खेल-खिलाड़ी

महिला भाला फेंक फाइनल में सातवें स्थान पर रही अन्नू रानी
Posted Date : 23-Jul-2022 2:11:06 pm

महिला भाला फेंक फाइनल में सातवें स्थान पर रही अन्नू रानी

नईदिल्ली  । भारत की अन्नू रानी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ शुक्रवार को महिला भाला फेंक फाइनल में सातवें स्थान पर रही. इस स्पर्धा में लगातार दूसरी बार फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए अन्नू ने अपने दूसरे प्रयास में दिन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन उनके अन्य पांच थ्रो 60 मीटर की दूरी को पार करने में विफल रहे. अन्नू ने अपने छह प्रयास में भाले को क्रमश: 56.18 मीटर, 61.12 मीटर, 59.27 मीटर, 58.14 मीटर, 59.98 मीटर और 58.70 मीटर दूर फेंका.
इस 29 साल की खिलाड़ी का सीजन और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 63.82 मीटर (राष्ट्रीय रिकॉर्ड) हैं. अन्नु इस स्पर्धा में अगर अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को हासिल करती तो उन्हें पदक मिल जाता लेकिन उन्होंने यहां अपने पूरे अभियान के दौरान संघर्ष किया. इस राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी ने 59.60 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफिकेशन दौर में आठवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह पक्की की थी.
गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की केल्सी-ली बार्बर ने 66.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया. अमेरिका की कारा विंगर ने अंतिम प्रयास में 64.05 मीटर की दूरी के साथ रजत अपने नाम किया, जबकि जापान की हारुका कितागुची ने 63.27 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य जीता.
ओलंपिक चैंपियन चीन की शियिंग लिउ 63.25 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ चौथे स्थान पर रही. वो 2019 में दोहा में पिछली विश्व चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ फाइनल में आठवें स्थान पर रही थी. लंदन 2017 में वो फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी थी.

 

बीसीसीआई संविधान संशोधन मामले में 28 जुलाई को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
Posted Date : 22-Jul-2022 2:17:59 pm

बीसीसीआई संविधान संशोधन मामले में 28 जुलाई को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

नयी दिल्ली  । सुप्रीम कोर्ट 28 जुलाई को बीसीसीआई के संविधान में संशोधन की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करेगा। मांगे गए संशोधन की अनुमति मिलने पर बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली, बोर्ड सचिव जय शाह और अन्य पदाधिकारी 2025 तक सत्ता में बने रह सकते हैं।
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना की अगुवाई वाली तीन जजों की पीठ ने वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह को इस मामले में नया न्यायमित्र नियुक्त किया है।
मनिंदर सिंह ने पीएस नरसिम्हा द्वारा पिछले साल खाली किए गए न्यायमित्र का पद संभाला, जिन्हें 2021 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के पद पर पदोन्नत दिया गया था। बीसीसीआई के नए संविधान को अंतिम रूप देने और बोर्ड चुनावों की सुविधा के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) की मदद करने के लिए अदालत ने 2019 में न्यायमूर्ति नरसिम्हा को न्याय मित्र नियुक्त किया था, जिन्होंने अंतत: 23 अक्टूबर 2019 को पदभार संभाला था। उन्होंने अदालत द्वारा नियुक्त सीओए द्वारा 30 महीने की निगरानी समाप्त कर दी गई, जिसने आरएम लोढ़ा समिति की सिफ़ारिशों का उपयोग करते हुए बीसीसीआई के नए संविधान का ड्राफ़्ट तैयार किया था, जिसे जुलाई 2016 में एक ऐतिहासिक फ़ैसले में अदालत द्वारा अनिवार्य किया गया था।
फिर अगस्त 2018 में न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने बीसीसीआई के नए संविधान को मंजूरी देते हुए एक निर्णय पारित किया। हालांकि पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के नेतृत्व में वर्तमान बीसीसीआई प्रशासन ने बोर्ड के संविधान में संशोधन की मांग करते हुए अदालत में एक याचिका दायर की, जिसे अगर मंजूरी मिल जाती है, तो लोढ़ा समिति द्वारा किए गए महत्वपूर्ण सुधारों को वापस ले लिया जाएगा।
बीसीसीआई ने अप्रैल 2020 में एक दूसरा एप्लिकेशन दायर किया जहां उसने तर्क दिया कि अनिवार्य कूलिंग ऑफ़ पीरियड (तीन वर्ष) जिसे एक पदाधिकारी को लगातार दो कार्यकाल (छह वर्ष) पूरा करने पर सामना करना पड़ता है, इसकी समीक्षा करने की आवश्यकता है।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने लोढ़ा समिति की सिफ़ारिश के आधार को बरकऱार रखते हुए अपने 2018 के फ़ैसले में कूलिंग ऑफ़ पीरियड क्लॉज़ (तीन साल से छह साल) को पहले ही बदल दिया था। उनके फै़सले ने एक पदाधिकारी को नौ साल (छह साल के बाद अनिवार्य कूलिंग ऑफ़ पीरियड) के अधिकतम कार्यकाल को बरकऱार रखते हुए राज्य संघ या बोर्ड या दोनों के संयोजन में अलग-अलग लगातार दो कार्यकाल (छह वर्ष) की सेवा करने की अनुमति दी।
इसके बजाय बीसीसीआई चाहता है कि इस विनिर्देश को बदल दिया जाए ताकि एक पदाधिकारी को एक बार में छह साल की सेवा (या तो बीसीसीआई या राज्य संघ) की अनुमति दी जा सके, बजाय इसके कि राज्य और बीसीसीआई स्तर पर भूमिकाओं का संयोजन भी शामिल हो।
जैसा कि स्थिति है, बोर्ड के सभी पांच पदाधिकारियों ने अपने-अपने राज्य संघों और बीसीसीआई में पदों पर रहते हुए पहले ही छह साल पूरे कर लिए हैं। जिनमें अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह, अरुण धूमल (कोषाध्यक्ष), जयेश जॉर्ज (संयुक्त सचिव) और राजीव शुक्ला (उपाध्यक्ष) शामिल हैं। हालांकि, कानूनी सलाह लेने के बाद, गांगुली प्रशासन अपने पोजि़शन पर बना हुआ है और चाहता है कि अदालत मांगे गए संशोधनों पर फ़ैसला करे।
परिणाम बीसीसीआई के लिए विभिन्न स्तरों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है, जिसमें बोर्ड के चुनाव भी शामिल हैं जो उस वर्ष के अंत में होने वाले हैं जब गांगुली का प्रशासन तीन साल का अपना पहला कार्यकाल पूरा करेगा।

