कराची ,12 सितंबर । पाकिस्तानी लेग स्पिनर मोहम्मद नवाज न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 सितंबर से शुरू हो रही वनडे सीरीज से पहले कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक चरंटीन में भेज दिया गया है।
नवाज दूसरे दौर के परीक्षण के दौरान पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनका इस्लामाबाद पहुंचने पर टेस्ट किया गया था। वह अब दस दिनों तक चरंटीन में रहेंगे, हालांकि पाकिस्तान टीम के अन्य सदस्य नेगेटिव पाए गए हैं और टीम ने शुक्रवार को निर्धारित शेड्यूल के अनुसार पिंडी क्रिकेट स्टेडियम में प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया था।
इस बीच न्यूजीलैंड की टीम बंगलादेश का दौरा पूरा करने के बाद निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक आज इस्लामाबाद पहुंच गई है। वह बंगलादेश के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज 3-2 से हार कर आई है। दरअसल न्यूजीलैंड की टीम में उसके कई पहली पसंद के खिलाड़ी नहीं हैं और वह बंगलादेश और अब पाकिस्तान दौरे पर केन विलियमसन, ट्रेंट बोल्ट, काइल जैमीसन और लॉकी फर्ग्यूसन के बिना आई है, जो यूएई में आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में भाग लेंगे। विलियमसन की अनुपस्थिति में टॉम लैथम टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैचों के लिए स्टेडियम में 25 प्रतिशत दर्शकों को बैठने दिया जाएगा। बशर्ते मैचों में भाग लेने वाले दर्शक पूरी तरह वैक्सीनेट हों। दोनों टीमों के बीच रावलपिंडी में तीन मैचों की वनडे सीरीज के प्रत्येक मैच में 4500 दर्शक मौजूद रहेंगे, जबकि लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले जाने वाले पांच टी-20 मैचों में 5500 दर्शक बैठेंगे।
जयपुर। टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतकर दुनियां में देश का नाम रोशन करने वाले राजस्थान की अवनी लेखड़ा, कृष्णा नागर, देवेन्द्र झाझडिय़ा एवं सुंदर गुर्जर का आज जयपुर में जोरदार स्वागत किया गया और राज्य सरकार ने उन्हें दस करोड़ रुपए का इनाम दिया। एसएमएस स्टेडियम में इनके सम्मान में आयोजित समारोह में राज्य सरकार द्वारा टोक्यो पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने पर तीन करोड़, रजत पदक जीतने पर दो करोड़ और कांस्य पदक जीतने पर एक करोड रुपए इनामी राशि दी गई। जिसके तहत अवनि लेखड़ा को स्वर्ण और कांस्य पदक जीतने पर चार करोड रुपए, कृष्णा नागर को स्वर्ण पदक जीतने पर तीन करोड रुपए एवं देवेंद्र झाझरिया को रजत पदक जीतने पर दो करोड़ रुपए और सुंदर गुर्जर को कांस्य पदक जीतने पर एक करोड़ रुपए का चैक दिया गया। इसके साथ ही सरकार द्वारा प्रत्येक खिलाड़ी को सरकारी नौकरी, शहरी क्षेत्र में प्लॉट और ग्रामीण इलाके में 25 बीघा कृषि भूमि देने की भी घोषणा की गई।
इस अवसर पर खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि प्रदेश में सरकार का सिर्फ एक ही लक्ष्य है, खेल और खिलाड़ी दोनों को आगे लाया जाए। इसी उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि में इजाफा करने के साथ ही आउट ऑफ द टर्म पॉलिसी बनाकर खिलाडिय़ों को नौकरी दी जा रही है ताकि भविष्य में कभी भी खिलाड़ी को जीवन यापन के लिए परेशानी का सामना ना करना पड़े।चांदना ने कहा कि आने वाले समय में भी राजस्थान के खिलाड़ी दुनियां में जीत का परचम लहराएंगे।
