कोलकाता ,05 जुलाई। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता का कहना है कि अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है कि शुभमन गिल को चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर रहना पड़ता है तो मयंक अग्रवाल और लोकेश राहुल के बीच चयन होना चाहिए। शुभमन का चोट के कारण चार अगस्त को होने वाले पहले टेस्ट में खेलना मुश्किल माना जा रहा है। इस बारे में भी चर्चा चल रही है कि भारतीय टीम बैकअप रख सकती है।
हालांकि, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शुभमन की चोट को लेकर आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है। फिलहाल बस इतनी जानकारी है कि शुभमन को पैर में चोट लगी है।
दासगुप्ता ने कहा कि मयंक ओपनर के रूप में पहली पसंद होने चाहिए क्योंकि वह इंग्लिश वातावरण के अनुकूल हैं।
उन्होंने कहा, मयंक और राहुल के रूप में टीम के पास दो विकल्प हैं। मैं मयंक को पहली पसंद मानता हूं क्योंकि भले ही उन्होंने दो या तीन खराब पारी खेली हैं लेकिन ओवरऑल उनका टेस्ट करियर प्रभावित रहा है।
दासगुप्ता ने कहा, लोकेश राहुल कर्नाटक या भारत के लिए शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजी करते आए हैं। लेकिन राहुल जिस तरह सीमित ओवर में खेलते हैं उनकी तकनीक बदल गई है और वह आक्रामक हो गए हैं। उनका आक्रामक तकनीक में सुधार हुआ है लेकिन डिफेंसिव तकनीक इतनी ज्यादा बेहतर नहीं है।
मुंबई ,04 जुलाई । भारत के मेंस क्रिकेट की बात करेंगे तो सबसे सफल कप्तान के सवाल पर खींचतान जारी दिखेगी, लेकिन वुमन्स क्रिकेट की कहानी कुछ और है। यहां सफलता की रानी बस एक है जिसका नाम है मिताली राज। मिताली ने पिछले 22 सालों से इंटरनेशनल क्रिकेट पर अपनी धाक जमा रखी है। महिला क्रिकेट में हिंदुस्तान के नाम की ताली आज भी मिताली की वजह से ही बजती है। ठीक वैसे ही जैसे इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे में बजी। भारत ने इंग्लैंड की महिलाओं के खिलाफ वनडे सीरीज का आखिरी मैच फतह कर लिया इसमें मिताली की कप्तानी और बल्ले से खेली उनकी पारी दोनों का ही अहम रोल रहा, लेकिन, इस डबल रोल को निभाते हुए मिताली न सिर्फ सबसे ज्यादा वनडे जीतने वाली महिला कप्तान बन गईं बल्कि क्रिकेट के इस फॉर्मेट में अर्धशतकों की ‘रानी’ भी बनीं।ये सब कैसे हुआ अब वो समझिए। दरअसल, भारत-इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच हुई सीरीज में जिस टीम ने पहले बैटिंग की उसने जीत दर्ज की है। 3 वनडे की सीरीज के पहले 2 मैचों में भारतीय महिलाओं ने पहले बैटिंग की और वो हार गईं। लेकिन आखिरी वनडे में इंग्लैंड पहले बल्लेबाजी पर उतरा। नतीजा ये हुआ मिताली ने अपने बल्ले के करिश्मे से उन्हें घुटने पर ला दिया।
इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे में मिली जीत के बाद मिताली राज सबसे ज्यादा वनडे इंटरनेशनल जीतने वाली कप्तान बन गई हैं। इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ब्लेंडा क्लार्क का रिकॉर्ड तोड़ा है। क्लार्क ने 101 वनडे में कप्तानी की थी, जिसमें उन्होंने 83 जीते थे और 17 गंवाईं थी। वहीं 84वीं वनडे जीत के साथ अब इस रिकॉर्ड को मिताली ने अपने नाम कर लिया है। मिताली ने ये कमाल अपनी कप्तानी के 140वें वनडे में किया।
मेंस क्रिकेट में भारतीय कप्तान विराट कोहली को चेज पसंद है। उससे पहले के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का भी सफल रन चेज में औसत 103.6 का रहा है और लगता है इस मामले में कुछ वैसा ही टेस्ट भारत की महिला टीम की कप्तान मिताली राज का भी है। तभी तो वनडे क्रिकेट में सफल रन चेज करते हुए वो अर्धशतकों की रानी बन चुकी हैं। मिताली अब महिला क्रिकेटरों के बीच सफल रनचेज में सबसे ज्यादा 18 अर्धशतक जमाने वाली बल्लेबाज हैं। इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की मेग लेनिंग का रिकॉर्ड तोड़ा है।
16 साल और 205 दिन की उम्र से क्रिकेट खेल रहीं मिताली के रिकॉर्डों की गिनती करने बैठेंगे तो बहुत वक्त लग जाएगा, इसलिए संक्षेप में बता दें कि उनके नाम हर वो रिकॉर्ड है, जो आप देखना चाहते हैं। उनके नाम सबसे ज्यादा रन हैं और सबसे ज्यादा फिफ्टी है। उनका औसत सबसे तगड़ा है, वो सबसे ज्यादा चौके लगा चुकी हैं। ये आंकड़े काफी हैं मिताली को महिला क्रिकेटरों में महान बताने को। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के 3 मैचों में उन्होंने लगातार 3 अर्धशतक जड़े हैं। और, ये भी उनके हाई चलिटी परफॉर्मेन्स का ही एक शानदार नमूना है।