 

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा, 88.39 मीटर दूर फैंका भाला
Posted Date : 22-Jul-2022 2:17:24 pm

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा, 88.39 मीटर दूर फैंका भाला

यूजीन  । टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर कमाल किया है। नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में अपने पहले थ्रो में 88.39 मीटर की दूसरी तय कर फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
रविवार को वह पदक के लिए भारतीय समयानुसार 7 बजकर 05 मिनट पर मैदान पर उतरेंगे। फाइनल के लिए ऑटोमेटिक चलीफाई करने के लिए खिलाड़ी को कम से कम 83.50 मीटर की दूरी तय करनी थी और नीरज ने इससे कई ज्यादा दूर तर कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। नीरज चोपड़ा का थ्रो ग्रुप ए में शामिल अन्य प्रतियोगियों से बेस्ट था। उनसे ज्यादा दूरी कोई खिलाड़ी तय नहीं कर पाया।
रविवार को भारत के इस गोल्डन ब्वॉय की निगाहें अपने पहले सीनियर विश्व चैंपियनशिप पदक पर होगी। नीरज चोपड़ा के अलावा चेक गणराज्य के ओलंपिक रजत पदक विजेता जैकब वाडलेज भी 85.23 मीटर के अपने पहले प्रयास के थ्रो के साथ फाइनल में डायरेक्ट पहुंच गए हैं। इन दोनों के अलावा कोई भी खिलाड़ी 83.50 मीटर के मार्क को पार नहीं कर पाया।
अगर ओरेगॉन में नीरज चोपड़ा जीतते हैं तो वह 2008-09 में नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन के बाद ओलंपिक और विश्व खिताब जीतने वाले पहले पुरुष भाला फेंकने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे।
वहीं अगर नीरज रविवार को मेडल जीतने में कामयाब रहते हैं तो वह 19 साल का मेडल का सूखा खत्म कर देंगे। भारत को आखिरी बार वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में मेडल जिताया था। अंजू बॉबी जॉर्ज ने तब ब्रोन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था।
पिछले महीने अपना 2022 सीजन शुरू करने वाले नीरज तीन टूर्नामेंट में दो बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं। उन्होंने इस सीजन की शुरुआत फिनलैंड के पावो नुर्मी खेलों में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए सिल्वर मेडल जीतकर की थी।
इसके बाद उन्होंने कुओरटाने खेलों में गोल्ड मेडल, जबकि स्टॉकहोम डायमंड लीग में उन्होंने दोबारा राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए 89.94 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।

