छत्तीसगढ़

04-Dec-2018 12:57:33 pm
Posted Date

बैंकों ने अभी तक किसानों से की है कर्ज के 20 करोड़ 43 लाख की वसूली

बिलासपुर, 04 दिसंबर । जिले के किसानों का वर्ष 2017-18 के लिए बैंक ने 128 करोड़ कर्ज का वितरित किया है। जिसमें लिकिंग से अभी तक 20 करोड़ 43 लाख की वसूली हो गई है। इधर धान की आवक समितियों में आने से वसूली में तेजी की उम्मीद की जा रही है।
गौरतलब है कि जिले में धान खरीदी की शुरुआत पिछले बार की तुलना में 15 दिन पूर्व हुई है। इस बार 1 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत हुई। इस बीच धान की खरीदी 128 उपार्जन केंद्रों से हो रही है। लेकिन इस समय विधानसभा चुनाव के कारण प्रमुख राजनैतिक दलों ने कई वायदे किए हैं। इसमें किसानों के लिए कांगे्रस ने 10 दिन सेे कर्ज माफी का एलान करके सियासी भूचाल ला दिया। जिसका असर धान खरीदी में शुरु में दिखाई भी दिया। इसके कारण उपार्जन केंद्रों में धान की गति धीमी थी, परंतु अब इसमें तेज आना विभाग के द्वारा किया जा रहा है। प्रतिदिन करीबन 50 हजार च्ंिटल धान की आवक हो रही है।
किसानों ने 2017-18 खरीफ फसल धान के लिये बैंक से ऋण लिया है। जानकारी के अनुसार यह राशि 128 करोड़ है। जिसमें 48 हजार 665 किसानों की संख्या दर्ज है। इस मामले में बैंक ने ऋण वसूली की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। 1 नवंबर को धान खरीदी के साथ लिकिंग प्रक्रिया से ऋण वसूली हो रही है। अब तक निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 15 से 18 प्रतिशत के बीच में उपार्जन केंद्रों में धान आया है। इसमें लिकिंग के तहत 20 करोड़ 43 लाख वसूल किए गए हैं। धान खरीदी की रफ्तार जेसे-जैसे बढ़ेगी, ऋण वसूली में तेजी आयेगी।
एरमसाही उपार्जन का केंद्र पर संस्पेंस
किसानों के भारी विरोध के बावजूद बेलटुकरी को ही खरीदी केंद्र शासन ने तय किया गया है। विरोध के कारण बेलटुकरी में किसान धान लेकर किसान जाने को तैयार नहीं है। किसानों का धान घरों में जाम है। इस पर विचार विमर्श का दौर जारी है।
तेदुवा हरदाडीह को बंद किया गया
पिछले बार धान खरीदी 130 उपार्जन केंद्रों से हुआ था। लेकिन इस वर्ष 2 उपार्जन केंद्र को कम दिया गया। जिसमें मस्तूरी विकासखंड के तेंदुवा, हरदाडीह शामिल है। जिसमें धान का आवक बहुत कम थी। इसके अलावा धान में गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी। शासन ने दोनों उपार्जन केंद्र का बंद कर दिया।

Share On WhatsApp