एंट्री को लेकर इन दिनों बयानबाजी तेज हो रही है। कांग्रेस सहित कई दूसरे दलों के नेताओं ने भी माना कि प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की छवि दिखती है।