व्यापार

हल्दीराम ने लाँच किया प्रीमियम भारतीय मिठाई ब्रांड मिश्री
Posted Date : 12-Aug-2021 2:22:20 am

हल्दीराम ने लाँच किया प्रीमियम भारतीय मिठाई ब्रांड मिश्री

नयी दिल्ली।  मिठाई, नमकीन आदि का रिटेट नेटवर्क संचालित करने वाली कंपनी हल्दीराम ने प्रीमियम भारतीय मिठाई ब्रांड मिश्री लाँच करने की घोषणा की ।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इसका उद्देश्य भारतीय मिठाई को और ऊंचाई पर लेकर जाना है। मिठाइयों के साथ यादें जुड़ी होती हैं और उन्हें खास बनाते हुए मिश्री प्रियजनों के प्रति विनम्रता दिखाने का तरीका बदलने जा रहा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक उमेश अग्रवाल ने इस मौके पर कहा, हमारे जीवन का हर खूबसूरत पल मिठाई के साथ मनता है। हम मिठाई के डिब्बे के बिना न तो किसी को बधाई देते हैं और न ही कोई नई शुरुआत करते हैं। इस मिठाई को मिश्री के साथ उत्सवी रूप देने का समय आ गया है। हम अपने बेहतरीन लजीज मिठाइयों के साथ एक नई कैटेगरी बनाने को लेकर उत्साहित हैं। मिठाइयां हमेशा से हमारे उत्सवों का हिस्सा रहे हैं और यह उस उत्सव को यूनिक टच देते हैं। पसंदीदा सामग्री से लेकर सबसे लजीज व्यंजनों तक, मिश्री के पास अपने प्रियजनों के प्रति आभार व्यक्त करने के तरीके को बदलने के लिए सब कुछ है। 

भारत एटीएम की 2022 तक 20 लाख स्टोर जोडऩे की योजना
Posted Date : 12-Aug-2021 2:21:29 am

भारत एटीएम की 2022 तक 20 लाख स्टोर जोडऩे की योजना

नयी दिल्ली। ग्रामीण बैंकिंग प्लेटफॉर्म भारत एटीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच को सशक्त बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2022 तक 20 लाख स्टोर को जोडऩे की योजना बनायी है।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि बैंकिंग ऐप के माध्यम से छोटे कारोबारियों एवं उपभोक्ताओं को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराया जा रहा है। 8 महीने पहले इस फिनटेक स्टार्ट-अप की शुरूआत के बाद से इसके साथ 4.5 लाख छोटे कारोबारी जुड़ चुके हैं और अभी देश में 14,645 पिन कोड को कवर कर रहा है। इस दौरान स्टार्ट-अप 20 लाख रीटेल उपभोक्ताओं की बैंकिंग संबंधी ज़रूरतों को पूरा कर चुका है।
भारत एटीएम का लॉन्च दिसम्बर 2020 में एक अग्रणी फिनटेक कंपनी महाग्राम (मूल कंपनी) के द्वारा अभिनेता सोनू सूद की साझेदारी में किया गया, जो इसके ब्राण्ड अम्बेसडर हैं। यह ऐप स्थानीय किराना स्टोर्स के साथ साझेदारी में ग्रामीणों को व्यापक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराता है जैसे खाता खोलना, पैसे जमा करना, धन प्रेषण और नकद निकासी। इस तरह लोगों को बैंक की नज़दीकी शाखा या एटीएम तक जाने के लिए ज़्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ती, इससे उनका समय और पैसा दोनों की बचत होती है। इस ऐप के साथ रीटेल उपभेाक्ता सिर्फ आधार एवं पैन कार्ड देकर अपने नज़दीकी स्टोर में बैंक खाता खोल सकते हैं और इसके बाद ई-केवायसी करवा सकते हैं। अब तक भारत एटीएम 20 लाख से अधिक ग्रामीण उपभोक्ताओं को उनके घर पर या स्थानीय किराना स्टोर पर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा चुका है, और 30 फीसदी उपभोक्ता इनकी सेवाओं का दोबारा उपयोग करते हैं।

