फीफा वर्ल्ड कप के अब तक के सबसे रोमांचक मैच में एक और बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब पैनल्टी शूटआउट में रूस ने स्पेन को 4-3 से हराकर वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया। इसी के साथ रूस ने वर्ल्ड कप के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
फुल टाइम तक स्कोर 1-1 रहने के बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में चला गया। 15-15 मिनट के दो हाफ के बाद भी मैच का नतीजा नहीं निकला। इसके बाद मैच पैनल्टी शूटआउट में गया जिसमें रूस ने दो गोल रोकर बाजी मार ली। पैनल्टी शूटआउट में रूस के चारों खिलाड़ियों ने गोल दागे, जबकि स्पेन के लिए दो खिलाड़ी गोल करने से चूक गए।
लुज्निकी स्टेडियम में खेल गए इस मुकाबले में स्पने ने सगेर्ई इग्नाशेविक द्वारा किए गए आत्घाती गोल (12वें मिनट) की बदौलत शुरुआत बढ़त बनाई। हालांकि, स्ट्राइकर अर्टयोम डज्युबा ने 41वें मिनट में पेनाल्टी के माध्यम से गोल दागकर मेजबान टीम को बराबरी दिला दी।
पैनल्टी शूटआउट में स्पेन के लिए कोके और आसपास गोल नहीं दाग पाए जिसके कारण टीम मैच हार गई। रूस (सोवियत संघ) ने इससे पहले 1970 में अंतिम आठ में जगह बनायी थी। वह अब क्वार्टर फाइनल में सात जुलाई को क्रोएशिया और डेनमार्क के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगा।
पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली और उनकी पत्नी पर एक आदमी ने अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है. 58 साल के पीड़ित शख्स राजेंद्र कुमार तिवारी ने इस मामले में पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई है. क्रिकेटर रहे कांबली ने कहा कि वह भी इस मामले में क्रॉस एफआईआर दर्ज कराएंगे. बता दें यह मामला रविवार दोपहर में मुंबई के एक मॉल का है.
जानकारी के मुताबिक मॉल में राजेंद्र कुमार का हाथ कांबली की पत्नी के हाथ से टच हो गया था. राजेंद्र कुमार के बेटे अंकुर ने बताया, ‘रविवार का दिन होने की वजह से मॉल में भीड़भाड़ थी. मेरे पिता मेरी बेटी को गेमिंग जोन से लेकर फूड कोर्ट आ रहे थे. इसी दौरान यह घटना हुई. उनको तो पता भी नहीं चला कि उनका हाथ किसी से टच हो गया है.’
राजेंद्र कुमार के बेटे ने कहा, ‘मेरे पिताजी को उनके मुंह पर एक मुक्का पड़ा. कुछ पलों तक उन्हें पता ही नहीं चला कि क्या हो रहा है. वह फूड कोर्ट आए और उन्होंने हमें यह घटना बताई. मैं कांबली के पास गया और उन्हें समझाने की कोशिश की ताकि यह मामला हल हो सके. मुझे धक्का दिया गया और गालियां सुनने को मिलीं.’
उन्होंने कहा, ‘कांबली की पत्नी ने अपनी सैंडिल निकाली और मुझे पीटने के लिए तैयार खड़ी थीं. मैं तो उन्हें यह बताने गया था कि हम उनका सम्मान करते हैं और यह गलती से हो गया होगा. उनके ऐसे व्यवहार के बाद हम पुलिस स्टेशन गए और शिकायत दर्ज कराई.’ अंकुर के हाथ में भी नाखूनों की खरोंचें आई हुई हैं. राजकुमार एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी हैं और उनके बेटे एक बिजनेसमैन हैं.
इस मामले में बांगुर नगर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर किसी का अपमान करना) और धारा 323 (हिंसक रूप से किसी को दंडित करके नुकसान पहुंचाना) में केस दर्ज किया गया है.
इस बारे में पूर्व क्रिकेटर कांबली से बात करने पर उन्होंने कहा, ‘उस आदमी ने मेरी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया. मुझे उसके खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए. उसने मेरी पत्नी को गलत तरीके से टच किया था. मैंने मुंबई पुलिस को इस बारे में ट्वीट किया है. हम इस केस में फॉलो अप करेंगे.’ इस मामले में बांगुर नगर पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर विजय बाने ने कहा है कि उन्हें फिलहाल इस केस की जानकारी नहीं है.
