बर्मिंघम । भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम को राष्ट्रमंडल खेल 2022 में नाटकीय क्वार्टरफाइनल मुकाबले में मलेशिया के हाथों हार मिला।
मलेशिया और भारत के बीच यह ड्रॉ आखिरी मैच के आखिरी गेम तक रोमांचक रहा, और अंतत: मलेशिया ने गोल्डकोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन टीम को 3-2 से मात दी।
भारत की क्वार्टरफाइनल में शुरुआत अच्छी नहीं रही और कैरेन लिन-एलिस चैंग की जोड़ी ने रीत टेनिसन-श्रीजा अकुला को 11-7, 11-6, 5-11, 11-6 से हराया। टेनिसन और अकुला ने पहले दो गेमों में कड़ी टक्कर के बावजूद हार मिलने के बाद तीसरे गेम में वापसी की, लेकिन चौथे गेम में उनकी हार के साथ भारत 1-0 से पीछड़ गया।
इसके बाद भारत की सबसे अनुभवी खिलाड़ी मनिका बत्रा पर टीम को ड्रॉ में वापसी कराने की जि़म्मेदारी थी और उन्होंने ऐसा किया भी। बत्रा ने मलेशिया की हो यिंग को पांच गेमों के मैच में 11-8, 11-5, 8-11, 9-11, 11-3 से मात दी। यिंग ने तीसरा और चौथा गेम जीतकर बत्रा पर दबाव डालना चाहा लेकिन बत्रा ने पांचवा गेम जीतकर भारत को ड्रॉ में 1-1 से बराबरी दिलायी।
इसके बाद श्रीजा अकुला ने एलिस चैंग को 11-6, 11-6, 11-9 के सीधे गेमों में हराकर भारत को 2-1 की बढ़त दिलायी, लेकिन चौथे मैच में मनिका बत्रा की कैरेन लिन के हाथों 6-11, 3-11, 9-11 की हार के बाद ड्रॉ 2-2 की बराबरी पर आ खड़ा हुआ।
राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पहली बार भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम का कोई ड्रॉ तीन मैचों से ज्यादा खेला गया था, और पांचवां मैच जीतकर राष्ट्रमंडल खेल 2018 की विजेता टीम को सेमीफाइनल में ले जाने की जिम्मेदारी रीत टेनिसन के ऊपर थी। रीत ने पहला गेम 12-10 से जीता, लेकिन दूसरा गेम 11-8 से हार गयीं। तीसरा गेम जहां 11-6 से रीत की तरफ़ गया, वहीं चौथे गेम में यिंग ने 11-9 से बाज़ी मारी और भारत-मलेशिया क्वार्टरफाइनल का निर्णायक मैच अपने निर्णायक गेम में चला गया। यह ड्रॉ अपनी हद तक खिंच चुका था और दोनों खिलाडिय़ों पर दबाव का अंबार था। ऐसे में रीत टेनिसन ने भरसक प्रयास किया और 4-8 से पिछडऩे के बाद उन्होंने वापसी भी की, लेकिन यिंग ने पांचवां गेम 11-9 से जीतकर अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया।
बर्मिंघम । भारत की बिंद्यारानी देवी ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में देश के पदकों की संख्या चार करते हुए 55 किग्रा भार वर्ग में रजत जीता।
स्वर्णिम मीराबाई के 49 किग्रा में प्रथम स्थान हासिल करने के कुछ देर बाद ही 23 वर्षीय बिंद्यारानी ने 202 किलो भार उठाकर अपने वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने सबसे पहले स्नैच में 86 किग्रा के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की, और फिर क्लीन एंड जर्क में 116 किग्रा उठाकर नया राष्ट्रीय और राष्ट्रमंडल रिकॉर्ड स्थापित किया।
बिंद्यारानी सिर्फ एक किलो के अंतर से स्वर्ण पदक से चूक गयीं जो नाइजीरिया की अदिजात अदेनिके ओलारिनोये के पास गया। ओलारिनोये ने 203 किग्रा (92 किग्रा + 111 किग्रा) भार उठाकर पहला स्थान हासिल किया।
मेज़बान इंग्लैंड की फ्रेयर मॉरो ने 198 किलो (89 किलो + 109 किलो) के साथ कांस्य पदक प्राप्त किया।
बिंद्यारानी ने जीत के बाद कहा, यह मेरा पहला राष्ट्रमंडल खेल है और मैं रजत पदक और खेलों के रिकॉर्ड को लेकर बहुत खुश हूं।
चानू की तरह बिंद्यारानी भी मणिपुर की रहने वाली हैं। उन्होंने 2019 राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था जबकि 2021 संस्करण में रजत प्राप्त किया था।
उन्होंने कहा, मैं 2008 से 2012 तक ताइक्वांडो में थी मगर उसके बाद मैं भारोत्तोलन में स्थानांतरित हो गयी। मेरा कद छोटा था इसलिए मुझे शिफ्ट होना पड़ा। सभी ने कहा कि मेरी ऊंचाई भारोत्तोलन के लिए आदर्श है। इसलिए मैंने यह खेल चुना।
