नईदिल्ली। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने जनवरी 2025 के लिए वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के स्पिनर जोमेल वार्रिकान को प्लेयर ऑफ द मंथ चुना है।
उन्होंने पिछले महीने टेस्ट प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
उन्होंने भारत के वरुण चक्रवर्ती और पाकिस्तान के नोमान अली को पीछे छोड़ते हुए ये पुरस्कार जीता।
दूसरी तरफ महिला वर्ग में ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी को ये सम्मान मिला है।
बाएं हाथ के स्पिनर वार्रिकान ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कमाल किया, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया था।
उन्होंने पहले टेस्ट में कुल 10 विकेट (3/69 व 7/32) और दूसरे टेस्ट में कुल 9 विकेट (4/43 व 5/27) लिए थे। बल्लेबाजी में उन्होंने सीरीज में 85 रन बनाए थे।
2 मैचों की वो टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुआ था।
चक्रवर्ती ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टी-20 की सभी पारियों में कुल 18 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 9.86 की औसत के साथ 14 विकेट लिए थे।
उन्होंने सीरीज में एक पारी में 5 विकेट हॉल लेने का कारनामा भी किया।
उन्होंने जनवरी माह में 4 टी-20 मैचों में 12 विकेट अपने नाम किए थे।
पाकिस्तान के नोमान ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली सीरीज में 12.62 की औसत से कुल 16 विकेट लिए थे।
0-वरुण चक्रवर्ती चूके
नईदिल्ली। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने जनवरी 2025 के लिए वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के स्पिनर जोमेल वार्रिकान को प्लेयर ऑफ द मंथ चुना है।
उन्होंने पिछले महीने टेस्ट प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
उन्होंने भारत के वरुण चक्रवर्ती और पाकिस्तान के नोमान अली को पीछे छोड़ते हुए ये पुरस्कार जीता।
दूसरी तरफ महिला वर्ग में ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी को ये सम्मान मिला है।
बाएं हाथ के स्पिनर वार्रिकान ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कमाल किया, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया था।
उन्होंने पहले टेस्ट में कुल 10 विकेट (3/69 व 7/32) और दूसरे टेस्ट में कुल 9 विकेट (4/43 व 5/27) लिए थे। बल्लेबाजी में उन्होंने सीरीज में 85 रन बनाए थे।
2 मैचों की वो टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुआ था।
चक्रवर्ती ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टी-20 की सभी पारियों में कुल 18 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 9.86 की औसत के साथ 14 विकेट लिए थे।
उन्होंने सीरीज में एक पारी में 5 विकेट हॉल लेने का कारनामा भी किया।
उन्होंने जनवरी माह में 4 टी-20 मैचों में 12 विकेट अपने नाम किए थे।
पाकिस्तान के नोमान ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली सीरीज में 12.62 की औसत से कुल 16 विकेट लिए थे।
नईदिल्ली। रणजी ट्रॉफी 2024-25 के दूसरे क्वार्टर-फाइनल में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के साई किशोर ने बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने विदर्भ क्रिकेट टीम की दूसरी पारी में 5 विकेट लिए। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का 12वां 5 विकेट हॉल रहा।