पहले टी20 मैच में आयरलैंड को 76 रनों से एकतरफा मुकाबले में हारने वाली भारती टीम शुक्रवार को दूसरे टी20 में जब भिड़ेगी तो उसकी निगाहें सीरीज अपने नाम करने पर होंगी। दूसरा और आखिरी मुकाबला भारतीय समयानुसार रात साढ़े 8 बजे से शुरू होगा। पहले टी20 मैच में शिखर धवन और रोहित शर्मा की तूफानी पारी के चलते भारतीय टीम ने पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा जिसे आयरलैंड की टीम हासिल नहीं कर पाई।
फीफा विश्व कप 2018 में पेरू ने आॅस्ट्रेलिया के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के सपने को तोड़ दिया। पेरू ने फिश्ट स्टेडियम में खेले गए ग्रुप-सी के मैच में आॅस्ट्रेलिया को 2-0 से मात देकर टूनार्मेंट से मायूसी के साथ विदा किया और खुद विजयी विदाई ली। आॅस्ट्रेलिया को अगले दौर में जाने के लिए इस मैच में बड़े अंतर से जीत चाहिए थी और साथ ही इसी ग्रुप में फ्रांस और डेनमार्क के बीच खेले गए दूसरे मैच में डेनमार्क की हार की दुआ करनी थी। आॅस्ट्रेलिया जो चाहती थी वो हुआ नहीं। वह अपना मैच भी हार गई और उधर डेनमार्क ने फ्रांस के साथ गोलरहित ड्रॉ खेला। इस ग्रुप से फ्रांस ने सात अंकों के साथ पहले और डेनमार्क ने पांच अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहकर अंतिम-16 में प्रवेश किया।
पेरू ने दर्ज की इस फीफा विश्व कप में पहली जीत
पेरू की यह इस विश्व कप में पहली जीत है और वह तीन अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहकर विदा ले रहा है। आॅस्ट्रेलिया एक अंक के साथ चौथे स्थान पर रहा। आॅस्ट्रेलिया की परेशानी तब और बढ़ गई जब कप्तान मिले जेडिनाक को 10वें मिनट में ही येलो कार्ड दे दिया गया। यहां से जेडिनाक को सतर्क रहना था। पेरू ने 18वें मिनट में गोल दाग आॅस्टेलिया की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया। यह गोल आंद्रे करिलो ने पेरू के कप्तान पाउल गुएरा की मदद से किया। गुएरा ने पेनल्टी बॉक्स के बाएं कोने से गेंद दाईं ओर खड़े आंद्रे को दी, जिन्होंने पहले शॉट में गेंद को नेट में डाल पेरू को 1-0 से आगे कर दिया। आॅस्ट्रेलिया एक गोल से पिछड़ने के बाद दवाब में बिखरी नहीं उसने 10 मिनट बाद इस मैच में अपना पहला मौका बनाया।
टॉमस रोजिक, पेरू के चार डिफेंडरों को छकाते हुए पेनाल्टी एरिया में आए। उन्होंने गोल पर निशाना लगाया, जिसे गलासे ने रोक लिया। 34वें मिनट में भी रोजिक और क्रूस की जुगलबंदी भी आस्ट्रेलिया को गोल नहीं दिला पाई। पहले हाफ में आस्ट्रेलिया बराबरी नहीं कर सकी और दूसरे हाफ में उसके बराबरी के सपने को पेरू के कप्तान गुएरो ने और मुश्किल कर दिया। गुएरो ने 50वें मिनट में एडिसन फ्लोरेस के पास पर गोल कर अपनी टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया। फ्लोरेस से मिली गेंद को गुएरो ने अपने पास लिया और फिर घूमकर गेंद को नेट में डाल दी।
पेरू के डिफेंस को भेद नहीं सका आॅस्ट्रेलिया
आॅस्ट्रेलियाई 0-2 से पिछड़ने के बाद कोच बर्ट वान मार्वजिकने कुछ बदलाव किए और 54वें मिनट में टॉमी ज्यूरिक को बाहर भेज टिम काहिल को मैदान पर उतारा। वहीं चार मिनट बाद क्रूस को बाहर बुलाते हुए अजार्नी को मैदान पर भेजा। 60वें मिनट में आॅस्ट्रेलिया को कॉर्नर मिला जिसे काहिल ने लिया। हालांकि उनका शॉट ब्लॉक कर दिया गया। ऐसे में गेंद बेहिक के पास आई, जिन्होंने गेंद को गोल पोस्ट की तरफ तो खेला, लेकिन गेंद काफी दूर से बाहर चली गई। पेरू के डिफेंस को छका पाना आॅस्ट्रेलिया के लिए नामुमकिन साबित हुआ और उसे हार का मुंह देखना पड़ा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) ने विकेटकीपर-बल्लेबाज उमर अकमल को समन भेजा है. पीसीबी ने यह समन बल्लेबाज द्वारा एक टीवी इंटरव्यू में इस बात को कूबल करने के बाद भेजा है कि उन्हें मैच फिक्स करने के प्रस्ताव मिले थे. उमर ने कहा था कि उन्हें खासकर 2015 में आईसीसी विश्व कप में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ खेले जाने वाले मैच में भी यह प्रस्ताव मिला था. उमर ने माना कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मैच हुआ है उन्हें इस तरह के प्रस्ताव मिले हैं. भारत और पाकिस्तान की टीमें बीते कुछ वर्षों से सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट या एशिया कप में ही खेली हैं.