इससे पहले इन खिलाडिय़ों के जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचने पर चांदना ने उनकी अगवानी कर स्वागत किया। इस मौके पर चांदना ने कहा कि चारों खिलाड़ी आ गए हैं और राजस्थान ने उन्हें पलकों पर बैठा लिया हैं। उनका जोरदार स्वागत हुआ हैं। उन्होंने कहा कि इन खिलाडिय़ों ने दुनिया में राजस्थान का नाम रौशन किया है और बहुत ही खुशी का माहौल हैं। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों के स्वागत के लिए बड़ा कार्यक्रम की योजना थी लेकिन कोरोना के मद्देनजर हाल में जारी गाइडलाइन के कारण केवल विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी लोग इनका स्वागत करेंगे। हवाई अड्डे पर प्रशंसकों की भीड़ को देखकर उन्होंने कहा कि कोरोना गाइड लाइन नहीं होती तो यह माहौल अलग ही होता।इस दौरान हवाई अड्डे पर प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई और ढोल नगाड़ों के साथ खिलाडिय़ों का साफा पहनाकर, गुलदस्ते देकर एवं फूलमालाएं पहनाकर जबरदस्त स्वागत किया गया।
इस मौके पर अवनी लेखड़ा ने कहा कि वह अपना स्वर्ण पदक पूरे देश को समर्पित करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि वह लड़कियां आगे बढ़ें और खेलों में वे बहुत अच्छा कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों पर विश्वास करके उन्हें खेलों में भेजना चाहिए, वे बड़ा मुकाम हासिल कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि आज वह बहुत खुश हैं। अपने शानदार प्रदर्शन के लिए उन्होंने कहा कि उन्हें परिवार सहित सभी का सहारा और हिम्मत मिली।
उल्लेखनीय है कि टोक्यो पैरालिंपिक में राजस्थान के इन चार खिलाडिय़ों ने पांच पदक जीते हैं। इनमें अवनि लेखड़ा ने निशानेबाजी में स्वर्ण और कांस्य पदक जीता है। कृष्णा नागर ने एसएच-6 बैडमिंटन स्पर्धा में स्वर्ण पदक एवं देवेंद्र झाझरिया ने जैवलिन थ्रो में रजत तथा सुंदर गुर्जर ने जैवलिन थ्रो में ही कांस्य पदक जीता।
नई दिल्ली । टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल जिताने वाले हरियाणा के नीरज चोपड़ा का एक और सपना पूरा हो गया है। नीरज चोपड़ा ने अपने माता-पिता को पहली बार फ्लाइट में घुमाया। दिग्गज एथलीट ने अपने माता-पिता के साथ हवाई यात्रा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की है। नीरज चोपड़ा ने फोटो शेयर करने के साथ लिखा, आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां-पापा को पहली बार फ्लाइट में बैठा पाया। सभी की दुआ और आशीर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में पुरुषों के जेवलिन थ्रो फाइनल में 87.58 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीता था। हालांकि, कम ट्रेनिंग और भारत लौटने के बाद बीमारी से जूझने के कारण नीरज को 2021 अभियान का अंत करना पड़ा। नीरज चोपड़ा को अगले सीजन में दमदार वापसी की उम्मीद है, जिसमें विश्व चैंपियनशिप, एशियाई गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स शामिल है।
नीरज ने कहा था, यात्रा का पैक्ड कार्यक्रम और बीमार होने के कारण मैं टोक्यो के बाद ट्रेनिंग शुरू नहीं कर पाया हूं। यही वजह है कि मैंने अपनी टीम के साथ 2021 अभियान को समाप्त करने का फैसला किया। अब कुछ समय की छुट्टी के बाद मैं दमदार वापसी करूंगा क्योंकि 2022 का कैलेंडर काफी मजबूत है, जिसमें विश्व चैंपियनशिप, एशियाई गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स शामिल हैं।
नईदिल्ली,10 सितंबर । टोक्यो ओलंम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान बजरंग पूनिया अब 2024 में होने वाले अगले पेरिस ओलंम्पिक में पदक का रंग बेहतर करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। हालांकि वह स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बनना चाहते हैं लेकिन उनकी दिली इच्छा है कि पत्नी संगीता फोगाट पूनिया भी ओलंम्पिक में पदक जीते। ओलंम्पिक से पहले कोरोना काल के चलते वह द्रोणाचार्य महाबीर फोगाट की पहलवान बिटिया संगीता फोगाट के साथ विवाह बंधन में बंध गए थे। संगीता कुछ दिनों तक कुश्ती से दूर रहने के बाद अखाड़े में फिर से लौट आई है और पति का मनोबल बढ़ाने के साथ साथ खुद भी गंभीर तैयारी में जुट गई हैं ।