 

राष्ट्रमंडल खेलों में कोई टीम कमज़ोर नहीं, एक बार में एक मैच पर ध्यान देंगे : सुरेंद्र
Posted Date : 22-Jul-2022 4:29:37 am

राष्ट्रमंडल खेलों में कोई टीम कमज़ोर नहीं, एक बार में एक मैच पर ध्यान देंगे : सुरेंद्र

बेंगलुरू । भारतीय पुरुष हॉकी टीम बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से पहले बेंगलुरू के भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) केंद्र में प्रशिक्षण में जुट गयी है। भारतीय टीम के डिफेंडर सुरेंद्र कुमार ने अपनी तैयारियों के बारे में कहा कि टीम का ध्यान इस समय शारीरिक फिटनेस पर है। सुरेंद्र ने कहा, हमारे प्रशिक्षण सत्र अब भी जारी हैं। हमारा ध्यान मुख्यत: फिटनेस पर है, और हम इस पहलू पर काफी काम कर रहे हैं। हमने अन्य क्षेत्रों को मज़बूत करने पर भी काम किया है। भारत को राष्ट्रमंडल खेलों के लिये इंग्लैंड, कनाडा, वेल्स और घाना के साथ पूल बी में जगह दी गयी है, जहां उनका पहला मुकाबला 31 जुलाई को घाना से होगा। सुरेंद्र ने कहा कि वह किसी भी टीम को हल्का नहीं आंकेंगे और टूर्नामेंट में एक बार में एक मैच पर ही ध्यान केंद्रित करेंगे।
उन्होंने कहा, हम किसी भी मैच को हल्का नहीं आंक रहे हैं। हर टीम स्वर्ण जीतने के लिये ही टूर्नामेंट में आ रही है। वर्तमान में हमारा फोकस घाना के खिलाफ होने वाले पहले मैच पर है।
सुरेंद्र ने कहा, हम उनकी खेल फुटेज का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं। हमारे कोच उसी के अनुसार योजना बना रहे हैं और हम मैच के दिन उसी का पालन करने की उम्मीद करेंगे। टूर्नामेंट में कोई टीम आसान नहीं होगी और हम मैच-दर-मैच अपने अभियान पर ध्यान देंगे। भारत एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग 2021/22 में तीसरे स्थान पर रहा था। सुरेंद्र का मानना है कि टूर्नामेंट में कठिन टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के अनुभव से बर्मिंघम में भारत को फायदा होगा। सुरेंद्र ने कहा, हमारा लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है। बाकी हमारे प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा, हमने टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद से जो मैच खेले हैं, वे काफी अच्छे रहे हैं। हम मजबूत टीमों के खिलाफ खेले और इससे हमें वास्तव में फायदा हुआ है। हमने अपनी योजनाओं को अच्छी तरह से क्रियान्वित किया और इस तरह हम उन क्षेत्रों को पहचानने में सक्षम थे जहां हम सुधार कर सकते हैं। हमने शिविर में उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है।
सुरेंद्र ने टीम में अनुभव और युवाओं के मिश्रण की भी प्रशंसा की और बताया कि वरिष्ठ खिलाडिय़ों ने अभिषेक और जुगराज सिंह जैसे युवाओं को क्या सलाह दी है। उन्होंने कहा, हमने खिलाडिय़ों से कहा है कि वे राष्ट्रमंडल खेलों में प्रदर्शन के दबाव को महसूस न करें और उन्हें सामान्य मैचों के रूप में लें। कोच और वरिष्ठ खिलाड़ी भी उन्हें बता रहे हैं कि उनके पास मजबूत टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव है और इसलिए, वे प्रतियोगिता में प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।

 

131वें डूरंड कप के ट्रॉफी टूर को कोलकाता से दिखाई गई हरी झंडी
Posted Date : 20-Jul-2022 1:55:37 pm