अहमदाबाद ,04 जुलाई । स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने लगातार दूसरे वर्ष अर्जुन पुरस्कार के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार के रूप में अनुभवी तैराक साजन प्रकाश को नामित किया है। इससे पहले एसएफआई ने जून में विभिन्न श्रेणियों के तहत राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2021 के लिए अपने नामांकन भेजे थे।
नामांकन के तुरंत बाद साजन प्रकाश ने ओलंपिक ए चलिफिकेशन समय को पूरा करके भारतीय तैराकी में इतिहास रच दिया, जो दशकों से भारतीय तैराकी से दूर था। वहीं एसएफआई ने ध्यानचंद पुरस्कार के लिए कमलेश नानावती के नाम की भी सिफारिश की है। जल संबंधी खेलों में उनकी आजीवन उपलब्धियों के लिए उनके नाम की सिफारिश की गई है। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में वाटर पोलो में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और बाद में चार दशकों के करियर में एक तैराकी कोच के रूप में कई राष्ट्रीय पदक विजेता और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक बनाए हैं।
एसएफआई की महासचिव मोनल चोकसी ने एक बयान में कहा, 200 मीटर बटरफ्लाई इवेंट में टोक्यो 2020 के लिए ए चलिफिकेशन पूरा करके साजन प्रकाश ने इतिहास रच दिया है और वह भारतीय तैराकी के इतिहास में यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उनकी उपलब्धि आने वाले समय में कई और तैराकों को प्रेरित करेगी। हमें विश्वास है कि यह उपलब्धि अर्जुन पुरस्कार के लिए साजन प्रकाश के नामांकन के हमारे फैसले को सही साबित करेगी।
एसएफआई के अध्यक्ष आरएन जयप्रकाश ने कहा, कमलेश नानावती के पास आज संतुष्ट होने का कारण है, क्योंकि माना पटेल, जिन्हें उन्होंने अपने करियर के बेहतर हिस्से के लिए प्रशिक्षित किया है, टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली गुजरात की पहली तैराक बनी हैं। धन्य है वह कोच जिसे दुनिया के सबसे बड़े खेल मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपने आश्रित को देखने का सौभाग्य मिला है।
तपन पाणिग्रही को पैरा तैराकी के साथ-साथ सक्षम शारीरिक श्रेणी में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चैंपियन बनाने में उनके योगदान के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार (आजीवन उपलब्धि) के लिए नामित किया गया है।
चेन्नई,07 अपै्रल । आईपीएल 2021 के आगाज से पहले आरसीबी को बड़े झटके लग रहे हैं। दरअसल देवदत्त पडिक्कल के बाद अब टीम का एक और खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।बता दें कि आरसीबी के डैनियल सैम्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, हालांकि उनमें वायरस के लक्षण नहीं नजर आए। सैम्स को फिलहाल उन्हें आइसोलेशन में भेज दिया गया ।
आरसीबी को 9 अप्रैल को उद्घाटन मैच में मुंबई इंडियंस से भिड़ंना है। मुकाबले से पहले खिलाडिय़ों का कोरोना पॉजिटिव होना बड़ा झटका माना जा रहा है। आरसीबी ने डैनियल सैम्स को लेकर ट्विटर पर जानकारी दी है कि सैम्स चेन्नई में जब 3 अप्रैल को टीम होटल पहुंचे थे, तब उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था उनके दूसरे टेस्ट की रिपोर्ट 7 अप्रैल को आई, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
डैनियल सैम्स अब आरसीबी के लिए शुरुआती मैच नहीं खेल सकेंगे। बता दें कि आईपीएल 2021 पर कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है क्योंकि खिलाडिय़ों को कोरोना पॉजिटिव होने का सिलसिला जारी है। अब तक आईपीएल के पांच टीमों के खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं।
इससे पहले केकेआर के नीतिश राणा, दिल्ली कैपिटल्स के अक्षर पटेल भी कोरोना पॉजिटव आए हैं। वहीं मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के एक -एक सदस्य के कोरोना पॉजिटिव होने की ख़बर रही हैं। बता दें कि खिलाडिय़ों को लगातार कोरोना पॉजिटिव निकलने से फ्रेंचाइजी टीमों में भी खतरा बड़ा रहा है , यही नहीं आईपीएल 2021 के स्थगित होने पर भी संकट मंडरा रहा है।हालांकि बीसीसीआई ने अब तक यही कहा कि टूर्नामेंट का आयोजन निर्धारित कार्यक्रम के तहत ही होगा।