इससे पहले, मीराबाई चानू (स्वर्ण), संकेत सरगर (रजत) और गुरुराजा पुजारी (कांस्य) भारत को पदक दिला चुके हैं। भारत के चारों पदक भारोत्तोलन में ही आये हैं।
टारौबा । कप्तान रोहित शर्मा (64) के शानदार अर्धशतक और दिनेश कार्तिक की नाबाद 41 रन की तूफानी पारी के बाद गेंदबाजों के सटीक प्रदर्शन से भारत ने वेस्ट इंडीज को पहले टी 20 मुकाबले में 68 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
भारत ने 20 ओवर में छह विकेट पर 190 रन का मजबूत स्कोर बनाया और विंडीज को आठ विकेट पर 122 रन पर रोक दिया। भारत की तरफ से अर्शदीप सिंह, रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप बिश्नोई ने दो-दो विकेट लिए। भारत की इस दौरे में यह लगातार चौथी जीत है। इससे पहले उसने विंडीज को वनडे सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था।
रोहित ने 44 गेंदों की अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाए। भारतीय पारी को अंतिम ओवरों में गति दी कार्तिक ने जिन्होंने 19 गेंदों पर नाबाद 41 रन में चार चौके और दो छक्के लगाए। ओपनिंग में उतरे सूर्यकुमार यादव ने 16 गेंदों पर 24 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया। ऋषभ पंत ने 12 गेंदों में 14 और रवींद्र जडेजा ने 13 गेंदों में 16 रन बनाये। रविचंद्रन अश्विन ने 10 गेंदों पर नाबाद 13 रन में एक छक्का लगाया।
उतार चढ़ाव भरी रही है भारतीय टीम की यह पारी। पहले तो सूर्यकुमार को ओपनिंग पर देखकर चौंक गए और उनकी तेज शुरुआत के बावजूद भारत ने श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के विकेट जल्दी गंवा दिए, दिक्कत तब और बढ़ गई जब हार्दिक पांड्या भी सस्ते में आउट हो गए। अब दारोमदार रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा पर था लेकिन रोहित अर्धशतक लगाकर पवेलियन लौटे और जडेजा भी जल्द ही। वैसे कार्तिक तो थे ही ना, बस उम्मीद ही यह थी कि कार्तिक कमाल दिखाएंगे और ऐसा हुआ भी, 41 रनों पर नाबाद लौटे।
भारत ने आखिरी दो ओवरों में 36 रन बटोरे। दिनेश कार्तिक ने आखिरी ओवर में ओबेद मकाय की गेंदों पर छक्का और दो चौके उड़ाए जिससे भारत 190 के मजबूत स्कोर तक पहुंच गया। भारत का यह विशाल स्कोर कैरेबियाई बल्लेबाजी पर भारी पड़ा।
भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए मेजबान टीम को कोई साझेदारी नहीं बनाने दी। शमार ब्रूक्स ने 15 गेंदों में सर्वाधिक 20 रन बनाये। कप्तान निकोलस पूरन ने 18 रनों का योगदान दिया। रोवमन पॉवेल और शिमरॉन हेटमायर ने 14-14 रन बनाये। सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स ने छह गेंदों में 15 रन बनाये। जैसन होल्डर खाता खोले बिना आउट हुए। अकील हुसैन 11 रन बनाकर आउट हुए। कीमो पॉल 19 रन बनाकर नाबाद रहे। दिनेश कार्तिक को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
चेन्नई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मे द गेम्स बिगिन’ (खेल को शुरू होने दें) की उद्घोषणा के साथ 44वें शतरंज ओलंपियाड के शुरू होने की घोषणा की।
श्री मोदी ने कहा, शतरंज का सबसे प्रतिष्ठित आयोजन, शतरंज के घर भारत आया है। यह टूर्नामेंट एक विशेष समय पर यहां आया है। हम इस साल औपनिवेशिक शासन से भारत की आज़ादी की 75वीं सालगिरह का जश्न मना रहे हैं। यह हमारा आज़ादी का अमृत महोत्सव है। यह हमारा सौभाग्य है कि हम अपने देश के इतने महत्वपूर्ण समय में आपकी मेज़बानी कर रहे हैं।
शतरंज का शीर्ष आयोजन 44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से नौ अगस्त 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जा रहा है। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। इस आयोजन में 187 देश भाग ले रहे हैं जो शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। भारत इस प्रतियोगिता में अपनी अब तक की सबसे बड़ी टुकड़ी को भी मैदान में उतार रहा है जिसमें छह टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल हैं।
