छत्तीसगढ़

10-Jun-2018 3:58:22 am
Posted Date

बीएसपी के डीजीएम के घर पर दस लाख की चोरी के मामले का खुलासा

भिलाई। बीएसपी के डीजीएम के घर पर दस लाख की चोरी के मामले का खुलासा हो गया है। हवाई यात्रा और आलीशान होटलों में ठहरने के शौकीन चोर ने अपने जेल में बने दोस्त के साथ वारदात को अंजाम दिया था। दोनों आरोपी जेल में बंद डीजीएम के बेटे का संदेश लेकर उनके घर पहुंचे थे। डीजीएम के घर की शान शौकत देखकर चोरी करने की साजिश रच डाली। मौका पाते ही घर से जेवर, नकदी पर हाथ साफ कर दिया। सेक्टर 10 एवन्यु ए2 में डीजीएम डीके जाधव के आवास पर चोरी की वारदात का मुख्य आरोपी मुंबई का इमरान खान है। उसने सेक्टर 11 जोन 2 खुर्सीपार निवासी अब्दुल मनान (20) के साथ मिलकर चोरी की थी। पुलिस ने अब्दुल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके कब्जे से 1 लाख रुपए नकद और एक कटर बरामद कर लिया है। इमरान फरार हो गया है, उसकी तलाश में पुलिस टीम मुंबई रवाना हुई है। पुलिस ने धारा 380, 457 के तहत जुर्म दर्ज किया है। वारदात को अंजाम देने वाले इमरान और अब्दुल जब रायपुर केंद्रीय जेल में थे तब वहां डीजीएम का बेटा रजत जाधव भी बंद था। उसने जमानत कराने में इन दोनों से मदद मांगी और उनके वकील के बारे में पिता को बताने कहा। इमरान और अब्दुल ने जेल में ही जाधव के घर चोरी का इरादा कर लिया था। दोनों जेल से छूटे तब अब्दुल भिलाई आ गया। उसने डीजीएम के घर की रैकी की और इमरान को बताया। इमरान फ्लाइट से बनारस गया और अब्दुल टे्रन से वहां पहुंचा। वहां चोरी की प्लानिंग की। फिर रायपुर आए और होटल में ठहरे। वहां से भिलाई पहुंचे और दोबारा रैकी की। जे ल से रिहा होने के 26 दिन के बाद रैकी कर सूने मकान में हाथ साफ कर दिया।
इमरान और अब्दुल ने रजत के पिता को वकील का नम्बर दिया। उन्हें दुर्ग जाकर मिलने को कहा। जैसे ही जाधव दुर्ग के लिए निकले दोनों आरोपियों ने घर पर धावा बोल दिया। कटर से दरवाजे की कुंडी काटी और घर में दाखिल हो गए। यहां से सोने के जेवर और नकदी लेकर रफूचक्कर हो गए। पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने चोरी और नकबजनी की वारदात रोकने और अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस अधिकारियों की बैठक की। इसमें एएसपी शशिमोहन के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच प्रभारी भावेश साव को बड़ी चोरी की वारदात सुलझाने का जिम्मा दिया। इनकी टीम ने सबसे पहले डीके जाधव के घर चोरी करने वाले आरोपियों को पकडऩे का एक्शन प्लान बनाया। पुलिस ने जेल से हाल में छूटे चोरों की सूची तैयार कराई। इसमें अब्दुल और इमरान का नाम भी था। सभी चोरों की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की गई तो इन दोनों की लोकेशन वारदात के दो घंटे बाद घटनास्थल की थी। पुलिस ने इनके पीछे मुखबिर लगाए। तस्दीक होने पर पुलिस ने अब्दुल को दबोच लिया। पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। मुंबई का रहने वाला इमरान शातिर चोर है। उसे दुर्ग में चोरी के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। वह चोरी के पैसों को अय्याशी में उड़ाता है। फ्लाइट में सफर करना और महंगे होटल में ठहरने का शौक है। डीजीएम के यहां की चोरी करने के बाद वह गहने लेकर मुंबई चला गया। वहां से उसने अब्दुल के भाई जावे अंसारी उर्फ राजा के खाते में एक लाख रुपए जमा किए थे। पुलिस ने रुपए बरामद कर लिए हैं।

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