छत्तीसगढ़

05-Jan-2019 11:30:17 am
Posted Date

धान खरीदी केंद्रों में लाखों टन धान हुआ जाम

जगदलपुर 05 जनवरी । ऋण माफी योजना के बाद खरीदी केंद्रों में किसान बड़ी मात्रा में अपनी उपज लेकर आ रहे हैं और इन खरीदी केंद्रों की हालत धान के जमा होने से खराब हो रही है। जानकारी के अनुसार बस्तर के खरीदी केंद्रों में धान का बड़ी मात्रा में जमाव हो गया है और इस धान की मात्रा 11 लाख च्ंिटल से भी अधिक हो चुकी है। खरीदी गई धान का उठाव नहीं होने से यह समस्या निर्मित हुई है। किसानों को 2500 रूपए क्विंटल धान की कीमत मिलने से प्राय: अंचल के सभी किसान धान बेचने के लिए बड़ी मात्रा में आ रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि धान उठाव के लिए 72 घंटे की समय सीमा निर्धारित की गई है और धान का उठाव कर उसे संग्रहण केंद्रों में पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। धान उठाव न होने से डीसीसीबी ने डीएमओ को पत्र लिखकर धान उठाव की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। इस संबंध में यह भी प्रमुख तथ्य है कि राज्य शासन की घोषणा के बाद किसानों से जो ऋण माफी की घोषणा की गई थी उसे अब पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है। इस संबंध में राज्य शासन ने यह फैसला किया था कि नगद या लिकिंग के माध्यम से किसानों से वसूल की गई राशि उन्हें लौटाई जायेगी। इसका ही पालन किया जा रहा है। किसानों के द्वारा धान बेचने के लिए खरीदी केंद्रों में आने से और धान का उठाव नहीं होने से यह स्थिति निर्मित हुई है। सभी खरीदी केंद्रों में इसी प्रकार की स्थिति बनी हुई है। संभाग के सभी जिलों के संग्रहण केंद्रों में जाम का आलम हैं और रखने के लिए जगह तक नहीं बच रही है। खरीदी केंद्रों में केंद्र प्रभारियों के सामने यह भी समस्या है कि इतनी बड़ी मात्रा मेंं धान का जमाव होने से वे इसकी सुरक्षा कैसे कर सकें। 

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