0-बाहरी आवक कम व फसल कमजोर होना बता रहे वजह
महासमुंद,30 नवम्बर । पिछले एक माह में सभी दालों के दाम में 5 रुपए से 10 रुपए तक की वृद्धि हुई है। व्यवसायियों की मानें तो दाल के दामों में आगामी दिनों में और वृद्धि होने की संभावना है। दाल के दामों में वृद्धि का असर जहां व्यवसाय पर पड़ा है वहीं लोगों का मासिक बजट भी प्रभावित हो गया है।
वृद्धि की वजह व्यावसायी बाहरी आवक कम होने व फसल कमजोर होने को बता रहे हैं। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में करीब 20 फीसदी ही दाल की पैदावार होती है जिसमें 80 प्रतिशत फसल महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश से होती है। इन दिनों बाहरी आवक कम होने के साथ ही उन राज्यों में दलहन की फसल की पैदावार प्रभावित होने को माना जा रहा है। व्यावसायियों के मुताबिक दाल के दामों में हर दो दिनों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है जिसमें मूल्य में गिरावट कम और वृद्धि अधिक है। जानकारी के मुताबिक करीब एक माह पहले जो तुवर दाल 70 रुपए प्रति किलो के भाव से बिकती थी वह वर्तमान में थोक में 75 और चिल्हर में 80 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है। इसी तरह उड़द, मूंग, मसूर, चना दाल के दामों में प्रति किलो 5 रुपए की वृद्धि हुई है।
दालों की कीमत व्यवसायी और ग्राहक के बीच विवाद की वजह
दालों की कीमत में प्रतिदिन उतार-चढ़ाव की वजह से व्यवसायी भी दाल की स्थाई कीमत नहीं बता पा रहे हैं। व्यावसायियों की मानें तो आज जो कीमत दाल की है कल वही रहे ऐसा तय नहीं है इसलिए वे भी परेशान हैं।