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22-Nov-2018 6:41:17 am
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पायलटों के सिक लीव पर जाने से जेट की 25 फ्लाइट्स रद्द

नई दिल्ली,21 नवंबर । जेट एयरवेज को कई पायलटों के सिक लीव पर चले जाने से सोमवार को 25 फ्लाइट्स कैंसल करनी पड़ीं। मुसीबतों के दौर से गुजर रही एयरलाइन कंपनी की 10 फ्लाइट्स रविवार को इसी वजह से कैंसल हुई थीं। ऐसा लगता है कि समय पर सैलरी नहीं मिलने की वजह से बड़ी संख्या में पायलट एक साथ सिक लीव पर जा रहे हैं।
जेट के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने पहचान जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर कहा, सोमवार को 25 फ्लाइट्स कैंसल हुई जबकि कई फ्लाइट्स में देरी हुई। पायलट सैलरी नहीं मिलने का विरोध अलग से कर रहे हैं, इसलिए आने वाले समय में हालात बिगड़ सकते हैं। हालांकि एयरलाइन कंपनी रोस्टर में हुई एक गलती को इसका जिम्मेदार ठहरा रही है। उसका कहना है कि फ्लाइट पायलटों के ड्यूटी पर नहीं आने के चलते कैंसल नहीं हो रही हैं।
एयरलाइन कंपनी के दूसरे एग्जिक्यूटिव ने बताया कि पायलट अलग से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि जेट एयरवेज की पायलट असोसिएशन नैशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने अपने मेंबर्स को विरोध प्रदर्शन के बाबत कोई ऑर्डर जारी नहीं किया है। दूसरे एग्जिक्यूटिव ने भी पहचान जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर कहा, असल में एनएजी ने अपने मेंबर्स से एयरलाइन को रिवाइव करने में जुटे मैनेजमेंट का सपोर्ट करने की अपील की है। पायलट अपनी मर्जी से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे कंपनी का कामकाज प्रभावित हो रहा है। जेट एयरवेज ने कहा कि सोमवार को उसकी चुनिंदा फ्लाइट्स ही कैंसल हुई थीं। 
एयरलाइन की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, सोमवार को कैंसल हुई फ्लाइट्स की संख्या और उसकी जो वजह बताई जा रही है, उसे जेट एयरवेज खारिज करती है। कैंसलेशन पायलट के नॉन-कोऑपरेशन नहीं, बल्कि एक सिस्टम एरर के चलते हुई थीं। कंपनी के ऑपरेशंस शेड्यूल के हिसाब से चल रहे हैं। पायलट और इंजीनियर सहित कंपनी के सभी एंप्लॉयी सुचारू कामकाज के लिए सक्रियता से सहयोग कर रहे हैं। पायलटों के सिक लीव पर जाने और उसके चलते कंपनी का कामकाज प्रभावित होने की बातें कयासबाजी है। 
जेट एयरवेज क्रूड में तेजी और रुपये में कमजोरी के बीच खासतौर पर कम एयरफेयर चलते बहुत बड़ी वित्तीय मुश्किल में फंसी है। एयरलाइन को मौजूदा फिस्कल के पहले क्वॉर्टर में लगभग 2,500 करोड़ रुपये का लॉस हुआ था। यह फिलहाल स्टेक सेल के लिए संभावित खरीदारों से बातचीत कर रही है। जेट एयरवेज वजूद बचाए रखने के लिए एसेट और बिजनेस का बड़ा हिस्सा बेचने के लिए स्ट्रैटेजिक और फाइनेंशियल इनवेस्टर्स, दोनों के साथ बातचीत कर रही है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को फ्रिक्वेंट फ्लायर बिजनेस जेट प्रिविलेज में भी स्टेक बेचने की योजना से भी वाकिफ कराया है। 
सिंगापुर एयरलाइन के साथ फुल सर्विस एयरलाइन विस्तारा और लो-कॉस्ट एयरलाइन एयरएशिया के साथ एयरएशिया इंडिया वाले दो एविएशन जेवी के पार्टनर टाटा ग्रुप ने इस बात को सही बताया है कि वह बायआउट और विस्तारा में मर्जर के लिए जेट एयरवेज के साथ बात कर रही है।

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