सरकारी बैंकों ने 1.33 लाख कोविड 19 ऋण किये मंजूर
Posted Date : 12-Aug-2021 2:20:50 am

सरकारी बैंकों ने 1.33 लाख कोविड 19 ऋण किये मंजूर

नयी दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण आय प्रभावित होने के कारण सरकारी बैंकों ने 1.33 लाख लोगों के कोविड 19 ऋण मंजूर किये हैं।
राज्य सभा में दिये गये आंकडों के अनुसार सरकारी बैंकों ने तमिलनाडु में 33917, कर्नाटक में 20391, उत्तर प्रदेश में 12569 ऋण जुलाई मध्य तक स्वीकृत किये। इन बैंकों ने कोविड 19 के उपचार के लिए असुरक्षित ऋण देने की व्यवस्था की थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में एक लिखित जबाव में कहा कि कोविड 19 से प्रभावित सभी वर्तमान ग्राहक सरकारी बैंकों ने सावधि ऋण लेने के योग्य हैं और इस ऋण की भुगतान अवधि तीन से पांच वर्ष है। शुरूआत में तीन से छह सप्ताह तक ऋण का पुनर्भुगतान नहीं करना होगा।
उन्होंने कहा कि बैंक अपने निदेशक मंडल द्वारा अनुमोदित नीतियों और रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों के अनुरूप ऋण से जुड़े निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
कोरोना से जहां लाखों लोगों की मौत हुयी है वहीं इससे करोड़ों लोगों की आय भी प्रभावित हुयी है।

अर्थव्यवस्था आ रही है पटरी पर, महंगाई में आयेगी नरमी : वित्त मंत्रालय
Posted Date : 12-Aug-2021 2:19:52 am

अर्थव्यवस्था आ रही है पटरी पर, महंगाई में आयेगी नरमी : वित्त मंत्रालय

नयी दिल्ली। देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में शिथिलता आने के साथ ही टीकाकरण में तीव्र प्रगति होने से अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है और सरकार द्वारा किये गये नीतिगत उपायों से तेल तथा दाल दलहन की कीमतों में नरमी आने एवं मानसून के सुधार होने से आने वाले महीने में महंगाई से राहत मिल सकती है।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने जुलाई की मासिक आर्थिक समीक्षा में ये बाते कही हैं। विभाग ने कहा है कि जुलाई के आर्थिक सुधार संकेतों में वृहद पैमाने पर सुधार के संकेत मिल रहे है। विनिर्माण पीएमई में जुलाई महीने में तीव्र सुधार देखा गया है। आर्थिक गतिविधियों में सुधार होने से जुलाई में जीएसटी राजस्व संग्रह भी एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। जुलाई में रेल माल ढुलाई में वृद्धि हुयी है और यह कोविड से पहले जुलाई 2019 के स्तर से भी आगे निकल गया है।
खरीफ बुआई, उर्वरक बिक्री, बिजली खपत, वाहन बिक्री, राजमार्ग टॉल संग्रह, ई वे बिल और डिजिटल लेनदेने से भी आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने के पुख्ता सबूत मिल रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित क्षेत्रों में भी अब सुधार के संकेत मिल रहे हैं।

अब तक की सबसे बड़ी हैकिंग, हैकर्स ने उड़ाए 45 अरब रुपए
Posted Date : 12-Aug-2021 2:18:28 am

अब तक की सबसे बड़ी हैकिंग, हैकर्स ने उड़ाए 45 अरब रुपए

नई दिल्ली ।  हैकर्स ने 600 मिलियन डॉलर से भी अधिक ईथर्म और दूसरे क्रिप्टोकरेंसी को चुराया है। ये काम हैकर्स ने ब्लॉकचेन-बेस्ड प्लेटफॉर्म पॉली नेटवर्क को ब्रीच करके किया है। कंपनी ने ट्वीट के जरिए इसको कन्फर्म किया है। 
ये अब तक की सबसे बड़ी चोरी डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस या डेफी स्पेस में हुई है। पॉली नेटवर्क एक प्लेटफॉर्म है जो यूजर्स को क्रिप्टो टोकन्स एक्सचेंज करने की परमिशन देता है। उसने कन्फर्म किया है कि इस क्रिप्टो चोरी से हजारों इन्वेस्टर्स प्रभावित हुए हैं। 
माना जा रहा है कि इस चोरी में सबसे ज्यादा प्रभावित क्रिप्टोकरेंसी ईथर्म है। इस साल काफी अटैक हुए हैं लेकिन इतना बड़ा अमाउंट अभी तक चोरी नहीं हुआ है। 

