छत्तीसगढ़

18-Dec-2018 1:04:05 pm
Posted Date

पारा लुढक़ पहुंचा 12 तक, बस्तर में फैथई से जनजीवन अस्त-व्यस्त

जगदलपुर, 18 दिसंबर । तीसरे दिन भी बस्तर में फैथई तूफान का प्रभाव दिखाई दिया और पारा लुढक़ कर 12 डिग्री तक आ गया है। आंध्र प्रदेश में आये इस फैथई तूफान के कारण ठंड और वर्षा के साथ मौसम अत्यधिक ठंडा हो गया है। पिछले तीन दिन से मौसम के मिजाज में हुए इस बदलाव से समूचा बस्तर ठंड के कारण कांप रहा है और पानी गिरने के साथ-साथ जीवन ठहर सा गया है। अभी बस्तर के समूचे क्षेत्र में फैथई का कहर अभी भी दिखाई पड़ रहा है। शहर व आसपास के कई स्थानों पर बूंदाबादी का आलम चल ही रहा है। बस्तर में इसके कारण तापमान 7 डिग्री तक कम हो गया है। इस समय न्युनतम  तापमान 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 16 डिग्री रिकार्ड किया गया है। 
उल्लेखनीय है कि बस्तर में पिछले तीन दिन से फैथई तुफान के आने से पहले ही मौसम के मिजाज में बड़ा बदलाव आया हुआ है। इसकी वजह यह है कि दो दिन पूर्व दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना अवदाब का सिस्टम 
तूफान में बदल गया है। फैथई नाम का यह तूफान खाड़ी से निकलकर आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट से टकरा कर अपनी तबाही का आलम आंध्र प्रदेश और ओडि़शा में दिखाकर बस्तर में भी में बरस रहा है। इन दोनों राज्यों में इस तूफान ने ज्यादा असर दिखाया है। आंध्र के मछलीपटनम, विशाखापट्टनम जैसे इलाके भी प्रभावित होकर अपनी तबाही पर आंसू बहा रहे हैं। इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक आरके सोरी ने जानकारी दी है कि इस तूफान का ज्यादा असर आंध्र प्रदेश से सटे हुए ओडि़शा पर भी दिखा है। इसके साथ ही यह तूफान आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में अधिक प्रभावी होकर कमजोर पड़ रहा है।  इससे बस्तर के कोंटा, सुकमा इलाकों में हवाएं 20 से ज्यादा किलोमीटर की रफ्तार से चल रही है। 

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