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया की बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। भारत ने अपनी दूसरी पारी मे 9 विकेट खोकर सिर्फ 36 रन बनाए, शमी चोट लगने के चलते बल्लेबाजी नहीं कर सके। टेस्ट क्रिकेट में यह भारत का अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन है। इससे पहले साल 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की टीम 42 रनों पर ऑलआउट हुई थी। तीसरे दिन की शुरुआत के लिए भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह और मयंक अग्रवाल मैदान पर उतरे थे, लेकिन पैट कमिंस ने बुमराह (2) को बेहद जल्द पवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया को दिन की पहली सफ लता दिलाई। इसके बाद कमिंस ने इसके बाद कमिंस ने चेतेश्वर पुजारा (0) और अजिंक्य रहाणे (0) को भी सेट होने का कोई मौका नहीं दिया। वहीं, दूसरे छोर से जोश हेजलवुड ने मयंक अग्रवाल (9) को चलता किया, जबकि पैट कमिंस ने भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (4) को भी सस्ते में चलता किया। ऋ द्धिमान साहा (4) और हनुमा विहारी (8) भी बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सका और भारत की टीम लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती चली गई। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह भारत का सबसे कम स्कोर है, इससे पहले भारत की टीम 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रनों पर ऑलआउट हुई थी। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश हेजलवुड ने पांच और पैट कमिंस ने चार विकेट अपने नाम की। भारत की तरफ से आखिरी बल्लेबाज मोहम्मद शमी चोटिल होने के चलते बल्लेबाजी नहीं कर सके। भारत की टीम ने इस डे-नाइट टेस्ट मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 244 रन बनाए थे, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में 191 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। गेंदबाजी में भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन ने चार, उमेश यादव ने तीन और जसप्रीत बुमराह ने दो विकेट अपने नाम की थी।
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया की हालत दूसरी पारी में बेहद खस्ता हो गई है। तीसरे दिन के खेल की शुरुआत के साथ ही भारत लगातार अंतराल में विकेट गंवा रहा है। भारतीय टीम अपने शुरुआती छह बल्लेबाजो्ं को महज 19 रन के स्कोर पर खो चुकी है। टेस्ट क्रिकेट में भारत का यह अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन है। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पैट कमिंस अबतक चार विकेट अपने नाम कर चुके हैं। टीम के इस खराब प्रदर्शन पर भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भड़क उठे हैं। सहवाग ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा कि-19-6,टेस्ट क्रिकेट में छह विकेट गंवाने के बाद भारत का सबसे कम स्कोर। सरेंडर कर दिए बिल्कुल यार। पर थोड़ी उम्मीद अभी भी करनी चाहिए, क्या पता, कुछ जादू हो जाए। बता दें कि तीसरे दिन के खेल की शुरुआत में भारत ने सबसे पहले अपने नाइन वॉचमैन जसप्रीत बुमराह (2) का विकेट गंवाया, जिनको पैट कमिंस ने चलता किया, इसके बाद कमिंस ने चेतेश्वर पुजारा (0) और अजिंक्य रहाणे (0) को भी सेट होने का कोई मौका नहीं दिया। वहीं, दूसरे छोर से जोश हेजलवुड ने मयंक अग्रवाल (9) को चलता किया, जबकि पैट कमिंस ने भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (4) को भी सस्ते में पवेलियन भेजा। भारत की टीम ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार 19 रन के स्कोर पर छह विकेट गंवाए हैं। इससे पहले साल 1996 में साउथ अफ ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया ने 25 रन के स्कोर पर अपने छह विकेट गंवाए थे। भारत की टीम ने पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए 244 रन बनाए थे, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 191 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। रविचंद्रन अश्विन ने टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 4 विकेट अपने विकेट अपने नाम की थी,जबिक उमेश यादव ने तीन और जसप्रीत बुमराह ने दो विकेट चटकाए थे।