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बिलासपुर, 13 दिसम्बर । कोनी में बने निर्वाचन का स्ट्रांग रूम अब भी सील है। जिला निर्वाचन अधिकारी इसे 45 दिन तक वैसे ही सुरक्षित रखेंगे। इस दौरान यदि कोर्ट में कोई अपील नहीं हुई तो तय समय के बाद ईवीएम में दर्ज आंकड़ों को मिटाकर फिर मशीनों को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार किया जाएगा। विधानसभा चुनाव होने के बाद भी ईवीएम को लेकर प्रशासन अब भी पूरी तरह से सतर्क है। इसे आम आदमी यहां तक कि कर्मचारियों की पहुंच से भी दूर रखा गया है। इसका कारण यह है कि कोई उम्मीदवार नतीजों से असंतुष्ट हुआ तो कोर्ट में मतगणना को चुनौती दे सकता है। कोर्ट के आदेश पर जिला निर्वाचन कार्यालय को फिर से सभी मशीनों की गिनती करनी पड़ सकती है। ऐसे में उन्हें पूर्व की तरह स्ट्रांग रूम में ही सुरक्षित रखा गया है। 45 दिन पूरा होने के बाद कोर्ट में निर्वाचन को चुनौती नहीं दी जा सकती। इसके बाद उन्हें निकाला जाएगा। इधर अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए रिटर्निंग ऑफिसर अपने दायित्व से मुक्त हो चुके हैं। उन्हें अब चुनाव छोडक़र अपना सामान्य कामकाज फिर से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इधर जिला निर्वाचन कार्यालय ने फिर से पूरा कमान अपने हाथ में ले लिया है। तय समय के बाद ईवीएम को इंजीनियरिंग कॉलेज के स्ट्रांग रूम से हटाकर निर्वाचन कार्यालय में रखा जाएगा।
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