० दंतेवाड़ा पुलिस के हाथ लगा शीर्ष नक्सली नेता बसवराजू का पत्र
दंतेवाड़ा, 28 दिसंबर । दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि साल में एक बार नक्सल शीर्षस्थ नेता सर्कुलर जारी करते हैं, जुलाई अंत में यह सर्कुलर नक्सल नेता बसवराजू ने जारी किया है जो हमारे हाथ लगा है। इस बार 35 पन्नों का सर्कुलर है, हर पाइंटस में इनकी चिंता साफ झलक रही है। शिक्षा, कृषि, महिलाओं के लिए काम हुए हैं, निश्चित तौर पर इनका संगठन कमजोर पड़ गया है व इन्हें बड़ा झटका लगा है।
नक्सल नेता बसवराजू ने अपने एसी, पीपीसी सदस्यों के लिए जारी सर्कुलर में सरकार की नीतियों और खुद की कमजोरियों का उल्लेख किया है। 35 पन्नों के जारी इस सर्कुलर में करीब 10 पेज छत्तीसगढ़ व ढाई पेज सिर्फ दंतेवाड़ा के लिए ही है। यह सर्कुलर हाल ही में पुलिस को मिला है, जिसकी पुलिस समीक्षा कर रही है। नक्सली नेता ने माना है कि शिक्षा, कृषि, रोजगार व स्वरोजगार के लिए तेजी से काम हुए हैं। इन कामों ने नक्सल संगठन की सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाई है। यह चिंता संगठन के शीर्षस्थ नेता बसवराजू के महासचिव पद की कमान संभालने के बाद जारी किए सर्कुलर में स्पष्ट तौर पर दिख रही है।
श्री पल्लव ने बताया कि नक्सली पत्र में उल्लेख है कि नवंबर 2017 से मई 2018 के बीच छत्तीसगढ़ में 16 नए कैंप स्थापित किए गए हैं, इतने बड़े पैमाने पर बलों को तैनात करने के बाद भी इसे पर्याप्त बल नहीं मानते हुए और मांग की जा रही है। मई 2017 से मार्च 2018 तक 126 नक्सल प्रभावित जिलों में 44 जिले मुक्त हो गए हैं। अत्यधिक नक्सल प्रभावित 35 जिलों में से 5 उस श्रेणी से बाहर हो गए हैं। 44 जिले नक्सल मुक्त होने के कारण नक्सलवादी आंदोलन से प्रभावित इलाके सीमित हो गए हैं। सर्कुलर में इस बात का भी जिक्र है कि जहां नक्सली कमजोर हुए हैं, वहां केंद्र व राज्य सरकारें अभी तक तैनात केंद्रीय अद्र्ध सैनिक व राज्यों के बलों को उनके साथ उन जिलों में तैनात आईपीएस व अन्य पुलिस अधिकारियों को आंदोलन मजबूत करने तबादला कर रही है।
एसपी ने बताया कि पत्र में यह भी लिखा गया है कि देश भर में पिछले डेढ़ साल में 305 नक्सली मारे गए हैं, जिनमें केंद्रीय कमेटी के सदस्य कुप्पु देवराज, पश्चिमी घाटियों के स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य, अजिता, डीसी, जेडसी, डीवीसी, सीवाईपीसी के 10, सब जोनल कमेटी के 5, एसी, पीसीसी स्तर के 56, पार्टी के दो सदस्य पीएलजीए के 29 सदस्य, स्थानीय संगठन के 44 जिसमें 10 कार्यकर्ता, मिलिशिया के 34 कार्यकर्ता शामिल हैं।