रायपुर, 08 दिसंबर । राजधानी में यातायात व्यवस्था को सुधारने में नाकाम विभागीय अमला इन दिनों अभियान चलाकर जुर्माना वसूलने में व्यस्त है। यह कहना भी गलत नही होगा कि इनमें बगैर परमिट के ऑटो और बिना हेलमेट पहनकर दोपहिया चलाने वाले टॉरगेट में है। हालांकि विभाग का कहना है कि कार्यवाही उन लोगों पर हो रही है जो यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
शहर में ध्वस्त हो चुके यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने अब तक के सारे प्रयोग विफल हो चुके हैं। लिहाजा यातायात का अमला अब अभियान चलाकर व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहा है। इस क्रम में विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही पूरा अमला अचानक सक्रिय हो गया है। शहर के लगभग सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर टै्रफिक विभाग की टीम पुरी मुस्तैदी से वाहनों की जांच में जुट गई है। बिना परमिट के सवारी ऑटो चलाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है। शुक्रवार को भी शहर में इसी तरह से अभियान चलाते हुए बिना परमिट के सवारी ऑटो चला रहे वाहन चालकों से जुर्माना वसूला गया तथा ऑटो जब्त किया गया। बिना परमिट के चल रहे करीब 10 ऑटो रिक्शा जब्त करते हुए 45 अन्य ऑटो चालकों से भारी-भरकम जुर्माना वसूला गया। वहीं कछुए की चाल से चलने वाले बाइक चालकों को भी दबोचा गया। बिना हेलमेट के दोपहिया चला रहे वाहन चालक और टै्रफिक पुलिस जवानों के बीच रोजाना तू-तू, मैं-मैं हो रही है। इसी तरह कुछ कार चालकों पर भी बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने के मामले में कार्यवाही की गई। यातायात विभाग की कार्यवाही और अभियान अपनी जगह पर सही भी है। लेकिन दोपहिया वाहन चालकों का दर्द भी जायज नजर आता है। दोपहिया वाहन चालकों का कहना है कि यातायात अमले की कार्यवाही केवल दोपहिया वाहन चालकों को टॉरगेट में रखकर की जाती है। क्या शहर की टै्रफिक व्यवस्था दोपहिया वाहन चालकों पर कार्यवाही करके, हेलमेट पहना कर सुधारा जा सकता है?