0 अब्दुल ज़ाहिद कुरैशी,अपर सत्र न्यायाधीश, फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सुनाया फैसला
0 पजेरो वाहन से निजी स्कूल के संचालक को घायल कर फरार होने का था आरोप
0 लगभग साढे तीन साल पहले सिटी कोतवाली जशपुर मे हुआ था अपराध पंजीबद्ध
जशपुर, 28 नवंबर । राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव के छोटे भाई विक्रमादात्य सिंह जूदेव को कोर्ट ने एक आरोप से दोष मुक्त कर दिया है। अब्दुल ज़ाहिद कुरैशी,अपर सत्र न्यायाधीश, फास्ट ट्रैक कोर्ट ने यह फैसला राजपरिवार के विक्रमादित्य सिंह जूदेव के पक्ष मे सुनाया है। शहर के एक निजी स्कूल के संचालक के परिजनो ने 6 अप्रेल 2015 को सिटी कोतवाली जशपुर मे यह रिपोर्ट दर्ज कराई थी विक्रमादित्य सिंह जूदेव 6 अप्रेल के प्रात: 9 बजे के आसपास बरमेश्वर गुप्ता को अपनी निजी पजेरो वाहन को उसके शरीर के उपर चढा कर फरार हो गया है। सिटी कोतवाली जशपुर मे विक्रमादित्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये बरमेश्वर गुप्ता के परिजनो और शहर के लोगो को आंदोलन करना पड़ा था जिसके बाद विक्रमादित्य के खिलाफ सिटी कोतवाली मे अपराध पंजीबद्ध हुआ था। इस घटना से बरमेश्वर गुप्ता बुरी तरह से घायल हो गये थे। घटना के तुरंत बाद घायल बरमेश्वर गुप्ता को जिला चिकित्सालय जशपुर मे भर्ती कराया गया था जहां डाक्टरो ने श्री गुप्ता के नाजुक स्थिति को देखते हुए अच्छे ईलाज के लिये झारखंड की राजधानी रांची रेफर किया गया था। जहां परिजनो ने बरमेश्वर गुप्ता को रांची के मेडिका हास्पीटल मे भर्ती कराया था। रांची के निजी अस्पताल मे काफी लंबे समय तक ईलाज कराने के बाद वे जशपुर लोटे थे।
6 अप्रेल 2015 को सिटी कोतवाली जशपुर मे अपराध पंजीबद्ध होने के काफी समय बाद जशपुर पुलिस आरोपी विक्रमादित्य को गिरफ्तार कर जशपुर जेल मे दाखिल करा दिया था। जिला जेल जशपुर मे काफी दिनो तक रहने के बाद विक्रमादित्य को न्यायालय से जमानत मिली थी। लगभग साढ़े तीन साल बाद कोर्ट ने विक्रमादित्य सिंह जूदेव को लगे आरोपो से बरी कर दिया है।
शहर के लोगो ने घेरा था आराम पैलेस
घटना से आक्रोषित लोगो ने 6 अप्रेल 2015 को आराम पैलेस को घेर लिया था। आराम पैलेस वह जगह है जहां राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव निवास करते हैं। यहीं कुछ हिस्सो मे विक्रमादित्य सिंह जूदेव भी निवास करते हैं । सिटी कोतवाली जशपुर मे विक्रमादित्य सिंह जूदेव
के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने मे आनाकानी करने के कारण शहर के लोगो ने सिटी कोतवालु के सामने और बस स्टैण्ड मे खूब हंगामा मचाया था जिसके बाद विक्रमादित्य सिंह जूदेव के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ था।