छत्तीसगढ़

16-Dec-2018 12:43:45 pm
Posted Date

ओडि़शा से धान लाकर खपा रहे व्यापारी, खानापूर्ति के नाम पर अधिकारी कार्रवाई कर सक्रियता बरतने का कर रहे दावा

गरियाबन्द, 16 दिसंबर । ओड़ीसा से धान लाकर छत्तीसगढ़ में खपाने का काम व्यापारी वर्गों के द्वारा इस समय जोरों पर किया जा रहा है.उड़ीसा के बिचौलिओं के साथ तगड़ी सेंटिग कर व्यापारी बिचौलिओं के माध्यम से अलसुबह और देर रात धान तस्करी के इस घटना को अंजाम दे रहे है.वहीं मंडी और खाद्य विभाग के अधिकारी सबकुछ जानते हुए हाथ पे हाथ धरे बैठे हुए है.वहीं मामले में राजस्व विभाग के अधिकारी कुछ सक्रियता दिखाते हुए कार्रवाई दिखाने की कोशिश में लगे हुए है.इसी क्रम में शनिवार की सुबह करीब 9 बजे के आसपास नायब तहसीलदार ने ओडि़शा से आ रही 40 पैकेट धान को वाहन क्रमांक ओआर 08.एफ.5519 के साथ जब्त किया.चालक ने भी अपने बयान में बताया कि वह ओडि़शा के धमर्गढ़ से धान लेकर मांझीपारा के एक व्यापारी के पास पहुंचा था.मामले में चालक ने बताया कि जैसे ही कार्रवाई की जानकारी व्यापारी को लगी,व्यापारी पीछे हट गया और धान तस्कर से संबंध नहीं होने की बात कहने लगा. हालांकि संबंधित वाहन के चालक ने दावा किया कि वह मांझीपारा के संबंधित व्यापारी के लिए कई बार धान उड़ीसा से ला चुका है.मामले में नायब तहसीलदार ने वाहन को जब्त कर थाने के सुपुर्द कर प्रकरण को जिला स्तर में संबंधित विभाग के पास भेज दिया है.
धान तस्करी का खुलेआम खेला जा रहा खेल-: यहां बताना लाजमी होगा कि जिला से देवभोग की दूरी 127 किलोमीटर होने के साथ ही ओड़ीसा की सीमा से देवभोग की दूरी 7 किलोमीटर के अंतराल में होने के चलते ओड़ीसा लगा होने का फायदा इस समय धान का काम करने वाले देवभोग,कैंटपदर,खुटगांव,टिकरापारा,गोहरापदर,खोकसरा के कुछ व्यापारी उठा रहे है.आपको बताते चले कि व्यापारी बिचौलिओं के साथ सीधा सेंटिंग कर धान मंगवा रहे है,इतना ही नहीं ये उड़ीसा के बिचौलिओं को संरक्षण देने का वादा भी करते है,वहीं धान लाते समय सडक़ में पकड़े जाने पर यहीं व्यापारी संबंधित पकड़े हुए अधिकारी वर्ग को सेटिंग कर धान को छत्तीसगढ़ में खपाने का खेल खुलकर कर रहे है.मामले में गोपनीय सूत्रों की माने तो इस समय धर्मगढ़,कसीपानी,संधिकोलयारी,कापसी सीनापाली,गोड़ाल,गोड़भान्जा के बिचौलिएं सबसे ज्यादा धान उड़ीसा के किसानों से खरीदकर उसे छत्तीसगढ़ के व्यापारी के पास लाकर खपा रहे है.वहीं बिचौलिओं को छत्तीसगढ़ में धान लाने पर प्रति किलो तीन रूपए की दर से उड़ीसा की तुलना में ज्यादा दाम मिल रहा है.
मंडी और खाद्य विभाग की कार्रवाई शून्य-: यहां बताना लाजमी होगा कि मंडी और खाद्य विभाग के जिला स्तर के अधिकारी दावा करते हैं कि वे देवभोग ब्लाक में अवैध धान परिवहन पर नजर बनाए हुए है.वहीं दावों के बीच अधिकारियों ने पिछले दिनों देवभोग में आकर दो से तीन दिनों तक डेरा भी जमाया था.वहीं अधिकारियों के दावों के बाद भी कार्रवाई अब तक शून्य है.यहां बताते चले कि पुलिस विभाग और राजस्व विभाग ने ही अब तक मात्र दो से तीन ओड़ीसा के वाहनों को दबोचा है और कार्रवाई किया है.मामले में गोपनीय सूत्रों ने हमारे प्रतिनिधि को बताया है कि मंडी और खाद्य विभाग के अधिकारियों की तगड़ी सेंटिग के चलते सबकुछ जानते हुए भी अधिकारी धान का काम करने वाले व्यापारियों को संरक्षण दे रहे है.वहीं व्यापारियों को संरक्षण मिलने के बाद धान का काम करने वाले ये व्यापारी सीधे बिचौलिओं को संरक्षण देकर खुलेआम धान लाकर छत्तीसगढ़ की मंडियों में किसानों के पट्टे लेकर खपाने का काम कर रहे है.

Share On WhatsApp