गुरूवार को यहां खेल परिधान बनाने वाली कंपनी एसिक्स इंडिया के ब्रांड एम्बेसडर बने बजरंग ने बताया कि टोक्यो ओलंम्पिक की चूक को उन्हें हमेशा मलाल रहेगा। चोट के चलते वह देशवासियों को सोने का पदक नहीं दे पाये , लेकिन पेरिस खेलों में वह इसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश करेंगे । उनके साथ एसिक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रजत खुराना भी मौजूद थे।
भारत के लिए एकमात्र ओलम्पिक स्वर्ण विजेता नीरज चोपड़ा को बजरंग ने अभूतपूर्व खिलाड़ी बताया और कहा कि यदि कोई खिलाड़ी नीरज की तरह फिट होता है तो वह कुछ भी कर सकता है, जैसा नीरज ने किया। उसके अनुसार यदि ओलंम्पिक 2020 में संभव हो पाता तो नीरज शायद स्वर्ण नहीं जीत पाता क्योंकि तब वह चोट के कारण अस्वस्थ थे । हो सकता है कि महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकाम एकऔर पदक जीत जातीं। कोरोना के चलते खेलों का एक साल देरी से संभव हो पाना बढ़ती उम्र वाले खिलाडिय़ों के लिए कठिन अनुभव साबित हुआ।
हालांकि बजरंग ने मैरिकाम को महान खिलाड़ी बताया और कहा कि वह कभी हार नहीं मानती, पर उम्र भी कोई चीज होती है।
बजरंग देश का ऐसा पहला पहलवान है जिसने विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेलों, कामनवेल्थ खेलों और ओलंम्पिक में शानदार रिकार्ड के साथ पदक जीते हैं। अपनी कुश्ती यात्रा के बारे मे उन्होंने बताया कि सात आठ साल की उम्र से अखाड़े जाना शुरू कर दिया था। तब हरियाणा में बहुत से दंगल होते थे। दंगलों में भाग लेने का चस्का लग गया, क्योंकि स्कूल नहीं जाना पड़ता था। बस दिन रात कुश्ती और स्कूल की छुट्टी।लेकिन आज खेल के साथ साथ पढ़ाई भी जरूरी है। उसने 18 साल की उम्र में विश्व चैंपियनशिप का पदक जीत लिया था लेकिन ओलंम्पिक पदक हमेशा ख्वाबों में रहा और अंतत: जीत दिखाया।
बजरंग ने टोक्यो पैरालम्पिक में भारतीय खिलाडिय़ों के प्रदर्शन को बड़ी कामयाबी बताया और कहा कि दिव्यांग खिलाड़ी भी बड़े से बड़े सम्मान के हकदार हैं । उनका मनोबल बढ़ाने में किसी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए। बजरंग ने उनके जज्बे को सलाम किया और कहा कि उन्हें भी सामान्य खिलाडिय़ों जैसा मान सम्मान मिलना चाहिए।
मैनचेस्टर। भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट की पूर्वसंध्या पर एक और सपोर्ट स्टाफ के कोरोना से संक्रमित होने से गहरा झटका लगा है। लेकिन पूरी भारतीय टीम के टेस्ट परिणाम नेगेटिव आने से मैच पर छाये संकट के बादल छंट गए हैं। भारत पांच मैचों की सीरीज में चौथा मैच जीतने के बाद से 2-1 से आगे है भारतीय टीम के दूसरे फिजियो योगेश परमार के कोरोना से संक्रमित होने का परिणाम गुरूवार को पता चला जिसके बाद भारतीय टीम ने अपना प्रस्तावित ट्रैनिंग सत्र रद्द कर दिया। भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री लीड्स में चौथे टेस्ट के दौरान पॉजिटिव पाए गए थे। तब शास्त्री के साथ साथ गेंदबाजी कोच भरत अरुण, फील्डिंग कोच आर श्रीधर और फिजियो नितिन पटेल को तत्काल प्रभाव से एहतियातन आइसोलेशन में डाल दिया गया था।
भारतीय खेमे में ताजा कोविड मामले ने दोनों देशों के बीच पांचवें और अंतिम टेस्ट का भाग्य अधर में लटका दिया था । दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड इस मुद्दे पर बातचीत में लगे हैं कि इस मैच के साथ आगे बढ़ा जाए या नहीं।
दोनों बोर्ड जहां बातचीत में लगे हैं वहीं समझा जाता है कि भारतीय खिलाड़ी ताजा टेस्टिंग से गुजरेंगे जिसका परिणाम ही टेस्ट के भाग्य का फैसला तय करेगा। यदि ज्यादा पॉजिटिव मामले आते हैं तो टेस्ट खतरे में रहेगा। ज्यादा मामले पॉजिटिव आने से इंडियन प्रीमियर लीग का भाग्य भी खतरे में पड़ सकता है जिसे 19 सितम्बर से यूएई में शुरू होना है। दोनों देशों के अधिकतर खिलाड़ी 15 सितम्बर को टेस्ट मैच समाप्त होने के बाद से मैनचेस्टर से दुबई के लिए चार्टर्ड उड़ान पकड़ेंगे ताकि यूएई में अपनी अपनी सम्बंधित आईपीएल टीमों से जुड़ सकें।
