राजनीति

16-Nov-2018 10:05:16 am
Posted Date

मूणत के लिए चुनौती बने विकास

० रायपुर पश्चिम विधानसभा
रायपुर, 16 नवम्बर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के अंतर्गत राजधानी के रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का चुनाव इस बार बहुत रोमांचक होने की संभावना है। पन्द्रह सालों के  भाजपाई सत्ता की एंटीइंकम्बेन्सी प्रभाव होने की आशंका है। इसका नुकसान सीधे-सीधे भाजपा प्रत्याशी को होगा। लगभग साढ़े चार हजार मतों से पराजित कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को पार्टी ने पुन: प्रत्याशी बनाया है वहीं भाजपा ने प्रदेश के विवादास्पद मंत्री राजेश मूणत पर फिर से दांव खेला है। किंतु चुनावी हवा विपरीतन•ार आती है। विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह शहरी और साक्षर क्षेत्र है अत: सीधे-सीधे परिणाम की तह पर अनुमान नहीं लगाया जा सकता। राज्य सरकार की ओर से भारत माता चौक का जीर्णोद्धार, फोरलोन का पुन: निर्माण, थोक बाजार का अन्यत्र शिफ्टिंग जैसे कार्य महात्वपूर्ण हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में क्राईम रेट में कमी आई है। जिससे क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम हुई है। शहरी क्षेत्र होने के कारण वहां चुनाव ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में भिन्न-भिन्न तरीके से लड़े जाएंगे। व्यवस्था भी अलग-अलग ढंग से किए जाएंगे। शहरी चुनाव  होने के कारण दोनों प्रत्याशियों के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है कि प्रत्येक मुहल्ले की प्रतिक्रिया की सही जानकारी रखें। वहां के जनता की अपेक्षाएं  बहुत हैं। जैसे अवैध शराब की बिक्री पर रोक, मादक पदार्थों की तस्करी  पर रोक एवं ज्वेलथीफ आदि। सरकार के कामकाज को लेकर आम मतदाताओं में प्रभाव सामान्य है। शहरी एवं साक्षर क्षेत्र होने के कारण मतदाताओं के मन को टटोलना कठिन हो जाता है। वे प्रश्न का उत्तर चालाकी एवं चातुर्य से भरा हुआ देते हैं। इससे उनकी चुनावी मनसा को  समझना कठिन हो जाता है। सरकार की राशन प्रणाली को लेकर गरीबों में सकारात्मक प्रभाव है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के लिए मतदाताओं ने सकारात्मक प्रभाव है। कांग्रेस एवं जकांछ (जोगी) प्रत्याशी की स्थिति भाजपा प्रत्याशी की तुलना में कमजोर है। जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी शहरी क्षेत्र होने के कारण लगभग 15 प्रतिशत मत लेकर चुनावी परिदृश्य एवं परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं। राजधानी क्षेत्र होने के कारण भाजपा सरकार की ओर से यथासंभव ध्यान दिया गया है। यही कारण है कि वहां के प्रत्याशी और मंत्री राजेश मूणत और मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह की छवि सकारात्मक है। किसी भी मुहल्ले, वार्ड या व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान शीघ्र हो जाता है। वर्तमान विधानसभा चुनाव में नशामुक्ति अभियान का मुद्दा उठ सकता है, क्योंकि शहरी क्षेत्र होने के कारण गांजा एवं अन्य नशे से संबंधित द्रव्यों की तस्करी की सूचनाएं आए दिन आती रहती हैं। वहां के मतदाता इस पर रोक लगाए जाने की अपेक्षा करते हैं। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय की निरन्तर मतदाताओं से सम्पर्क और छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर संघर्ष करने कारण उनकी स्थिति चुनाव के संदर्भ में सकारात्मक बताई जाती है। कुल मिलाकर मंत्री राजेश मूणत के सामने विकास उपाध्याय चुनौती के रुप में डटे हैं। बाकी परिणाम वहां के मतदाताओं के मुहर लगाने के बाद ही पता चल सकेगा।

 

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