उमर ने साथ ही कहा कि भारत के खिलाफ खेले जाने वाले मैचों के अलावा उन्हें हांककांग सुपर सिक्स, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेली गई पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान भी फिक्सिंग के प्रस्ताव मिले थे. उमर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में खेले गए 2015 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान को ग्रुप-बी में रखा गया था. इन दोनों टीमों ने एडिलेड ओवल में मैच खेला था, जहां भारत ने पाकिस्तान को 76 रनों से मात दी थी. उमर ने कहा कि उन्होंने उस मैच में सिर्फ चार गेंदें खेलीं थीं और शून्य पर आउट हो गए थे. उमर ने समा टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे विश्व कप में दो गेंदें छोड़ने को कहा गया था और इसके लिए वो मुझे 200,000 डॉलर देने को तैयार थे.’
उमर के इस बयान के बाद से पीसीबी ने उनसे जबाव मांगा है. पीसीबी ने ट्विट कर लिखा, ‘उमर अकमल को नोटिस दे दिया गया है. उन्हें पीसीबी की एसीयू के सामने 27 जून तक पेश होने को कहा गया है.’ इसी बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि वह उमर से तुरंत बात करना चाहती है. आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘आईसीसी उमर अकमल के हालिया इंटरव्यू से वाकिफ है. हालांकि इस बात के कोई संदेश नहीं हैं कि मैच फिक्स किया गया था. लेकिन हम इस बात को लेकर गंभीर हैं कि खिलाड़ी को अगर इस तरह के प्रस्ताव दिए जाते हैं, तो वो समय पर इसकी जानकारी दे.’
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी के अपने दूसरे मुकाबले में ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 2-1 से मात देकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की. पहले मुकाबले में उसने शनिवार को ही चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 4-0 से मात दी थी. भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह और मनदीप सिंह ने गोल किए. अर्जेंटीना के लिए गोंजालेज पेलिएट ने एकमात्र गोल किया. भारत के सरदार सिंह का यह 300वां अंतरराष्ट्रीय मैच था. पहले क्वार्टर की शुरुआत दोनों टीमों ने धीमी की और किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं दिखीं. भारत ने हालांकि धीरे-धीरे अर्जेंटीना के घेरे में जाना शुरू किया. उसे चौथे मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिल सकता था, जिसे अर्जेंटीना ने रेफरल लेकर नकार दिया.
अर्जेंटीना कुछ देर बाद लय में आई और उसे 11वें मिनट में लगातार दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले जिसे उसने जाया कर दिया. पहले क्वार्टर का अंत बिना गोल के हुआ. दूसरे क्वार्टर में 17वें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलाने में कोई गलती नहीं की. अगले ही मिनट भारत ने एक और मौका बनाया, लेकिन अर्जेंटीनी डिफेंस ने एस.वी सुनील को रास्ते में ही रोक दिया. 20वें मिनट में अर्जेंटीना ने लगभग गोल कर ही दिया था जिसे श्रीजेश ने नकार दिया. अर्जेंटीना बराबरी का गोल करने को बेताब दिख रहा था. इसी बीच भारत ने 28वें मिनट में गोल कर उसकी परेशानी को और बढ़ा दिया. यह गोल मनदीप ने दिलप्रीत के पास पर किया. अर्जेंटीना को अगले मिनट पेनाल्टी कॉर्नर मिला और इस बार गोंजालेज गोल करने में कामयाब रहे. दूसरे क्वार्टर के अंत तक स्कोर भारत के पक्ष में 2-1 था.
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में दोनों टीमें धीमा खेल खेल रही थीं, लेकिन अंत तक आते दोनों ने कुछ अच्छे मूव बनाए. 41वें मिनट में मनदीप के पास वन टू वन चांस में गोल करने का आसान मौका था, लेकिन वह जब तक गेंद को नेट में डाल पाते उससे पहले ही अर्जेंटीना के दो डिफेंडरों ने उनका रास्ता रोक दिया. अर्जेंटीना की कोशिश पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने की थी जिसमें 43वें मिनट में वह सफल रही. हालांकि वह इस मौके पर बराबर का गोल नहीं कर पाई. अगले ही मिनट दिलप्रीत ने भारत के लिए मौका बनाया. दिलप्रीत, मनदीप और ललित साथ मिलकर भी गेंद को नेट में नहीं डाल पाए. इसी दौरान सुरेंद्र कुमार को ग्रीन कार्ड मिला और उन्हें बाहर जाना पड़ा. आखिरी क्वार्टर में अर्जेटीना बराबरी की कोशिश में था. इसी कारण वह आक्रमक खेल खेल रहा था बावजूद इसके वह दूसरा गोल नहीं कर सका. उसने हालांकि भारत को तीसरा गोल करने से महरूम भी रखा.