छत्तीसगढ़

07-Jan-2019 10:40:07 am
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छात्रावास,आश्रम और पोटाकेबिन में उत्कर्ष अभियान अधीक्षकों की जिला स्तरीय बैठक सम्पन्न

सुकमा , 07 जनवरी । जिले के छात्रावास,आश्रम और पोटाकेबिन में रह रहे बच्चों के सर्वोत्तम शैक्षिणिक और व्यक्तितव विकास के लिए कलेक्टर श्री जय प्रकाश मौर्य के कुशल मार्गदर्शन में उत्कर्ष अभियान चलाया जा रहा हैं। अभियान का उद्धेश्य हैं कि छात्रावास,आश्रम और पोटाकेबिन के बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियां संचालित की जाए। शासन के नियमों के अनुसार छात्रावासों का बेहतर संचालन हो इसके लिए अधीक्षकों का प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण किया जाए। इसी सिल-सिले में जिले के सभी अधीक्षकों की बैठक शबरी सभागार में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र ठाकुर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में श्री गजेन्द्र ठाकुर ने छात्रावास अधीक्षकों से कहा कि आप छात्रावास, आश्रम और पाटाकेबिन के छात्रों के अभिभावक हैं आप अपने बच्चों के जैसे इनका पालन-पोषण कर इन्हे शिक्षित करें जिससे ऐ उज्जवल भविष्य  की ओर अग्रसर हो। श्री ठाकुर ने कहा कि अधीक्षक प्रत्येक बच्चों की सभी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे जहां पर वे कजोर हैं तत्काल उन्हे आवश्यक सहयोग प्रदान करें। सभी बच्चों परीक्षाओं में सफल हो इसके लिए ठोस रणनीति बनाए। उन्होने कहा कि यह सब अधीक्षकों का प्रशासकीय दायित्व के साथ-साथ नैतिक कार्तव्य भी हैं यदि बच्चे परीक्षाओं में सफल नहीं होते हैं तो नैतिक जिम्मेदारी अधीक्षकों की ही होगी।
आदिवासी विकास विभाग के साहयक आयुक्त श्री पीएल रामटेके ने अधीक्षकों से कहा कि छात्रावासों आश्रमों और पोटाकेबिन के ज्यादा से ज्यादा बच्चों को प्रयास विद्यालयों में प्रवेश के लिए समुवित प्रयास करें। उन्हे अच्छे प्रशिक्षित शिक्षकों से कोचिंग दिलाए। छात्रावासों में बच्चों को मीनू चार्ट के हिसाब से पौष्टिक भोजन दे। छात्रावासों में साफ सफाई की विशेष ध्यान रखा जाए। बच्चों का नियमित स्वस्थ्य परीक्षण हो यह सुनिश्चित हो इसके लिए चिकित्सकों की नियुिक्त की गई हैं। बच्चे छात्रावास में रहे छुट्टी के बाद तत्काल छात्रावास में उपस्थित हो इसके निगरानी रखी जाए  अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के माता-पिता से अधीक्षक व्यक्तिगत सम्पर्क करें। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री केएल सौरी ने अधीक्षकों को बच्चों के समुचित विकास के लिए प्रेरक उद्बोधन दिया। इसी तरह से डिप्टी कलेक्टर श्री रवि साहू ने भी बैठक को सम्बोधित किया। कार्यक्रम के शुभ अवसर पर जिला एकीकृत बाल संरक्षण योजना के बाल संरक्षण अधिकारी श्री जितेन्द्र सिंह ने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के विभिन्न प्रावधानों को लघु फिल्म और प्रजेंटेशन के जरिए जानकारी दी। इस अवसर पर लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 से सवंधित पत्रिका का भी वितरण किया गया। 

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