० दो महीने पहले ही शुरू हो गई हैऋण बांटने की प्रक्रिया
महासमुंद, 09 दिसंबर । जिले में रबी फसल के लिए दो माह पूर्व ही ऋण बांटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक एक किसान भी ऋण लेने के लिए समिति में नहीं पहुंचा है। वहीं धान की फसल के लिए ऋण देने के आदेश अभी तक नहीं आया है।
इस वर्ष जिला सहकारी बैंक को रबी फसल के लिए ३३ करोड़ रुपए ऋण बांटने का लक्ष्य मिला है। ऋण देने की प्रक्रिया एक अक्टूबर से शुरू हो गई है, यह प्रक्रिया २८ फरवरी २०१९ तक चलेगी। किसान जरूरत के अनुसार जिला सहकारी बैंकों से ऋण ले सकते हैं, लेकिन धान के लिए ऋण देने के आदेश का इंतजार है। अभी दलहन, तिलहन व गेहूं की खेती करने वाले किसानों को ही बैंक से ऋण मिलेगा। ज्ञात हो कि जिले के किसान दलहन-तिलहन के बजाय धान की फसल को ज्यादा तवज्जो देते हैं। जबकि, कृषि विभाग द्वारा किसानों को दलहन-तिलहन और गेहूं की खेती के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके बाद भी किसान धान की खेती को ज्यादा फायदेमंद मानते हैं। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो धान की फसल में अधिक पानी लगता है। दलहन-तिलहन की खेती में पानी कम लगता है। इसके अलावा फसल चक्र में परिवर्तन से मिट्टी उपजाऊ भी होती है। किसानों को फसल चक्र परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है।
रबी की तैयारी के लिए बीज का हुआ भंडारण
रबी फसल के लिए कृषि विभाग ने रकबा भी निर्धारित कर दिया है। एक हजार हेक्टेयर में बोआई का कार्य भी शुरू हो चुका है। बीज का भंडारण भी हो चुका है। जिले में रबी फसल के लिए ७ हजार ३५ क्विंटल बीज की मांग गई थी। इसमें विभाग को ३ हजार ४६५.५० क्विंटल बीज उपलब्ध कराया जा चुका है। इसमें से ४५१.१० क्विंटल की बीज का उठाव अभी तक हो पाया है।
३१ दिसंबर तक फसल बीमा की अंतिम तिथि
सूखा, बाढ़, कीट व्याधि, ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से किसानों को राहत देने वाली योजना प्रारंभ की गई है। फसल बीमा कराने अंतिम तिथि ३१ दिसंबर है। फसल बीमा योजनांतर्गत शत-प्रतिशत कृषकों को बीमा आवरण में लाने के लिए ग्राम पंचायतों में किसान ग्राम सभा का आयेाजन भी किया जाएगा।
वर्जन
रबी फसल के लिए किसानों को ऋण देने का प्रावधान है, लेकिन धान बोने वाले किसानों के लिए अधिसूचना जारी नहीं की गई है। दलहन-तिलहन की खेती करने वाले ही किसान ऋण ले सकते हैं।
डीएल नायक, नोडल अधिकारी महासमुंद