छत्तीसगढ़

30-Dec-2018 1:11:11 pm
Posted Date

बांगो हाइडल प्लांट से की गई बिजली आपूर्ति

कोरबा, 30 दिसंबर । पावर प्लांटों में तकनीकी खराबी की वजह से उत्पादन ठप हो जाने पर ब्लैक आउट की स्थिति से निपटने विद्युत उत्पादन एवं वितरण कंपनी ने बांगो हाइडल प्लांट से बिजली आपूर्ति कराने आज संयुक्त मॉक ड्रील किया। अधिकारियों ने मॉकड्रील को सफल बताया है।
राज्य पावर जनरेशन पावर कंपनी के बिजली प्लांट से उत्पादन होने वाले बिजली से जिले में विद्युत आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा दूसरे जिले व राज्यों को भी यहां से बिजली सप्लाई की जाती है। पावर प्लांटों में खराबी आ जाने पर ब्लैक आउट की स्थिति बन जाती है। जिले में स्थित बांगो हाइडल प्लांट से बिजली का उत्पादन तब किया जाता है जब ऐसी परिस्थिति में जरूरत होती है। पावर व हाइडल प्लांट से बनी बिजली का उपयोग एक साथ होने पर बांगो हाइडल प्लांट से उत्पादन होने वाली बिजली की उपयोगिता का बराबर पता नहीं चल पाता। इसे देखते हुए रविवार को लोड डिस्पैच सेंटर के अधिकारियों की निगरानी में उत्पादन व वितरण कंपनी के अधिकारियों की टीम ने एक बार फिर से बांगो हाइडल प्लांट से बिजली आपूर्ति कराने का मॉकड्रील किया। इस अभ्यास के दौरान जिले के कई हिस्सों में सुबह से दोपहर के बीच कुछ घंटों के लिए प्लांट से बिजली सप्लाई रोक कर मॉकड्रील प्रोसेस के तहत बांगो हाइडल प्लांट से बिजली आपूर्ति कराई गई। इस दौरान कई हिस्सों में कुछ समय के लिए बिजली आपूृर्ति बाधित रही। बताया जा रहा है कि हाइडल प्लांट को चार्ज करने के लिए कुछ समय तक परीक्षण भी किया गया। मॉकड्रील के दौरान पावर प्लांट से केवल बिजली की आपूर्ति रोकी गई थी। लेकिन इस दौरान प्लांट चालू रहे। जिन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद की गई थी वहां खपत होने वाली बिजली को दूसरे जिलों में सप्लाई कर सामंजस्य स्थापित किया गया। मॉक ड्रील को लेकर छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी द्वारा 132 केवी जमनीपाली उप केन्द्र एवं 100 मेगावाट उप केन्द्र कोरबा पूर्व में सुबह 11 से 3 बजे तक आपूर्ति पूर्णत: व अंशत: बंद करने शट डाउन लिया गया था। मॉक ड्रील के दौरान लोड डिस्पैच सेंटर के अधिकारी पल-पल की जानकारी लेते रहे। वे पूरी कार्रवाई की मानिटरिंग करते रहे। इसके अलावा जनरेशन व वितरण कंपनी के अधिकारी भी मॉकड्रील में उपस्थित रहे।

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