दुबई ,27 नवंबर । एक्सपो 2020 दुबई में कुल 190 देश भागीदारी करेंगे। सोमवार को इसकी घोषणा की गई। यह घोषणा एक्सपो 2020 की तीसरी अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी बैठक (आईपीएम) के दौरान की गई, जिसमें दुनिया भर के सैकड़ों प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए, ताकि अरब जगत के सबसे बड़े आयोजन के बारे में जानकारियां और अपडेट प्राप्त कर सकें।
दुबई के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री व दुबई एक्सपो 2020 के महानिदेशक रीम अल हाशमी ने कहा, दो साल से भी कम समय में एक्सपो 2020 दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मानवीय प्रतिभा और प्रगति के उत्सव में स्वागत करेगा, जो छह महीनों तक चलेगा और इसमें लाखों लोग पूरी दुनिया का एक जगह अनुभव कर पाएंगे। दो दिन तक चलनेवाली आईपीएम में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें डिजायन, डिलिवरी और देशों के पवेलियन की सामग्री पर चर्चा की जाएगी।
वर्ल्ड एक्सपोज के कार्यकारी निकाय ब्यूरो इंटरनेशनल डेस एक्सपोजिशंस (बीआईई) के महानिदेशक विसेंट जी. लॉसेटेल्स ने कहा, मध्य पूर्व, अफ्रीका और दक्षिण एशिया क्षेत्र के पहले वर्ल्ड एक्सपो के रूप में संयुक्त अरब अमीरात और दुबई वैश्विक स्तर पर रचनात्मकता, नवाचार और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक मंच बनाने के लिए काम कर रहे हैं। तमाम वर्ल्ड एक्सपो के 167 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि हरेक भागीदार देश का एक्सपो 2020 दुबई में अपना पैवेलियन होगा।
हेमिल्टन ,26 नवंबर । न्यूजीलैंड-ए और इंडिया-ए के बीच सेडन पार्क में खेला गया अनाधिकारिक टेस्ट मैच ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। इंडिया-ए ने चौथे दिन स्टम्प्स तक दो विकेट के नुकसान पर 159 रनों का स्कोर खड़ा किया था और इसके साथ ही मैच ड्रॉ हो गया। इंडिया-ए ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड-ए को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। न्यूजीलैंड-ए ने विल यंग (123) की शतकीय पारी के दम पर सात विकेट गंवाते हुए अपनी पारी 303 रनों पर घोषित कर दी।
इस पारी में यंग के अलावा, थियो वान वोएर्कोम (54) ने भी अहम योगदान दिया। इसके अलावा, टीम का कोई अन्य बल्लेबाज खास कमाल नहीं कर पाया। इंडिया-ए के लिए इस पारी में मोहम्मद सिराज ने सबसे अधिक चार विकेट लिए। इसके अलावा, रजनीश गुरबानी ने दो विकेट चटकाए और नवदीप सैनी को एक सफलता मिली।
इसके बाद, इंडिया-ए ने अपनी पहली पारी में चौथे और आखिरी दिन स्टम्प्स तक दो विकेट के नुकसान पर 159 रनों का स्कोर खड़ा किया और इसके साथ ही मैच को ड्रॉ किए जाने की घोषणा कर दी गई। इस पारी में इंडिया-ए के लिए रविकुमार समर्थ (50) ने सबसे अधिक रन बनाए, वहीं अभिमन्यु ईश्वरन (47) और मयंक अग्रवाल (42) ने भी अहम योगदान दिया।
लखनऊ ,26 नवंबर । मौजूदा चैम्पियन समीर वर्मा ने रविवार को यहां शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरी बार सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप का खिताब जीत लिया जबकि महिला एकल में सायना नेहवाल खिताब जीतने से चूक गईं। समीर ने पिछले साल बी. साई प्रणीत को हराकर यह खिताब अपने नाम किया था। उन्होंने इस साल भी यह खिताब बरकरार रखा है।
टूर्नामेंट में तीसरी वरीयता प्राप्त समीर ने पुरुष एकल के फाइनल में छठी वरीयता प्राप्त चीन के लु गुआंग्झु को तीन गेम तक चले कड़े और संघर्षपूर्ण मुकाबले में 16-21, 21-19, 21-14 से मात देकर खिताब अपने नाम किया। समीर ने एक घंटे 10 मिनट में यह मैच जीता। वल्र्ड नंबर-16 समीर की वल्र्ड नंबर-36 गुआंग्झु के खिलाफ यह पहली जीत है। इस जीत के साथ ही उन्होंने इस साल आस्ट्रेलियन ओपन में गुआंग्झु से मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया है। उन्होंने अब गुआंग्झु के खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 1-1 का कर लिया है।