श्री मोदी ने तमिलनाडु और शतरंज के संबंध के बारे में कहा, तमिलनाडु में सुंदर प्रतिमाओं के साथ कई मंदिर हैं जो विभिन्न खेलों को दर्शाते हैं। तमिलनाडु का शतरंज के साथ ऐतिहासिक संबंध है। इस राज्य ने दुनिया को कई शतरंज मास्टर्स दिये हैं। यह एक जीवंत संस्कृति और सबसे पुरानी भाषा ‘तमिल’ का घर है।
उन्होंने कहा, 44वां शतरंज ओलंपियाड कई रिकॉर्डों का टूर्नामेंट रहा है। शतरंज ओलंपियाड पहली बार अपनी जन्मस्थल भारत में आयोजित हो रहा है। यह तीन दशकों में पहली बार भारत आया है। इस आयोजन में ओलंपियाड के इतिहास में सर्वाधिक टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस बार महिला वर्ग में भी ओलंपियाड इतिहास की सर्वाधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं। ओलंपियाड की सबसे पहली टॉर्च रिले भी इसी बार शुरू हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि खेलों में कोई हारता नहीं, बल्कि खेलों में सिर्फ विजेता और भविष्य के विजेता होते हैं। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों और टीमों को 44वें ओलंपियाड के लिये शुभकामनाएं देते हुए कहा, मे द गेम बिगिन।
बर्लिन । चार बार के विश्व चैंपियन फॉर्मूला वन ड्राइवर जर्मनी के सेबेस्टियन वेटेल ने घोषणा की कि वह 2022 सत्र के अंत में सन्यास लेंगे।
2007 के यूनाइटेड स्टेट्स ग्रां प्री में बीएमडब्ल्यू सॉबर के साथ अपनी शुरुआत करने वाले वेेटेल ने एक वीडियो पोस्ट करके अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से इस खबर का खुलासा किया।
मैं 2022 सत्र के अंत तक फॉर्मूला-1 से सन्यास लेने की घोषणा करता हूं। मुझे यह खेल पसंद है। जहां तक मुझे याद है यह खेल मेरे जीवन का केंद्र रहा है, लेकिन जितना जीवन ट्रैक पर है, उतना ही ट्रैक से बाहर भी है। मेरा जीवन लक्ष्य रेसिंग और चैंपियनशिप जीतना नहीं बल्कि मेरे बच्चों को बढ़ते हुए देखना, अपने मूल्यों को आगे बढ़ाना और उनसे सीखने में सक्षम होना बन गया है।
उन्होंने कहा, सन्यास लेने का निर्णय लेना मेरे लिए कठिन रहा है, और मैंने इसके बारे में सोचने में बहुत समय बिताया है। मैं वर्ष के अंत में इस पर चिंतन करने के लिए कुछ और समय लेना चाहता हूं कि मैं आगे किस चीज़ पर ध्यान केंद्रित करूंगा। मेरे लिए यह बहुत स्पष्ट है कि एक पिता होने के नाते मैं अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं।
वेटेल ने 2010 और 2013 के बीच रेड बुल के साथ अपनी सभी चार चैंपियनशिप जीतीं और केवल लुईस हैमिल्टन (103) और माइकल शूमाकर (91) के पीछे 53 जीत के साथ ग्रां प्री विजेताओं की सर्वकालिक सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
बर्मिंघम । ब्रिटेन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और समावेशिता के अद्भुत प्रदर्शन के साथ यहां 22वें राष्ट्रमंडल खेलों की रंगारंग शुरुआत हो गयी जिसमें खिलाड़ी अब एक दूसरे से स्वयं को अव्वल साबित करने की कोशिश करेंगे। ड्रम वादक अब्राहम पैडी टेटेह ने ‘राफ्टर्स से भरे अलेक्जेंडर स्टेडियम में उद्घाटन समारोह की शुरुआत की। इसके बाद भारतीय शास्त्रीय गायक और संगीतकार रंजना घटक ने कार्यक्रम की अगुवाई की। राष्ट्रमंडल खेल पहले ऐसे बड़े स्तर के खेल हैं जिन्हें कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद विभिन्न प्रतिबंधों के बिना आयोजित किया जा रहा है। इस बीच लाल, सफेद और नीले रंग की 70 कारों ने मिलकर ब्रिटेन का ध्वज ‘यूनियन जैक बनाया। यहां तक कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रिंस चार्ल्स भी ‘डचेस ऑफ कॉर्नवाल के साथ अपनी एस्टन मार्टिन कार में पहुंचे। शहर के मोटर उद्योग इतिहास को बताने के लिए कारों को इस तरह से पेश किया गया। बर्मिंघम की संस्कृति और विविधता को प्रदर्शित करने के बाद महान विदूषक चार्ली चैपलिन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस महान हास्य अभिनेता को शहर के नायक के रूप में पेश किया गया। असल में लंदन से लेकर बर्मिंघम तक उनका जन्म स्थान चर्चा का विषय रहा है। महान लेखक विलियम शेक्सपियर का भी जिक्र किया गया। प्रसारक ने ‘शेक्सपियर फर्स्ट फोलियो के बारे में चर्चा की जो कि बर्मिंघम में नया पुस्तकालय है। यह ब्रिटेन का सबसे बड़ा सार्वजनिक पुस्तकालय है। औद्योगिक क्रांति को दर्शाने के लिए एक उग्र सांड का सहारा लिया गया जिसने इस रंगारंग समारोह में सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। खेलों का शुभंकर ‘पेरी द बुल है।
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) के अध्यक्ष लुई मार्टिन ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे 72 सदस्य यहां हैं और बर्मिंघम शानदार दिखता है। मुझे विश्वास है कि यह आयोजन हमारे 92 साल के इतिहास में राष्ट्रमंडल खेलों के सबसे शानदार और महत्वपूर्ण संस्करणों में से एक होगा। इसके बाद भागीदार राष्ट्रों की परेड शुरू हुई। राष्ट्रमंडल खेलों की परंपरा के अनुसार पिछली बार के खेलों का मेजबान आस्ट्रेलिया परेड में सबसे पहले आया और उसके बाद ओसेनिया क्षेत्र के अन्य देश आये। इसके बाद अन्य देशों ने अपने क्षेत्र की वर्णमाला के अनुसार स्टेडियम में प्रवेश किया। ऑस्ट्रेलिया के बाद अफ्रीका, अमेरिका, एशिया और कैरेबियाई क्षेत्र के देश स्टेडियम में आए। जब 2010 के खेलों के मेजबान भारत का नंबर आया तो लोगों ने तालियां बजाकर करतल ध्वनि के साथ खिलाडिय़ों का स्वागत किया। ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे। परंपरा के अनुसार मेजबान इंग्लैंड ने अंतिम राष्ट्र के रूप में स्टेडियम में प्रवेश किया। जब इंग्लैंड की टीम स्टेडियम में पहुंची तो ‘‘वी विल, वी विल रॉक यू गीत बज रहा था। इसके बाद राष्ट्रमंडल खेलों का ध्वज फहराया गया और फिर सीजीएफ के अध्यक्ष मार्टिन ने अपना भाषण दिया। आखिर में ‘प्रिंस ऑफ वेल्स ने खेलों की शुरुआत करने के लिये महारानी के संदेश को पढ़ा। ब्रिटिश ओलंपिक चैंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों की तैराकी में 4 स्वर्ण पदक जीतने वाले टॉम डेली समलैंगिक ध्वजवाहकों के दल के साथ क्वीन्स बैटन मशाल को अलेक्जेंडर स्टेडियम में लेकर आए। डेली समलैंगिकता के समर्थक हैं। ढाई घंटे तक चले इस रंगारंग समारोह का आकर्षण दुरान दुरान बैंड भी रहा जिससे कार्यक्रम का समापन भी हुआ। ‘ब्लैक सब्बाथ और ‘सिटी ऑफ़ बर्मिंघम सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा के प्रसिद्ध संगीतकार टोनी इओमी ने भी दिलकश कार्यक्रम पेश किया, जबकि ‘रिबल वैली के प्रतिभाशाली युवा गायक सामंथा ऑक्सबोरो ने ब्रिटिश राष्ट्रगान गॉड सेव द क्वीन गाया। ग्रैमी पुरस्कार विजेता गिटारवादक इयोमी और सैक्सोफोनिस्ट सोवेटो किंच ने भी दर्शकों मोहित किया। इसके बाद लगभग 2000 से अधिक कलाकारों ने शहर के समृद्ध अतीत और वर्तमान का प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़े 72 देशों के बीच आपसी संबंधों का भी प्रदर्शन किया। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद यह खेल ब्रिटेन के सबसे बड़े और खर्चीले खेल बनने जा रहे हैं। लंदन ओलंपिक खेलों के ठीक 10 साल बाद इनका आयोजन किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह के साथ ही 11 दिन तक चलने वाले खेलों की शुरुआत भी हो गई जिसमें 72 देशों के 5000 से अधिक खिलाड़ी 15 स्थलों पर 19 खेलों की 280 स्पर्धाओं में अपनी चुनौती पेश करेंगे।