बच्चों को स्वस्थ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने पर यूनीसेफ और फेसबुक का समझौता
Posted Date : 11-Aug-2021 2:48:56 am

बच्चों को स्वस्थ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने पर यूनीसेफ और फेसबुक का समझौता

नयी दिल्ली ,। यूनीसेफ इंडिया और फेसबुक ने आज बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए एक-वर्षीय संयुक्त कार्यक्रम को शुरू करने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सुरक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस भागीदारी के तहत बच्चों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन एक सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाएगा। इसका लक्ष्य डिजिटल दुनिया तक सुरक्षित पहुंच के लिए बच्चों के लचीलेपन और क्षमता को बेहतर बनाना, बच्चों के खिलाफ हिंसा और बच्चों, परिवारों एवं समाजों पर इसके प्रभाव पर जागरूकता बढ़ाना, साथ ही साथ हिंसा को बेहतर ढंग से रोकने और प्रतिक्रिया देने के लिए समुदायों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स के कौशल में वृद्धि करना है। यह भागीदारी में एक राष्ट्रव्यापी सोशल मीडिया जागरूकता अभियान, एवं ऑनलाइन सुरक्षा, डिजिटल साक्षरता और मनोसामाजिक समर्थन पर 100,000 स्कूल छात्रों के लिए क्षमता निर्माण भी शामिल होगा।
यूनीसेफ इंडिया डिप्टी रिप्रजेंटेटिव प्रोग्राम यसुमासा कीमूरा ने इस मौके पर कहा, कोविड-19 महामारी ने बच्चों के लिए, चाहे वह ऑनलाइन हों या ऑफलाइन, हिंसा का सामना करने की संभावना को और बढ़ा दिया है। बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण प्रयासों को स्वीकार करते हुए, यह महत्वपूर्ण है विभिन्न हितधारक एक साथ आएं और बच्चों के खिलाफ हिंसा कैसे, कब और कहां के आसपास जागरूकता बढ़ाने, व्यवहार और धारणाओं में बदलाव लाने के लिए काम करें। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हिंसा को बेहतर ढंग से समझने और सबसे प्रभावी तरीकों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में फेसबुक के साथ भागीदारी बच्चों के बढऩे, सीखने और फलने-फूलने के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन और ऑफलाइन दुनिया को आकार देने में मददगार होगी।
फेसबुक हेड ऑफ प्रोग्राम्स एंड आउटरीच मधु सिरोही ने कहा, महामारी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को अपनाने के लिए बहुत अधिक प्रेरित किया है। ऑनलाइन बनने से युवाओं को कई सारे विकल्प मिलते हैं। यह उन्हें स्व-नियंत्रण और लचीलापन जैसे कौशल सिखाता है, जो उन्हें निर्णय लेने में मदद कर सकता है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने का नेतृत्व करेगा। बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा प्रदान करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम इस जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से उठा रहे हैं। अपने समाज के सबसे युवा सदस्यों के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव की पेशकश करने के लिए हम पिछले कई वर्षों से अभिभावकों, सरकारों और सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। आज, हम बच्चों एवं युवा दर्शकों के लिए इंटरनेट को सुरक्षित बनाने के लिए यूनीसेफ के साथ भागीदारी कर बहुत ही खुशी महसूस कर रहे हैं। इस भागीदारी के माध्यम हम उन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म की शक्ति का उपयोग कर सार्वजनिक जीवन में भाग लेने में मदद करना चाहते हैं और उन मुद्दों की वकालत करना चाहते हैं जिनकी उन्हें परवाह है।