समीर पहले गेम में थोड़े नरम दिखाई दिए और वह पहला गेम 16-21 से हार गए। इसके बाद उन्होंने दूसरे गेम में जोरदार वापसी की और 14-11 की बढ़त बनाने के बाद उन्होंने 21-19 से गेम जीत लिया। तीसरे और निर्णायक गेम में दोनों खिलाड़ी लय में नजर आए। समीर इस गेम में एक समय 7-3 से आगे थे। इसके बाद चीनी खिलाड़ी ने 7-7 की बराबरी हासिल करने के बाद 10-7 की बढ़त बना ली। समीर ने फिर वापसी की और पहले तो 10-10 की बराबरी हासिल की और फिर उन्होंने 16-12 की अच्छी बढ़त बना ली। चीनी खिलाड़ी इसके बाद गेम में पिछड़ते गए और समीर ने 19-14 की बढ़त बनाने के बाद 21-14 से गेम और मैच अपने नाम कर लिया।
वहीं, बड़े उलटफेर का शिकार होकर सायना नेहवाल चौथे खिताब से चूक गईं। वल्र्ड नम्बर-9 सायना को महिला एकल वर्ग के फाइनल में चीन की हान युए ने मात दी। चीन की वल्र्ड नम्बर-27 खिलाड़ी हान ने 35 मिनट तक चले मुकाबले में सायना को सीधे गेमों में 21-18, 21-8 से हराकर खिताब जीता। हान इस टूर्नामेंट को जीतने वाली चीन की दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
पहले गेम में सायना ने अच्छी शुरुआत कर हान के खिलाफ 16-12 की बढ़त बना रखी थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ी की गलतियों का फायदा उठाकर हान ने 18-18 से स्कोर बराबर करने के बाद तीन अंक लेकर 21-18 से जीत हासिल की। दूसरे गेम में हान ने पूरी तरह से खेल पर अपना कब्जा जमाया और सायना को आसानी से 21-8 से जीत हासिल कर पहला सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप खिताब जीता।
सायना ने 2009, 2014 और 2015 में इस चैम्पियनशिप को अपने नाम किया था लेकिन वह चौथी बार इसे जीतने में नाकाम रहीं। युगल में भारत को निराशा हाथ लगी। अनुभवी महिला युगल जोड़ी अश्विनी पोनप्पा और एन. सिक्की रेड्डी को महिला युगल वर्ग के फाइनल में हार मिली। फाइनल में वल्र्ड नम्बर-25 जोड़ी अश्विनी और सिक्की को मलेशिया की चाउ मेइ कुआन और ली मेंग यीन की जोड़ी ने मात दी और खिताब अपने नाम कर लिया।
मेइ और मेंग की वल्र्ड नम्बर-19 जोड़ी ने फाइनल में 45 मिनट तक चले मुकाबले में भारत की अश्विनी और सिक्की की जोड़ी को सीधे गेमों में 21-15, 21-13 से मात दी। दोनों जोडिय़ों के बीच पहले तीन मुकाबले हुए थे, जिसमें से दो में जीत हासिल कर सिक्की और अश्विनी की जोड़ी ने बढ़त बना रखी थी। लेकिन, इस खिताबी मुकाबले के बाद मलेशियाई जोड़ी ने अपना स्कोर 2-2 से बराबर कर लिया और एशियाई खेलों में मिली हार का बदला भी पूरा किया।
पुरुष युगल में भी भारतीय जोड़ी खिताब नहीं जीत पाई। सात्विक साईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को फाइनल में इंडोनेशिया की फजर अल्फियान और मोहम्मद रियान की जोड़ी ने मात दी। पुरुष युगल वर्ग के खिताबी मुकाबले में सात्विक-चिराग की जोड़ी को फजर और रियान की जोड़ी ने 38 मिनटों के भीतर 21-11, 22-20 से मात दी।
भारतीय जोड़ी ने पहला गेम हारने के बाद दूसरे गेम में अच्छी वापसी करते हुए पहले स्कोर 10-10 से बराबर किया और उसके बाद 18-14 से बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, इसके बाद सात्विक-चिराग इस बढ़त को बरकरार नहीं रख सके और इंडोनेशियाई जोड़ी ने स्कोर को 20-20 से बराबर कर दिया। रियान और फजर की जोड़ी ने समय न गंवाते हुए दो अंक हासिल किए और इस मैच को अपने नाम कर खिताबी जीत हासिल की। इस हार के कारण सात्विक और चिराग की जोड़ी सैयद मोदी चैम्पियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी बनने का इतिहास अपने नाम नहीं कर सकी।
कोलंबो ,26 नवंबर । इंग्लैंड क्रिकेट टीम श्रीलंका दौरे पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम का 3-0 से क्लीन स्वीप करने से छह विकेट दूर है। इंग्लैंड ने तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में श्रीलंका के सामने जीत के लिए 327 रनों का लक्ष्य रखा है जिसका पीछा करते हुए मेजबान टीम ने रविवार को तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 53 रन के अंदर ही अपने चार विकेट गंवा दिए हैं। इंग्लैंड पहला टेस्ट 211 और दूसरा टेस्ट 57 रन से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले रखा है और अब वह तीसरा मैच भी जीतते ही सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लेगा।