131वें डूरंड कप के ट्रॉफी टूर को कोलकाता से दिखाई गई हरी झंडी

कोलकाता   । 131वें डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट की शुरुआत के लिए चार शहरों की ट्रॉफी यात्रा को मंगलवार, 19 जुलाई को कोलकाता से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। भारतीय सेना की पूर्वी कमान के मुख्यालय फोर्ट विलियम में ‘फ्लैगिंग ऑफ़’ समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल सरकार के बिजली मंत्रालय के प्रभारी एवं यूथ सर्विसेज और खेल मंत्रालय के अरूप बिस्वास, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता और पूर्वी कमान मुख्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ एवं डूरंड समिति के अध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल के.के. रेप्सवाल मौजूद थे।
टूर्नामेंट के विजेताओं को दी जाने वाली तीन ट्राफियां, डूरंड कप का मूल पुरस्कार, राष्ट्रपति कप और शिमला ट्रॉफी पहले 21 जुलाई को असम के गुवाहाटी पहुंचेंगी, फिर 24 जुलाई को मणिपुर की राजधानी इंफाल में जाएंगी और वहां से 02 अगस्त 2022 को कोलकाता वापस जाने से पहले 27 जुलाई को राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुँचेगी। कोलकाता में ट्रॉफियां का पुराने जमाने के महान फुटबॉलर गोस्थ पाल की प्रतिमा के सामने स्वागत किया जाएगा।
ट्रॉफी टूर के लिए गंतव्यों को ध्यान में रखते हुए चुना गया है। गुवाहाटी और इंफाल पहली बार मेजबान होंगे, जबकि राजस्थान राज्य से चालीस साल के अंतराल के बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में एक टीम दोबारा खेलने उतरेगी।
इस अवसर पर सम्बोधन देते हुए पश्चिम बंगाल सरकार के खेल एवं युवा मामले के मंत्री अरूप बिस्वास ने कहा, मैं ट्रॉफी टूर के इस शानदार विचार के लिए आयोजकों की सराहना करता हूं। यह टूर्नामेंट की लोकप्रियता को और अधिक फैलाने में मदद करेगा और देश के नए कोनों से नए प्रशंसकों को लाने में भी सहायता करेगा। पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री एवं खेल प्रेमी ममता बनर्जी की ओर से डूरंड कप को शुभकामनाएं देता हूं। हम 131वें संस्करण को पिछले वर्षों की तुलना में बड़ा और बेहतर बनाने में हर प्रकार का समर्थन देने का वादा करते हैं।

 

सितम्बर-अक्टूबर 2023 से हांगझोऊ में होंगे 19वें एशियाई खेल
Posted Date : 20-Jul-2022 1:55:13 pm

सितम्बर-अक्टूबर 2023 से हांगझोऊ में होंगे 19वें एशियाई खेल

हांगझोऊ   । चीन के हांगझोऊ में होने वाले 19वें एशियाई खेल स्थगित हो गये थे और अब इनका आयोजन 23 सितंबर से आठ अक्टूबर 2023 के बीच किया जाएगा। एशियाई ओलंपिक काउंसिल (ओसीए) ने यह जानकारी दी।
19वें एशियाई खेलों को मूल रूप से 10 से 25 सितंबर 2022 तक हांगझोऊ में आयोजित करने की योजना थी, हालांकि ओसीए कार्यकारी बोर्ड ने छह मई 2022 को कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण खेलों को स्थगित कर दिया गया था और एक ‘टास्क फोर्स’ (ईबी) को खेलों की नई तारीखों को अंतिम रूप देने के लिए बनाया गया था।
ओसीए ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि टास्क फोर्स ने पिछले दो महीनों में चीनी ओलंपिक समिति, हांगझोऊ एशियाई खेलों की आयोजन समिति (एचएजीओसी) और अन्य हितधारकों के साथ खेलों की तिथियां निर्धारित करने के लिए विचार-विमर्श किया, जो अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के साथ न टकराये। टास्क फोर्स द्वारा प्रस्तावित तिथियों को ओसीए कार्यकारी बोर्ड द्वारा मंजूरी दी गयी थी। अब 19वें एशियाई खेलों का आयोजन 23 सितंबर 2023 से होगा।
ओसीए ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ओसीए एचएजीओसी, चीनी ओलंपिक समिति और सभी स्तरों पर सरकारों को महामारी के दौरान खेलों की तैयारी में कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद देता है और यह सुनिश्चित करता है कि वे अगले साल हो सकें।
ओसीए ने राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों और अंतरराष्ट्रीय महासंघों/एशियाई महासंघों सहित अन्य हितधारकों को धन्यवाद दिया।