छत्तीसगढ़

18-Dec-2018 12:50:41 pm
Posted Date

फेथई का असर, लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित

कोरबा 18 दिसंबर। समुद्र में आई फेथई तूफान से पूरे छत्तीसगढ़ में इसका असर रविवार सोमवार को देखने को मिली इससे मध्य रात्रि से हवा के साथ साथ तेज बारिश होती रही जो सोमवार पूरे दिन बारिश से जन जीवन प्रभावित रहा, बिजली की आंख मिचौली भी ग्रामीण तथा पश्चिमांचल क्षेत्रोंं में रही, बिजली विभाग के कर्मचारियों का कहना था कि फाल्ट खोज रहे हैं जैसे ही मिलेगा ठीक करेंगे, वहीं बारिश के कारण सडक़ के गड्ढों मे पानी भर जाने कारण आवागन भी प्रभावित रही।
बंगाली कि खाड़ी में गहरे दबाव क्षेत्र बनने से समुद्र तूफान फेथई आने से हवा के साथ तेज बारिश होती रही फेथई तूफान कि असर पूरे छत्तीसगढ़ में पड़ी जिससे रविवार व सोमवार को पूरे दिन हवा के साथ रिमझिम बारिस होती रही, रिमझिम बारिश ने सावन कि याद दिला रही थी । फेथई बारिश से नगर कि जन जीवन पर खासे प्रभावित पडा है ठंड बढऩे से लोग पूरे दिन घरो में दुबके रहे वही किसानो को बे मौसम बारिस से नुकसान हुआ है। धान कटाई के बाद मिसाई के लिये खलियान में रखे धान पानी पडऩे से काले व सफेद फफूंद निकलने का भय सताने लगी लगी है वही कई किसान धान मिसाई के लिये धान को खलियान में फैला रखे है खलियान में पानी भरने व कीचड़ होने से धान कीचड़ में फंस जायेगी इससे किसानों को नुकसान होगी। किसानों के लिये दोहरा नुकसान है,फसल के दौरान कम बारिश होने से फसल उत्पादन कम हुआ है उपर से फेथई बारिश ने किसानो कि कमर तोड़ दी ।
जिले के धान उपार्जन केन्द्रों में बेमौसम बारिश कहर बनकर टूट पड़ी है। जिले के 41 धान उपार्जन केन्द्रों में खरीदे गए धान को बारिश से बचाने के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। उपार्जन केन्द्रों में तिरपाल की मदद से धान को ढंककर रखा गया है पंरतु कई केन्द्रों में तिरपाल फटा हुआ है तो कही पर्याप्त संख्या में तिरपाल नहीं है। खासकर धान उपार्जन केन्द्र रामपुर, अखरापाली, भिलाईबाजार सहित अन्य उपार्जन केन्द्रों में व्यापक पैमाने पर धान भीग गया है। बेमौसम बारिश से हजारों क्विंटल धान भीग गया है। वहीं कई किसानों का धान खुले में रखा हुआ है जो भी भीग गया है। बेमौसम बारिश से किसानों के साथ-साथ शासन को भी नुकसान हुआ है।

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