रायगढ़, 15 दिसम्बर । सखी वन स्टॉप सेन्टर महिला एवं बाल विकास रायगढ ने एक भटकी हुयी महिला को उसके पति व परिजनों से मिलवाने में अहम भूमिका निभाई महिला 13 नवम्बर की रात 12.40 बजे पुलिस को गोरखा गांव में मिली थी महिला की सूचना पुलिस हेल्पलाईन-112 के माध्यम से मिली थी जिसे रात को 1.20 बजे सखी वन स्टाप सेन्टर पहुंचाया गया । महिला हिन्दी नहीं समझती थी और खाना भी नहीं खा रही थी। सखी वन स्टॉप द्वारा मराठी के जानकार व्यक्ति को बुलाकर महिला की जानकारी ली गई। बातचीत के दौरान पता चला कि वह मुख्य पोस्ट बिन्चुरे, तहसील-सताणा, जिला-नासिक महाराष्ट्र की है। विदित हैं कि सुरूबाई मोरे 5-6 वर्ष पूर्व अपने घर से बाहर निकल गई थी और भटकते हुए रायगढ़ पहुंची थी। सखी द्वारा महिला के बताए हुए पते की महाराष्ट्र पुलिस को जानकारी दी। तत्पश्चात महाराष्ट्र पुलिस के माध्यम से उसके परिवार वालों की पतासाजी की गई एवं महिला से उसके परिजनों को 25 नवम्बर को दोपहर 12.40 बजे विडियो कॉल के माध्यम से बाचतीत करायी गयी एवं महिला को लेने उन्हें रायगढ़ सखी वन स्टॉप बुलाया गया। 28 नवम्बर को सुबह 8.25 बजे महिला के परिवार वाले रायगढ़ पहुंचे। महिला सुरूबाई मोरे अपने परिजनों को देखकर बहुत प्रसन्न हुई और उनके साथ अपने घर जाने को तैयार हो गई। 28 नवम्बर को रात्रि 7.30 महिला को उसके परिवार एवं पति के सुपुर्द किया गया।
Share On WhatsApp