० 9 महीने में १५७ करोड़ 50 लाख की शराब गटक गए लोग
० सिर्फ नवंबर माह में ही 24 करोड़ की बिकी शराब
महासमुंद, 01 जनवरी । वर्ष २०१८ में शराब के शौकिनों ने देसी शराब का दबदबा कायम रखा। जबकि, विदेशी और बियर की बिक्री में गिरावट आई है। नवंबर महीने में ही २४ करोड़ की शराब लोग गटक गए। शौकिनों ने विदेशी, बीयर से ज्यादा देशी पर ज्यादा भरोसा दिखाया।
जिले के सरकारी दुकानों मेें अप्रैल से दिसंबर तक 9 महीने में शराब की जमकर बिक्री हुई है। अप्रैल से दिसंबर तक १५७५०७१८२० रुपए की शराब बिक्री हुई है।
बताया जाता है कि चुनावी वर्ष होने के कारण शराब की ज्यादा बिक्री हुई है। अप्रैल से दिसंबर तक देशी मदिरा 1900083 लीटर, विदेशी में 866237 लीटर और बियर 353425 लीटर शराब की बिक्री हुई। शराब की बिक्री को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग देशी मदिरा पीने में ज्यादा ही रुचि ले रहे हैं। शराबियों को देशी मदिरा में जमकर सुरूर चढ़ा। वहीं अंग्रेजी शराब पीने वाले करोड़ों की शराब गटक गए। शहर में शराबबंदी के लिए प्रयासरत लोगों को आंकड़े देखकर झटका भी लग सकता है। उनके तमाम प्रयासों के बाद भी शराब की बिक्री में कमी नहीं आई है। लगातार यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
लोगों को आस
कांग्रेस में अपनी जनघोषणापत्र में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। कर्जमाफी और धान का बोनस बढऩे के बाद लोगों की आस बढ़ी है। घोषणा पत्र में कहा गया है राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा को शराबबंदी का अधिकार होगा।
213 प्रकरण हुए दर्ज
आबकारी एक्ट के तहत पुलिस ने भी 213 प्रकरण दर्ज किए है। इनसे 1 लाख 83 169 रुपए की शराब जब्त की गई है। इनमें 183.७७ विदेशी मदिरा, 66.३२ लीटर देशी मदिरा, 514 महुआ लाहन भी जब्त किया गया है। शहर में शराब की अवैध बिक्री पर लगाम नहीं लग रही है। सबसे ज्यादा ब्रांड ओडिशा से मिले हैं। सख्ती के बाद भी शराब की अवैध बिक्री हो रही है।