उनकी उम्दा गेंदबाजी के चलते ही विदर्भ की दूसरी पारी 272 रन पर सिमट गई। वह पहली पारी में कोई विकेट नहीं ले सके थे।
किशोर ने दूसरी पारी में दानिश मालेवार (0) के रूप में अपनी पहली सफलता हासिल की।
बाएं हाथ के स्पिनर ने फिर ध्रुव शौरे (20), हर्ष दुबे (64), नचिकेत भुते (6) और आदित्य ठाकरे (0) के विकेट चटकाए।
उन्होंने 26 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 78 रन देते हुए ये 5 विकेट हासिल किए।
उनके अलावा अजित राम ने 2 विकेट अपने नाम किए।
पहली पारी में किशोर ने 20 ओवर में बिना विकेट लिए 48 रन दिए थे।
किशोर ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 46 मैचों की 83 पारियों में 192 विकेट लिए। इस बीच उनका पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 70 रन देते हुए 7 विकेट लिए।
उन्होंने एक मैच में 10 विकेट हॉल लेने का कारनामा भी किया था।
दूसरी तरफ बल्लेबाजी में उन्होंने 60 पारियों में 772 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 81 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 3 अर्धशतक लगाए हैं।
किशोर ने लगातार दूसरे मैच में 5 विकेट हॉल लिया है।
इससे पहले उन्होंने अपने पिछले मैच में कुल 8 विकेट लिए। उन्होंने झारखंड के विरुद्ध पहली पारी में 3 विकेट और दूसरी पारी में 5 विकेट चटकाए थे।
वहीं, इससे पहले चंडीगढ़ के खिलाफ मैच में उन्होंने कुल 7 विकेट चटकाए थे। उन्होंने पहली पारी में 3 विकेट और दूसरी पारी में 4 विकेट अपने नाम किए थे।
विदर्भ ने पहली पारी में करुण नायर के शतक (122) की मदद से 353 रन बनाए।
जवाब में तमिलनाडु की पहली पारी सिर्फ 225 रन पर ही सिमट गई।
पहली पारी के आधार पर मजबूत बढ़त हासिल करने वाली विदर्भ की टीम अपनी दूसरी पारी में 272 रन ही बना सकी।
विदर्भ से दूसरी पारी में यश राठौड़ ने 112 रन बनाए, जबकि हर्ष दुबे ने 64 रन की पारी खेली।
नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा का चैंपियंस ट्रॉफी से पहले फॉर्म में लौटना टीम इंडिया के लिए शुभ संकेत है। रोहित ने अपनी हिटमैन इमेज के साथ न्याय करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में शानदार शतकीय पारी खेली और एक बार चिर-परिचित अंदाज में दिखाई दिए। रोहित ने धुआंधार पारी खेलते हुए केवल 90 गेंदों पर 119 रन बनाए।
कप्तान रोहित शर्मा को इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड भी दिया गया क्योंकि भारत ने इंग्लैंड द्वारा बनाए गए 304 रनों के स्कोर के जवाब में 44.3 ओवर में ही 308 रन बनाकर मैच और सीरीज जीत ली है। हालांकि, तीन मैचों की सीरीज में एक और मुकाबला अभी बाकी है।
रोहित का अंदाज शानदार रहा क्योंकि उन्होंने 76 गेंदों पर यह शतक लगाकर अपने वनडे करियर की दूसरी सबसे तेज सेंचुरी लगाई। खराब फॉर्म से जूझ रहे किसी दिग्गज के लिए यह आंकड़ा उसकी क्लास को बयां करने के लिए काफी है। यह हेड कोच गौतम गंभीर के उस बयान से भी पूरी तरह मेल खाता है कि रोहित और कोहली जैसे सीनियर खिलाडिय़ों में देश के लिए खेलने और रन बनाने की भूख अभी बहुत बाकी है।
रोहित ने इससे पहले सबसे तेज शतक 63 गेंदों पर दिल्ली में अफगानिस्तान के खिलाफ बनाया था। कुल मिलाकर यह रोहित की वापसी है और आगे उनको यह लय बरकरार रखनी होगी। वह ऐसा करेंगे तो भारत के लिए चैंपियंस ट्रॉफी जैसे एक और बड़े आईसीसी टूर्नामेंट में खिताब के प्रबल दावेदार होंगे। इससे पहले रोहित की अगुवाई में भारत ने आईसीसी टी20 विश्व कप जीता था।