रिकॉर्ड के हिसाब से भारतीय टीम के दूसरे फिजियो और मेडिकल टीम के सदस्य योगेश परमार कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जिससे सभी सम्बंधित लोगों में भय और आशंका उत्पन्न हो गयी है। फिजियो और मेडिकल टीम का हिस्सा होने के नाते परमार को मैदान पर ज्यादा आना पड़ता है और यह तब जब मुख्य फिजियो नितिन पटेल को चौथे टेस्ट के दौरान शास्त्री के साथ आइसोलेट कर दिया गया था। पटेल को हालांकि क्लीन चिट मिल गयी है और वह टीम के साथ मैनचेस्टर गए है।
फैसले को लेकर दोनों बोडऱ्ों ने चुप्पी साध रखी है। समझा होता है कि परमार के पॉजिटिव आने के बाद भारतीय टीम का लेटरल फ्लो टेस्ट कराया गया है और सभी को क्लीन चिट मिल गयी है लेकिन इस टेस्ट को आरटी-पीसीआर टेस्ट जितना विश्वसनीय नहीं माना जाता है और आरटी पीसीआर टेस्ट के परिणाम का अभी इन्तजार है। अब पूरी भारतीय टीम का आरटी-पीसीआर टेस्ट के परिणाम मेगटिव आये हैं जिससे मैच पर छाया अनिश्चितता का कोहरा छंट सा गया है।
इस बीच इंग्लैंड मैच के लिए होने की सम्भावना के मद्देनजर अपनी तैयारी कर रहा है।
नयी दिल्ली ,09 सितंबर। तीन बार के पैरालंपिक पदक विजेता एवं भारतीय पैरा भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया, पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, पूर्व विश्व चैंपियन मुक्केबाज एल सरिता देवी और पूर्व निशानेबाज अंजलि भागवत को इस वर्ष के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए चयन पैनल में शामिल किया गया है।
सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुकुंदकुम शर्मा को चयन पैनल का अध्यक्ष चुना गया है। खेल मंत्रालय की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक पैनल में महिला हॉकी टीम के पूर्व कोच बलदेव सिंह, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम कप्तान अंजुम चोपड़ा, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के महानिदेशक संदीप प्रधान और वरिष्ठ पत्रकार विजय लोकपल्ली तथा विक्रांत गुप्ता भी शामिल हैं। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2021 के विजेताओं को चुनने के लिए पैनल अगले कुछ दिनों में बैठक करेगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय खेल पुरस्कार, जिसमें खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार शामिल हैं, राष्ट्रपति की ओर से 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर दिए जाते हैं। इस वर्ष की पुरस्कार वितरण तारीख को हालांकि पारंपरिक तारीख से आगे बढ़ा दिया गया था, क्योंकि सरकार ने ओलंपिक और पैरालंपिक दोनों खेलों में भारत के प्रदर्शन का इंतजार करने का निर्णय लिया था।
खास बात यह है कि इस बार भारत ने ओलंपिक और पैरांलपिक खेलों में शानदार, यादगार और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। ओलंपिक में जहां भारतीय दल ने कुल सात पदक जीते तो वहीं पैरालंपिक में यह आंकड़ा 19 रहा जो एक रिकॉर्ड है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार है, जिसे इस वर्ष राजीव गांधी खेल रत्न से बदलकर ध्यानचंद खेल रत्न किया गया है, जबकि दूसरे नंबर पर अर्जुन पुरस्कार है। खेल रत्न के विजेताओं को 25 लाख, जबकि अर्जुन पुरस्कार के विजेताओं को 15 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है।
इसके अलावा कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया जाता है, जबकि अन्य पुरस्कारों में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और वर्ष 2021 के लिए मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी शामिल है।