श्रीलंका को अभी जीत के लिए 274 रन और बनाने हैं जबकि उसके छह विकेट ही शेष हैं। दिमुथ करुणारत्ने ने 23, दानुष्का गुणातिल्का ने छह रन बनाए जबकि धनंजय डि सिल्वा खाता खोले बिना आउट हो गए। स्टंप्स के समय कुसल मेंडिस 15 और लक्षण संदाकन एक रन बनाकर नाबाद लौटे। इंग्लैंड की ओर से दूसरी पार में अब तक मोइन अली दो और जैक लीच तथा बेन स्टोक्स एक-एक विकेट ले चुके हैं। इससे पहले, मेहमान इंग्लैंड ने अपने कल के स्कोर तीन रन से आगे खेलते हुए 230 रन का स्कोर बनाया और श्रीलंका के सामने जीत के लिए 327 रनों का लक्ष्य रखा।
इंग्लैंड की ओर से दूसरी पारी में जोस बटलर ने 64, बेन स्टोक्स ने 42, बेन फोक्स ने नाबाद 36, आदिल राशिद ने 24, मोइन अली ने 22 और जॉनी बेयरस्टो ने 15 रनों का योगदान दिया। श्रीलंका के लिए दिलरुवान परेरा ने पांच, मलिंदा पुष्पकुमारा ने तीन और लक्षण संकादन ने दो विकेट अपने नाम किए।
पुणे ,26 नवंबर । प्रो-कबड्डी लीग के छठे सीजन के एक रोमांचक मुकाबले में यहां रविवार को पटना पाइरेट्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बेंगलुरू बुल्स को 35-32 से मात दी। इस सीजन पटना की यह लगातार पांचवीं जीत है जबकि घरेलू लेग में बेंगलुरू की यह दूसरी हार है। बेंगलुरू इस सीजन अपने सारे घरेलू मुकाबले पुणे में खेल रही है।
जोन-बी के इस मैच में पटना के लिए रेड के जरिए सबसे अधिक अंक स्टार खिलाड़ी प्रदीप नरवाल (11) ने हासिल किए जबकि डिफेंस के जरिए सबसे अधिक अंक जवाहर (5) ने दिलाए। नरवाल ने कुल 20 बार रेड लगाने का प्रयास किया।
दिल्ली की ओर से रेडर रोहित कुमार ने 13 अंकों का योगदान दिया जबकि डिफेंडर अमित शेरोन ने तीन अंकों को योगदान दिया। श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में हुए मुकाबले में शुरुआत से ही पटना की टीम ने दमदार प्रदर्शन किया। पहला हाफ पूरी तरह से मेहमान टीम के नाम रहा। पटना ने पहले हाफ की समाप्ति पर 23-11 से बढ़त बनाई।
दूसरे हाफ में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। खासकर मैच के अंतिम क्षणों में मेजबान टीम ने तेजी से अंक अर्जित किए लेकिन वे अपनी हार टालने में कामयाब नहीं हो पाए।
अबु धाबी ,26 नवंबर । फॉर्मूला-1 चैम्पियन और मर्सिडीज के रेसर लेविस हेमिल्टन ने रविवार को यहां अबु धाबी ग्रांप्री खिताब जीत लिया। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, हेमिल्टन ने यहां यस मरिना सर्किट में सीजन की 11वीं और करियर की 73वीं जीत दर्ज की।
चलीफिकेशन रेस में पोल पोजीशन हासिल करने वाले हेमिल्टन ने एक घंटे 39 मिनट और 40.382 सेकेंड का समय लेकर पहला स्थान हासिल किया और खिताब पर कब्जा जमाया। फरारी के रेसर जर्मनी के सेबेस्टियन वेटल को दूसरा, रेड बुल के ड्राइवर नीदरलैंडस के मेक्स वर्सटेपन तीसरे और आस्ट्रेलिया के डेनियल रिकार्डियो चौथे नंबर पर रहे।
हैमिल्टन ने रेस के बाद कहा, यह सेबेस्टियन के खिलाफ वास्तव में सम्मान और विशेषाधिकार रेसिंग रहा है। मुझे पता है कि वह अगले साल मजबूती से वापसी करेंगे।हेमिल्टन से लगातार दूसरे साल हारने वाले वेटल ने कहा, वह चैंपियन हैं और वह चैंपियन होने का हकदार है। हम अगले साल होने वाले रेस में मजबूती से वापसी करेंगे और उन्हें टक्कर देंगे।
इस बीच, दो बार विश्व चैंपियन रह चुके स्पेन के फर्नाडो ओलोंसो (मैक्लेरेन) का यह आखिरी रेस था जहां उन्होंने 11वां स्थान हासिल किया। ओलोंसो ने कहा, सब कुछ के लिए धन्यवाद और फॉर्मूला वन को धन्यवाद। मैं हमेशा आपका प्रशंसक बना रहूंगा। विजेता हेमिल्टन के टीम साथी और पिछले साल यहां खिताब जीतने वाले फिनलैंड के वालटेरी बोटास पांचवें स्थान पर रहे।