रोहित ने एक कप्तान के तौर पर भी यह शानदार जीत हासिल की। ऐसे कप्तान जिन्होंने 50 वनडे मैच में टीम का नेतृत्व किया, उनमें रोहित का स्थान भी ऊंचा है। वह अब तक 36 वनडे जीत दर्ज कर चुके हैं। इस मामले में क्लाइव लॉयड, रिकी पोंटिंग और विराट कोहली जैसे कप्तान 39 जीत दर्ज कर चुके हैं।
भारतीय टीम इस मुकाबले में विराट कोहली के साथ उतरी थी। हालांकि, भारत के पूर्व कप्तान 8 गेंदों पर 5 रनों की पारी खेलने के बाद आदिल रशीद की गेंद पर आउट हो गए। उनको लय में आना अभी बाकी है। भारतीय उपमहाद्वीप में पिचों की प्रकृति और वनडे फॉर्मेट में कोहली के शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए माहौल विराट के अनुकूल है। उनको भी सिर्फ एक अच्छी पारी की दरकार है।
कुल मिलाकर चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारतीय टीम का विनिंग ट्रैक पर लौटना और कप्तान रोहित का पुराने अंदाज में शतक ठोकना टीम इंडिया के लिए शुभ संकेत है।
नईदिल्ली। स्पेन की पुरुष और महिला हॉकी टीमें एक साथ सोमवार को भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचीं। ये टीमें भारत में एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2024/25 के मैच खेलने आई हैं।
पुरुष टीम 15 और 16 फरवरी को मेजबान भारत के खिलाफ खेलेगी, फिर 19 फरवरी को इंग्लैंड से मुकाबला होगा। वहीं, महिला टीम 15 और 16 फरवरी को जर्मनी से भिड़ेगी और 19 फरवरी को भारत के खिलाफ खेलेगी।
अभी तक, दोनों स्पेनिश टीमें अपनी अंक तालिका में कमजोर स्थिति में हैं और जीत हासिल कर प्रो लीग अभियान में अपनी स्थिति सुधारना चाहती हैं। पुरुष टीम चार मैचों में सिर्फ एक जीत और एक ड्रॉ के साथ छठे स्थान पर है। महिला टीम चार मैच खेल चुकी है, लेकिन अब तक एक भी मुकाबला नहीं जीत पाई है और आठवें स्थान पर है।
भुवनेश्वर पहुंचने पर स्पेन की पुरुष टीम के कप्तान अल्वारो इग्लेसियस ने कहा, हम भारत लौटकर बहुत उत्साहित हैं। हमने ऑस्ट्रेलिया में चार मैच खेले, लेकिन हमें अपने खेल में सुधार करने की जरूरत है। यहां हम अधिक मैच जीतने की कोशिश करेंगे। उन्होंने यह भी कहा, भारत में खेलना हमें हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि यहां हॉकी बहुत लोकप्रिय है और स्टेडियम दर्शकों से भरा होता है।
अभी तक, दोनों स्पेनिश टीमें अपनी अंक तालिका में कमजोर स्थिति में हैं और जीत हासिल कर प्रो लीग अभियान में अपनी स्थिति सुधारना चाहती हैं। पुरुष टीम चार मैचों में सिर्फ एक जीत और एक ड्रॉ के साथ छठे स्थान पर है। महिला टीम चार मैच खेल चुकी है, लेकिन अब तक एक भी मुकाबला नहीं जीत पाई है और आठवें स्थान पर है।
नईदिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर इस समय घरेलू क्रिकेट में धमाकेदार प्रदर्शन कर रहे हैं। शार्दुल ठाकुर मुंबई के लिए हरियाणा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी 2024-25 का तीसरा क्वार्टर फाइनल खेल रहे हैं और इस मुकाबले में उन्होंने हरियाणा की बल्लेबाजी की कमर तोड़ते हुए 6 विकेट अपने नाम किए।
