जांजगीर-चांपा, 05 दिसंबर । चांपा के गड़ईपारा मोहल्ला में अब तक बिजली नहीं पहुंची है। यहां के लोग अब भी लालटेन युग में जी रहे हैं, मगर शासन-प्रशासन के लोगों को इससे कोई सरोकार नहीं है।
राजनीतिक मंच पर नेता बड़े-बड़े दावे करने कोई कसर नहीं छोड़ते, लेकिन धरातल पर लोग किस तरह गुजर बसर करते हैं। नगर पालिका चाम्पा का एक मोहल्ला ऐसा भी है जहां के लोग इतने सालों से बिजली की रोशनी के लिए तरस रहे हैं। यहां के लोगों का जीवन 30 साल पीछे चल रहा है। चांपा नगरपालिका के वार्ड नंबर 15 के इस मोहल्ले को गड़ईपारा के नाम से जाना जाता है। यहां करीब डेढ़ दर्जन परिवार 30 सालों से रह रहा है। पीआईएल बाईपास से इस मोहल्ले तक जाने के लिए प-ी सडक़ तक नहीं है। स्कूली बधो लालटेन की रोशनी में पढ़ाई करने मजबूर हैं। इसके बावजूद जिम्मेदारों ने अपनी आंखे मूंद ली है। भीषण गर्मी में जब कूलर और पंखे बेअसर साबित होते हैं तो यहां रहने वाले लोग जानवर की तरह भीषण गर्मी को प्राकृतिक हवा के सहारे गुजारते हैं। नगरपालिका अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने इस मोहल्ले के लिए 25 बिजली खंभा स्वीकृत होने का हवाला दिया है। यहां रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि मोहल्लेवासी बिजली और पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। उनका कहना है कि चुनाव के समय नेता बड़े- बड़े दावे करते हुए वोट मांगने जरूर आते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद वो पलटकर नहीं देखते। यह रवैया 30 सालों से चल रहा है।