खेल-खिलाड़ी

17-Nov-2018 11:02:48 am
Posted Date

महिला मुककेबाजी : मनीषा, सरिता प्री-चर्टर फाइनल में पहुंचीं

नई दिल्ली ,17 नवंबर । भारत की दिग्गज मुक्केबाज लैशराम सरिता देवी ने यहां जारी 10वें आईबा विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में आगाज जीत के साथ करते हुए शुक्रवार को 60 किलोग्राम भारवर्ग के प्री-चर्टर फाइनल में जगह बना ली है। सरिता ने पहले राउंड में बाई मिलने के बाद दूसरे राउंड के मुकाबले में स्विट्जरलैंड की सैंड्रा डियाना ब्रगर को 4-0 से मात दी। वहीं, पदार्पण कर रहीं भारत की युवा खिलाड़ी मनीषा मौन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अमेरिका की क्रिस्टिना क्रूज को 54 किलोग्राम भारवर्ग मुकाबले में 5-0 से मात देकर अंतिम-16 दौर में प्रवेश कर लिया। इंदिरा गांधी स्टेडियम परिसर में स्थित केडी जाधव हॉल में जारी इस चैम्पियनशिप में 12 साल बाद वापसी कर रहीं मणिपुर की इस पूर्व विश्व चैम्पियन मुक्केबाज सरिता ने 28-28, 29-28, 30-27, 29-28, 29-28 से मुकाबला अपने नाम किया। 
मैच के बाद सरिता से जब पूछा गया कि क्या वह घबराई हुई थीं तो उन्होंने कहा कि वह अपनी विपक्षी खिलाड़ी को परख रही थीं। सरिता ने कहा, मैं घबराई हुई नहीं थी। मैं बस अटैक करने से पहले उन्हें देख रही थी। दर्शकों का समर्थन भी काफी मायने रखता है। मैं सभी भारतीय प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करती हूं। सरिता ने भारतीय टीम भावना का भी जिक्र किया जहां सीनियर खिलाड़ी युवा खिलाडिय़ों के साथ अपने अनुभव साझा कर रही हैं। उन्होंने कहा, हमारी टीम भावना अच्छी है और हम युवा खिलाडिय़ों को मार्गदर्शन दे रही हैं। वह भी हमारा साथ दे रही हैं।
प्री-चर्टर फाइनल में सरिता का सामना आयरलैंड की हैरिंग्टन के. से होगा। वहीं, 21 साल की मनीषा ने भी शानदार प्रदर्शन कर जीत हासिल की। उन्होंने अपनी विपक्षी क्रिस्टिना पर लगातार पंच बरसाए। पहले राउंड में वह दो बार विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक भी जीत चुकी 36 साल की मुक्केबाज के सामने पूरे नियंत्रण में थीं। अमेरिका की अनुभवी खिलाड़ी ने दूसरे राउंड में वापसी की, लेकिन यह कुछ देर ही टिक पाई क्योंकि हरियाणा की मुक्केबाज ने मौकों का फायदा उठाते हुए उन्हें वापस दवाब में ला दिया। 
भारतीय मुक्केबाज पूरे मैच में हावी थीं। इंडियन ओपन और पोलैंड में खेली गई सिलेसियन महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय मुक्केबाज के सामने अमेरिकी मुक्केबाज हालांकि कुछ खास नहीं कर पाई और मनीषा ने कुछ सीधे और इसके बाद पंचों के सही संयोजन का इस्तेमाल करते हुए जीत हासिल की। पांचों जज मनीषा के खेल से काफी प्रभावित दिखे और इसी कारण उन्होंने भारतीय खिलाड़ी के पक्ष में 29-28, 30-27, 30-26, 30-26, 29-28 अंक दिए। 
अगले दौर में भारतीय खिलाड़ी का सामना कजाकिस्तान की मौजूदा विश्व विजेता दिना झोलामैन से होगा, जिन्होंने जापान की मुजुकी हिरूता को 4-1 से मात दी। मनीषा हालांकि दिना की काबिलियत से वाकिफ हैं लेकिन उन्होंने सितंबर में पोलैंड में खेले गए मुकाबले में कजाकिस्तान की खिलाड़ी को मात दी है।
अपनी जीत पर मनीषा ने कहा, मैं अपनी जीत और उम्मीदों पर खरा उतरने से खुश हूं। मैंने साबित किया है कि मैं यहां आने की हकदार हूं। मैं चैम्पियनशिप में अच्छा करने को लेकर आत्मविश्वास से भरी हूं। उनसे जब पूछा गया कि वह मौजूदा विश्व विजेता के खिलाफ होने वाले मुकाबले को किस तरह से देखती हैं तो उन्होंने कहा कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी। उन्होंने कहा, मैंने उन्हें पोलैंड में मात दी है। वह कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं लेकिन मैं उन्हें हरा सकती हूं।
मैच में अपनी रणनीति के बारे में मनीषा ने कहा कि उन्होंने अपने कोच के आदेश का पालन किया। उन्होंने कहा, मेरे प्रशिक्षकों ने मुझे दूर से खेलने की सलाह दी थी। मेरी विपक्षी का राइट हैंड मजबूत है मैं उसे देखती रही थी। मुझे अपने बाएं हाथ से अटैक करना था जो मैंने किया और इससे मैं काफी खुश हूं। विदेशी खिलाडिय़ों में रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता फिनलैंड की मीरा पोटकोनेन ने 60 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले में आस्ट्रेलिया की अंजा स्ट्रीड्समैन को कड़े मुकाबले में 3-2 से मात दी। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली अंजा ने अपने लगातार पंचों से तीसरे जज को प्रभावित किया। 
दूसरे राउंड के अंत में लय हासिल करने वाली आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फाइनल राउंड में पिछड़ गई। तीन जजों ने फिनलैंड की खिलाड़ी को पूरे अंक दिए। रियो ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता ने जीत के बाद कहा, यह करीबी मुकाबला था और अंजा अच्छा खेल रही थीं, खासकर दूसरे राउंड में। मैंने आखिरी राउंड में अच्छा किया जो मायने रखता है।

 

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