ये शार्दुल की धाकड़ गेंदबाजी का ही असर था कि मुंबई की टीम पहली पारी के आधार पर 14 रन की बढ़त लेने में भी सफल रही। मुंबई की टीम ने पहली पारी में ऑलआउट होने से पहले 315 रन बनाए थे जिसके जवाब में हरियाणा की टीम 301 रनों पर ऑलआउट हो गई। मुंबई के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए शार्दुल ने 18.5 ओवर में 58 रन देते हुए 6 विकेट अपने नाम किए।
ठाकुर पिछले काफी समय से बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन भारतीय चयनकर्ता फिलहाल उनके साथ आगे बढऩे के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। शार्दुल को हाल ही में चुनी गई चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में भी नहीं चुना गया जबकि गेंद के साथ वो जिस लय में चल रहे हैं वो भारतीय टीम के लिए एक एसेट साबित हो सकते हैं।
अगर इस मैच में शार्दुल की बल्लेबाजी की बात करें तो पहली पारी में उन्होंने 15 रन बनाए। अभी शार्दुल के पास बल्ले और गेंद के साथ एक-एक पारी है और वो चाहेंगे कि ना सिर्फ अपनी टीम की जीत में भूमिका निभाएं बल्कि खुद भी ऐसा प्रदर्शन करें कि उनके प्रदर्शन की गूंज चयनकर्ताओं तक पहुंचे। फिलहाल चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में 11 फरवरी तक बदलाव हो सकता है लेकिन ऐसा लग नहीं रहा कि भारतीय टीम मैनेजमेंट कोई बदलाव करने के मूड में है।
नई दिल्ली । दो बार की ओलंपिक पदक विजेता शटलर पीवी सिंधु 11-16 फरवरी तक चीन के कि़ंगदाओ में खेली जाने वाली बैडमिंटन एशिया मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप (बीएएमटीसी) के लिए भारत की टीम का हिस्सा नहीं होंगी। सिंधु ने खुलासा किया कि उन्हें हैमस्ट्रिंग की चोट लगी है, जिसे ठीक होने में उम्मीद से ज़्यादा समय लगेगा।
सिंधु ने एक्स पर लिखा, मैं भारी मन से यह साझा कर रही हूं कि मैं बीएएमटीसी 2025 के लिए टीम के साथ यात्रा नहीं करूंगी। 4 तारीख को गुवाहाटी में प्रशिक्षण के दौरान, मुझे अपनी हैमस्ट्रिंग में दर्द महसूस हुआ। अपने देश के लिए भारी भरकम टेपिंग के साथ आगे बढऩे के मेरे प्रयासों के बावजूद, एमआरआई से पता चला है कि मुझे ठीक होने में शुरू में जितना मैंने सोचा था, उससे थोड़ा ज़्यादा समय लगेगा।
उन्होंने कहा, टीम को शुभकामनाएं। मैं बाहर से उत्साहवर्धन करूंगी।
भारत ने बीएएमटीसी के पिछले संस्करण में कांस्य पदक जीता था, जिसमें सिंधु ने टीम में अहम भूमिका निभाई थी। इस साल एक बार फिर महिला एकल में उनसे ही बढ़त लेने की उम्मीद थी। हालांकि, इंडिया ओपन से पहले सिंधु ने इस बात पर जोर दिया था कि इस साल उनका एक मुख्य लक्ष्य चोट से मुक्त रहना है। सिंधु के न होने की वजह से महिला एकल की जिम्मेदारी मालविका बंसोड़ पर आने की संभावना है, जो वर्तमान में विश्व रैंकिंग में भारत की दूसरे नंबर की खिलाड़ी हैं।
यह अभी भी अनिश्चित है कि सिंधु के स्थान पर किसी अन्य खिलाड़ी को चुना जाएगा या नहीं। भारत को बीएएमटीसी के ग्रुप डी में 2023 के उपविजेता दक्षिण कोरिया और मकाऊ के साथ रखा गया है। टीम 12 फरवरी को मकाऊ के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी, उसके बाद 13 फरवरी को चीन के कि़ंगदाओ में कॉन्सन जिमनैजियम में दक्षिण कोरिया के खिलाफ अहम मुकाबला होगा।
भारतीय टीम :
पुरुष: लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी, ध्रुव कपिला, एमआर अर्जुन, सतीश कुमार के।
महिलाएं: पीवी सिंधु (चोट के कारण बाहर), मालविका बंसोड़, गायत्री गोपीचंद, ट्रीसा जॉली, अश्विनी पोनप्पा, तनीषा क्रैस्टो, आद्या वरियाथ।