छत्तीसगढ़

29-Dec-2018 11:27:26 am
Posted Date

बस्तर में निरंतर बढ़ रही पर्यटकों की सुरक्षा हाशिए पर

जगदलपुर, 29 दिसंबर। इस वर्ष नक्सलियों का आतंक बहुत कुछ दूर हो चुका है और मौसम भी बस्तर में मेहरबान है। जिसका प्रभाव यह हुआ है कि बस्तर में इस समय बड़ी मात्रा में पर्यटकों का पहुंचना लगातार चल रहा है। बस्तर के पर्यटन स्थलों में भ्रमण कर एक ओर जहां पर्यटक आनंद उठा रहे हैं वहीं दूसरी ओर इन पर्यटकों की सुरक्षा की ओर किसी विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है। और प्रतिदिन चित्रकोट तथा तीरथगढ़ में छोटी-छोटी घटनायें पर्यटकों के साथ घट रही है। इससे हमेशा खतरा बना रहता है कि कोई बड़ी घटना पर्यटकों के साथ न घटित हो जाये। 
चित्रकोट और तीरथगढ़ ऐसे पर्यटर्न स्थल हैं जहां प्रतिवर्ष घटनायें घटती ही रहती हैं। पिछले दिनों तीरथगढ़ जलप्रपात के उपर से गिरने से आंध्रप्रदेश के एक पर्यटक की मृत्यु होने के बाद भी व्यवस्था में सुधान नहीं हो पाया है। चित्रकोट जलप्रपात में सुरक्षा के दृष्टि से जवान नियुक्त रहते हैं, लेकिन दिनभर वे दृष्टि रख पाने में असमर्थ रहते हैं। इसके कारण घटनायें घटित हो जाती है। इसके अलावा पर्यटकों का प्राकृतिक दृश्यावली के साथ सेल्फी लेने का शौक भी सुरक्षा की अनदेखी करता है। इन जलप्रपातों में सेल्फी लेने के प्रयास में कई घटनायें घटित हो चुकी हैं। इसके अलावा आसपास के ग्रामीण भी अकेले यात्रा कर रहे पर्यटक के साथ भी अभद्र व्यवहार करने में नहीं चुकते हैं। कुछ ही दिन पूर्व जर्मनी से आये एक पर्यटक के साथ ग्रामीणों ने दूव्र्यहार किया था जो बिल्कुल ताजी घटना है। ऐसी कई घटनायें पुलिस के पास दर्ज कराने पर्यटक नहीं पहुंच पाते और बिना सुरक्षा के पर्यटन उद्योग चल रहा है। जबकि सुरक्षा पहले उसके बाद ही पर्यटन का उद्योग पनप सकता है। 

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