छत्तीसगढ़

24-Aug-2018 5:38:31 am
Posted Date

अजीत जोगी से मेरा कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं: शंकर

बिलासपुर। हाईकोर्ट में मरवाही विधायक अमित जोगी के जन्म प्रमाण पत्र और जाति मामले को लेकर समीरा पैकरा की याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने अजीत जोगी को गवाही के लिए तलब किया था, लेकिन अपरिहार्य कारणों से वे गवाही के लिए उपस्थित नहीं हो सके। उनकी जगह जोगी के परिजन शंकर सिंह कंवर उपस्थित हुए और गवाही दी।
समीरा पैकरा के अधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने मामले की सुनवाई के दौरान गवाह शंकर से प्रतिप्रशन करते हुए पूछा कि क्या जोगी परिवार से उनका कोई पारिवारिक रिश्ता है। गवाह ने कहा नहीं, कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है। इसके बाद अधिवक्ता वर्मा ने कंवर जनजाति में नवाखाई परंपरा के संबंध में सवाल किया। गवाह से पूछा गया कि नवाखाई की परंपरा क्या है और कैसे मनाई जाती है। इस पर गवाह ने बताया नवाखाई परंपरा कंवर जनजाति का पारिवारिक कार्यक्रम होता है और इसे परिवार के सदस्य घर के अंदर मनाते हैं। इसमें सिर्फ परिवार के सदस्य शामिल होते हैं। साार्वजनिक स्थलों पर इस परंपरा को किए जाने का कोई विधान नहीं है। गवाह से फिर पूछा गया कि क्या अजीत जोगी इस परंपरा का पालन करते हैं। इस पर गवाह ने कहा कि सीएम बनने के दौरान जोगी द्वारा नवाखाई की परंपरा मंदिरों में की जाती है।
अधिवक्ता वर्मा ने प्रतिप्रश्न के दौरान गवाह से पूछा कि क्या वे नेहा जोगी को जानते हैं, जिसके जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर अमित जोगी का जन्म प्रमाण पत्र बना है। इस पर गवाह ने इंकार करते हुए कहा इस नाम की कोई लड़की जोगीसार में नहीं रहती, वे इसे नहीं जानते। जस्टिस गौतम भादुड़ी की एकलपीठ ने 11 और 12 सितंबर को मामले को अंतिम सुनवाई के लिए रखा है। इस दिन अजीत जोगी एवं अन्य दो गवाहों का प्रतिपरीक्षण होगा। ज्ञात हो कि 2013 में मरवाही से कांग्रेस की पराजित उम्मीदवार समीरा पैकरा ने अमित जोगी के जन्म और जाति को चुनौती देते हुए याचिका लगाई है।

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