छत्तीसगढ़

28-Jun-2024 10:27:17 am
Posted Date

टीबी मरीजों को फूड बास्केट का किया गया वितरण

  • ग्रामीणों को किया गया जागरूक, टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य

रायगढ़।  कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशन एवं सीएमएचओ डॉ.चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में आज सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में टीबी मरीजों को फूड बास्केट का वितरण किया गया। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले में टीबी बीमारी से मुक्त रहने को लेकर विकासखण्ड धरमजयगढ़ के टीबी मरीजों के बीच पौष्टिक आहार फूड बास्केट का वितरण स्कैनिया स्टील एंड पावर लिमिटेड पूंजीपथरा, घरघोड़ा के द्वारा किया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों में टीबी उन्मूलन हेतु वर्ष 2025 का लक्ष्य रखा गया है जो कि संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्यों के द्वारा निर्धारित समय-सीमा 2030 से पांच वर्ष पहले है। शासन द्वारा राज्य को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में कई कार्यक्रम चलाए जा रहे है। जिसका लाभ स्थानीय ग्रामीण उठा पा रहे है। टीबी से ग्रसित लोगों के बीच फूड बास्केट का वितरण करते हुए टीबी बीमारी को लेकर जागरूक किया गया है। टीबी से लडऩे के लिए दवा के अलावा पोषण युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन भी जरूरी है। यह बीमारी अब लाइलाज नहीं है। इसका इलाज अब संभव है। जरूरत है तो सिर्फ लोगों को जागरूक होने कि अगर किसी प्रकार का लक्षण दिखाई दें तो व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर इसका नि:शुल्क इलाज करा सकते है।
इस अवसर पर स्कैनिया कंपनी के राकेश चंद्रा एवं अन्य स्टाफ  तथा जिला कार्यालय से डॉक्टर जय कुमारी चौधरी जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी, डॉ बी.एल भगत खंड चिकित्सा अधिकारी धर्मजयगढ़, जिला कार्यक्रम प्रबंधक रंजना पैंकरा, सुरेश कुमार गुप्ता जिला कार्यक्रम समन्वयक, भास्कर देवांगन बीपीएम, आनंद कुमार मिरी लेखा प्रबंधक, फिरतू राम सिदार, चंद्र विजय रथीया उपस्थित रहे।
स्वस्थ गांव की परिकल्पना
पंचायत राज संस्थाओं द्वारा सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु ‘स्वस्थ गांव’ की परिकल्पना की गई है, जिस हेतु जिले के ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आयुष्मान भारत-हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर द्वारा ग्राम पंचायतों के सहयोग से टीबी उन्मूलन की दिशा में संयुक्त प्रयास किए जा रहे है। वर्तमान में इस प्रयासों को प्रतिवर्ष मान्य संकेतकों को मापने एवं सत्यापन कर टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने हेतु नई पहल शुरू की गई है।

 

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